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बिलासपुर : पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे लॉक डाउन मे ढाबे का संचालन...पढ़िए पूरी खबर 28-Sep-2020
मन्नू मानिकपुरी संवाददाता / बिलासपुर : जहाँ एक ओर सरकार व प्रशासन लॉक डाउन कर कोविड 19 महामारी के प्रकोप को बढ़ने को रोकने का प्रयास कर रहे है और समय समय पर लॉक डाउन कर रहे ताकि आम जन सुरक्षित रह सके। लेकिन होटल व ढाबे के संचालक प्रशासन के आदेश को मानने से बाज नही आ रहे । सबसे बड़ा सवाल यहां ये है कि कोनी थाने क्षेत्र अंतर्गत या यूं कहें कि थाने से महज कुछ दूरी पर काके द ढाबा लॉक डाउन में भी संचालित हो रहा था जो कि पुलिस के कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठाते है। क्योंकि बिना पुलिस सहयोग के ढाबा संचालित हो पाना मुश्किल है क्योंकि जहां पूरे शहर की दुकाने होटल बन्द है तो वही थाने से लगा ढाबा कैसे संचालित है अपने आप मे बड़ी बात है। इसकी जानकारी जब एडिशनल एसपी उमेश कश्यप तो उसने तुरंत ही कोनी थाने को अलर्ट किया मौके पर पुलिस पहुंची व ढाबा को बंद करा के मालिक को खाना पूर्ति करने थाने ले गई और फिर बिना किसी कार्यवाही थाना प्रभारी ने छोड़ दिया । यही नही इस कार्यवाही को किये आज दूसरा दिन भी ढाबा संचालित होता रहा और पुलिस अपनी आंख को बंद किये हुए संचालन में सहयोग देती रही। कोनी टी आई द्वारा मदिरा प्रेमियों को भी खूब सहयोग प्रदान किया जा रहा था आज सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पास लॉक डाउन में सेंदरी ग्राम से शराब ले के आने वाले लोगो से चेकिंग के दौरान शराब जप्त किए बिना 100रु का फाइन ले कर छोड़ दिया गया । पुलिस की इस कार्यवाही को परखने के लिए हमारे कैमरामैन ने मोटरसाइकिल की डिक्की में शराब रख पुलिस के नजदीक पहुंचा यहां पुलिस ने जांच की तो उसे शराब मिली लेकिन इसके बदले सिर्फ ₹100 का फाइन काटकर कैमरामैन को जाने दिया गया यहां मौजूद बहुत सारे ऐसे लोग थे जो गाड़ी में मोटरसाइकिल में और पैदल भी शराब लेकर जा रहे थे सभी का सिर्फ ₹100 का चालान काटा गया जबकि शराब जप्त नहीं की गई क्या यही है प्रशासन द्वारा लगाए गए सख्त लॉक डाउन? वर्जन थाना प्रभारी शीतला सिद्धार से काके दा ढाबा संचालन के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा वह ढाबे गई लेकिन उन्हें वह खुला नहीं मिला जबकि तस्वीरें बताती है कि एडिशनल एसपी के आदेश पर कोनी थाना स्टाफ वहां पहुंचा और ढाबा बंद कराकर संचालक को गाड़ी में बिठा कर थाने ले आया इस दौरान थाना प्रभारी का कहीं अता पता नहीं था इस मसले पर कार्यवाही का आदेश देने वाले शहर के एडिशनल एसपी से उमेश कश्यप भी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा मैंने कार्यवाही का आदेश दिया था इसके बाद अगर ऐसा नहीं किया गया है तो डिपेंड करता है कि थाना प्रभारी ने क्या जांच की और उसने क्यों छोड़ा


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