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  • सवा लाख के सागौन लकड़ी की जप्ती सहित  एक पिकप वाहन के राजसात की कार्रवाई

    वन परिक्षेत्र कुनकुरी के तीन आरोपी हुए गिरफ्तार

     

     वन मंत्री  मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार राज्य में वन विभाग द्वारा वनों की सुरक्षा के लिए अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इस कड़ी में हाल ही में बादलखोल अभ्यारण्य और जशपुर वनमंडल अंतर्गत लगभग एक लाख 25 हजार रूपए मूल्य के सागौन लकड़ी को जप्त करने सहित एक पिकप वाहन के राजसात की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में उप निदेशक हाथी रिजर्व एवं अभ्यारण्य सुश्री प्रभाकर खलखो ने बताया कि विगत दिवस माह अगस्त के प्रथम सप्ताह में प्रधान मुख्य वन संरक्षक  राकेश चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र कुनकुरी में सघन छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान वन विभाग के गठित दल द्वारा अवैध लकड़ी कटाई तथा परिवहन में संलिप्त कुनकुरी तथा सारंगडांड के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ वन अपराध अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई जारी है। इसमें परिवहन में संलिप्त एक पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 14 डी 0598 के राजसात सहित आरोपियों से 1.5 घन मीटर सागौन लकड़ी जप्त की गई है। इसमें सागौन लकड़ी का अनुमानित मूल्य लगभग एक लाख 25 हजार रूपए है। उक्त कार्रवाई में बादलखोल अभ्यारण्य, कुनकुरी तथा तपकरा वन परिक्षेत्र के वन कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा। 

  • सब्जी की खेती और वर्मी खाद ने बढ़ाई कमाई

    नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत मनरेगा और उद्यानिकी विभाग का अभिसरण

     

    रायपुर. 20 अगस्त 2020

     मनरेगा और नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अभिसरण से किसानों की आमदनी बढ़ रही है। कबीरधाम जिले के सिंगारपुर के श्री चेतन वर्मा मनरेगा के अंतर्गत बाड़ी विकास योजना से अपनी बाड़ी विकसित कर सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। जैविक खाद का उपयोग कर वे अपनी बाड़ी में भिन्डीमिर्चीलौकीबैगनधनियाटमाटर, कुंदरू, लाल भाजीगिल्कीबरबट्टी और पालक भाजी की पैदावार ले रहे हैं। वे पास के ही बिरोड़ा बाजार में इन सब्जियों को थोक में बेचते हैं, जिससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है।

    सहसपुर लोहारा विकासखंड के सिंगारपुर के किसान श्री चेतन वर्मा वर्मी खाद भी बनाते हैं। इसे स्वयं वे अपनी बाड़ी में उपयोग करने के साथ ही इसका विक्रय भी करते हैं। इससे भी उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो रही है। उद्यानिकी विभाग ने पिछले साल उन्हें राष्ट्रीय बागवानी मिशन से जोड़ते हुए वर्मी बेड प्रदान किया था। वे अब तक सात क्विंटल वर्मी खाद बनाकर बेच चुके हैं और यह सिलसिला अभी भी जारी है। जैविक विधि से सब्जी उगाने के कारण बाजार में उनकी सब्जी की अच्छी मांग रहती है।

    नरवागरवाघुरवा और बाड़ी योजना के तहत मनरेगा से स्वीकृत 16 हजार 200 रूपए से श्री चेतन वर्मा ने सब्जी की खेती शुरू की है। मनरेगा से बाड़ी के समतलीकरण के बाद उद्यानिकी विभाग द्वारा उन्हें सब्जियों के बीज दिये गये। लगभग 13 हजार 200 रूपए भूमि समतलीकरण में खर्च होने के बाद शेष राशि से उन्हें बीज के साथ जैविक कीटनाशक मिला। भूमि विकास करने से मिट्टी उपजाऊ हो गई है, जिसके कारण सब्जियों की अच्छी पैदावार हो रही है। श्री वर्मा सब्जी की खेती से जुड़े अपने अनुभव साझा करते हुए कहते हैं कि इससे वे हर महीने करीब 5-6 हजार रूपए की कमाई कर रहे हैं। उद्यानिकी विभाग से मिले वर्मी बेड से वे वर्मी खाद भी तैयार कर रहें है।

    श्री वर्मा बताते हैं कि वर्मी खाद तैयार करते समय पता चला कि वर्मी बेड को छाया (Shed) की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होंने लकड़ी का ढांचा तैयार किया और उसे ढंकने के लिए देशी कुन्दरू के पौधों को चारों ओर लगा दिया। पौधे नार के रूप में लकड़ी के ढांचे पर चारों ओर फैल गए और वर्मी बेड को प्राकृतिक छाया देने लगे। इस तरह वर्मी खाद के साथ कुन्दरू की फसल भी तैयार होने लगी। राज्य शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के अभिसरण से ग्रामीणों की आजीविका मजबूत की जा रही है। जैविक खाद के निर्माण और उपयोग को बढ़ावा देते हुए उन्हें जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।

     
  • शिल्पकला के माध्यम से अवसाद और मानसिक तनाव को  दूर करने की पहल : मंत्री गुरू रुद्रकुमार

    हस्तशिल्प विकास बोर्ड स्पंदन अभियान के अंतर्गत 
    पुलिस जवानों को दे रहा प्रशिक्षण

        
        रायपुर, 20 अगस्त  2020

     ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड ने सुरक्षा बलों एवं पुलिस विभाग अधिकारियों-कर्मचारियों को उनकी रूचि एवं प्रतिभा के अनुरूप विविध प्रकार की शिल्पकलाओं का प्रशिक्षण दिए जाने की शुरूआत की है। इसका उद्देश्य सुरक्षा बलों के जवानों की कला प्रतिभा को निखारना और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देना है, ताकि सुरक्षा बल के जवान अपने अवसाद एवं मानसिक तनाव को दूर करने के लिए अपने खाली समय का उपयोग शिल्पकलाओं के निर्माण में कर सके। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि हस्तशिल्प के माध्यम से लोगों को रोजी-रोजगार से जोड़ने के प्रयासों के बीच यह एक अपने तरह की अभिनव पहल है। विशेषज्ञों का कहना है कि चिन्ता, अवसाद और तनाव से बाहर निकलने के लिए व्यक्ति को अपनी कला एवं रूचि के अनुरूप काम करना चाहिए, इससे व्यक्ति प्रसन्नचित्त रहता है। ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने सुरक्षा बलों के जवानों को विभिन्न शिल्पकलाओं का प्रशिक्षण दिए जाने पर प्रसन्नता जतायी और कहा कि इसकी शुरूआत बस्तर जिले के शिल्पग्राम परचनपाल से की गई है। यहां सुरक्षाबलों के अधिकारी-कर्मचारियों को बेलमेटल शिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, जूट शिल्प, कौड़ी शिल्प एवं अन्य शिल्पकलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 

        छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड जगदलपुर के महाप्रबंधक ने बताया कि सुरक्षा बलों एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के अवसाद एवं मानसिक तनाव को दूर करने हेतु बोर्ड द्वारा विभिन्न शिल्पकलाओं का प्रशिक्षण पुलिस विभाग के स्पंदन अभियान के अंतर्गत बस्तर जिले के शिल्पग्राम परचनपाल में दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 19 पोखरण वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल करनपुर के 20 जवानों को काष्ठ शिल्पकला का तीन माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण हेतु यहां एक मास्टर क्राफ्ट्समैन की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षणार्थियों को विभाग द्वारा कच्चा माल एवं औजार उपकरण उपलब्ध कराया गया है। 

  • रमन सरकार के पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर ने किया छत्तीसगढ़ी तीज-त्यौहार का अपमान
    रमन सरकार के पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर ने किया छत्तीसगढ़ी तीज-त्यौहार का अपमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसने के लिये पूर्वमंत्री ने तीजा त्यौहार के करु-भात परम्परा को अपमानित किया हरितालिका व्रत में महिलाएं करू भात खाती है और दूसरे दिन 24 घंटे के निर्जला व्रत करती है अजय चंद्राकर बताये कि सनातन घर्म और रीति-रिवाजों का अपमान करना संघ की शाखा में सीखाया जाता है क्या ? भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक अपने विधायक के कृत्य पर माफी मांगे छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने पूर्ववर्ती रमन सरकार के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के द्वारा ट्विटर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तंज कसते हुवे छत्तीसगढ़ की बहु बेटियों द्वारा मनाया जाने वाला तीजा के त्यौहार के पहले दिन करूं-भात खाने की परंपरा को तंज कसने के लिये उपयोग किया गया इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा कि क्या पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर ने सनातन धर्म और रीति-रिवाजों का माखौल उड़ाना भाजपा कार्यालय में सीखा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा में सीखा इसका जवाब देना चाहिये और अपने वरिष्ठ विधायक के इस ट्वीट में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का सहमति है और अगर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी की सहमति नहीं है तो तत्काल प्रदेश की लाखों तिजहारीन बहनों से भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई को हाथ जोड़कर माफी मांगना चाहिये और अगर भाजपा अपने वरिष्ठ विधायक के इस कृत्य पर प्रदेश की लाखों तिहार इन बहनों से माफी नहीं मांगेंगे तो इससे स्पष्ट हो जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता सनातन धर्म और रीति-रिवाजों का मखौल उड़ाना भाजपा कार्यालय और संघ की शाखा में ही सीखते हैं इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को संघ की शाखाओं में महिला विरोधी होने का प्रशिक्षण दिया जाता है। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि भाद्रपद शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि बुधवार को है,जिसे हरितालिका व्रत कहा जाता है। इस तिथि पर सुहागवती महिलाएं और युवतीयां निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव-पार्वती का पूजन करेंगी। सुहागिनें पति की लम्बी उम्र की कामना करेंगी तो युवतीयां अच्छे पति के लिए व्रत करेंगी। इस व्रत के के महत्व को देखते हुए लोग इसकी तैयारियों मेें जुट जाते हैं। इसमें महिलाएं तीजा मनाने अपने मायके पहुंच रही हैं। हरितालिका व्रत के लिए आज मंगलवार को करू भात खाएंगी। इसके दूसरे दिन चौबीस घंटे के निर्जला व्रत करेंगी। सोलह श्रृंगार में भगवान शिव का पूजन कर कथा सुनेंगी। देर शाम तक महिलाएं एक-दूसरे के घर जाकर करू भात की रस्म निभाएंगी। तीज त्यौहार की परंपरा सैकड़ों सालों से निभाई जा रही है लेकिन मुद्दा विहीन और गुटबाजी से संक्रमित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक द्वारा तीजा त्यौहार की परंपरा करु-भात पर राजनीतिक रूप से तंज कसने की यह नयी परंपरा का शुरूआत किया गया जिससे प्रदेश की लाखों तिजहारिन बहनों ने अपने आप को अपमानित महसूस किया है और कांग्रेस पार्टी पूर्वर्ती रमन सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर के ट्विटर में दिये गये बयान की घोर निंदा करती है और अजय चंद्राकर के इस ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से स्पष्टीकरण की मांग करती है साथ ही कांग्रेस पार्टी का भी मांग करती है कि भाजपा विधायक के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश की तिजहारिन बहनों से हाथ जोड़कर माफी मांगना चाहिए राजनीति में इतना गिर कर और सनातन धर्म रीति-रिवाजों का अपमान कर कटाक्ष और तंज कसना भाजपा नेता बंद करे। पूर्वर्ती रमन सरकार के पूर्व मंत्री का यह ट्वीट महिला विरोधी मानसिकता का परिचायक भी है।
  • छत्तीसगढ़ को कंगाल बना चुकी प्रदेश सरकार धान खरीदी से बचने के लिए साजिशों का जाल बुनने में जुट गई है : साय

    बारदाना आपूर्ति में दिक्कत की बहानेबाजी न कर नियत समय पर ख़रीदी की तैयारी को लेकर संज़ीदा हो प्रदेश सरकार : भाजपा

    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने चेताया : कोरोना संकट की आड़ लेकर मुख्यमंत्री बघेल धान ख़रीदी टालने का ख़्याल भी न पालें

    प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है कि बारदाना आपूर्ति सुनिश्चित कर धान ख़रीदने की तैयारी पर गंभीरता से काम करे

    छत्तीसगढ़ को कंगाल बना चुकी प्रदेश सरकार धान खरीदी से बचने के लिए साजिशों का जाल बुनने में जुट गई है : साय


    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश सरकार से धान ख़रीदी को लेकर बारदाना आपूर्ति की दिक्कत की बात कहकर अभी से बहानेबाजी करने के बजाय ख़रीदी प्रक्रिया की तैयारी को लेकर संज़ीदा होने कहा है। श्री साय ने कहा कि कोरोना संकट की आड़ लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस साल भी धान ख़रीदी का काम टालने का ख़्याल भी न पालें। भाजपा प्रदेश के किसानों के साथ इस बार क़तई अन्याय नहीं होने देगी। प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष भी एक महीने विलंब से धान ख़रीदना शुरू किया था और किसानों को रोज़ नित-नए नियम-क़ानून बनाकर आख़िरी तक न केवल हलाकान किया, बल्कि किसानों के आत्म-सम्मान तक को लहूलुहान कर दिया था।

    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि किसानों के साथ प्रदेश सरकार इस बार फिर धान ख़रीदी को लेकर छलावा करने की नीयत का परिचय देने में लग गई है। प्रदेश सरकार अभी से बहानेबाजी कर धान ख़रीदी को लेकर हीलाहवाला पर उतारू हो गई है कि बारदाना आपूर्ति में दिक्कत की वज़ह से धान ख़रीदी में देरी हो सकती है। कोरोना संकट की आड़ लेकर प्रदेश सरकार किसानों को भरमाने में लगी है कि कोरोना संकट की वज़ह से बारदाना बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम बंद है और इसलिए धान ख़रीदी के काम पर इससे सीधा असर पड़ेगा। श्री साय ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया के बाद प्रदेश सरकार अब किसी तरह की बहानेबाजी करके अपनी बदनीयती का प्रदर्शन न करे और यह प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह किसी भी तरह बारदानों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर किसानों का धान ख़रीदने की तैयारी पर गंभीरता से काम करे।

    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा की प्रदेश सरकार पर एक नवंबर से ही धान ख़रीदी के लिए दबाव बनाने वाले तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बघेल अब मुख्यमंत्री बनने के बाद धान ख़रीदी के मुद्दे पर लगातार छल की नीति का परिचय दे रहे हैं। सहकारी समितियों में धान बेचने के लिए किसानों का पंजीयन शुरू करा चुकी प्रदेश सरकार अब कोरोना को लेकर बहानेबाजी करके इस बार धान ख़रीदी का समय और टालने की भूमिका बनाने लगी है। श्री साय ने कहा कि अभी तो यह सरकार किसानों को पिछले खरीफ सत्र की धान ख़ीदी का ही पूरा भुगतान कर नहीं पाई है। प्रदेश का खजाना लुटाकर और प्रदेश पर कर्ज़ का बोझ लादकर छत्तीसगढ़ को कंगाल बना चुकी प्रदेश सरकार चालू खरीफ सत्र में धान खरीदी और किसानों को भुगतान से बचने के लिए जाल बुनने में जुट गई है।

    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि इस बार प्रदेश सरकार को किसानों के साथ अन्याय और छलावा करने का कोई मौक़ा भाजपा नहीं देगी और किसानों को अभी से हम जागरूक करने का काम करेंगे। श्री साय ने चेतावनी दी कि अब यदि प्रदेश सरकार किसानों के उग्र विरोध से बचना चाहती है तो वह अभी समय रहते बारदानों की व्यवस्था में जुटे। अभी चालू खरीफ सत्र की धान ख़रीदी में साढ़े तीन महीने का वक़्त है और इतना समय सरकार के लिए बारदानों की किसी भी तरह व्यवस्था करके धान ख़रीदी नियत समय पर शुरू करने के लिए पर्याप्त है। श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों के साथ क़दम-क़दम पर छलावा, दग़ाबाजी और सियासी नौटंकियाँ करते हुए ज़रा तो शर्म महसूस करनी चाहिए। किसानों को सब्जबाग दिखाकर उनके ही साथ  सियासी फ़ितरत दिखाने की बड़ी कीमत कांग्रेस चुकाने को अब तैयार रहे।

     
  • हरतालिका तीज : छत्तीसगढ़ में 'करू-भात' खाकर महिलाएं रखती हैं निर्जला व्रत

    बालोद: छत्तीसगढ़ मे हरतालिका तीज का विशेष महत्व है. राज्य में इसे तीजा कहा जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस बार 21 अगस्त को महिलाएं तीज का व्रत रखेंगी. कोरोना काल ने सभी त्योहारों का रंग फीका कर दिया. वहीं इस बार महिलाएं तीजा मनाने अपने मायके नहीं जा पाईं. तीजा के एक दिन पहले 'करू भात' खाने की खास परंपरा है.छत्तीसगढ़ी बोली में कड़वा मतलब 'करू' होता है और पके हुए चावल को 'भात' कहा जाता है. तीजा पर्व के एक दिन पहले करेले का विशेष महत्व है. तीज के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं एक दिन पहले करेले की सब्जी और चावल खाती हैं. जिसके बाद कुछ भी नहीं खाती हैं. इस दिन छत्तीसगढ़ के हर घर में करेले की सब्जी खासतौर पर बनाई जाती है.

    100 रुपए प्रति किलो बिक रहा करेला

    बाजारों में इस दिन करेले की सर्वाधिक मांग होती है. यही वजह है कि करेले का भाव भी बढ़ जाता है. बालोद में करेला 100 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है. महंगा होने के बावजूद लोग इसे खरीद रहे हैं, क्योंकि करू-भात के रिवाज के बिना व्रत अधूरा माना जाता है.

    करू भात रिवाज के पीछे की मान्यता

    महिलाएं बताती हैं कि तीज व्रत के एक दिन पहले करेला इसलिए खाया जाता है, क्योंकि करेला खाने से कम प्यास लगती है. हरतालिका तीज का उपवास महिलाएं निर्जल होकर करती है. इस दिन करेला खाने का दूसरा कारण ये भी है कि मन की शुद्धता के लिए करेले की कड़वाहट जरूरी है, जिससे मन शांत हो जाता है.

  • छत्तीसगढ़: दुकानों को खोलने और बंद करने के समय में हुआ बड़ा बदलाव...तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते कलेक्टर ने लिया फैसला

     छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला कलेक्टर किरण कौशल ने दुकानों के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया है। कलेक्टर द्वारा जारी नए आदेश के अनुसार अब दुकानें सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही खुलेंगी। बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए डीएम अब दुकानों के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया गया है। इसके साथ ही कलेक्टर ने कोविड प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन कराने की कवायद शुरू कर दी है। बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के घरों से बाहर निकलने पर कार्रवाई के साथ-साथ होम क्वारेंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए आदेश दिए हैं।

    वहीं दुकानों को लेकर जारी नए आदेश के अनुसार अब दुकानें दूसरे पहर में चार घंटे पहले बंद हो जाएंगी। तीन बजे के बाद बिना किसी अतिआवश्यक काम के लोगों का घरों से निकलना भी प्रतिबंधित होगा।

  • परीक्षा के लिए अधिक भागदौड़ और अनावश्यक धन व्यय से मुक्ति मिलेगी - केंद्र के निर्णय से करोड़ों युवा होंगे लाभान्वित - भाजपा

    नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी का गठन केंद्र सरकार का ऐतिहासिक निर्णय - विष्णु देव साय

    छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेश जहां दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं, बेटियों को परीक्षा के लिए अधिक भागदौड़ और अनावश्यक धन व्यय से मुक्ति मिलेगी


    केंद्र के निर्णय से करोड़ों युवा होंगे लाभान्वित-भाजपा

    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने केंद्र सरकार के कैबिनेट में  नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के गठन को मंजूरी दिए जाने के निर्णय को देश के युवाओं के हित में लिया गया ऐतिहासिक निर्णय बताया है। उन्होंने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि युवाओं के तरफ से सालों से यह मांग की जा रही थी। केंद्र सरकार ने युवाओं की भावना के अनुरूप निर्णय लिया है, यह बड़े हर्ष का विषय है। केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से निश्चित ही करोड़ों युवाओं को लाभ मिलेगा।

    भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि नौकरी के लिए युवाओं को 20-20 भर्ती एजेंसीयों में बहुत परीक्षाएं देनी पड़ती थी फॉर्म भरने पड़ते थे।हर एजेंसी के लिए अलग परीक्षा देने के लिए कई जगह जाना पड़ता था। युवाओं को भाग दौड़ करना पड़ता था।अब नेशनल रिक्रूटमेंट एंजेसी (राष्ट्रीय भर्ती परीक्षा) के माध्यम से कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट होगा जिससे युवाओं की परेशानी दूर होगी। भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि अब युवाओं को राहत मिलेगी बहुत दौड़-धूप नहीं करनी होगी।  एक ही परीक्षा से युवाओं को आगे जाने का और अधिक एवं पारदर्शी मौका केंद्र सरकार का यह कदम देने जा रहा है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ पारदर्शिता के साथ अधिक अवसर मिलेगा अपितु केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से अभ्यर्थियों का पैसा भी बचेगा। समय और संसाधनों की भी बचत होगी। जिससे करोड़ो युवा लाभान्वित होंगे और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर सकेंगे।


    भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के गठन से छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेश जहां दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं, बेटियों को परीक्षा के लिए अधिक भागदौड़ और अनावश्यक धन व्यय से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने युवाओं के हित में लिए गए ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

  • छत्त्तीसगढ़: पुलिस दूरसंचार के 54 अधिकारी-कर्मचारियों का हुआ प्रमोशन...आदेश जारी

    छत्तीगगढ। पुलिस दूरसंचार में कार्यरत 35 प्रधान आरक्षक, 14 सहायक उप निरीक्षक एवं 05 उप निरीक्षक इस प्रकार कुल 54 पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को विभाग द्वारा पदोन्नति दी गई है। आज पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उक्त नवपदोन्नत पुलिस अधिकारियों के कंधे पर स्टार लगाकर पदोन्नति की औपचारिकता पूरी करते हुए सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई।

  • इस बार अन्याय नहीं होने देंगे, बड़ी कीमत चुकाने के लिए कांग्रेस अब तैयार हो जाए - भाजपा

    भाजपा का सवाल : क्या प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ में अब बड़े पैमाने पर यूरिया घोटाले को अंजाम देने का काम कर रही है?

    0 कांग्रेस की नाकारा सरकार के राज में किसान क़दम-क़दम पर पस्त है, मुख्यमंत्री बघेल तीजा-पोरा तिहार में ढोल पीटने में मस्त हैं!

    0 कोरोना काल में भी किसानों का सड़क पर उतरने को विवश होना कांग्रेस सरकार के निकम्मेपन का शर्मनाक उदाहरण : शर्मा

    0 अंबिकापुर का किसान-प्रदर्शन जायज, अब इस बार अन्याय नहीं होने देंगे, बड़ी कीमत चुकाने के लिए कांग्रेस अब तैयार हो जाए

    0 प्रदेश सरकार समस्या के निराकरण की तत्काल पहल करे, अन्यथा भाजपा किसानों के साथ संघर्ष के लिए खड़ी रहेगी

    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने प्रदेश में अब बड़े पैमाने पर यूरिया घोटाले को अंजाम दिए जाने की आशंका व्यक्त की है। प्रदेश  सरकार पर किसान विरोधी चरित्र का परिचय देने का आरोप लगाते हुए श्री शर्मा ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि कांग्रेस की इस नाकारा सरकार के राज में प्रदेश का किसान क़दम-क़दम पर पस्त है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तीजा-पोरा तिहार में ढोल पीटने में मस्त हैं। श्री शर्मा ने तीखा कटाक्ष किया कि मुख्यमंत्री बघेल ने यूँ भी अपने पूरे कार्यकाल में केवल ढोल पीटने और झूठी वाहवाही बटोरने के अलावा और कुछ किया ही क्या है?
    भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि मंगलवार को अंबिकापुर में यूरिया खाद की मांग को लेकर हज़ारों किसानों के प्रदर्शन से यह आईने की तरह साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ केवल और केवल दग़ाबाजी और छल-कपट करने पर उतारू है, अन्यथा कोई कारण नहीं है कि जिस छत्तीसगढ़ में भाजपा के 15 वर्षों में किसानों को अपनी ज़रूरतों के लिए सड़क पर नहीं उतरना पड़ा, उस छत्तीसगढ़ के किसान कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद लगातार परेशान और प्रताड़ित हो रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में भी अगर प्रदेश का किसान अपनी खेती-किसानी को बचाने के लिए अपनी ज़िंदग़ी दाँव पर लगाकर सड़क पर उतरने के लिए विवश हो गया है तो यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार के निकम्मेपन का सबसे बड़ा शर्मनाक उदाहरण है। अंबिकापुर के किसान-प्रदर्शन को जायज ठहराते हुए श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा किसानों के साथ इस बार क़तई अन्याय नहीं होने देगी। किसानों के साथ छल-कपट की सियासी फ़ितरत दिखाने और दग़ाबाजी व सियासी नौटंकियाँ करने की बड़ी कीमत चुकाने के लिए कांग्रेस को अब तैयार रहना हो जाना चाहिए।
    भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने पहले सत्ता में आने के लिए और फिर सत्ता में आने के बाद किसानों को छलने का काम ही किया है। गंगाजल हाथ में लेकर कसमें खाने वाले कांग्रेस के नेताओं ने न तो किसानों को पूरी तरह से कर्ज़मुक्त किया, न ही उन्हें वादे के मुताबिक दो साल का बकाया बोनस दिया, और धान के समर्थन मूल्य पर ख़रीदी के नाम पर किसानों को रोज़ नित-नए नियम-क़ानून बनाकर आख़िरी तक न केवल हलाकान किया, बल्कि किसानों के आत्म-सम्मान तक को लहूलुहान कर दिया था। बीज के नाम पर घटिया बीज किसानों को देकर सरकार ने धोखाधड़ी की। किसानों को पिछले खरीफ सत्र के धान का पूरा पैसा नहीं दे पाने वाली सरकार अभी से बारदाना आपूर्ति में दिक्कत की बहानेबाजी कर चालू खरीफ सत्र में धान खरीदी और किसानों को भुगतान से बचने के लिए साजिशों का जाल बुनने में भी जुट गई है। श्री शर्मा ने कहा कि अब यूरिया के नाम पर किसानों को प्रताड़ित होना पड़ रहा है जबकि सरकार को यूरिया की निर्बाध आपूर्ति की समय रहते तैयारी कर लेनी थी। प्रदेश सरकार इस समस्या के निराकरण की तत्काल पहल करे, अन्यथा भाजपा किसानों के साथ हर क़दम पर संघर्ष के लिए खड़ी रहेगी।

  • मड़वारानी के जंगलों में चल रहा है जुआ… खेला जा रहा अंदर- बाहर का खेल…खुलासा

    कोरबा : छत्तीसगढ़ वैभव ने 14 अगस्त को एक Exclusive report प्रकाशित कर कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र में तुमान रामभाटा के जंगलों में फड़ सजाकर जुआ खिलाए जाने का खुलासा किया था जिसमें तुमान रामभाटा के जंगलों में बकायदा सौ- डेढ़ सौ लोगों का जमघट लगता है, कानून- संविधान और मर्यादा सबकी धज्जियां उड़ाई जाती है और कोरोना संक्रमण काल में सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक ! जंगलों में चल रहे जुए की खबर जंगलों से निकलकर शहर तक आ गई लेकिन समाचार प्रकाशन के बावजूद जुए के संचालित अवैध फड़ और खिलाए जाने वालों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की है. एक और हम स्वच्छ एवं अपराध मुक्त शहर की परिकल्पना करते हैं, वहीं दूसरी ओर चल रहे खुलेआम अपराध पुलिस और प्रशासन को मुंह चिढ़ाते नजर आते हैं. बात फिर वही है सबकुछ सबको दिखता है मगर पुलिस को नहीं दिखता !

    देखें वीडियो कैसे चलता है जंगलों में जुए का काला कारोबार
    आज हम अपनी खबर की प्रमाणिकता और मड़वारानी के जंगलों में चल रहे जुएं का वीडियो आपके समक्ष रख रहे हैं. हमने समाचार के प्रकाशन से पूर्व ही इसकी सूचना डीजीपी, जिला पुलिसअधीक्षक एवं जिला कलेक्टर को उपलब्ध करा दी है. 14 अगस्त को प्रकाशित समाचार के बाद भी कोरबा की वनाच्छादित जंगलों में पहाड़ियों में अवैध रूप से चल रहे जुए के फड़ पर पुलिस एवं प्रशासन ने कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की. जिससे जुआ गैंग के हौसले और बुलंद हो गए हैं.जुआ गैंग ने समाचार प्रकाशन के बाद तुमान, रामभाटा के जंगलों से सरक कर मड़वारानी की पहाड़ियों की ओर रुख कर लिया. लेकिन आज भी जंगलों के बीच ” सजती है महफिल, होता है 52 परियों का खेल ” वह भी पान गुटखा शराब- कबाब के साथ ! अपराध मुक्त शहर की परिकल्पना और सत्य जो कभी छुप नहीं सकता उसके प्रमाण सहित आपके समक्ष खुलासा करने जा रहे हैं मड़वारानी पहाड़ में जंगलों के बीच चलाए जा रहे जुए के फड़ का- Live वीडियो. जिसमें 40- 50 लोग फड़ बनाकर अंदर – बाहर करते, जुआ खेलते दिख रहे हैं. जंगल में पान- गुटखा शराब- कबाब सब का इंतजाम जुआ गैंग ने कर रखा है और सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड-19, अपराध मुक्त शहर के सरकारी दावों सबकी धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रही है.

  • घरों से बाहर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना-विसर्जन के लिए लेनी होगी एसडीएम से अनुमति

    कोरबा।कोविड संक्रमण को देखते हुए गणेशोत्सव के दौरान इस बार सार्वजनिक रूप से या घरों से बाहर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना और विर्सजन के लिए एसडीएम से अनुमति लेनी पड़ेगी। इस बार चार फीट ऊंचाई और चार फीट चैड़ाई से अधिक आकार की गणेश मूर्तियां पंडालों में स्थापित नहीं की जा सकेंगी। मूर्ति स्थापना के लिए एसडीएम संबंधित क्षेत्र के पुलिस थाने से विस्तृत रिपोर्ट लेंगे और रिपोर्ट के आधार पर ही अनुमति जारी करेंगे। गणेश उत्सव के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए है। मूर्ति स्थापना वाले पंडाल का आकार 15क्ष15 फिट से अधिक नहीं होगा। गणेश पंडालों के सामने कम से कम 5000 वर्ग फिट की खुली जगह भी रखनी होगी। घरों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति की आवश्यकता नही होगी। परंतु भजन-पूजन के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अनिवार्य होगा।