State News
  • जगदलपुर : दुपहिया वाहन से संस्थागत प्रसव हेतु गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया स्वास्थ्य केंद्र तक

    मांझी योजना से प्रोत्साहन राशि मिला वाहन मालिकों को

     

    कलेक्टर  रजत बंसल के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य विभाग मांझी योजना का जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित कर रहे है। शासन द्वारा आवष्यक स्वास्थ्य सुविधा हेतु संचालित महतारी और संजीवनी एक्सप्रेस वाहन जिले के कुछ जगहों पर नहीं पहुंच पाने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं हेतु ग्रामीणों को समस्या होती थी। पहुंच विहीन क्षेत्रों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा मांझी योजना का संचालित किया जा रहा है जिसके तहत् स्वास्थ्य केंद्रों तक गर्भवती महिलाओं को दुपहिया वाहन से लाने वाले वाहन मालिकों को प्रोत्साहन स्वरूप में दूरी के आधार पर नगद राषि दिया जाता है।

  • कोइलार में अवैध कोयला उत्खनन पर हुई कार्यवाही

    कलेक्टर  भीम सिंह के निर्देश पर धरमजयगढ़ एसडीएम  नंदकुमार चौबे के मार्गदर्शन में अनुविभाग अंतर्गत अवैध कोयला उत्खनन के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। धरमजयगढ़ के ग्राम-कोइलार में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा माण्ड नदी के समीप में कोयला का अवैध उत्खनन कर लगभग 4 ट्रेक्टर ट्राली निकालकर रखा गया था। जिसको जप्त कर नियमानुसार कार्यवाही की गयी। इसके पूर्व भी अवैध उत्खनन के विरुद्ध प्रशासनिक अमले द्वारा कार्यवाही की गई थी।

  • विशेष लेख : एक कन्हैया सीटी वाला...

    एक सच्चा कोरोना वारियर जो सबको बीमारी से बचाने निभा रहा अपना कर्तव्य

     

     / दुनिया वालों की नजर में यह काम बहुत छोटा है, लेकिन इस छोटे से काम को कोई अपनाना नहीं चाहता। हर कोई इस काम से दूर भागना चाहता है। कुछ जिन्होंने अपनाया है, उनकी मजबूरी है, पेट पालने की, परिवार पालने की। वैसे तो कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता, लेकिन यह कलयुग है। हर काम की कीमत होती है और जहां किसी की कीमत होती है, वहीं से ही उस काम या चीज का फर्क छोटे या बड़े में आंका जाता है। यह काम भी अपनी कीमत की वजह से छोटा है। द्वापर युग में एक वे कन्हैया थे जो बांसुरी बजाते थे, पीडितों के दुख-दर्द दूर कर देते थे। अब कलयुग है और इंसान के रुप में अनेक कन्हैया हो सकते हैं। ऐसा ही एक कन्हैया है जो बांसुरी तो नहीं बजाता, अलबत्ता उसकी सीटी रोज बजती है। वह भी सैकड़ों का दुख-दर्द दूर कर देता है। दरअसल यह कन्हैया एक सफाईकर्मी है और रोज लोगों के घरों का कचरा उठाकर सबको बीमार होने से बचाता है। बचपन से ही ठीक से बोल नही सकने वाला, ठीक से चल नहीं सकने वाला यह कन्हैया अपनी मेहनत और स्वाभिमान के बलबूते बहुत लोगों के लिए प्रेरणा और आदर्श बन सकता है, जो शारीरिक रूप से सही सलामत है। 

    सफाईकर्मी कन्हैया की भागदौड़ की शुरुआत सूरज निकलने के पहले ही शुरु हो जाती है। अपनी रिक्शा लेकर गली-मुहल्ले में घुसते ही गले में रस्सी से लटकी हुई सीटी मंुह पर आ जाती है। जोर-जोर से सांस भरते हुए वह जैसे ही सीटी बजाता है, घर में मौजूद लोग चैकन्ने हो जाते हैं। इस दौरान चाहे कोई काम कितना भी बड़ा ही क्यो न हो ? कन्हैया की सीटी के आगे सब काम बौना हो जाता है। आखिरकार घर का दरवाजा खुलता है और कन्हैया के रिक्शे में घर-घर की मुसीबत कचरे के रूप में उडेल दी जाती है। किसी घर में जमा हुई कचरे की अहमियत तो घर वाला ही जानता है क्योंकि वह अपना घर साफ-सुथरा रखना चाहता है। एक दिन के भीतर ही जमा हुए कचरे में खान-पान के अपशिष्ट के अलावा न जाने और भी कितने वे अपशिष्ट और अनुपयोगी सामग्रियां होती है जो बीतते हुए समय के साथ घर में परेशानी का सबब बनती जाती है। कन्हैया रोज सबके घरों से गीला और सूखा कचरा उठाकर लोगों की परेशानियों को दूर कर देता है। इस बीच घर में मौजूद गंदगी कन्हैया के रिक्शे में चले जाने के साथ ही मानों घर में खुशी की एक लहर सी छा जाती है।

    कन्हैया प्रतिदिन रिक्शे से घूम-घूम कर टाटीबंद से लगे कबीर नगर के लगभग 200 घरों का कचरा उठाता है। सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक अपनी डयूटी में वह पूरी ईमानदारी अपनाता है। लड़खड़ाती जुबान और चाल उसकी जिंदगी का हिस्सा है। शायद यह कोई बीमारी हो। कोरोना संक्रमण के दौर में बखूबी अपने दायित्वों को निभाते आ रहे कन्हैया ने कोरोना के डर से कभी खुद को कचरा उठाने से अलग नहीं किया। उसकी शारीरिक परेशानी भी कभी आड़े नहीं आई। वह कहता भी है कि बचपन से ही मेहनत करने वाले को भला रिक्शा खींचने में क्या परेशानी आएगी?

    खैर कन्हैया तो कलयुग का कन्हैया है। बचपन से ही पिता का साया उठ जाने के बाद महज 14 साल की उम्र से ही दुश्वारियों के बीच जीना सीख लिया। आज वह 28 साल का है और घर-घर जाकर रिक्शा खींचते, कचरा उठाते 5 साल हो गए। वह कहता है कि कोई किसी का साथ नहीं देता। अपनी मेहनत और स्वाभिमान ही सब कुछ है। पिताजी के रहते उसने पांचवीं तक पढ़ाई की, लेकिन उनकी मौत के बाद उसे मजबूरन काम करना पड़ा। घर में उसकी माता है, जो मजदूरी करती है। एक छोटा भाई और बहन भी है जो घर पर रहते हैं। 

    कन्हैया ने बताया कि कोरोना संक्रमण के पहले सीटी की आवाज सुनकर लोग घरों के बाहर आते थे, कचरा रिक्शा में डालने के साथ कुछ बात भी कर लिया करते थे। अभी ऐसा नहीं है। सीटी बजाने के बाद लोग चैकन्ने तो हो जाते हैं लेकिन कचरा दूर से ही फेंकते हुए बिना कुछ बोले चुपचाप घर में घुस जाते हैं। कन्हैया बताता है कि अधिकांश लोग कोरोना संक्रमण की डर से उनसे बात नहीं करना चाहते होंगे, इसलिए वह भी चुपचाप अपना काम कर निकल जाता है। प्रतिदिन अपने घर का कचरा कन्हैया के रिक्शा में उड़ेलने वाली श्रीमती वीणा देवी कहती है कि कोरोना महामारी जैसे संकटकाल में किसी अनजान तो दूर अपने परिचितों से हाथ मिलाने में परहेज करने वाले लोग कन्हैया जैसे सफाईकर्मी की परवाह शायद ही करते होंगे। कम पगार में अपने परिवार का खर्च उठाकर एक जिम्मेदार नागरिक का परिचय देने वाला कन्हैया बहुतों की समस्याओं को भले ही पैसे के खातिर दूर करता है लेकिन यह भी सत्य है कि किसी के घर की गंदगी को साफ करना और उन्हें राहत देना कोई आसान काम भी नहीं है। हम इस कलयुग में लापरवाही के किस्से बहुत देखते हैं। जिम्मेदार पद पर होते हुए भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया जाता। ऐसे में कन्हैया वह कोरोना वारियर है जो हर किसी के मुसीबतों को दूर कर रहा है। हमें भी चाहिए कि समाज में एक अलग ही भावना से देखे जाने वाले इन कन्हैया जैसे सफाईकर्मियों के रिक्शे में कचरा डालते वक्त इनसे दूर से ही सही कुछ मिनट बात कर इनका सुख-दुख जान ले ताकि आपका घर साफ-सुथरा रहे और कोई बीमारी न फैले।

  • रायगढ़ : पोषण माह के दौरान पौष्टिक सब्जियों एवं फलदार पौधों का किया गया रोपण

    महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आज पोषण वाटिका का निर्माण के तहत आंगनबाड़ी, स्कूल, सामुदायिक भूमि पर पौष्टिक सब्जियों एवं फलदार पौधों का रोपण किया गया। जिसके तहत रायगढ़ जिला के शहरी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने अपने-अपने आंगनबाड़ी के अंतर्गत हितग्राहियों के साथ आंगनबाड़ी, स्कूल व सामुदायिक भूमि पर पौष्टिक सब्जियां, फूल एवं फलदार पौधों का रोपण किया। इस मौके पर पर हितग्राहियों को भी अपने घर और आसपास के क्षेत्र में पोषण वाटिका हेतु प्रेरित किया गया

  • महासमुंद में एक करोड़ ब्यासी लाख कीमत का गांजा किया जब्त... दो गांजा तस्कर गिरफ्तार
    महासमुंद। महासमुंद पुलिस द्वारा गांजा तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में गुरुवार को बड़ी सफलता मिली जब एक करोड़ 82 लाख 60 हजार रुपए कीमत का 9 क्विंटल 13 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया. बिहार के दो तस्कर गांजा को गाड़ी में खाली कैरेटों के नीचे छिपाकर ला रहे थे.पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देश पर गांजा और शराब के अवैध परिवहन पर नजर रखी जा रही है. इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि ओड़िशा से अवैध मादक पदार्थ गांजा का परिवहन होने वाला है. थाना कोमखान की टीम क्षेत्र के संभावित जगहों पर बैरिकेट लगाकर संदिग्ध वाहन का पता तलाश कर रही थी. इसी दौरान ओड़िशा की ओर से आ रहे वाहन क्रमांक WB 41 H 0832 को टेमरी फारेस्ट नाका के पास रोका गया. वाहन में सवार दो व्यक्तियों ने अपने को बिहार का बताया. पुलिस ने वाहन की तलाश में खाली कैरेटों को हटाकर देखने पर उसके नीचे 34 बोरियो में भरा हुआ 183 पैकेट खाखी रंग के झिल्ली में लिपटा गांजा मिला. आरोपियों को मौके पर से गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर अवैध गांजा को ओड़िशा से बिहार ले जाना बताया. आरोपियों के कब्जे से1,82,60,000 रुपए कीमत का कुल 9 क्विंटल 13 किलोग्राम अवैध गांजा के साथ 22 रुपए कीमत का 12 चक्का ट्रक जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध थाना कोमखान धारा 20(ख) नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की सैन्य बल मंत्री सुश्री फ्लोरेंस पार्ली की उपस्थिति में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल हुआ राफेल एयरक्राफ्ट

    एयर फोर्स स्टेशन, अंबाला में एक औपचारिक कार्यक्रम में आज लड़ाकू विमान राफेल को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में शामिल कर लिया गया है। रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह और फ्रांस की सैन्य बल मंत्री सुश्री फ्लोरेंस पार्ली ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

    इस अवसर पर अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल को वायु सेना में शामिल करने का यह ऐतिहासिक क्षण है और आईएएफ के इतिहास में यह बेहद अहम मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, राफेल सौदा भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए परिवर्तनकारी घटना है और इसके शामिल होने से दुनिया और विशेष रूप से भारत की सम्प्रभुता को चुनौती देने वालों को एक सख्त संदेश गया है। श्री राजनाथ सिंह ने किसी भी परिस्थिति में भारत की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करने तथा इसके लिए हर संभव तैयारियां करने के दृढ़ संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा, सेना के इरादे उतने ही मजबूत हैं, जितने हो सकते हैं। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा, हमारी रक्षा की मजबूती का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थायित्व हासिल करना है। हम ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहते, जिससे वैश्विक शांति को खतरा पैदा हो सकता है। हम अपने पड़ोसियों और दुनिया के अन्य देशों से भी यही उम्मीद करते हैं।

    प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकताओं पर बात करते हुए श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा प्रधानमंत्री की एक बड़ी प्राथमिकता रही है और यह उनके विज़न का ही परिणाम है कि हम रास्ते में आने वाली तमाम बाधाओं के बावजूद मजबूती से खड़े हुए हैं।

    राफेल के शामिल होने को भारत-फ्रांस सामरिक संबंधों की मजबूती का उदाहरण बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, हमने रक्षा सहयोग के कई क्षेत्रों में मिलकर काम किया है। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते के तहत, मझगांव डॉक्स में 6 स्कॉर्पीन पनडुब्बियों का निर्माण किया जा रहा है। इस भागीदारी के आधार पर, पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवारी 2017 में तैयार हो गई थी। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और आईओआर में सामुद्रिक सुरक्षा और समुद्री डाकुओं की जैसी समान चुनौतियों से निपटने में भारत-फ्रांस सहयोग पर भी प्रकाश डाला।

    रक्षा मंत्री ने भारत के रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में फ्रांस के निवेश की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान की प्रतिक्रिया में रणनीतिक भागीदारी मॉडल के अंतर्गत रक्षा उपकरणों का विनिर्माण, स्वचालित रूट से एफडीआई सीमा बढ़ाकर 74 प्रतिशत तक करना, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो रक्षा कॉरिडोर की स्थापना तथा ऑफसेट में सुधार जैसे कई नीतिगत सुधार किए गए हैं। उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि फ्रांस के रक्षा उद्योग को इसका फायदा मिलेगा और स्वदेशीकरण के हमारे सफर में फ्रांस हमारा भागीदार बना रहेगा।

    रक्षा मंत्री ने हाल में एलएसी के निकट त्वरित और निर्णायक फैसले लेने के लिए आईएएफ कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सीमा पर अग्रिम इलाकों में आईएएफ की संसाधनों की तैनाती से इस बात का भरोसा बढ़ा है कि हमारी वायु सेना अपनी परिचालन जिम्मेदारियों को निभाने के लिए पूरी तरह तैयार है। श्री सिंह ने कोविड-19 महामारी के दौरान देश के प्रयासों में योगदान के लिए भी आईएएफ की सराहना की।

    फ्रांस की सैन्य बल मंत्री सुश्री फ्लोरेंस पार्ली ने अपने संबोधन में कहा कि आज आईएएफ में राफेल का शामिल होना दोनों देशों के संबंधों की मजबूती का प्रतीक है, जो ठोस हैं और जरूरत पर हमेशा खरे साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब भारत एक विश्व स्तरीय क्षमता हासिल कर लेगा, जिससे नई दिल्ली को अविश्वसनीय सम्प्रभुता हासिल होगी और सामरिक लिहाज से पूरे क्षेत्र में अपनी रक्षा में बढ़त भी मिलेगी। उन्होंने बाकी 31 लड़ाकू विमानों की समय से डिलिवरी किए जाने का भी भरोसा दिलाया। सुश्री फ्लोरेंस पार्ली ने यह भी कहा कि फ्रांस मेक इन इंडिया पहल के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। फ्रांस का उद्योग कई साल से रक्षा क्षेत्र में पनडुब्बी निर्माण जैसे कामों में ऐसा कर रहा है।

    समारोह के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, सचिव (रक्षा उत्पादन)  राजकुमार, सचिव (रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग) और डीआरडीओ चेयरमैन डॉ. जी. सतीश रेड्डी के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय और वायु सेना के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। फ्रांस के प्रतिनिधिमंडल में भारत में फ्रांस के राजदूत  इमैनुअल लिनेइन, फ्रांस की वायु सेना के वाइस चीफ ऑफ द एयर स्टाफ एयर जनरल इरिक ऑतेलेट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा दसॉ एविएशन के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी श्री इरिक ट्रैपियर और एमबीडीए के सीईओ श्री इरिक बेरंगर सहित फ्रांस के रक्षा उद्योग के वरिष्ठ पदाधिकारियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी समारोह के दौरान उपस्थित रहा।

    फ्रांस से पहले पांच राफेल एयरक्राफ्ट 27 जुलाई, 2020 को एयर फोर्स स्टेशन, अंबाला पहुंचे थे जो 17 स्क्वाड्रन गोल्डन ऐरोज का हिस्सा होंगे।

    राफेल के औपचारिक अनावरण से पहले एक पारम्परिक सर्व धर्म पूजा की गई। राफेल और तेजस एयरक्राफ्ट के साथ सारंग एयरोबैटिक टीम द्वारा हवाई प्रदर्शन के बाद राफेल एयरक्राफ्ट को पारंपरिक वाटर कैनन से सलामी दी गई। समारोह के बाद भारतीय और फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडलों के बीच एक द्विपक्षीय बैठक भी हुई।

    इससे पहले सुबह दिल्ली पहुंचने पर फ्रांस की सैन्य बल मंत्री सुश्री फ्लोरेंस पार्ली को एक समारोह में गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

  • ब्रेकिंग: हॉस्पिटल में बेटे ने लगाई फांसी.. सुबह माँ की हुई मौत..

    मुंगेली– जिले के मातृ एवं शिशु अस्पताल लोरमी में एक युवक ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, तो वही इधर सुबह उसकी मां की भी मौत हो गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

    जानकारी के मुताबिक बलौदाबाजार निवासी 47 वर्षीय अनिल जायसवाल लोरमी में किराए के मकान में रहते हुए धान भूसा सप्लाई करने का काम करता था, जो 50 बिस्तर अस्पताल में भर्ती था. जिनका उपचार पिछले तीन दिनों से चल रहा था. जो कल अचानक रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। मृतक बीते 7 सितंबर को डायबिटीज शुगर और फीवर की शिकायत पर 50 बिस्तर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो आइसोलेशन वार्ड में अपने ही गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।

    डायबिटीज और बुखार की शिकायत पर हुआ था भर्ती

    लोरमी के बीएमओ डॉ. जीएस दाऊ ने बताया कि अनिल को डायबिटीज और बुखार की दिक्कत के बाद 7 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसका गुरुवार को ही कोरोना टेस्ट होना था, लेकिन इससे पहले रात को सुसाइड कर लिया। पोस्टमार्टम के बाद जब टेस्ट रिपोर्ट आई तो पता चला कि वह संक्रमित था।

    बीमारी के चलते वृद्ध मां ने तोड़ा दम

    वही बलौदाबाजार में अनिल की मां ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। वह काफी वृद्ध थीं और बीमार रहती थीं। परिजन उनका अंतिम संस्कार करने के बाद अनिल का शव लेने के लिए लोरमी जाएंगे। परिवार में एक ही दिन में दो-दो मौतों के चलते सभी सदस्य सदमे में हैं। फिलहाल, पुलिस अनिल की खुदकुशी करने के कारणों का पता कर रही है।

  • कोरबा के कृष्णा हॉस्पिटल में एक महिला ने दिया 4 बच्चे को जन्म...जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ... परिजनों में खुशी की लहर

    कोरबा। कहां जाता है कुदरत का करिश्मा देता है तो छप्पर फाड़ के देता है यह ताजा मामला आज देखने को मिला कोरबा के कृष्णा हॉस्पिटल में एक महिला ने 4 बच्चे को जन्म दिया। जिसमें तीन लड़की और एक लड़का शामिल है। वहीं इसमें जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के अंतर्गत रिस्दी निवासी प्रियंका किरण पति शंकरलाल किरण जो कि प्रसव पीड़ा होने पर कोरबा के कृष्णा हॉस्पिटल में ले जाकर भर्ती कराया गया, जहां महिला ने 4 बच्चे को जन्म दिया। जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इससे एक साथ चार बच्चा होने पर उनके परिजनों में खुशी की लहर है।

  • छत्तीसगढ़: महिला की गला रेतकर हत्या...आरोपी पति गिरफ़्तार

    जांजगीर-चांपा। नहरिया बाबा मंदिर के पास रक्त रंजित लाश मिलने से सनसनी फैल गयी, सूचना पर नैला चौकी पुलिस ने महिला की पहचान ललिता कश्यप पति कन्हैया कश्यप उम्र 28 साल के रूप में की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना को अंजाम देने वाले पति को पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

    चाम्पा क्षेत्र के कोसमंदा की रहने वाली ललिता कश्यप की शादी पामगढ़ के चंडीपारा निवासी कन्हैया लाल कश्यप से 4 साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही पति कन्हैया लाल पत्नी ललिता से झगड़ा व प्रताडि़त करने लगा। तंग आंकर महिला ने परिजनों के साथ जाकर पामगढ़ थाने में दहेज प्रताडऩा सहित शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा का मामला दर्ज करा दिया था।रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से आरोपी में बदलाव आने लगा और वह ललिता को अपने परिजनों के माध्यम से समझौता के लिए सिफारिशें करवाने लगा। कुछ दिन उसके साथ भी रहा है मगर हालात जस के तस रहे। फिर दूरियां बढ़ गयीं।इस बीच दो दिन पहले आरोपी कन्हैया लाल के कन्हाईबंद निवासी रिश्तेदार के यहां पति पत्नी को सुलह के लिए बुलाया गया मगर इससे पहले की कुछ परिणाम निकलता ललिता की लाश आज नहरिया बाबा मंदिर के पास मिली। ललिता की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। आरोपी पति पुलिस की हिरासत में है जिससे पूछताछ जारी है। 

  • जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या

    महासमुन्द । आज सुबह लगभग 6 बजे जिला मुख्यालय के नजदीक स्थित गांव जोबा में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्पा हुई है और तीन की हालत नाजुक है।तुमगांव थानेदार शरद ताम्रकार के मुताबिक मृतकों के नाम जागृति बाई 40 साल, टीना कुमारी16 साल और मनीष 9 साल हैं। घायल अनारा बाई 60 साल, ओमन कुमार 12 साल और गीतांजलि 15 साल की हालत नाजुक है और उन्हें तुमगांव के सरकारी अस्पताल में दाखिल किया गया है। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए तुमगांव से महासमुन्द अस्पताल रेफर करने की तैयारी जारी है।घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि घायल और मृतक सभी एक ही सतनामी परिवार के हैं और अपने घर में सोए हुए थे। सुबह लगभग छह बजे आरोपी हथियार लेकर घर के अंदर घुसे और क़त्ल कर, जख्मी कर भाग निकले। गांव वालों को भी घटना की जानकारी है लेकिन डर से सभी ने अपने अपने घरों के दरवाजे बंद कर दिए थे।समाचार तैयार करते वक्त लाशें घर के आंगन, परछी और कमरे में बिखरी पड़ी हैं। तुमगांव पुलिस तफ्तीश में जुटी है और गंभीर तीनों को जिला अस्पताल महासमुन्द ले जाने की तैयारी जारी है। पुलिस का कहना है कि मामला जमीन जायदाद को लेकर पुरानी रंजिश का है और इसमें अपराधी एक से ज्यादा हो सकते हैं।

  • नवीन जिन्दल द्वारा रायगढ़ में बनवाया 90 बिस्तरों वाला विशेष कोविड केयर सेंटर`

    शालू जिन्दल के नेतृत्व वाली जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा निगरानी एवं संक्रमितों की देखभाल रायगढ़ में 

    नवीन जिन्दल द्वारा 90 बिस्तरों वाला विशेष कोविड केयर सेंटर

    शालू जिन्दल के नेतृत्व वाली जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा निगरानी एवं संक्रमितों की देखभाल रायगढ़ में 

    नवीन जिन्दल द्वारा 90 बिस्तरों वाला विशेष कोविड केयर सेंटर

    जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल और जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल के मार्गदर्शन में प्रदेश की औद्योगिक राजधानी रायगढ़ में कोविड19 महामारी से बचाव के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। कंपनी ने केराझर स्थित मॉडल टाउन में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया है, जिसमें 90 संक्रमित व्यक्तियों के इलाज और उनकी देखभाल का बंदोबस्त किया गया है। इसका ऑनलाइन उद्घाटन जिला कलेक्टर भीम सिंह, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह और जेएसपीएल के छत्तीसगढ़ सीओओ दिनेश कुमार सरावगी ने किया। पूरे मंडल को समर्पित इस पेड कोविड सेंटर की देखरेख जेएसपीएल फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल के चिकित्सकों की टीम करेगी।

    यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रायगढ़ क्षेत्र में विशेष कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल ने कोविड केयर सेंटर की स्थापना के साथ यह सराहनीय पहल की है। इस सेंटर में सफाई का इंतजाम है और हमें विश्वास है कि संक्रमित व्यक्तियों को यहां इलाज और भोजन की बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जेएसपीएल समूह शुरू से ही कोविड19 महामारी की रोकथाम में जिला प्रशासन का बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बहुत ही कम समय में पर्याप्त सुविधाओं से युक्त इस कोविड केयर सेंटर के निर्माण के लिए जेएसपीएल बधाई का पात्र है। कुछ समय पहले फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल में कोविड जांच के लिए स्थापित ट्रू-नेट प्रयोगशाला का लाभ क्षेत्रवासियों को मिल रहा है। चूंकि अस्पताल में सिर्फ 10 मरीजों के लिए ही इंतजाम था इसलिए 90 बेड वाले कोविड केयर सेंटर से क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी।

     

    जेएसपीएल के छत्तीसगढ़ सीओओ श्री दिनेश कुमार सरावगी ने कहा कि चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल स्वास्थ्य सेवा को सर्वोच्च सेवा मानते हैं इसलिए फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल के माध्यम से कंपनी शुरू से ही इस बीमारी की रोकथाम में प्रशासन का सहयोग करने के लिए तत्पर है और हर जरूरत में साथ खड़ी है। फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल के सीओओ डॉ. मेजर राजेश्वर भाटी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि तीन मंजिला इस कोविड केयर सेंटर में “एसिम्प्टोमैटिक” या “माइल्ड सिम्प्टोमैटिक” (बिना लक्षण या हलके लक्षण वाले) संक्रमित व्यक्तियों का इलाज किया जाएगा। सेंटर में मेल और फीमेल वार्ड होंगे और सीसी टीवी का भी इंतजाम किया गया है। इस सेंटर के प्रभारी डॉ. अनिल कुमार गुप्ता बनाए गए हैं।

     

     

     

  • *कब्रिस्तान में कोरोना संक्रमित का शव दफनाने से रोका, मस्जिद कमेटी को शो कॉज नोटिस*
    *कब्रिस्तान में कोरोना संक्रमित का शव दफनाने से रोका, मस्जिद कमेटी को शो कॉज नोटिस* राजधानी रायपुर की एक कब्रिस्तान में कोरोना संक्रमितों के शव दफनाने से रोके जाने के मामले में वक़्फ़ बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाया है। बोर्ड ने कब्रिस्तान का संचालन करने वाली कमेटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने नोटिस का जवाब तत्काल देने की ताकीद करते हुए कमेटी भंग करने की चेतावनी दी है। यह मामला बैरन बाजार, रायपुर स्थित कब्रिस्तान का है, जिसका संचालन जामा मस्जिद कमेटी बैरन बाजार द्वारा किया जाता है। वक़्फ़ बोर्ड द्वारा मस्जिद कमेटी को जारी नोटिस में कहा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इंतेक़ाल हो जाने पर शव को जामा मस्जिद प्रबंध कमेटी बैरन बाजार द्वारा शव को बैरन बाजार कब्रिस्तान में दफनाने से रोके जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। प्रबंध कमेटी और कब्रिस्तान के कर्मचारी के खिलाफ बार-बार इस तरह की शिकायत मिल रही है, जबकि वर्तमान में डिजास्टर मैनेजमेंट एंड एपीडमिक एक्ट प्रभावशाली है। इसके साथ ही वक़्फ़ बोर्ड द्वारा भी एडवाइजरी के माध्यम से किसी भी कब्रिस्तान में शव को दफनाने से इंकार नहीं किये जाने का आदेश जारी किया गया था। वक़्फ़ बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जामा मस्जिद कमेटी बैरन बाजार को जारी कारण बताओ नोटिस का 11 सितंबर को कार्यालय पहुंचकर लिखित में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। नोटिस की अवहेलना किये जाने की स्थिति में कमेटी एवं जिम्मेदार व्यक्तियो के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए कमेटी भंग कर प्रशासक नियुक्त किया जा सकता है।