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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज किसके बारे में क्या कहा ? 26-May-2023
मुख्यमंत्री ने आज क्या कुछ कहा ? कल मैंने 2 सवाल उठाए थे गणपति और रमन्ना की संपत्ति कुर्क की गई तो f.i.r. से उसका नाम बाहर क्यों किया गया ? भारतीय जनता पार्टी के एक भी नेता का बयान इसमें नहीं आया, अब मेरा दूसरा सवाल है गुडशा उसेंडी उस समय आत्मसमर्पण किया था एनआईए कोर्ट ने आदेश दिया था उसका बयान लिया जाए क्यों नहीं लिया ? एनआईए किसके दबाव में है, कोर्ट के आदेश के बाद भी एनआईए ने उसका बयान दर्ज नहीं किया दूसरी बात गणपति और गुड़सा उसेंडी दोनों नक्सलियों के पोस्ट हैं किसी व्यक्ति का नाम नहीं है क्या गणपति ने सरेंडर किया है उस व्यक्ति का नाम क्या है और यदि सरेंडर किया है कहां किया है और से नक्सल नीति के तहत क्या उसे बेनिफिट दिया गया है या नहीं दिया गया है यह दो सवाल है आज भारतीय जनता पार्टी बार-बार मुझसे पूछती है जेब में है प्रमाण बताएं मैं प्रमाण दे रहा हूं बताएं भारतीय जनता पार्टी के लोग अभी तक पूरी के प्रवक्ता बने हुए थे एनआईए के भी प्रवक्ता बने। कल नीति आयोग की बैठक है उसमें शामिल होऊंगा प्रदेश के बहुत सारे जलवंती मुद्दे हैं उसके बारे में वहां बात रखी थी जाएगी । लगातार हम लोग जीएसटी क्षतिपूर्ति की बात कर रहे हैं उसे बढ़ाने की बात है जो कॉल रॉयल्टी है हमारा जो पैसा रुका हुआ है उसको वापस करने की बात है अभी तक के उसके रॉयल्टी दर में वृद्धि करने की बात थी 3 साल में जो होना था नहीं हुआ है उसी प्रकार से पीडीएस का हमें करीब 1000 करोड रुपए लेना है वह राशि हमको मिले और दूसरी बात यह है कि सारी योजनाओं में 90-10 का होता था कई योजनाएं शत-प्रतिशत भारत सरकार की होती थी 75-25 का होता था अब तो 60- 40 या 50-50 का अधिकांश योजनाएं हैं उसमें कि जब 50% केंद्र सरकार दे रही है 50% राज्य सरकार दे रही है तो फिर नाम केंद्र सरकार ही क्यों तय करें नाम तो राज्य सरकार के साथ मिलकर तय करना चाहिए जैसे प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन 50 परसेंट राज्य सरकार दे रही है नाम भी प्रधानमंत्री और राज्य सरकार का होना चाहिए नाम सम्मिलित रूप से तय होना चाहिए राशि आधा राज्य सरकार दे रही है तो नाम भी तय करने का अधिकार होना चाहिए तो ऐसी बहुत सारी बातें हैं जिसको रखे जाएंगे। वहां जब चर्चा चलेगी 10:00 से बैठक है शाम को 4:00 बजे तक चलेगी तो बहुत सारी बातें आएंगी उसमें चर्चाएं होंगी और ज्वलंत मुद्दों पर भी बातचीत होगी और उसमें डिस्कस क्या निकलेगा यह तो कल के बाद ही पता चलेगा। *संसद भवन को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं उस पर मुख्यमंत्री ने कहा* इनके जो प्रवक्ता है श्रीवास जी उसका ट्वीट में देख रहा था विधानसभा का उद्घाटन किया गया शिलान्यास किए हैं उद्घाटन नहीं पहली बात तो यह है दूसरी बात उस में विपक्ष शामिल हुआ था कि नहीं हुआ था धरमलाल कौशिक जी तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष का शिला पट्टिका में नाम भी है मंच में भी से उसको भाषण भी दिलवाए तो उसकी उपस्थिति थी और उसकी सहमति से बनी यहां तो विपक्ष को पूछना भी नहीं है दिल्ली में दिक्कत तो यह है विपक्ष से बातचीत की नहीं है यहां बातचीत करके ही सब चीज तय हुआ है विधानसभा से और वहां कोई बातचीत भी नहीं तो दोनों में अंतर बहुत है। *शराब घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा* कोर्ट गए हैं जाने वाले राज्य सरकार भी गई है सबसे पहली बात यह है कि जब तक ईसीआईआर नंबर नहीं होगा जब तक पीडीके डिफेंस नहीं होगा तब तक के ईडी कार्यवाही नहीं कर सकती है शराब वाले मामले में कोई f.i.r. नहीं है केवल उन्हीं मुद्दों को लेकर वह जो रेड डाला था आईटी ने 2020 में जितने भी डिसलर है अधिकारी हैं और भी जो लोग हैं उसके खिलाफ आईटी ने रेड किया था आई,टी में डिसलर जो है सारे वह शपथ दिए थे उनका शपथ पत्र है कि इसमें किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है और शपथ पत्र में सारी बातें हैं उन्हीं डिसलर से ईडी पूछताछ कर रही है और और कह रहे हैं सब गड़बड़ियां हैं तो या तो वह शपथ पत्र सही हैं तो यह गलत है यदि यह सही है तो वह शपथ पत्र गलत है आखिर सेंट्रल एजेंसी आईटी भी है और आईटी ने 2020 में जब जांच किए थे तो उसमें सारे शपथ पत्र लिखे गए हैं इन्हीं लोगों ने अब वह सारे उलट है इसका मतलब यह है कि आप मारपीट करके डरा धमका कर के आप कर रहे हैं अभी त्रिलोक ढिल्लों को गिरफ्तार किए जेल भेज दिए उसके पास क्या था मीडिया में पता चला कि उसके पास 25 करोड़ की एफडी थी ईनसिक्योर्ड लोन लिया था वह ऑन पेपर है उसको आप गिरफ्तार कर रहे हैं और वही 1डिस्लर के यहां छापा डालते हैं और 26 करोड़ का आप जेवर पकड़ते हैं वह गवाह बने हुए हैं यह आईडी के काम करने का तरीका है तो यदि पहले कोई लाभ की स्थिति में है तो वह डिसलर है। क्योंकि वही से बोतल बदली हो रहे हैं वहीं से होलोग्राम चेंज होना है वहीं पर बिना टैक्स के बोतले निकलेंगे कहां से निकलेगी फैक्ट्री से तो सबसे पहले फायदा किसको हुआ डिसलर को डिसलर सब गवाह बने हुए हैं यह आईडी के काम करने का तरीका है यही सवाल है एडी के जितने भी कार्यवाही या है वह खुद ही अपने आप में प्रश्नवाचक चिन्नू छोड़कर जा रहे हैं इसका मतलब यह है कि आप का मेला फाइट इंटरेस्ट है आप दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही कर रहे हैं आप निष्पक्ष होकर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं नहीं तो सबसे पहले डिशलर अंदर होना था। *मामले में मुख्यमंत्री ने कहां* छत्तीसगढ़ में प्राइवेट माइंस है कितने एक जिंदल का है एक साडा का है दो प्राइवेट हैं दो राज्य सरकारों के हैं एक राजस्थान गवर्नमेंट का है एक छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट का है बचत सभी एसईसीएल का है यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो बिना एसईसीएल के अधिकारियों के बिना कैसे हो सकता है तो आप एक से भी नहीं पूछ रहे हैं खदान किसके पास है सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है वहां से गाड़ियां किस की देखरेख में निकलती है एसईसीएल के खदान उसका है तो किससे आप ने पूछा एक से भी सवाल पूछे हैं तो आप का उद्देश्य केवल राज्य सरकार को बदनाम करना है अधिकारियों को बदनाम करना लोगों को बदनाम करना सरकार को बदनाम करना और लोगों को प्रताड़ित करना। *अमित शाह ने एक बयान दिया है 300 सीटों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से पीएम बनेंगे* वह तो छत्तीसगढ़ में आए थे 65 प्लस की बात बोले थे 68 सीट हम जीते थे झारखंड भी वहां गए थे हम लोग आमने-सामने थे वहां भी गए हिमाचल मैं पूरा नड्डा जी प्रधानमंत्री जी गृह मंत्री जी सारे लोग गए वहां उसकी सरकार नहीं बनी कर्नाटक में तो मैं एक ही दिन जा पाया पूरी ताकत वहां लगाए बजरंगबली का नारा लगाया लेकिन बजरंगबली हमारे साथ बजरंग दल वाले उनके साथ 300 सीट यूपीए की आएगी |


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