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बारिश से हाहाकार: पानी के आगे पहाड़ भी नहीं टिक पाया, कही बाढ़ का सैलाब, तो कही लाशों की ढेर, खौफनाक मंजर देख कांप उठेगी रूंह
नई दिल्ली: देशभर में मानसून की बारिश ने कहर बरपाया है. कही किसानों के लिए एक खुशखबरी है तो कई लोगों के लिए समस्यायों का अम्बार है। देर से आये मानसून ने देश के अलग अलग हिस्सों में तबाही मचा रखी है. इस वजह से कही लैंडस्लइड हो रहा है तो कही बाढ़ का सैलाब आ रहा है.. इसे देखते हुए देश के कई राज्यों में हाई एलर्ट भी जारी कर दिया गया है…
देशभर में इस कदर कर रहा है मानसून तांडव दिल्ली में फिर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार को राजधानी में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बुधवार और गुरुवार से बारिश हल्की हो जाएगी। मॉनसून सीजन में अब तक 87 प्रतिशत अधिक बारिश राजधानी में हो चुकी है। जून और जुलाई के दौरान अब तक राजधानी में 489.3 एमएम बारिश हो चुकी है। इस समय तक सामान्य तौर पर मॉनसून के दौरान 231.7 एमएम बारिश को सामान्य माना जाता है।
कई ट्रेनों की आवाजाही हुई रद्
भारतीय रेलवे ने हावड़ा और कोलकाता के इलाकों में भारी बारिश और जलजमाव के चलते कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया है. जिस वजह से लोगों का एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचना मुष्किल हो गया है… बता दें कि, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की वजह से आई प्राकृतिक आपदा से तबाही मची है। किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, शिमला जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है।
सिरमौर जिले में लगातार जारी भारी बारिश से भूस्खलन हुआ और देखते ही देखते पूरी सड़क गायब हो गई। इसका विडियो भी वायरल हो गया। पांवटा साहिब से रोहड़ू जाने वाला नैशनल हाईवे 707 बड़वास के पास लगभग 50 से 100 मीटर तक पूरी सड़क धंसने से बाधित हो गया। बादल फटने और भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद राज्य के लाहौल-स्पीति में 175 पर्यटक फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि पट्टन घाटी में 204 लोग फंसे थे, जिनमें से 60 को पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने सकुशल बचाकर निकाला।
महाराष्ट्र में 213 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। तटीय कोंकण क्षेत्र में रत्नागिरी, रायगढ़ जिलों और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर और सतारा जिलों में भारी बारिश के कारण राज्य के कई स्थानों पर भूस्खलन हुए हैं। राज्य में पिछले हफ्ते हुई बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 213 लोगों की मौत हो चुकी है।
-रांची में टूटे लोगों के घर
झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्यभर के विभिन्न हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर की सूरत बदल दी है। तेज बारिश के दौरान चतरा जिले में दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। मुख्यमंत्री आवास और राजभवन से लगभग एक से डेढ़ किलो मीटर की दूरी पर बसे अलकापुरी, आर्यनगर, लोअर शिवपुरी, नमक फैक्ट्री गली,रातू रोड कब्रिस्तान के आस-पास, शहदेव नगर, लकड़ी टाल गली, खादगढ़ा, विद्यानगर, मधुकम, इरगु टोला, अरगोड़ा तालाब रोड, अपर बाजार के रंगलाल जालान पथ, बड़ालाल स्ट्रीट, जालान रोड, कचहरी रोड के जयपाल सिंह स्टेडियम के आस-पास, पंडारा रोड स्टेट बैंक के पास इसके अलावा शहर के कई निचले इलाकों के लोगों के घरों में बारिश और नालियों का गंदा पानी घुसने के कारण कई लोग रतजगा कर अपने घरों के सामानों को पलंग, छज्जा,चौकी और ऊंचे स्थानों पर रखते देखे गए।
-पश्चिम बंगाल के दुरस्थ इलाकों में मचा हाहाकार
पश्चिम बंगाल में बारिश से संबंधित घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो गई। रघुनाथगंज में भारी बारिश की वजह से मिट्टी के 10 घर क्षतिग्रस्त हो गए। मूसलाधार बारिश के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है और नदियों के उफान के साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। अब देखना ये है कि आने वाले दिनों में मानसून थमेगा या नहीं,या अभी भी और मुश्किलें आना बाकी है…
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