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स्वराज : स्वतन्त्रता संग्राम के बलिदानियों की सुनी अनसुनी कहानियां दूरदर्शन के 75 एपिसोड में 14-Aug-2022

स्वराज : आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अनेक बलिदानियों की गाथा है, जिसे दूरदर्शन ने 75 एपिसोड के माध्यम से 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को समर्पित किया है | स्वराज नामक देशभक्ति के इस सीरियल में देश की आजादी के लिए महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों जिनमें से कुछ को आप जानते हैं और जिन को नहीं जानते उन अनसुनी कहानियों को भी आप इस सीरियल के माध्यम से देख और समझ पाएंगे | आप जान पाएंगे कि आपके प्रदेश और आपके शहर, गांव के भी लोग आजादी के लिए लड़े थे, उन्होंने प्राणों की आहुति दी थी | *भारत के स्वतंत्रता संग्राम की समग्र गाथा स्वराज नामक इस सीरियल में प्रस्तुत की गई है* यह 75 एपिसोड का सीरियल है, दूरदर्शन के डीडी नेशनल चैनल पर 14 अगस्त से हर रविवार रात 9 से 10 बजे प्रसारित होगा, इस सीरियल में स्वतन्त्रता संग्राम के महान नायकों के बलिदानों की बहुत सी सुनी कहानियों को पिरोया गया है। इस सीरियल की 9 क्षेत्रीय भाषाओं और अंग्रेज़ी में डबिंग की जा रही हैं। क्षेत्रीय भाषाओं में सीरियल का प्रसारण 20 अगस्त से रात्रि 8 से 9 बजे दूरदर्शन के रीजनल चैनलों पर किया जाएगा । ये भाषाएं हैं- तमिल तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, मराठी, गुजराती, उडिया, बंगाली और असमिया । इस सीरियल को 20 अगस्त से आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों द्वारा भी हर शनिवार दिन में 11 बजे से प्रसारित किया जाएगा | सप्ताह के दौरान एपिसोडों का पुनः प्रसारण भी किया जाएगा। स्वराज सीरियल के लिए गहन शोध किया गया है। इस सीरियल का निर्माण 4K HD उच्च गुणवत्ता में किया गया है। इस सीरियल का आरंभ उस दौर से होता है जब 1498 में वास्को डि गामा ने भारत की धरती पर कदम रखा था। फिर पुर्तगालियों, फ्रांसीसियों, डच और अंग्रेजों ने भारत में उपनिवेश स्थापित करने के प्रयत्न किए। उस दौर से प्रारंभ होकर भारत के आजाद होने तक के संघर्ष और हमारे स्वाधीनता के नायकों की गौरव गाथा को इस सीरियल में संजोया गया है। स्वराज सीरियल की खास बात यह है कि इस कहानी में केवल मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई और भगतसिंह जैसे जाने-माने नायकों के किस्से ही शामिल नहीं हैं बल्कि इस सीरियल में अनसुने और भूले-बिसरे नायकों और वीरांगनाओं जैसे रानी अबक्का, बक्शी जगबंधु, तिरोत सिंह सिद्धो कान्हो मुर्मु, शिवप्पा नायक कान्होजी आंग्रे रानी गाइदिन्ल्यू और तिलका मांझी जैसे वीर योद्धाओं की कहानियां भी शामिल की गई हैं, जिनका बलिदान अनसुना अनकहा रह गया। इस सीरियल में दिखाए गए ऐसे ही कुछ नायकों के नाम की लंबी सूची है। • इस सीरियल में आजादी की ये गौरव गाथा केवल अंग्रेजों के अन्याय के खिलाफ़ बुलंद हुई आवाजों को ही बयां नहीं करती बल्कि फ्रांसीसी, डच और पुर्तगाली उपनिवेशवादियों ने भी सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत में जो अन्यायपूर्ण व्यवहार किया और जिन नायकों ने उनके खिलाफ विद्रोह किया वे अनकही कहानियां भी दर्शकों तक पहुंचाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त चार नए सीरियल डीडी नेशनल पर और आ रहे हैं। कॉर्पोरेट सरपंच, महिलाओं के सशक्तिकरण को तो ये दिल मांगे मोर और जय भारती देश प्रेम पर आधारित हैं। सुरों का एकलव्य एक म्यूजिक रियलटी शो है और बप्पी लहरी को श्रद्धांजली है। ये सीरियल डीडी नेशनल पर प्राइम टाइम पर आएंगे। स्टार्ट अप चैम्पिअन्स 2.0 में 46 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त स्टार्ट अप के संघर्षों और सफलता की कहानी है। इसे डीडी न्यूज़ पर हर शनिवार रात 9 बजे और डीडी नेशनल पर हर रविवार दिन में 12 बजे दिखाया जाएगा। इसका English Version डीडी इंडिया पर शनिवार को 10 बजे आएगा।

 

दूरदर्शन केंद्र रायपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दूरदर्शन केंद्र के डायरेक्टर एसके देओहारे, असिस्टेंट डायरेक्टर न्यूज़ मनोज सोनोने, असिस्टेंट डायरेक्टर प्रोग्राम पीके श्रीवास्तव, असिस्टेंट डायरेक्टर इंजीनियर सुनील सिंगवेकर और असिस्टेंट डायरेक्टर पीआईबी सुनील तिवारी द्वारा दी गई |



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