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  • कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए...बिलासपुर शहर में कोरोना जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखा कर किया रवाना
    मन्नू मानिकपुरी संवाददाता / बिलासपुर- कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आज नगर निगम द्वारा बिलासपुर शहर में कोरोना जागरूकता रथ द्वारा शहर के नागरिकों को कोरोना से बचाव के लिए और जागरूकता बढ़ाने के लिए गाड़ी रवाना किया और नेहरू चौक,नूतन चौक में काढा लोगो को निशुल्क पिलाने के लिए शिविर भी लगाए गए है कोरोना को हराने बिलासपुर प्रशासन व निगम हर संभव प्रयास कर रही है । इस अवसर में शहर विधायक शैलेश पांडेय ,कलेक्टर ,महापौर रामशरण यादव , कांग्रेस उपाध्यक्ष ,सभापति ,आयुक्त ,कांग्रेस अध्यक्ष, प्रवक्ता ,निगम के सभी एम आई सी मेंबर सभी पार्षद साथी और निगम के सभी सम्मानीय अधिकारी और नागरिक जन उपस्तिथ थे।
  • गरियाबंद : पहले परिवार पर आश्रित थे, आज परिवार की धुरी है : सिलाई, खेती, दुकानदारी पशुपालन से सशक्त हुई महिलाएं

     

     

    छोटी बचत और छोटे कर्ज लेकर किस तरह जिंदगी में बदलाव लाया जा सकता है यह महिला समूह के सदस्यों से सीखा जा सकता है। योजना बनाकर ,छोटी बचतों को बड़ा बनाकर और जरूरत के मुताबिक छोटे कर्ज लेकर बड़े काम किए जा सकते हैं। विकासखंड छुरा के महिला समुहों द्वारा ऐसे ही कार्य सफलतापूर्वक किया जा रहा है। स्वाभाविक तौर पर ना केवल उनकी जिंदगी में बदलाव आया है बल्कि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में भी आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है। चार दीवारी के भीतर चुल्हा चैका में लीन रहने वाली इन महिलाओं की जिंदगी में समूह की ताकत और आजीविका गतिविधियों ने रंग भर दिया है। ऐसे ही मिसाल छुरा विकासखंड के सड़कड़ा गांव की लीना साहू ने किया है वह आज से 4 साल पहले एक अपरिचित नाम थी ,लेकिन जय मां लक्ष्मी समूह से जुड़कर अपनी पहचान कायम की। आज भी सिलाई और कपड़ा दुकान के माध्यम से लाभ अर्जित कर रही है । लीना पहले तो छोटी-छोटी जरूरतों के लिए लगभग 32 हजार रूपये का कर्ज अपने समूह में ही ली और उसे चुकता कर बड़े कर्ज की तरफ आत्मविश्वास से कदम बढ़ाई। उन्होंने अपने दुकान के लिए फ्रीज ,घर के लिए ईंट, जमीन और सिंचाई के लिए बोर और सिलाई मशीन के लिए करीब 4 लाख रूपये का कर्ज भी समूह से ही ली। कपड़ा और सिलाई दुकान का संचालन करते हुए आज एक सफल व्यवसाई बन गई है। उन्होंने बताया कि आज उनकी घर की स्थिति पहले से सुधरी और आर्थिक रूप से सुरक्षित है। इसी तरह ग्राम बोड़रा बांधा  की जय घटारानी महिला समूह से जुड़ी श्रीमती बेबी पटेल  की कहानी है। उन्होंने पहले तो बच्चों की  पढ़ाई और खेती किसानी के लिए 15 हजार रूपये का कर्ज समूह से लिया, फिर गाय पालन और खेती के लिए करीब 3 लाख 75 हजार रूपये समूह से कर्ज लिया। पैसे से उन्होंने अपने खेत में  बोर उत्खनन किया और गाय पालन के लिए गाय खरीदी। आज वह 4 एकड़ खेत में जैविक खेती कर रही है ,गाय पालन से दूध बेचकर मुनाफा कमा रही है। उन्होंने बताया कि 15 से 17 हजार रुपये तक प्रतिमाह कमा ले लेती हैं। इसी तरह ग्राम खट्टी की गायत्री यादव द्वारा भी सिलाई कर अपनी आमदनी बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। ग्राम मुरमुरा की अनिता साहू किराना दुकान चलाकर  आजीविका सवंर्धन कर रही है। इस तरह अब महिलाएं  जो कभी अपने परिवार पर पूरी तरह आश्रित थी ,आज अपनी जिंदगी में आये सकारात्मक बदलाव पर गर्व महसूस कर रहीं हैं। बिहान के मार्गदर्शकों को धन्यवाद ज्ञापित करते नहीं थकते। इस कार्य को आगे बढ़ाने में छुरा विकासखंड की सीईओ सुश्री रुचि शर्मा की व्यक्तिगत रुचि और मार्गदर्शन ने महिलाओं को सम्बल दिया। इसी तरह बिहान के क्षेत्रीय समन्वयक दुर्गेश साहू द्वारा भी समय-समय पर मार्गदर्शन उनके काम आया ।

  • बलौदाबाजार: प्रेम का झांसा देकर नाबालिग से दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार
    बलौदाबाजार: नाबालिग लड़की को प्रेम का झांसा देकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसका अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देता था, जिसके खिलाफ भटगांव पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. शिकायत के दो घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट के सामने पेश किया.जानकारी के मुताबिक, नाबालिग लड़की ने अपने परिजनों के साथ भटगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. पीड़िता ने बताया कि युवक मनोज यादव ने प्रेम करने का झांसा देते हुए कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया है. अश्लील फोटो और वीडियो मोबाइल से बनाकर वो उसे शेयर करने की धमकी देता था. जिससे परेशान नाबालिग ने परिजनों को इसकी जानकारी दी और थाने में शिकायत की.मामले में पुलिस अधीक्षक आईके एलेसेला के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल, SDOP बिलाईगढ़ संजय तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव निरीक्षक जितेन्द्र कौशले ने आरोपी मनोज यादव के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित कई धाराओं में अपराध दर्ज कर कार्रवाई की.
  • कांकेर: नरहरपुर ब्लॉक में पहुंचा हाथियों का दल...फसलों को पहुंचाया नुकसान
    कांकेर: जिले के नरहरपुर ब्लॉक में एक बार फिर हाथियों के दल ने दस्तक दी है. मुरुमतरा गांव के नजदीक 25 हाथियों का दल बुधवार देर रात पहुंचा. हाथियों ने खेतो में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. इस इलाके में हाथियों के दल के पहुंचने के बाद वन विभाग अलर्ट है.धमतरी के जंगलों के रास्ते हाथियों का दल बुधवार देर रात मुरुमतरा गांव के पास पहुंच गया. जिसकी जानकारी ग्रामीणों को लगते ही उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. हाथियों के मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है. हाथियों ने फिलहाल बस्ती की तरफ रूख नहीं किया है. जंगल के किनारे खेतों में लगी फसलों को हाथी नष्ट कर रहे हैं. वन अमले ने लोगों से घरों से न निकलने की अपील की है और सावधान रहने के लिए कहा है.
  • जगदलपुर : शासन के जन कल्याणकारी योजना का लाभ लेकर आधुनिक कृषि की और बढ़ रहा बस्तर का किसान

    खेती किसानी के लिए बारहमासी पानी एवं जरूरी मदद मिलने से आत्मनिर्भर बना किसान जितेन्द्र

    छत्तीसगढ़ को समृद्ध एवं आत्म निर्भर बनाने हेतु राज्य के कृषि को उन्नतषील बनाने की सोच एवं उसे कार्य रूप में परिणित कराना शुरू से ही मुख्यमंत्री  भूपेष बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार की विशेष प्राथमिकता में शामिल रही है। राज्य सरकार द्वारा इस दिषा में ठोस निर्णय लेकर तथा योजना बनाकर उनका सफल क्रियान्वयन भी किया है। जिसके परिणाम स्वरूप पूरे राज्य के साथ-साथ बस्तर जिले के किसान भी शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजना का लाभ लेकर आधुनिक एवं आत्म निर्भर कृषि की और बढ़ रहे हैं। योजना का सफल क्रियान्वयन का ही नतीजा है कि बस्तर जिले में धान का रकबा 10 वर्ष पूर्व खरीफ सीजन में 1 लाख 13 हजार 120 हेक्टेयर एवं औसत उत्पादकता 1533 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी। वह आज बढ़कर 1 लाख 11 हजार 942 हेक्टेयर और औसत उत्पादकता 3202 प्रति हेक्टेयर हो गया है।
    शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप खेती किसानी में आये आषातित सुधार एवं परिवर्तन से बस्तर जिले के सुदूर वनांचल के किसान भी अछूता नहीं है। इसी का परिणाम है कि आज अपने खेती किसानी के लिए वर्षा की पानी पर निर्भर रहने वाले जिले के बस्तर विकासखण्ड के ग्राम दूबेउमरगांव कृषक श्री जितेन्द्र साहू को कृषि कार्य के लिए बारहमासी पानी मिलने से आज एक आत्मनिर्भर किसान बन गया है। किसान जितेन्द्र कृषि विभाग के शाकम्भरी योजना से अनुदान लेकर 5 एचपी का डिजल पम्प तथा किसान समृद्धि योजना से ट्यूबवेल खनन कराने से आज उसे उन्नतषील एवं मन पसंद खेती के लिए केवल वर्षा के जल पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। उसे अब खेती के लिए समय पर पानी मिल जाता है जिससे वे धान के अलावा मक्का, दलहन, तिलहन, सब्जी भाजी आदि फसल उगाकर आत्मनिर्भर एवं समृद्धि किसान बन गया है।
    किसान जितेन्द्र ने बताया कि वे एक मध्य श्रेणी के ग्रामीण किसान है इससे पहले वे करीब 20 वर्षों से वर्षा परंपरागत रूप से वर्षा पर आधारित धान की खेती करते आ रहे थे। लेकिन वर्षा के पानी के अलावा सिंचाई के लिए अन्य कोई साधन नहीं होने से समय पर खेती किसानी का काम करना बड़ा कठिन होता था। इसके अलावा फसलों में कीट व्याधियों का प्रकोप तथा उन्नत खेती के लिए तकनीकी ज्ञान के अभाव होने के कारण उसे उत्पादन एवं उससे आय मेहनत के हिसाब से बहुंत ही कम मिल पाता था। उन्होंने बताया इसी बीच उसका सम्पर्क कृषि विभाग के अधिकायों से हुआ। उन्होंने उन्नत एवं आधुनिक खेती किसानी के लिए शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजना की जानकारी दी। जिसके माध्यम से उन्होंने इन योजना का लाभ लिया है। कृषि विभाग के अधिकारी आज उसे समय-समय पर फसलों को कीट व्याधियों से बचाने के लिए औषधियों की जानकारी तथा उपायों के अलावा उन्नत खेती के लिए भी तकनीकी ज्ञान देते रहते हैं। उन्होंने बताया कि हरितक्रांति विस्तार योजनान्तर्गत धान, मक्का, प्रदर्शन में भी मेरा फसल का प्रदर्शन बहुंत अच्छा रहा। किसान जितेन्द्र ने बताया कि विभागीय योजना से उसे मिनी राईस भी प्रदान किया गया है, जिससे उसे अतिरिक्त आमदनी हो रही है। शासकीय योजनाओं के लाभ लेने के फलस्वरूप किसान जितेन्द्र के खेती किसानी में आये सुधार तथा उनके जीवन स्तर ने हुए परिवर्तन आस-पास के किसान भी उनसे प्रभावित होकर शासकीय योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।

     
  •  स्कूल शिक्षा मंत्री ने मोहल्ला कक्षाओं का किया औचक निरीक्षण

    317 गांवों और मोहल्लों में पढ़ई तुंहर पारा के अंतर्गत संचालित हो रही कक्षाएं

       

    स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज रायपुर शहर एवं आसपास के मोहल्ला कक्षाओं का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कचना, फुंडहर, पुरैना तालाब, कबीर नगर और लाखेनगर पहुंचकर वहां संचालित मोहल्ला कक्षाओं का अवलोकन किया। इस दौरान वरिष्ठ विधायक  सत्यनारायण शर्मा उनके साथ थे। 

        उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लॉकडाउन अवधि में स्कूलों की नियमित पढ़ाई बंद होने के कारण, कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पालकों की सहमति से स्कूलों से बाहर गांव और मोहल्लों में “पढ़ई तुंहर पारा“ अन्तर्गत शिक्षकों एवं स्थानीय युवाओं (शिक्षा मित्र/शिक्षा सखी) के सहयोग से स्वेच्छिक रूप से ऑफलाईन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा हैं। इन कक्षाओं में वे बच्चे सम्मिलित होते है, जिनके पास मोबाईल फोन या इंटरनेट सुविधा नहीं हैं। 
     
        मंत्री डॉ. टेकाम को बच्चों एवं शिक्षको ने चर्चा में बताया कि इस विपत्ति के समय शिक्षा विभाग की अभिनव पहल पढ़ई तुंहर दुआर से विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखने एवं उन्हें गतिविधियों के माध्यम सीखने-सिखाने का अवसर सुलभ हुआ है। नए-नए नवाचार के माध्यम से शिक्षकों के अध्यापन कौशल में निखार आया है, वहीं बच्चों में पारंपरिक रटंत विद्या के स्थान पर स्वयं गतिविधियों के माध्यम से विषय की समझ विकसित हो रही है। मंत्री श्री टेकाम ने अध्ययन-अध्यापन की इस व्यवस्था के लिए शिक्षकों की भूमिका की सराहना की। 

        स्कूल शिक्षा मंत्री और अवलोकन दल के सदस्यों ने सुबह सबसे पहले “कचना“ स्थित साहू सार्वजनिक भवन में “शिक्षिका सुनीला फ्रेंकलीन“ की कक्षा का अवलोकन किया। अवलोकन के समय बच्चे दो अलग कक्षों मे मॉस्क पहनकर एवं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ड्राइंगशीट में विभिन्न चित्रों के माध्यम से अध्ययन कर रहे थे। इसके बाद “फुंडहर“ स्थित सामुदायिक भवन में “डॉ. वंदना अग्रवाल“ एवं साथियो द्वारा मिट्टी की मूर्तिकला, रेत की मूर्ति, ड्राइंगशीट पर चित्रों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही थी। “पुरैना तालाब“ के पास “शिक्षिका कविता आचार्य“ द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से पाठ्य पुस्तक के इंग्लिश पोयम को सिखाने का अनोखा तरीका देखा गया। “कबीर नगर“ रायपुर के सामुदायिक भवन में “रीता मंडल“ एवं शिक्षा सखियों की “नाट्यशैली“ की कक्षा का अवलोकन कर बच्चों से चर्चा की। अतः में अवलोकन दल के सदस्यों ने “लाखेनगर“ स्थित तालाब किनारे “ममता अहार मेडम“ की “गीत-संगीत“ के मनोरंजक तरीके से शिक्षा प्रदान करते पाया।
         
    इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. चन्द्राकर, जिला मिशन समन्वयक एवं नोडल अधिकारी श्री के.एस. पटले ने मंत्री डॉ. टेकाम को जानकारी दी कि वर्तमान में जिले के 317 गांवों और मोहल्लों में 837 शिक्षकों द्वारा 16 हजार 116 बच्चों को कंटेनमेंट क्षेत्र के बाहर “पढ़ई तुंहर पारा“ अन्तर्गत ऑफलाईन शिक्षा दी जा रही हैं। वहीं “लॉउडस्पीकर“ से 172 गांव और मोहल्लों में 50 शिक्षकों द्वारा 1559 बच्चों को पढ़ाया जा रहा हैं। ब्लूटूथ (बूल्टू के बोल) के माध्यम से रायपुर जिला के 84 हॉटबाजार में 353 शिक्षकों द्वारा 4337 लोगो को आडियो लेशन प्रेषित किया गया हैं। “ऑनलाईन कक्षाओं“ के माध्यम से 07 अप्रैल से अब तक 1419 स्कूलों के 8028 शिक्षकों द्वारा एक लाख 27 हजार 587 कक्षाएं लगाई गई। जिसके जरिए 5 लाख 47 हजार 49 विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों का अध्ययन-अध्यापन कराने के साथ ही उनके प्रश्नों एवं शंकाओं का समाधान किया गया। उन्होंने बताया कि पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से रायपुर जिले में प्रतिदिन 1096 कक्षाएं संचालित की जा रही है। जिसमें 46,957 विद्यार्थी ऑनलाईन शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। 

         निरीक्षण के अवसर पर भारत स्काउट गाइड जिला संघ के जिला आयुक्त  सुरेश शुक्ला, यू.आर.सी.  शिरीष तिवारी उपस्थित थे।

  • ​​​​​​​कोरोनाकाल में लोगों से संवाद स्थापित करने अनूठी पहल

    खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत ने मोबाइल वैन के माध्यम से ली जनसभाएं
     

     

    खाद्य एवं संस्कृति मंत्री  अमरजीत भगत ने आज रायपुर स्थित अपने कार्यालय से मोबाइल वैन के माध्यम से सरगुजा जिले के विभिन्न गांवो के लोगों से बात-चीत की और उनके समस्याओं का निराकरण भी किया। श्री भगत ने सरगुजा जिले के बतौली, घोघरा, सलियाडीह, तिरंग, बांसाझाल आदि गांवो के लोगों से बात-चीत की। 
    मंत्री श्री भगत ने सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के बतौली ग्राम पंचायत की जनता से बात की। गांववासियों ने बताया कि बतौली ग्राम पंचायत के मुख्य मार्ग बन जाने से जनता बहुत खुश हैं। उन्होंने मंत्री अमरजीत भगत को धन्यवाद दिया। श्री भगत ने स्थानीय निवासियों द्वारा कोविड चिकित्सा केंद्र में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की मांग पर तत्काल जिला कलेक्टर सरगुजा से फोन पर बात की और उन्हें बिस्तरों की संख्या को 4 से बढ़ाकर 10 करने के निर्देश दिए। यहाँ की जनता ने श्री भगत को बताया कि हैंडपम्प लग जाने से काफी हद तक पानी की समस्या दूर हो गई है। इसके लिये ग्रामीणों ने मंत्री भगत के प्रति आभार प्रकट किया। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि अमृत जल योजना के तहत घर-घर पानी की पाइप लाइन लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। बतौली के ग्रामीणों ने सामुदायिक भवन के नवीनीकरण की मांग की। इस पर भी त्वरित निर्णय लेते हुए मंत्री भगत ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बात की और वहां के कार्य के लिए अनुमोदित राशि जारी करने के निर्देश दिए। 
    मंत्री श्री भगत ने सीतापुर विधानसभा के ग्राम पंचायत घोघरा में पी.डी.एस भवन निर्माण की घोषणा की। साथ ही गोठानों, मिडिल स्कूल पहुंच मार्ग पर सीसी रोड निर्माण व गहगहि झरिया में पुलिया निर्माण की स्वीकृति दी। उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाली राशन की गुणवत्ता के बारे में ग्रामवासियों व हितग्राहियों से जानकारी ली। हितग्राहियों ने इस संबंध में संतुष्टि जताई। इसी तरह ग्राम पंचायत सलियाडीह में मोबाइल जनसभा के दौरान मंत्री अमरजीत भगत ने गौठान बनवाने की घोषणा की और सीईओ को काम जल्दी पूरा करवाने का निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने यहाँ पंचायत भवन के नवीनीकरण, साकेन नदी पर पुलिया निर्माण, वनाधिकार पट्टे का वितरण संबंधी जानकारी ली और लंबित पट्टों को जल्द जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने सलियाडीह से कछारडीह मार्ग पर सीसी सड़क निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। लोगों से बातचीत के दौरान मंत्री भगत ने बिजली-पानी के बारे में जानकारी ली। जहां पानी की समस्या है, वहां उन्होंने हैंडपम्प लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने जर्जर हो चुके पंचायत भवन के नवीनीकरण हेतु ग्राम पंचायत सी.ई.ओ को आवश्यक निर्देश दिए। इसी तरह की मोबाइल जनसभा ग्राम पंचायत बांसाझाल और ग्राम पंचायत तिरंग में भी हुई।

  • आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं साफ-सफाई तथा पौष्टिक आहार के प्रति लोगों को कर रहीं जागरूक

     प्रदेश में बीते एक सितंबर से पोषण माह मनाया जा रहा है। 30 सितंबर तक चलने वाले इस पोषण माह के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जन सामान्य के लिए विभिन्न प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं को उचित खान-पान का महत्व समझाया जा रहा है। इस दौरान पौष्टिक पदार्थों से रंगोली,वाद-विवाद,निबंध लेखन जैसे कई ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी जिला स्तर पर किया जा रहा है। 

        पोषण माह के दौरान प्रदेश के दूरस्त और वनांचल क्षेत्रों में कुपोषण की अधिकता को देखते हुए प्रमुखता से गर्भवती और शिशुवती महिलाओं और उनके परिवारों को  छोटे बच्चों की समुचित देखभाल और बच्चे के साथ मां की पोषण और स्वास्थ्यगत जरूरतों के बारे में बताया जा रहा है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा बच्चे के शुरूआती 1000 दिनों का महत्व बताते हुए शिशुवती महिलाओं को स्तनपान कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में अल्प पोषण, कम वजनी बच्चों के जन्म तथा किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं तथा बच्चों में रक्त की कमी को दूर करना है। इस दौरान बच्चों की ऊंचाई, किशोर लड़कियों और गर्भवती माताओं के वजन की जांच भी की जा रही है और कमजोर पायी गयी किशोरी लड़कियों एवं महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी दी जा रही है। गर्भवती माताओं व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को विशेष स्वास्थ्य सलाह भी देने का काम किया जा रहा है। पोषण माह के तहत स्वच्छता, स्वस्थ आदतें, पोषण और स्वच्छता प्रचार गतिविधियों के महत्व के बारे में भी बताया जा रहा है।
     

  • गर्भवती माताओं और एनिमिक महिलाओं मिल रहा है गरम और पौष्टिक भोजन

     

     

     

       

     छत्तीसगढ़ शासन की मंशा के अनुरूप राज्य में कुपोषण को दूर करने के लिए गर्भवती माताओं एवं एनिमिक महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गर्म और पौष्टिक भोजन दिए जाने का सिलसिला फिर से शुरू कर दिया गया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि नोवल कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव एवं नियंत्रण के लिए जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों को माह मार्च से बंद कर दिया गया था। कोरोना काल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर जाकर सूखा राशन का वितरण किया गया। राज्य शासन द्वारा कुपोषण की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाते हुए पोषण स्तर को बनाये रखने कांकेर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों को 07 सितम्बर से पुनः गरम एवं पौष्टिक भोजन दिया जाना प्रारंभ कर दिया गया है। जिले में 2108 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, जिसमे राष्ट्रीय पोषण माह तथा मुख्यमंत्री सुपोषण कार्यक्रम के तहत् 03 से 06 वर्ष के 24155 बच्चे, 6390 गर्भवती माताएं और 8149 एनिमिक महिलाओं को गरम भोजन दिया जा रहा है।

    राष्ट्रीय पोषण माह योजनांतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गरम भोजन की सेवाऐं प्रारंभ करने के लिए योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत् जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्र खोले गये हैं। कंटेनमेंट जोन में आने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों को संचालन करने के पूर्व सेनेटाईजेशन कर ब्लीचिंग पाउडर से सफाई की गई। आंगनबाड़ी केन्द्र में हितग्राहियों को प्रवेश करने के पूर्व साबुन से हाथ धुलाई तथा सेनेटाईज कराया जा रहा है। भोजन परोसते समय आवश्यकतानुसार पत्तल एवं केला पत्ता का उपयोग किया जा रहा है। गर्भवती एवं एनिमिक हितग्रहियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में अलग-अलग समय पर बुलाया जाता है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि एक समय में 15 से अधिक हितग्राहियों को आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के सभी आवश्यक उपाय को अपनाते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरम भोजन प्रदाय किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर पर्यवेक्षकों के द्वारा अंागनबाड़ी केन्द्रों का नियमित भ्रमण कर राष्ट्रीय पोषण माह एवं मुख्यमंत्री सुपोषण कार्यक्रम की सतत मानिटरिंग की जा रही है। 

  • मुख्यमंत्री श्री बघेल 21 सितम्बर को करेंगे जगदलपुर से विमान सेवा का शुभारंभ

    बस्तरवासियों को मिलेगी हैदराबाद और रायपुर के लिए हवाई सेवा की सौगात

      

     मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल 21 सितम्बर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से आरसीएस स्कीम के तहत जगदलपुर से हैदराबाद और रायपुर के लिए नई उड़ान सेवा का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यात्रियों से बातचीत भी करेंगे। राज्य शासन एवं जिला प्रशासन की विशेष पहल पर शुरू होने वाली हवाई सेवा का लाभ बस्तरवासियों को मिलेगा। विमान सेवा के माध्यम से जगदलपुर से सीधे हैदराबाद एवं रायपुर आवागमन हो सकेगा। 

     

  • अव्यवहारिक व उद्देश्य को समाप्त करने वाला आदेश -  संजय श्रीवास्तव
    *ऑनलाइन परीक्षा में उत्तर पुस्तिका महाविद्यालय से प्राप्त करने के आदेश को अव्यवहारिक व उद्देश्य को समाप्त करने वाला बताते हुए भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने राज्यपाल से की मांग* *उत्तर पुस्तिका महाविद्यालय से प्रप्त करने का आदेश अव्यवहारिक और कोरोना संकट में ऑनलाइन परीक्षा के उद्देश्य को समाप्त करने वाला हैं* रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ऑनलाइन परीक्षा में उत्तर पुस्तिका के वितरण को अव्यवहारिक एवं ऑनलाइन परीक्षा के उद्देश्य को समाप्त करने वाला बताते हुए महामहिम राज्यपाल को पत्र लिख कर ऑनलाइन परीक्षा के उद्देश्य को बरकरार रखने की मांग की हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि पूरा प्रदेश कोरोना संकट के भीषण दौर से गुजर रहा हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रदेश की जनता चिंतित हैं। समाज का हर वर्ग इस संकट से जूझ रहा हैं, ऐसे में छात्र भी इससे अछूते नहीं हैं स्वास्थ्य की चिंता के बीच छात्रों की परीक्षा भी कोरोना संकट के चलते बाधित रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट और लगातार कोरोना के विस्तार को देखते हुए अन्य विश्वविद्यालयों की भांति पं. रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जा रही हैं, परंतु छत्रों को ऑनलाइन परीक्षा के लिए उत्तर पुस्तिका अपने अपने महाविद्यालय से प्रप्त करने का आदेश न सिर्फ अव्यवहारिक हैं बल्कि कोरोना संकट के बीच आयोजित ऑनलाइन परीक्षा के उद्देश्य को ही समाप्त करने वाला और छात्र छात्राओं के स्वास्थ को जोखिम में डालने वाला हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा हैं। छात्र छात्राओं सहित पालकों व अभिभावकों के बीच भी विश्व विद्यालय के इस अव्यवहारिक निर्णय से भय एवं चिंता व्याप्त हैं। कैसे छात्र छात्राएं कोरोना संकट के बीच अपनी जान जोखिम में डाल कर सिर्फ उत्तर पुस्तिका लेने महाविद्यालय पहुंचेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सहित अन्य जन सुविधएं भी पहले जैस सहज सरल नहीं रहे हैं। प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा हैं और कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए ही हम ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली को अपना रहे हैं ऐसे में उत्तर पुस्तिका के लिए परीक्षार्थियों को बुलाना कहां तक उचित हैं। भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा का जो मूल उद्देश्य हैं, उसकी पूर्ति व इस कोरोना संकट के समय में छात्रों के स्वास्थ्य एवं जीवन की चिंता करते हुए हमने मांग की हैं कि ऑनलाइन परीक्षा की उपयोगिता और उद्देश्य को पूरा करते हुए देश के अन्य विश्वविद्यालयों में आयोजित ऑनलाइन परीक्षा जिसमें उत्तर पुस्तिका महाविद्यालयों से लेने की बाध्यता नहीं थी। छात्र छात्राएं स्वयं की उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैन कॉपी विश्व विद्यालय को परीक्षा उपरांत भेज सकें ऐसी व्यवस्था बनाने की मांग की हैं।
  • भाजपा को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों-कांग्रेस
    भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भाजपा को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों-कांग्रेस रायपुर /16 सितंबर 2020 /भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन भाजपा शासनकाल में निर्दोष बेगुनाह आदिवासियों को छोटे-छोटे मामलों में गिरफ्तार कर सालों तक जेल में बंद किया । उनके रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।रमन सरकार ने सालों तक जेल में बन्द आदिवसियों के मामलों में साक्ष्य प्रस्तुत नही कर पाई।अब आदिवासी वर्ग जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई की मांग कर रही तब भाजपा आदिवासियों के आंदोलन को ही नक्सलियों का समर्थन बताकर प्रदेश के आदिवासी वर्ग को नक्सली बताने में तुली है। आखिर भाजपा को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों है ? रमन शासनकाल में आदिवासियों के 90 एकड़ जमीन छीन ली गई? भाजपा समर्थित उद्योगपतियों को आदिवासियों के जल जंगल जमीन सौंपने आदिवासियों पर अत्याचार किया गया उनका शोषण किया गया उनके कानूनी अधिकारों से उनको वंचित किया गया था. रमन सरकार में आदिवासीयो को नक्सली अभियान के नाम पर प्रताड़ित किया जाता रहा महिलाओं का सामूहिक यौन शोषण, निर्दोष आदिवासियों के फर्जी एनकाउंटर, नक्सल समर्थन के नाम पर गांव के गांव जला देने जैसी शर्मनाक घटनाओं को पूरा छत्तीसगढ़ ने देखा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों रिहाई के लिए जस्टिस पटनायक कमेटी का गठन किया है जो प्रकरणों की समीक्षा करेगी तथा उनपर फैसला लेगी ।कमेटी अपनी अनुशंसा पुलिस को देगी फिर पुलिस उन अदालतों के समक्ष खात्मे के आवेदन प्रस्तुत करेगी जिस पर न्यायालय प्रकरण के खात्मे और रिहाई का निर्णय लेगा।बस्तर और सरगुजा में भाजपा की रमन सरकार ने आदिवासियों के खिलाफ विद्वेष वश झुठे मुक़दमें बनवाये थे कुछ लोगो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारियां कर ली गयी उनके खिलाफ वर्षो तक चालान नही प्रस्तुत किया ।न्यायालय में सुनवाई नही शुरू हुई ।जिन धाराओं के तहत उनकी गिरफ्तारियां की गई थी उन धाराओं में दोष सिद्ध हो जाने पर उतनी सजा नही थी जितने दिनों से वे अदिवासी न्याय की आस में जेलों में निरुद्ध रखे गए है।जल्द ही छत्तीसगढ़ जेलों में सजा काट रहे आदिवासियों को रिहा कर दिया जाएगा। आदिवासी इलाकों से आबकारी एक्ट के की मामूली धाराओं के तहत जेल में सजा काट रहे 320 आदिवासियों की रिहाई पर विचार-विमर्श चल रहा है। जस्टिस एके पटनायक की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने इनकी रिहाई का फैसला लिया है।