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भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) का 83 वां अधिवेशन रायपुर में 8 से 11 नवंबर को
*इंडियन नेशनल रोड कांग्रेस का 83 सम्मेलन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में*
रायपुर में 8 से 11 नवंबर 2024 तक होने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के 83वें वार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। इस अधिवेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ और सड़क निर्माण के अनुभवी अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे, जो भारत के सड़क और राजमार्ग के विकास के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करेंगे।
*क्या होता है IRC - इंडियन रोड कांग्रेस के अधिवेशन में?*
*83वां एनुअल इंडियन रोड कांग्रेस सम्मेलन, रायपुर*
83वां वार्षिक इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) सम्मेलन इस वर्ष रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित आयोजन का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, रखरखाव, सुरक्षा, और भारतीय सड़कों के विकास से जुड़े नवाचारों और चुनौतियों पर चर्चा करना है। इस सम्मेलन में देश भर से सड़क निर्माण से जुड़े विशेषज्ञ, इंजीनियर, सरकारी अधिकारी, और नीति निर्माता भाग लेते हैं। यह भारतीय सड़कों के भविष्य की योजनाओं और तकनीकी पहलुओं पर एक मंच प्रदान करता है।
इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) का परिचय एवं कार्य उद्देश्य
इंडियन रोड कांग्रेस की स्थापना 1934 में हुई थी, और तब से यह संस्था भारत में सड़कों से संबंधित मानक, दिशा-निर्देश, और नीतियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। IRC का प्रमुख उद्देश्य भारत में सड़क परिवहन प्रणाली को सुरक्षित, सुगम, और टिकाऊ बनाना है। इसके अन्य मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:
सड़क निर्माण की गुणवत्ता सुधार: नवीनतम तकनीकी मानकों और प्रक्रियाओं का विकास करना ताकि सड़क निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
रखरखाव और पुनर्वास: देश भर में सड़कों के उचित रखरखाव और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करना।
सड़क सुरक्षा: सुरक्षित सड़क डिज़ाइन, यातायात नियंत्रण, और दुर्घटनाओं को कम करने के उपायों पर जोर देना।
नई तकनीकों का समावेश: सड़क निर्माण में नई तकनीकों, सामग्रियों और उपकरणों का उपयोग सुनिश्चित करना।
शोध एवं विकास: सड़क निर्माण से जुड़े क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देना और नए समाधानों को लागू करना।
कार्य प्रणाली
IRC अपने कार्यों का संचालन विशेषज्ञ समितियों और कार्य दलों के माध्यम से करता है। इन समितियों में सड़क सुरक्षा, रखरखाव, संरचनात्मक डिज़ाइन, पर्यावरण, और टिकाऊ परिवहन जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं। ये समितियां समय-समय पर नीतिगत सिफारिशें और तकनीकी दस्तावेज़ जारी करती हैं। इसके अलावा, IRC नियमित रूप से सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम, और कार्यशालाओं का आयोजन करती है जिससे देश के इंजीनियरों और पेशेवरों को नई तकनीकों से अवगत कराया जा सके।
आगामी योजनाएं एवं प्राथमिकताएं
83वें सम्मेलन में इंडियन रोड कांग्रेस ने आगामी योजनाओं और प्राथमिकताओं का खाका प्रस्तुत किया। निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष जोर दिया गया है:
1. स्मार्ट सड़क परियोजनाएं: अगले कुछ वर्षों में स्मार्ट सड़कों का निर्माण, जिसमें अत्याधुनिक सेंसर, डेटा एनालिटिक्स, और ट्रैफिक मॉनिटरिंग जैसी तकनीक का समावेश होगा।
2. हरित निर्माण तकनीक: पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हरित निर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देना। इसमें पुनर्चक्रण योग्य सामग्रियों का उपयोग और कार्बन उत्सर्जन को कम करने पर जोर देना।
3. सड़क सुरक्षा में सुधार: सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए तेज़ी से सुधार और यातायात नियंत्रण के प्रभावी उपायों का विकास।
4. ग्रामीण सड़कों का विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का नेटवर्क बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं, जिससे गांवों तक सुविधाएं बेहतर तरीके से पहुंचाई जा सके।
5. तकनीकी अनुसंधान और नवाचार: सड़क निर्माण में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नए शोध केंद्रों की स्थापना और मौजूदा तकनीकों में सुधार।
सम्मेलन का महत्व
इस वर्ष रायपुर में आयोजित 83वें IRC सम्मेलन का विशेष महत्व है क्योंकि यह तेजी से बदलते बुनियादी ढांचे के परिदृश्य में नई चुनौतियों और अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है। सम्मेलन में लिए गए निर्णय भारत की सड़क अवसंरचना के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होंगे और देश में सड़कों की गुणवत्ता, सुरक्षा और स्थायित्व में सुधार लाने में मदद करेंगे।
यह आयोजन भारत में सड़क निर्माण क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है और आने वाले समय में देश के परिवहन प्रणाली को एक नई दिशा देगा।
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