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उरला के सरोरा स्थित मां कुदरागढ़ी स्टील प्लांट के कैशियर के साथ हुई थी लूट - 4 दिन में ढूंढ निकाला 9 बदमाशों को - आईजी देंगे नकद पुरस्कार 20-Jan-2021

     16 जनवरी को रायपुर के उरला इलाके में मां कुदरगढ़ी स्टील प्लांट के कैशियर से हुई थी 31 लाख की लूट

    30 पुलिसकर्मियों ने 4 दिन में ढूंढ निकाला 9 बदमाशों को 25 लाख बरामद

 

रायपुर शहर के उरला इलाके में 31 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 9 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस ने 4 दिन में भीतर बदमाशों को पकड़ लिया । यह लूट उरला के सरोरा स्थित मां कुदरागढ़ी स्टील प्लांट के कैशियर के साथ हुई थी। 16 जनवरी को 31 लाख रुपए लेकर कंपनी के पास पहुंचा ही था कि बीच रास्ते में लूट का शिकार हो गया था। पुलिस ने हिन्छाराम को इस मामले में पकड़ा है। यह स्टील प्लांट में ही काम करता है और लूट का मास्टरमाइंड है। इसका दोस्त हेमंत और आस-पास के गांवों में रहने वाले युवक गिरफ्तार हो चुके हैं।


आरोपियों ने बताया कि कंपनी में काफी पैसों का लेन-देन होता था। हिन्छाराम ने अपने साथियों से कहा कि ये सारा दो नंबर का काला पैसा है। इसे लूटेंगे तो कोई शिकायत भी नहीं करेगा। इसी के साथ लूट का प्लान बनाया। कुछ बदमाशों को लूट की रकम में हिस्सा देने की बात कहकर राजी कर लिया और वारदात को अंजाम दिया। मगर यह ओवरकॉन्फिडेंस इनके लिए मुसीबत बन बैठा और अब यह युवक सलाखों के पीछे भेज पीछे भेजे जा रहे हैं।

मां कुदरगढ़ी स्टील प्लांट का कैशियर नित्यानंद दोपहर के वक्त कंपनी में कैश लेकर आ रहा था तभी रास्ता रोककर 9 बदमाशों ने उसके साथ मारपीट की और 31 लाख रुपए लूटकर भाग गए। इसके बाद अलग-अलग अफसरों की एक टीम बनाई गई। जिन्होंने इस पूरी घटना को सॉल्व करने में अहम भूमिका निभाई। इलाके के पुराने बदमाशों से पूछताछ की गई । सीसीटीवी फुटेज की तलाश की गई। कंपनी में काम करने वाले और काम छोड़ चुके कर्मचारियों की जांच की गई। पुलिस को इस दौरान एक सूचना मिली।

जांच टीम को पता चला कि हेमंत साहू नाम के एक लड़के ने पुलिस के मुखबिर को ही एक लूट में शामिल होने का ऑफर कुछ दिन पहले दिया था। यह खबर मिलते ही पुलिस इस हेमंत साहू नाम के व्यक्ति की तलाश में जुट गई। पता चला कि वो कंपनी में काम करने वाले हिन्छाराम का दोस्त है। हिन्छाराम लगातार अपने बयान बदल रहा था जिससे पुलिस का शक यकीन में बदल गया । कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने कबूल लिया कि उसने अपने आठ साथियों के साथ मिलकर इस लूट की वारदात को अंजाम दिया है ।


इस बीच प्लान के मुताबिक हेमंत साहू लूट में शामिल टिकेंद्र सेन, भूषण वर्मा, मुकेश पटेल, हेम कल्याण कोसले, हरीश पटेल, डोमेश साहू और भूपेंद्र पटेल के साथ गोवा के लिए निकल गया। पुलिस उन तक कभी भी पहुंच सकती है। यह सोचकर एक कार की बुकिंग की और जश्न मनाने चोरी-छिपे भाग गए। पुलिस तब तक इनका भी पता लगा चुकी थी। एक टीम इनके पीछे रवाना हुई। एमपी बॉर्डर के पास से सभी बदमाश पकड़ लिए गए। सभी युवक धरसींव। के निमोरा और बेमेतरा के बेरला के रहने वाले हैं।


31 लाख लूटने वालों से पुलिस को 25 लाख रुपए ही मिले हैं। बाकि बचे रुपयों को जुए में उड़ाने की जानकारी मिली है। हालांकि केस में जांच जारी है। उरला थाने से मिली जानकारी के मुताबिक रुपयों के लालच में इस घटना को अंजाम देकर और रुपए माने के शॉर्ट कर्ट के तहत बदमाशों ने लाखों रुपए का जुआं खेला।

आईजी देंगे नकद पुरस्कार
लुटेरों की गिरफ्तारी में लगी टीम को आईजी ने 30 हजार और एसएसपी ने 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है । आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। इनमें पूछताछ टीम में इंस्पेक्टर रमाकांत साहू, सब इंस्पेक्टर अमित कश्यप, प्रधान आरक्षक सरफराज चिश्ती, जमील खान, मार्तंड सिंह और रसखान, कृपासिंधु पटेल, अभिषेक सिंह, हिमांशु राठौर, दिलीप जांगड़े शामिल थे । सीसीटीवी फुटेज की निगरानी के लिए इंस्पेक्टर सोनल ग्वाला, प्रधान आरक्षक संदीप दीक्षित और रवि तिवारी ,प्रमोद बेहरा, राकेश पांडे, मोहम्मद सुल्तान इंस्पेक्टर अमित तिवारी इंस्पेक्टर गिरीश तिवारी और विजय पटेल, धनंजय गोस्वामी, जसवंत सोनी, नोहर देशमुख, आशीष राजपूत शामिल थे। टेक्निकल टीम में प्रधान आरक्षक महेंद्र राजपूत, बोध सिंह नेताम, चिंतामणि साहू, सुरेश देशमुख, घनश्याम साहू, बबीता देवांगन शामिल थी।



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