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इंजमाम उल हक ने बताया किस तरह 2005 भारत दौरे पर 2 युवा क्रिकेटरों ने सिखाया था उनको सबक 27-Jun-2020

2005 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारत दौरे पर आई हुई थी और दोनों टीमों के बीच मोहाली में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। इस मैच को लेकर पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने एक खास किस्सा शेयर किया है।

भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मैच होता है, यह दोनों टीमों के लिए 'करो या मरो' जैसा ही होता है। पिछले कुछ सालों भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संबंध अच्छे नहीं हैं और इसी के चलते दोनों टीमों के बीच द्विपक्षी सीरीज खत्म हो चुकी है। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारत दौरे पर आती थी और भारतीय टीम भी पड़ोसी मुल्क के दौरे पर जाती थी। 2005 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारत दौरे पर आई हुई थी और दोनों टीमों के बीच मोहाली में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। इस मैच को लेकर पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने एक खास किस्सा शेयर किया है।

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इससे एक साल पर भारत ने पाकिस्तान को पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी थी। पाकिस्तान के लिए यह बदला चुकाने वाली सीरीज थी, लेकिन टीम अपने स्टैंडर्ड के हिसाब से नहीं खेल रही थी। इस सीरीज के करीब 15 साल बाद उस समय के पाकिस्तान टीम के कप्तान इंजमाम ने बताया है कि कैसे दो युवा खिलाड़ियों ने उन्हें और बाकी सीनियर खिलाड़ियों को सबक सिखाया था। पाकिस्तान उस मैच में मुश्किल स्थिति में था, 50 रन की लीड के साथ पाकिस्तान ने छह विकेट गंवा दिए थे। ऐसा लग रहा था कि भारत आसानी से यह आखिरी दिन जीत लेगा, लेकिन पाकिस्तान की ओर से दो युवा खिलाड़ियों ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया। अब्दुल रज्जाक और कामरान अकमल ने करीब 200 रनों की साझेदारी निभाई और टीम इंडिया को जीतने नहीं दिया।

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'रज्जाक और अकमल ने बचाया था टेस्ट'

अकमल ने सेंचुरी ठोकी थी, जबकि अब्दुल रज्जाक ने फिफ्टी जड़ी थी। इंजमाम ने बताया कि इन दोनों की बल्लेबाजी ने मुझे, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ जैसे सीनियर क्रिकेटरों को सोचने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा, 'जब जूनियर क्रिकेटर्स अच्छा करते हैं तो सीनियर क्रिकेटर्स सोचते हैं, जब ये कर सकता है तो हम क्यों नहीं। यह क्रिकेट में कई बार हुआ है। हम 2005 में चंडीगढ़ में खेल रहे थे, जहां रज्जाक और कामरान अकमल ने मिलकर साझेदारी निभाई थी और हमारे लिए टेस्ट मैच बचाया था। अकमल ने सेंचुरी ठोकी थी और रज्जाक ने कुछ 70 रन बनाए थे। मैं यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ ड्रेसिंग रूम में बैठे थे और हमने सोचा जब जूनियर क्रिकेटर्स इस तरह लड़ सकते हैं तो हम क्यों नहीं।'

भारत-पाकिस्तान के बीच सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी

पाकिस्तान ने वो टेस्ट मैच ड्रॉ कराया और 0-0 स्कोरलाइन के साथ दोनों टीमें कोलकाता पहुंचीं, जहां दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना था। कोलकाता में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी। इंजमाम और यूनिस खान ने इसके बाद बेंगलुरु में हुए तीसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान को वापसी दिलाई और जीत दर्ज कर सीरीज 1-1 से बराबर करा ली।



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