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  • ब्रेकिंग: कलयुगी मां ने नवजात बच्ची को छोड़ा तालाब किनारे, ग्रामीणों ने बचाई जान…

    महासमुन्द: जिले के तेंदुकोना थाना क्षेत्र के ग्राम भीखपाली में रात्रि 10 बजे तालाब किनारे एक नवजात बच्ची को किसी कलयुगी माँ ने ममता को कलंकित करते हुए बच्ची को छोड़ दिया था। लेकिन कहावत है ना जाको रखे साइयां मार सके ना कोय, ग्रामीणों ने रात में ही नवजात को देख लिया और तत्काल तेंदुकोन पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर नवजात को 112 की मदद से बागबाहरा स्वास्थ्य केंद्र भेजा। जहाँ चिकित्सकों ने जिला अस्पताल भेज दिया। बाहरहाल चिकित्सक बच्ची का इलाज कर रहे हैं। तेंदुकोना पुलिस अज्ञात कलयुगी माँ की तलाश में जुटी हुई है।

  • जमकर हो रही यूरिया की कालाबाजारी...बिना जमीन वाले किसानों को किया जा रहा आवंटन!

    रायगढ़: जिले में किसानों की गाढ़ी कमाई की वसूली के लिए समिति प्रबंधक पर किसानों का आरोप है कि वे जमाखोरों के साथ मिलकर यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं. जिन किसानों को जरूरत है, उन तक यूरिया नहीं पहुंच रहा है और ऐसे लोग जिनके पास जमीन ही नहीं है, उन्हें यूरिय का आवंटन किया जा रहा है.

    किसानों ने यूरिया ना मिलने की शिकायत अधिकारी से की है. किसानों की शिकायत पर अधिकारी जांच कर रहे हैं. जांच में पाया गया कि समिति प्रबंधक और जमाखोरों की मिलीभगत से यूरिया की कालाबाजारी हो रही है और अपने ही मजदूर के नाम पर यूरिया की कई खेप आवंटित किया जा रहै हैं. पूरे मामले को लेकर कृषि अधिकारी का कहना है कि जिले में 128 प्रतिशत यूरिया पहुंच चुका है. जितना चाहिए उससे ज्यादा यूरिया खरीदा जा चुका है. किसानों को यूरिया न मिलने की शिकायत पर लगातार जांच की जा रही है.

    शासन के आदेश अनुसार जिन समिति और किसानों ने सबसे ज्यादा यूरिया की खरीदी की है, ऐसे लोगों के के ऊपर जांच किया गया है, जिसमें बरमकेला, पुसौर और खरसिया में कई समिति और दुकानदार मिले जो मजदूरों के नाम पर यूरिया आवंटित कर रहे हैं. जब मजदूरों से पूछा गया तब उनका कहना था कि अंगूठा लगवा लिया गया है, जिसके संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. फिलहाल जांच किया जा रहा है और संबंधित लोगों के पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.

     
     
     
  • बालोद में भीषण सड़क हादसा...एक की मौत, 4 लोग गंभीर रूप से घायल

    बालोद: लोहारा थाना के अंबागढ़ चौकी मार्ग पर हुए सड़क हादसे में एक बाइक सवार की मौके पर मौत ही हो गई है. जबकि दो अलग-अलग बाइक पर बैठे हुए 4 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं. वहीं फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आगे की जांच शुरू कर दी है.इस भीषण हादसे में मानवता को शर्मसार करने वाला दृश्य भी सामने आया है. जानकारी के मुताबिक घटना के 10 मिनट बाद तक घायल सड़क पर ही पड़ा था, लेकिन किसी ने न तो संजीवनी को फोन किया और न तो किसी ने पुलिस को जानकारी दी. इतना ही नहीं हादसे के बाद कई लोग मोबाइल निकालकर वीडियो शूटिंग करने में लगे हुए थे. फिलहाल अभी घायलों और मृतक की पहचान नहीं हो पाई है.

    वहीं पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रही है. लोगों के मुताबिक टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एक ही गाड़ी में घायल एक के ऊपर एक बेहोशी कि हालात में गिरे पड़े थे.

    प्रदेश में रोज हो रहे हादसे

    छत्तीसगढ़ में अनलॉक की प्रक्रिया के बाद से तेजी से हादसे बढ़े हैं. आए दिन लोग हादसों के शिकार हो रहे हैं. हाल के दिनों में कई दर्दनाक हादसे हुए हैं.

     
  •  बड़ी खबरः शादी में अब जितने भी मेहमानों को बुला सकते हैं, बशर्ते जगह की क्षमता दोगुनी हो, 50 लोगों को बुलाने की सीमा अब खतम होगी...सभा, समारोह भी अब हो सकेंगे

    रायपुर। कोरोना के चलते केंद्र सरकार ने शादी समोरोहों के लिए 50 मेहमानों की सीमा तय कर दी थी। इससे ज्यादा आप नहीं बुला सकते। लेकिन, भारत सरकार अब इस सीमा को समाप्त करने जा रही है।
    अब आप चाहें, जितने मेहमानों को बुला सकते हैं। शर्त यह रहेगी कि जगह की क्षमता दोगुनी होनी चाहिए। यानी अगर आप 500 मेहमानों को बुलाना चाहेंगे, तो एसडीएम को लिखकर देना होगा कि जिस जगह पर रिशेप्सन करने जा रहे हैं, उसकी क्षमता 1000 लोगों की है। यदि किसी होटल में शादी होगी तो होटल मैनेजर से लिखित में हाॅल की क्षमता लेनी होगी।
    केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने आज मीडिया को बताया कि इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को उन्होंने पत्र लिखा था। अभी केंद्रीय गृह सचिव से उनकी बात हुई है। वे भी इस पर सहमत हैं। केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा है कि अगली नई गाइडलाइंस में इसे शामिल किया जाएगा।
    पटेल का कहना है कि कोरोना के चलते सबसे अधिक पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। होटल इंडस्ट्री के राजस्व का बड़ा हिस्सा शादी, सरकारी, सामाजिक समारोह, कांफ्रेंसों से आता है। पांच महीने से ये एकदम ठप पड़ गया है।
    पता चला है, अनलाॅक की अगली गाइडलाइंस में केंद्र सरकार इसमें बड़ी राहत देने जा रही है। पांच महीने से बंद सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, संगीत, नृत्य, विमोचन का आयोजन अब 50 फीसदी उपस्थिति के साथ हो सकेंगे। बशर्तें वह इलाका कंटेनमेंट जोन में न हो।
    स्कूल अभी नहीं
    अनलाॅक के नए गाइडलाइंस में भी स्कूल अभी बंद रहेंगे। देश भर के अभिभावकों और शिक्षाविदों से भारत सरकार को जो फीडबैक मिले हैं, उसमें कहा गया है कि कोरोना के समय बच्चों के साथ जोखिम नहीं लिया जा सकता। हालांकि, कुछ राज्यों ने आंशिक तौर पर स्कूल खोलने का सुझाव दिया है। मसलन, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की क्लास शुरू करना। लेकिन, केंद्र सरकार फिलहाल इस पर सहमत नहीं है। सरकार अभी अनलाईन शिक्षा पर ही जोर दे रही है।
    मल्टीप्लेक्स खुल सकते हैं
    नए गाइडलाइंस में मल्टीप्लेक्स कुछ शर्तों के साथ खुल सकते हैं। मल्टीप्लेक्स मालिकों की मांग है कि 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सिनेमा हाॅल खोलने की अनुमति दी जाए। केंद्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है।
    शूटिंग की अनुमति
    केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कल फिल्म या सीरियलों की शूटिंग पर से रोक हटा ली। इसके लिए सरकार ने एसओपी याने नया स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसिजर्स जारी किया है। इसमें केवल फिल्मों या सीरियलों के किरदारों को मास्क पहनने से छूूट दी गई है। बाकी, सभी मास्क और पीपीई कीट पहनेंगे।

  • बाल संप्रेक्षण गृह में नाबालिग ने लगाई फांसी…पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर

    जगदलपुर। बस्तर के बोधघाट थाना क्षेत्र में स्थित एक सरकारी बाल संप्रेक्षण गृह में एक नाबालिग ने फांसी लगा ली है। घटना के बाद पुलिस, तहसीलदार, फोरेंसिक एक्सपर्ट आदि मौके पर पहुंच गए हैं। जानकारी मिली है कि दो दिन पहले ही मृतक नाबालिग को कोंडागांव के विश्रामपुरी से बलात्कार के आरोप में यहां निरुद्ध किया गया था। आज सुबह नाबालिग ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

    मृतक की उम्र 14 साल बताई जा रही है। टीआई राजेश मरई ने घटना की पुष्टि की है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, रोज की तरह आज सुबह भी सभी बच्चे बारी-बारी से बाथरूम जा रहे थे। मृतक बाथरूम में घूसा तो काफी समय गुजरने के बाद भी बाहर नहीं निकला। संदेह होने पर दूसरे बच्चों ने दरवाजा धक्का देकर खोला और देखा तो नाबालिग की लाश फांसी पर लटक रही थी। घटना की सूचना मिलते ही बोधघाट थाने की पुलिस, तहसीलदार और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है। आगे की जांच जारी है।

  • लोगों को लुभा रहे तुंबा शिल्प के मनमोहक लैम्प : बस्तर अंचल में हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण

    छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा बनाए जा रहे मनमोहक तुम्बा लैम्प की मांग बाजारों में बढ़ती जा रही है। तुंबा के विभिन्न आकार-प्रकार वाले यह आकर्षक लैम्प अब लोगों के घर और बेडरूम की शोभा बनने लगे हैं। इन मनमोहक और आकर्षक लैम्पों का निर्माण नारायणपुर एवं बस्तर जिले आदिवासी शिल्पियों द्वारा किया जा रहा है। इसकी बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा अब इसका वृहद पैमाने पर प्रशिक्षण देकर निर्माण शुरू किए जाने की पहल की गई है। सूखे हुए तुंबे पर  शिल्प कलाकार  विभिन्न आकार-प्रकार की सुंदर कृतियां उकेर कर उन्हें मनमोहक और  आकर्षक रूप देते हैं। हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा इस हस्त शिल्पकला को पुर्नजीवित कर ग्रामीण युवाओं को रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

        उल्लेखनीय है कि ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने  छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा तुंबा शिल्प को बढ़ावा देने के लिए संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा है कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप हस्तशिल्पकारों के संवर्धन और संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा विकासखंड के ग्राम उसरीबेड़ा में परम्परागत वस्तुओं से आकर्षक सजावटी वस्तु बनाने का प्रशिक्षण 24 अगस्त से दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के दौरान अनुसूचित जनजाति वर्ग के 20 युवाओं को तीन माह तक गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान उन्हें 1500 रूपए प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान तैयार की गई सजावटी सामग्री के लिए  प्रदर्शनी-सह-मार्केटिंग की भी सुविधा बोर्ड द्वारा मुहैया करायी जाएगी।

  • लोगों को लुभा रहे तुंबा शिल्प के मनमोहक लैम्प : बस्तर अंचल में हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण

    छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा बनाए जा रहे मनमोहक तुम्बा लैम्प की मांग बाजारों में बढ़ती जा रही है। तुंबा के विभिन्न आकार-प्रकार वाले यह आकर्षक लैम्प अब लोगों के घर और बेडरूम की शोभा बनने लगे हैं। इन मनमोहक और आकर्षक लैम्पों का निर्माण नारायणपुर एवं बस्तर जिले आदिवासी शिल्पियों द्वारा किया जा रहा है। इसकी बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा अब इसका वृहद पैमाने पर प्रशिक्षण देकर निर्माण शुरू किए जाने की पहल की गई है। सूखे हुए तुंबे पर  शिल्प कलाकार  विभिन्न आकार-प्रकार की सुंदर कृतियां उकेर कर उन्हें मनमोहक और  आकर्षक रूप देते हैं। हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा इस हस्त शिल्पकला को पुर्नजीवित कर ग्रामीण युवाओं को रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

        उल्लेखनीय है कि ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने  छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा तुंबा शिल्प को बढ़ावा देने के लिए संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा है कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप हस्तशिल्पकारों के संवर्धन और संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा विकासखंड के ग्राम उसरीबेड़ा में परम्परागत वस्तुओं से आकर्षक सजावटी वस्तु बनाने का प्रशिक्षण 24 अगस्त से दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के दौरान अनुसूचित जनजाति वर्ग के 20 युवाओं को तीन माह तक गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान उन्हें 1500 रूपए प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान तैयार की गई सजावटी सामग्री के लिए  प्रदर्शनी-सह-मार्केटिंग की भी सुविधा बोर्ड द्वारा मुहैया करायी जाएगी।

  •  लोकवाणी में इस बार समावेशी विकास,आपकी आस विषय पर होगी बात : 25, 26 एवं 27 अगस्त को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके करा सकते हैं रिकाॅर्डिंग

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार "समावेशी विकास, आपकी आस" विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 25, 26 एवं 27 अगस्त को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकाॅर्ड करा सकते हैं।

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 10 वीं कड़ी का प्रसारण 13 सितंबर को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा I

  • बिलासपुर : पार्टी करने का शौक पड़ा महंगा…दो युवकों को गंवानी पड़ी जान…परिवार में पसरा मातम

    बिलासपुर। शहर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के कोरमी निवासी परमेश्वर यादव, नंद कुमार मरकाम, विकास यादव और सूरज धु्रव शनिवार की रात शराब पी रहे थे। मुर्गा खाने की इच्छा होने पर चारों रात 12 बजे गांव के एक घर में जा रहे थे। वे गांव के जंगली धुरी के खेत पहुंचे थे। इसी दौरान परमेश्वर और नंदकुमार कटीले तार में प्रवाहित करंट की चपेट में आ गए। साथियों ने इसकी जानकारी परिजन को दी। इसके बाद परिजनों ने दोनों को सिम्स पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर सिरगिट्टी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के साथियों से अभी शुरूआती पूछताछ हुई है। इसमें विकास और सूरज ने बताया है कि वे रात को शराब पीने के बाद गांव के एक मकान में मुर्गा चोरी करने जा रहे थे। खेत के पास दोनों साथी करंट की चपेट में आ गए। खेत के मालिक से भी इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।

  • रायगढ़ में खाद की कालाबाजारी के उजागर हुए मामलों ने घोटाले की आशंका को बल प्रदान किया : भाजपा

    रायगढ़ में खाद की कालाबाजारी के उजागर हुए मामलों ने घोटाले की आशंका को बल प्रदान किया : भाजपा

    0 साय ने गरजकर पूछा : रैक नहीं आने के कारण खाद का संकट था तो फिर यूरिया कालाबाजारियों के पास कैसे पहुँचा?

    0 जिन लोगों ने खाद उठाई, उनके पास उतनी कृषिभूमि है ही नहीं और फिर भी समितियों ने उन्हें बेजा मात्रा में खाद बेच दी!

    0 भाजपा किसानों के साथ हर कदम पर संघर्ष के लिए तत्पर, किसान इस सरकार को इतिहास के कूड़ेदान की शोभा बना देगा


    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि प्रदेश सरकार के तमाम दावों के बावज़ूद किसानों को यूरिया खाद की नियमित आपूर्ति नहीं होने से किसान अब भी परेशान हैं। भाजपा ने शुरू से ही इस मामले को लेकर कालाबाजारी, मुनाफाखोरी और किसी बड़े घोटाले की जो आशंका व्याक्त की थी, रायगढ़ ज़िले में हुई जाँच के बाद प्रमाणित हो चुकी है। श्री साय ने कहा कि इससे प्रदेश के मंत्रियों का किसानों को दिया गया वह दिलासा भी झूठा साबित हो गया है कि रैक के नहीं पहुँचने से किसानों को यूरिया खाद की आपूर्ति नहीं हो सकी है। प्रदेश सरकार बताए कि जब रैक नहीं आने के कारण यूरिया की आपूर्ति बाधित होने की बात वह कह रही है तो फिर लगभग 11सौ मीट्रिक टन यूरिया मुनाफोखोरों और कालाबाजारियों के पास कैसे पहुँच गया?
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने आशंका जताई कि शासन-प्रशासन की शह पर रासायनिक खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी बेखटके चल रही है और इसके चलते एक बड़े यूरिया घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। अंबिकापुर में किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद यूरिया खाद को लेकर प्रदेशभर में हड़कंप मचा था और फिर प्रदेश के अन्य स्थानों के किसान भी रासायनिक खाद की कथित किल्लत के खिलाफ आवाज उठाने लगे थे। अंबिकापुर में तो मंत्री अमरजीत भगत को किसानों ने रोक कर कलेक्टर से बात करने के बाद ही आगे जाने दिया। श्री साय ने कहा कि अब रायगढ़ में यूरिया खाद को लेकर भांडा फूटने के बाद प्रदेश सरकार का निकम्मापन और भ्रष्टाचार सामने आ गया है। यूरिया खाद की किल्लत के चलते प्रदेश के अमूमन सभी ज़िलों में यही स्थिति बनी हुई है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के आते ही प्रदेश का अन्नदाता किसान परेशानी और प्रताड़ना का शिकार हो रहा है। प्रदेश सरकार अब भी किसानों की तक़लीफ़ महसूस नहीं कर रही है। किसान खाद के लिए दर-दर भटकने को विवश हो रहे हैं।
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि जिस छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन के 15 वर्षों में किसानों को अपनी ज़रूरतों के लिए सड़क पर नहीं उतरना पड़ा, उस छत्तीसगढ़ के किसान कोरोना काल में भी अपनी खेती-किसानी को बचाने के लिए अपनी ज़िंदग़ी दाँव पर लगाकर सड़क पर उतरने के लिए विवश हो रहे हैं और शासन-प्रशासन कालाबाजारियों-मुनाफाखोरों के साथ मिलकर काली कमाई में मस्त हैं। रायगढ़ जिले में खाद की कालाबाजारी के सामने आए मामलों के हवाले से श्री साय ने कहा कि इतना सब कुछ बिना ‘ऊपरी संरक्षण’ के नहीं हो सकता। पॉस मशीन व आधार की अनिवार्यता के बावज़ूद रायगढ़ जिले में 36 खरीददारों ने मिलकर 1070 मीट्रिक टन यूरिया खरीद कर जमा कर लिया था जो बाद में ऊँचे भाव पर किसानों को बेचा जा रहा था। इस पूरे मामले में सहकारी समितियों की संलिप्तता पर हैरत जताते हुए श्री साय ने कहा कि जिन लोगों ने यह खाद उठाई है, उनके पास उतनी कृषिभूमि है ही नहीं और फिर भी समितियों ने बिना जाँच-परख के बेजा मात्रा में खाद बेच दी! कई लोगों ने तो अपने नौकरों तक के नाम पर यूरिया खाद उठा ली है।
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि किसानों के नाम पर न्याय योजना का ढिंढोरा पीटने वाली प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने के बाद से ही किसानों को खून के आँसू रुलाने का सिलसिला चला रखा है। आधी-अधूरी कर्ज़माफी, दो साल के बकाया बोनस भुगतान में आनाकानी, धान समर्थन मूल्य की अंतर राशि का किश्तों में भुगतान कर इस सरकार ने किसानों के आत्म-सम्मान को लहूलुहान करने का काम किया। श्री साय ने कहा कि अब यूरिया खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी को शह देकर एक बड़े घोटाले को अंजाम देने पर आमादा प्रदेश सरकार किसानों के साथ एक बार फिर दग़ाबाजी के राजनीतिक चरित्र का परिचय देने में लगी है, लेकिन कांग्रेस के सत्ताधीश एक बात यह अच्छी तरह समझ लें कि भाजपा किसानों के साथ हर कदम पर संघर्ष के लिए तत्पर खड़ी है और अब किसान प्रदेश सरकार के झाँसों में नहीं आने वाला है। प्रदेश सरकार के नाकारापन से संत्रस्त हो चला किसान अगला मौका पाते ही इस सरकार को इतिहास के कूड़ेदान की शोभा बनाने में पीछे नहीं रहेगा।

  • कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी के बयान पर भाजपा का पलटवार

    कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी के बयान पर भाजपा का पलटवार

    क्या कभी गांधी नेहरु परिवार से इतर कोई कांग्रेस का अध्यक्ष हो सकता है?-भाजपा

    कांग्रेस नेताओं का सवाल उठाना कांग्रेस के आंतरिक कल्ह और गांधी परिवार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है-ओपी चौधरी

    जमानत पर बाहर आने वाले नेताओं से डर खुद कांग्रेस को लग रहा है कि उनके जमानती नेताओं की जोड़ी ने उन्हें मान्यता प्राप्त विपक्ष के लायक भी नहीं छोड़ा हैं



    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेद के बयान पर पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी किस प्रकार से नेतृत्व के संकट से जूझ रही हैं। लगातार जनता का विश्वास खोंने के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी देश की आज़ादी के दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर यह बता दिया है कि राष्ट्रीय नेतृत्व में बदलाव और कांग्रेस के पुनरुत्थान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर ही उठ रहे विरोध के बीच फिर से स्वामी भक्ति में कांग्रेस के कुछ नेता और कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्री जमानती नेताओं को अध्यक्ष बनाने अपनी आवाज बुलंद कर स्वामी भक्ति के साथ साथ वे अपना कद बढ़ाने का भी प्रयास कर रहे है।

    भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व पर कांग्रेस के ही नेताओं द्वारा सवाल उठाना सीधे तौर पर कांग्रेस के आंतरिक कल्ह और गांधी परिवार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न नेता है न ही नीति हैं। जमानत पर बाहर आने वाले नेताओं से डर खुद कांग्रेस को लग रहा है कि उनके जमानती नेताओं की जोड़ी ने उन्हें मान्यता प्राप्त विपक्ष के लायक भी नहीं छोड़ा हैं। कांग्रेस के नेता अपनी स्वामी भक्ति में कांग्रेस के पूर्व पूर्ण रूप से विफल अध्यक्ष राहुल गांधी जो खुद डर कर अपनी पारिवारिक सीट छोड़ वायनार्ड भाग गए। प्रियंका वाड्रा जो कभी वार्ड चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और सोनिया गांधी जिनके नेतृत्व पर ही आज कांग्रेस के भीतर खाने प्रश्न चिंन्ह खड़ा हो गया हैं का गुणगान करते है। कांग्रेस ऐसे चुनावी मैदान छोड़कर भागे हुए और जमानती नेताओं का गुणगान कर रही हैं,यही इस देश के सबसे पुराने दल कांग्रेस के पतन का कारण हैं।

    भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से पूछा है कि क्या कभी गांधी नेहरु परिवार से इतर कोई कांग्रेस का अध्यक्ष हो सकता है? कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं को कब मौका मिलेगा जिन्होंने गांधी परिवार विशेष की कांग्रेस पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन दे दिया और आज मजबूरी में फिर जमानती अध्यक्ष की मांग करनी पड़ रही है। एक ऐसे व्यक्ति को न चाहते हुए भी पुनः अध्यक्ष बनाने की मांग करनी पड़ रही हैं जिसने अपनी असफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं?सवाल कांग्रेस के लिए हैं, डरना भी कांग्रेस को ही चाहिए क्योंकि आपके और आपके राजनीतिक भविष्य का सवाल हैं।

     
  • खेत में लगे तार की करंट की चपेट में आकर दो युवकों की मौत.. जांच में जुटी पुलिस

    बिलासपुर– खेत में लगे तार की करंट की चपेट में आकर दो युवकों की मौत हो गई है, घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम कोरमी बसिया में बीती रात हुई, पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुटी है।

    मामले में मिली जानकारी के अनुसार सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के कोरमी निवासी परमेश्वर यादव पिता उमाशंकर यादव उम्र 21 वर्ष और नंद कुमार मरकाम पिता राजाराम मरकाम उम्र 20 वर्ष अपने साथियों सहित गांव के ही एक खेत की ओर रात 12:00 बजे के लगभग जा रहे थे, तभी दोनों युवक खेत में करंट तरंगित तार की चपेट में आ गए, और मौके पर ही उनकी मौत हो गई घटना के वक्त मौके पर मौजूद अन्य साथियों ने घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को दी, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया मामले में सिरगिट्टी पुलिस अब जांच में जुट गई है। पुलिस की जांच में अभी तक यह तथ्य स्पष्ट नहीं हो पाया है, कि युवक रात में खेत की ओर क्यों जा रहे थे, और खेत के भीतर तार में करंट कैसे पहुंच गई थी, फिलहाल मामले में पुलिस खेत मालिक सहित मृतकों के दोस्तों से पूछताछ कर रही है।