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नशे का नेशनल हाईवे किसे कहते हैं और कहां है ? - बीजेपी 25-Jun-2021
नशे का नेशनल हाईवे बनता जा रहा है छत्तीसगढ़ : कौशिक नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने प्रदेश में गांजे की तस्करी के बढ़ते मामले पर जताई चिंता रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ के रास्ते देश के कई हिस्सों में बेखौफ गांजे की तस्करी जारी है, जिसे रोकने में प्रदेश की पुलिस नाकाम है। यही कारण है कि लगातार तस्करों का मनोबल मजबूत होता जा रहा है। आये दिन केवल मात्र कुछ छोटे तस्करों को ही पकड़ कर पुलिस कार्यवाही के नाम पर दिखावा कर रही है। लेकिन आज भी बड़े तस्कर या गिरोह पुलिस के हाथों से दूर है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से लगे सीमावर्ती राज्यों में करीब 10 हजार एकड़ में संगठित तौर पर गांजे की खेती की जा रही है। जिसे छत्तीसगढ़ के रास्ते देश के अन्य हिस्सों में तस्कर लगातार ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर में हो रहे गांजे की तस्करी इन दिनों जोरो पर है। इसके साथ ही ओडिशा से लगे महासमुंद जिले में भी गांजे की तस्करी लगातार हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने खुद ही स्वीकारा है कि बस्तर में दो साल के अंतराल में करीब 271 गांजे की तस्करी के मामले कायम किए गए है जिसमें करीब 27,916.954 (अक्षरी सत्ताईस हजार नौ सौ सोलह किलो नौ सौ चैवन ग्राम) किलोग्राम गांजा पुलिस ने जब्त किया है जिसकी कुल कीमत करीब 14,78,04,966 रुपए है। इससे साबित होता है कि लाॅकडाऊन के दौरान जांच के बाद भी तस्करों के हौसले इतने बुलंद थे कि वे पुलिस को झांसा देकर फरार हो गए और पुलिस मात्र केवल कुछ ही तस्करों को पकड़ने में सफल रही है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि 14 जून 2021 को महासमुंद पुलिस ने करीब 2 करोड़ 20 लाख रुपए का गांजा पकड़ा है। करीब 1 करोड़ रुपए का गांजा बिलासपुर पुलिस ने 12 जून को जब्त किया था। एक बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या यह कोविड सेवा के नाम पर तस्करी की जा रही थी? उन्होंने कहा कि गांजे की तस्करी के मामले में राजधानी रायपुर में अलग-अलग जगहों पर करीब 8 क्विंटल गांजा एक दिन में जब्त होता है। इससे सवाल उठता है कि किस तरह से संगठित गिरोह नशे के कारोबार को लेकर छत्तीसगढ़ को अपना परिवहन का मुख्य मार्ग बनाया हुआ है। उसके साथ ही बड़े तादाद में गांजे की तस्करी हो रही है। जिसे रोक पाने में छत्तीसगढ़ की पुलिस नाकाम है। उन्होंने कहा कि साउथ एशियन इंटेलिजेंस रिव्यू के मुताबिक करीब 10 हजार एकड़ में होने वाली गांजे की खेती के परिवहन का मुख्य मार्ग बस्तर, रायपुर से होते हुए देश के अन्य हिस्सों तक हैं। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि नशे के खिलाफ प्रदेश की सरकार मजबूती से कार्यवाही करें और भी चेकपोस्ट छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों में खोले ताकि गांजे की तस्करी पर अंकुश लग सके। उन्होंने कहा कि जस्टिस पी.के. मोहंती कमीशन ने भी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि पुलिस केवल छोटी-मोटी कार्यवाही कर नशे के ड्रग माफियाओं को खुला छूट देती है। यही कारण है कि यहां से परिवहन होने वाला गांजा चोरी छुपे एशियाई देश में भी भेजने की आशंका व्यक्त की जा रही है। जिस पर मजबूती से कार्यवाही करने की जरूरत है।


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