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कोण्डागांव : 165 एकड़ कृषि भूमि में होगी बारहमासी सिंचाई 17-Oct-2019

पौधो के रख-रखाव करने पर ग्रामीणों को मिलेगी राशि: प्रति ग्रामीण कमा सकते है 3 हजार रुपये
कलेक्टर ने लिया चारगांव में चल रहे वृहत्तर कार्ययोजना का जायजा

कोण्डागांव कलेक्टर नीलकंठ टीकाम द्वारा एफआरए क्लस्टर ग्राम चारगांव में मेगा प्रोजेक्ट के तहत चल रहे निर्माण कार्यो का विगत् 16 अक्टूबर को निरीक्षण-भ्रमण किया गया। ज्ञात हो कि विकासखण्ड कोण्डागांव के जनजातीय दुर्गम चारगांव में वृहत्तर कार्ययोजना का औपचारिक शुभारंभ हुए एक वर्ष हो चुका है। इस एक वर्ष के भीतर इस गांव में कृषि सहित उद्यानिकी, क्रेडा, पशुधन, मात्स्यकी विभागों की संयुक्त योजनाओं के ठोस क्रियान्वयन का प्रभाव इस गांव में परिलक्षित हो रहा है। इस मौके पर कलेक्टर ने ग्रामीणों से रुबरु होते हुए कहा कि एक साल के भीतर हमने एक सार्थक प्रयास के साथ चारगांव एवं मयूरडोंगर के आर्थिक एवं सामाजिक विकास की नींव रख दी है। अब उसे निरंतर जारी रखने का दायित्व विभागों के साथ-साथ ग्रामीणों पर भी है, चुंकि विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है अतः ग्राम विकास को प्राथमिकता देते हुए ग्रामीण एकजुटता के साथ अधिकाधिक भागीदारी करे।अपने गांव को इस प्रकार सुविकसित बनाये कि यह गांव अपने आस-पास के गांव के लिए अनुकरणीय उदाहरण बने। इसके साथ ही उन्होंने सुपोषण अभियान पर चर्चा करते हुए कहा कि जिले के समस्त क्लस्टर ग्रामों में सुपोषण अभियान का संचालन विशेष रुप से होना चाहिए क्योंकि ये गांव पूरे जिले के रोल-मॉडल गांव है।उन्होंने उपस्थित महिलाओं से आग्रह किया कि 11 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन वाली महिलाऐं आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन में नियमित जाकर पौष्टिक खान-पान करे ताकि जल्द से जल्द चारगांव को कुपोषण मुक्त गांव घोषित किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ एवं मितानिनो से सुपोषण अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। कलेक्टर द्वारा इस दौरान क्षेत्र के 165 एकड़ कृषि भूमि में बारहमासी सिंचाई व्यवस्था सुुनिश्चित करने के लिए नारंगी नदी में बनाये जा रहे स्टॉप डेम सह पुलिया निर्माण के कार्यो को देखकर आवश्यक निर्देश दिया गया। ज्ञातव्य है कि इस स्टाप डेम के माध्यम से वर्षा के बाद शुष्क मौसम में विद्युत पंप के माध्यम से ही कृषको के 165 एकड़ भूमि को सिंचित करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है ताकि वर्षभर क्षेत्र के किसानो कोसिंचाई की सुविधा मिले। इस मौके पर अनुविभागीय अधिकारी वन ने बताया कि हरियाली प्रसार योजना के तहत ग्रामीणों को उन्नत किस्म के आम, नीबू, जामून, ईमली, मुनगा, शिशु, अशोक, कटहल, सीताफल, दालचीनी, नीलगिरी पौधे प्रदाय किए गए है और जो व्यक्ति प्रति सौ पौधो का रख-रखाव करेगा और आठ महीने उपरांत निरीक्षण करके प्रति पौधा के मान से उन्हें तीन हजार रुपये की राशि प्रदाय की जायेगी। अतः लगाये गए पौधो का बेहतर तरीके से रख-रखाव करके ग्रामीण शासकीय राशि प्राप्त कर सकते है।इस दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.एस.सोरी, कार्यपालन अभियंता (पीएमजेएसवाय) अरुण शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी कृषि उग्रेश देवांगन, तहसीलदार यू.के.मानकर, अभियंता क्रेडा विजय ध्रुव, सहायक संचालक मत्स्य मानसिंह कमल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।



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