Rajdhani
होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य का नियमित निगरानी वाट्सएप के माध्यम से ली जा रही स्वास्थ्य की जानकारी 12-May-2021

 कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीज जोे होम आइसोलेशन में रहकर अपना उपचार करा रहे हंै, उनके स्वास्थ्य एवं उपचार की जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से निगरानी की जा रही है, इसके लिए वाट्सएप गु्रप बनाये गये हैं, जिसके माध्यम से प्रतिदिन होम आईसोलेशन के मरीजों की स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है तथा उन्हें चिकित्सक द्वारा आवश्यक परामर्श एवं दवाईयाॅ भी उपलब्ध कराया जाता है। तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें डेडीकेटेड कोविड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर ईलाज किया जाता है। 
       कलेक्टर श्री चन्दन कुमार के निर्देशानुसार जिले में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की जानकारी एवं होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के उपचार व निगरानी के लिए जिला स्तरीय एवं ब्लाॅक स्तरीय कंट्रोल रूम गठित किया गया है। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री विश्वास कुमार को बनाया गया है। उन्होंने बताया कि होम आईसोलेशन के मरीजों को चिकित्सा संबंधी सलाह एवं उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए सभी सात ब्लॉकों में ब्लॉकवार होम आइसोलेशन व्हाट्सएप ग्रुप बनाये गये हंै, जिसमें जिले के लगभग 80 प्रतिशत मरीज प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। सभी  मरीजों के लिए डॉक्टर निर्धारित किया गया है, जो इस ग्रुप्स से जुड़े हुए हैं। होम आइसोलेशन में रहकर उपचार कराने वाले मरीजों को यदि कुछ समस्या आती है तो वे डॉक्टर से  सीधे परामर्श ले सकते हैं। होम आइसोलेशन में रहने वालेे मरीज प्रतिदिन नियमित रूप से दिन में कम से कम 2 बार पल्स ऑक्सीमीटर की सहायता से अपने शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा एवं थर्मामीटर की सहायता से शरीर का तापमान व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करते हैं तथा उन्हें  किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल डॉक्टरों द्वारा उन्हें फोन तथा वीडियो कॉल किया जाता है एवं आवश्यकता पड़ने पर एम्बुलेंस की सहायता से कुछ ही अंतराल में कोविड केयर सेंटर या डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया जाता है।
         डिप्टी कलेक्टर श्री विश्वास कुमार ने बताया कि कांकेर जिले के अब तक 19 ब्लॉक स्तरीय होम आइसोलेशन व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 3580 मरीज प्रत्यक्ष रूप से अपने स्वयं के फोन से एवं 703 मरीज अप्रत्यक्ष रूप से परिवार के किसी सदस्य के फोन  से जुड़ चुके हैं तथा 188 डॉक्टर्स एवं स्वास्थ्य कर्मी द्वारा उन्हें समय-समय पर चिकित्सकीय सलाह वाट्सएप ग्रुप में मेसेज के माध्यम से और व्यक्तिगत रूप से वॉइस कॉल व वीडियो कॉल के माध्यम से दी जा रही है तथा दवाई की माँग किये जाने पर सम्बंधित आरएचओ अथवा मितानिन के माध्यम से दवाई की घर पहुँच सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा 894 ऐसे मरीज हैं जो किन्हीं कारणों से व्हाट्सएप का उपयोग नहीं करते, उन्हें व्यक्तिगत रूप से  फोन कॉल के माध्यम से या फिर सम्बंधित आरएचओ अथवा मितानिन एवं जमीनी स्तर पर होम आइसोलेशन निगरानी समिति के माध्यम से सम्पर्क स्थापित किया जाता है एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेकर शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जा रहा है।  सभी विकासखंडों में भी जिला प्रशासन द्वारा कोविड कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जिसमें चिकित्सकों एवं काउंसलरों द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को प्रतिदिन दिन में 2 बार कॉल कर उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जैसे-शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, सर्दी, खांसी, बुखार या कोई अन्य समस्या इत्यादि की जानकारी लिया जाकर उपचार किया जा रहा है। 



RELATED NEWS
Leave a Comment.