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"राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है. 25-Jul-2022

द्रौपदी मुर्मू ने देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपध ले ली है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना (Chief Justice NV Ramana) ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं. वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन होने वाली पहली आदिवासी महिला (tribal woman) और स्वतंत्र भारत में पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं.

द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले औपचारिक अभिभाषण के दौरान वहां मौजूद गणमान्य लोगों को संबोधित किया. अपने अभिभाषण ने कोरोना, डिजिटल, शिक्षा कई अहम मुद्दों को लेकर संबोधन दिया. 

द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद संसद के सेंट्रल हॉल में अपना पहला औपचारिक भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है. मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूं जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है." राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी योगदान को सराहना करते हुए कहा, "संथाल क्रांति, पाइका क्रांति से लेकर कोल क्रांति और भील क्रांति ने स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी योगदान को और सशक्त किया था."



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