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Sonu Sood vs BMC Case: बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सोनू सूद 22-Jan-2021

बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद बीमएसी मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने बीएमसी के नोटिस हटाने और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलटने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.

लॉकडाउन मे प्रवासी मजदूरों और कामगारों के मसीहा बने सोनू सूद ने बीएमसी के निशाने पर हैं. एक दिन पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी के पक्ष में फैसला सुनाया. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए सोनू सूद ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. हालांकि इस पर सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं हो पाई है.

 

बता दें कि एक दिन पहले बॉम्बे हाईकोर्ट से अभिनेता सोनू सूद को राहत नहीं मिली है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक्टर की उस अपील और याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने जुहू स्थित अपनी आवासीय इमारत में कथित अवैध निर्माण को लेकर बीएमसी के नोटिस को चुनौती दी थी. इसके बाद आज सोनू ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की.

 

बॉम्बे हाईकोर्ट खारिज की याचिका

 

सोनू ने मुंबई के जुहू के अपने घर में हुए निर्माण पर बीएमसी के नोटिस को निरस्त करने की मांग की थी. बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोनू की इस याचिका को खारिज कर दिया था. सूद के वकील अमोघ सिंह ने बीएमसी द्वारा जारी नोटिस का पालन करने के लिए 10 सप्ताह का समय मांगा था और अदालत से अनुरोध किया था कि वह नगर निकाय को इमारत ढहाने का कदम नहीं उठाने का निर्देश दे. अदालत ने इस अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और कहा कि अभिनेता के पास ऐसा करने का पहले पर्याप्त समय था

 

क्या है मामला
बता दें कि बीएमसी ने पिछले साल अक्टूबर में सोनू सूद को नोटिस जारी किया था. बीएमसी ने अपने नोटिस में आरोप लगाया था कि सूद ने छह मंजिला 'शक्ति सागर' रिहायशी इमारत में ढांचागत बदलाव कर उसे होटल में तब्दील कर दिया.

 

बीएमसी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में क्या कहा
बीएमसी द्वारा हाई कोर्ट में दी गयी याचिका के‌ मुताबिक सोनू सूद 'आदतन' बीएमसी के नियमों की उल्लंघन करते रहे हैं और कई बार अवैध निर्माण कार्य को ध्वस्त करने के बावजूद उसी जगह पर फिर से निर्माण कार्य करते रहे हैं. जब एबीपी न्यूज़ ने सोनू सूद को बीएमसी के इन इल्जामों की तरफ ध्यान दिलाया तो उन्होंने कहा, "मैं जैसे कहा कि यह मामला फिलहाल कोर्ट में है और यकीनन जैसे वो गाइड करेंगे... मैं सभी नियमों का पालन करूंगा. कोर्ट के ऊपर तो कुछ नहीं होता है. मैं हमेशा से ही कानूनों का सम्मान करता रहा हूं और करता रहूंगा."

 

कब क्या हुआ
बीएमसी के नोटिस को सूद ने दिसंबर 2020 में दीवानी अदालत में चुनौती दी, लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया था.



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