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गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा पर पहली बार बोले CM अरविंद केजरीवाल, कहा- 'जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था' 28-Jan-2021

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिए अपने संबोधन में केजरीवाल ने कहा, "26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था, जो हिंसा हुई वो दुर्भाग्यपूर्ण थी." किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों पर उन्होंने कहा, "किसानों पर फर्जी केस पे केस लगाए जा रहे हैं."

राजधानी दिल्ली में इस बार 72वें गणतंत्र दिवस पर आंदोलन पर बैठे किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला जो हिंसक हो उठा. किसान ट्रैक्टर मार्च के तय रूट के बजाय दिल्ली के लाल किले तक पहुँच गये. इस घटना पर पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है. आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिए अपने संबोधन में केजरीवाल ने कहा, "26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था, जो हिंसा हुई वो दुर्भाग्यपूर्ण थी." किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों पर उन्होंने कहा, "किसानों पर फर्जी केस पे केस लगाए जा रहे हैं. जो भी इसके लिये जिम्मेदार हैं, जो भी पार्टी इसके लिए असल मे ज़िम्मेदार है उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए."
आम आदमी पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन के समर्थन में हैं. राष्ट्रीय परिषद की बैठक में किसानों का जिक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, "आजकल हमारे देश का किसान बहुत दुखी है. 70 साल से सभी पार्टियों ने मिलकर किसानों को धोखा दिया है. कभी कहते थे किसानों का लोन माफ करेंगे लेकिन किसी ने भी लोन माफ नहीं किया. किसानों के बच्चों को नौकरी देने का वादा किया लेकिन नौकरी नहीं दी. पिछले 25 साल में साढ़े 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं. लेकिन किसी भी पार्टी ने किसानों की सुध नहीं ली."

 

किसान आंदोलन पर केजरीवाल ने दी प्रतिक्रिया

 

 
जिन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन पर बैठे हैं उन पर केजरीवाल ने कहा, "3 किसान बिल लाए गए हैं. यह तीनों बिल किसानों से उनकी खेती छीनकर कुछ पूंजीपतियों को सौंप देंगे. अब किसान के लिए अस्तित्व का सवाल हो गया है कि अगर सड़क पर नहीं उतरे तो किसानी नहीं बचेगी. और किसानी नहीं बची तो किसान अपने परिवार को कैसे पालेगा. इतनी ठंड में किसान इसलिए ही बैठे हैं क्योंकि वो जानते हैं कि अगर नहीं बैठेंगे तो कुछ नहीं बचेगा."

 

 

 

किसानों के मुद्दे अभी खत्म नहीं हुए- केजरीवाल 

 


अरविंद केजरीवाल ने कहा, "गणतंत्र दिवस पर जो हिंसा हुई, इस वजह से किसानों के मुद्दे ख़त्म नहीं हो गए हैं. वो मुद्दे आज भी बरकरार हैं जिन मुद्दों की वजह से किसान 60 दिन से आंदोलन कर रहे हैं. वो कह रहे हैं कि आंदोलन ख़त्म, नहीं आंदोलन कैसे ख़त्म होगा. किसानों की दुख की समस्या आज भी बरकरार है. जिस देश का किसान दुःखी है वो देश कभी सुखी नहीं रह सकता है."

 

 लोगों से की ये ख़ास अपील 

 


अपनी पार्टी के लोगों से अरविंद केजरीवाल ने अपील करते हुए कहा, "हम सब लोगों को मिलकर किसानों का अहिंसापूर्वक साथ देना है. अपने अपने इलाकों से जब भी किसानों के साथ देने जाओ, अपना झंडा, डंडा और टोपी घर पर छोड़कर जाना. किसानों के बीच गैर-राजनीतिक तरीके से, देश का एक आम नागरिक बनकर जाना है."


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