Rajdhani
’अमेजन द्वारा क्लाउडटेल को हासिल करने के लिए सीसीआई की स्वीकृति लेने कैट ने अपनी एतराज याचिका आज सीसीआई में दाखिल की ’ 14-Jan-2022

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू,  अमर गिदवानी,  प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन,  कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के समक्ष एक याचिका दायर कर उस लेनदेन को रोकने की मांग की है, जिसे अमेजन द्वारा सीसीआई में दर्ज किया गया है जिसके जरिये वो क्लॉउडेल में 100 प्रतिशत शेयर लेकर उसका अधिग्रहण करेगा । कैट की याचिका कानूनी फर्म सर्वदा लीगल के वकील अबीर रॉय के माध्यम से दायर की गई है, जिसमें ऐसे उदाहरण दिए गए हैं जिनमें अमेजन अपने ई कॉमर्स पोर्टल पर क्लाउडटेल को वरीयता देता है और इस तरह की वरीयता इस अधिग्रहण के बाद भारत के ई-कॉमर्स बाजार को और अधिक अस्थिर करेगी तथा ई कॉमर्स बाजार बुरी तरह विषाक्त हो जायेगा।

कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष   जितेन्द्र दोशी ने बताया कि कैट ने अपनी याचिका में कहा है की यह सर्वविदित है की क्लाउडटेल कम शुल्क अथवा कमीशन लेता है और ऐमज़ॉन के ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर एक तरजीही एवं पसंदीदा विक्रेता है जिसके माध्यम से ऐमज़ॉन अपने ई कॉमर्स पोर्टल पर सबसे ज्यादा माल बेचता है। अब क्लॉउडेल के 100 प्रतिशत अधिग्रहण के बात अमेजन पर और अधिक मनमानी करेगा जिसका प्रतिकूल प्रभाव अन्य विक्रेताओं पर पड़ेगा  भारत के क़ानून एवं नियमों के अनुसार अमेजन को  निष्पक्ष और तटस्थ रहकर पूरी तरह से एक प्रौद्योगिकी प्रदान करने वाला प्लेटफार्म नही चाहिए जो विक्रेताओं को ई-कॉमर्स के जरिये अपना सामन बेचने के लिए सुविधा प्रदान करें  किन्तु अमेज़न ने देश के नियमों एवं कानूनों का उल्लंघन करते हुए  पूरे ई कॉमर्स तंत्र को विषाक्त किया है जोन केवल प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन है बल्कि एफडीआई मानदंडों का भी उल्लंघन है।
अमेजन ने हॉबर मल्लो ट्रस्ट के सभी शेयरों का अधिग्रहण करके प्रियन को पूरी तरह से हासिल करने का प्रस्ताव दिया है। वर्तमान में प्रियोन को हॉबर मलो द्वारा नियंत्रित किया जाता है। प्रियोन की शेयर पूंजी का छिहत्तर प्रतिशत  (76 प्रतिशत) हाबर मल्लो ट्रस्ट के पास है। अमेजन एशिया पसिफ़िक रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड के पास पहले से ही प्रीयोन की 23 प्रतिशत शेयर पूंजी है, और अमेजन होल्डिंग्स यूरेशिया प्रीयोन की शेयर पूंजी का 1 प्रतिशत मालिक है। इस प्रकार अमेजन की वर्तमान स्तिथि में प्रीयोन में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हॉबर मॉलो के शेयरों को प्राप्त करने सेअमेज़ॅन और इसकी संबद्ध संस्थाओं के पास प्रियन में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। क्लाउड्टेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (“क्लाउडटेल“) प्रियोन की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी है और वर्तमान में अमेजन के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सबसे बड़ा विक्रेता भी है। इसलिए, प्रस्तावित संयोजन प्रतिस्पर्धा कानून के      दृष्टिकोण से कुछ चिंताओं को उठाता है - श्री परवानी एवं श्री दोशी ने कहा।



RELATED NEWS
Leave a Comment.