Top Story
  • कारगिल विजय दिवस 27 जुलाई को

      रायपुर, 25 जुलाई 2019/ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने आगामी 27 जुलाई को कारगिल विजय दिवस समारोह के अवसर पर रायपुर के सभी भूतपुर्व सैनिकों को सुबह 10.15 बजे स्टेशन मुख्यालय कोटा रायपुर में उपस्थित होनें का आग्रह किया है। 
     

  • कृषक ऋण माफी तिहार: 11 समितियों के 7,205 किसानों का 25.47 करोड़ रूपये ऋण हुआ माफ

     रायपुर 25 जुलाई 2019/छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लोक हित में व्यापक पैमाने में किसानों का अल्पकालीन कृषि ऋण को माफ किया गया है। रायपुर जिले में केवल सहकारी बैंकों के माध्यम से 64 हजार 953 किसानों का 249.69 करोड़ रूपए का ऋण माफ किया गया है। किसानों को ऋण माफी की जानकारी देने और अन्य कृषक कल्याणकारी जानकारी और योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए 20 से 30 जुलाई तक सहकारी समिति स्तर पर, एक अगस्त से 10 अगस्त तक शाखा स्तर पर और 11 अगस्त से 15 अगस्त तक जिला स्तर पर ये आयोजन जा रहा है। 
        जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा आज 11 सहकारी बैंक समितियों में कृषक ऋण माफी तिहार मनाया गया। जिन सहकारी बैंक शाखाओं में कृषक ऋण माफी तिहार मनाया गया उसमें माना, टेकारी, सोड्रा, गिरौद, किरना, मोहरेंगा, खरोरा, आरंग, नारा, सकरी और खिलौरा शामिल है। माना समिति में 238 किसानों का 56 लाख 43 हजार, टेकारी समिति में 257 किसानों का 82 लाख 86 हजार, सोड्रा समिति में 247 किसानों का 56 लाख 50 हजार, गिरौद समिति में 276 किसानों का 75 लाख 78 हजार, किरना समिति में 625 किसानों का 2 करोड़ 64 लाख 40 हजार, मोहरेंगा समिति में 811 किसानों का 3 करोड़ 30 लाख 7 हजार, खरोरा समिति में 1080 किसानों का 3 करोड़ 90 लाख 8 हजार, आरंग समिति में 959 किसानों का 3 करोड़ 15 लाख 3 हजार, नारा समिति में 764 किसानों का 2 करोड़ 82 लाख 4 हजार, सकरी समिति में 1598 किसानों का 5 करोड़ 80 लाख 33 हजार और खिलौरा समिति में 350 किसानों का 1 करोड़ 87 लाख 7 हजार रूपये ऋण माफ किया गया। इस तरह कृषक ऋण माफी तिहार के तहत आज 7 हजार 205 किसानों का कुल 25 करोड़ 47 लाख 83 हजार रूपये का ऋण माफ किया गया है। इसके साथ-साथ सहकारी समितियों में नये सदस्य जोड़े गये तथा खरीफ वर्ष 2019-20 में समस्त पात्र किसानों को ऋण वितरण किया जा रहा है।

  • पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने देव तुल्य कार्यकर्ताओं के साथ किया धोखा - विकास तिवारी
    पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सबसे खासमखास एवं कद्दावर ओसडी अरूण बिसेन की पत्नी श्रीमति जागेश्वरी बिसेन की नया रायपुर विकास प्राधिकरण में आईटी कंसलटेन्ट के पद पर नियुक्ति एवं प्रतिमाह लाखों रूपया वेतन भुगतान प्रवक्ता विकास तिवारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करके कहा कि भुगतान किये गये राशि की मय ब्याज वसूली की जाये एवं दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही की जाये प्रदेश के 25 लाख पंजीकृत बेरोजारो के साथ अन्याय करके अपने चहेतों को नियमविरुद्ध नियुक्ति क्यो दी पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा बताये 1 नया रायपुर विकास प्राधिकरण में आईटी कंसलटेन्ट के पद पर नियुक्ति कर लाखों रू. प्रतिमाह का वेतन भुगतान। 2 रमन राज में 15 साल में 25 लाख पंजीकृत बेरोजगार एवं 25 लाख अपंजीकृत बरोजगार और मोटा वेतन अपने पूर्व सांसद पुत्र के बाल सखा की पत्नी को इससे प्रदेश के पढ़े लिखे बरोजगार युवा ठगे से महसूस कर रहे है। 3 पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को प्रदेश के पढ़े लिखे बेरोजगारो को बताना चाहिये की किस आधार और किस योग्यता के बलबूते अपने ओएसडी की पत्नि की नियुक्ति नया रायपुर विकास प्राधिकरण में करवाई क्या इस पद में प्रदेश के लाखो पढ़े लिखे बरोजगार युवाओं में यह योग्यता नहीं थी। 4 श्रीमति जागेश्वरी बिसेन जहां एक ओर नया रायपुर विकास प्राधिकरण में लाखों रूपया वेतन लेकर कार्य करना बता रही थी। जबकि उसी दौरान उन्होंने एमबीए की पढ़ाई भी कर रही थी। इस प्रकार का कार्य पूरे विश्व में कहीं देखने को नहीं मिलता है। 5 भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को देवतुल्य तो कहते है, लेकिन पूजापाठ और मोटे वेतन का आलावा बिना योग्यता के अपने अधिकारियों के परिजनों को देते है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण निगम मंडलो में नियुक्त भाजपा नेताओं का भत्ता 25 हजार से कम करके 10 हजार रू. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कर दिया था जबकि मध्यप्रदेश में यह राशि 25 हजार रूपया थी। 6 कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि उनके द्वारा की गई शिकायत की जांच कराकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ओएसडी की पत्नि की फर्जी नियुक्ती द्वारा भुगतान किये गये राशि की वसूली कर संबंधित अधिकारियों कर नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे।
  • जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति गलत - जांच रिपोर्ट में स्पष्ट
    रायपुर, 25जुलाई 2019। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ओएसडी रहे अरूण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी बिसेन की एनआरडीए में सेवा देने वाली एक कंपनी में नियुक्ति की पड़ताल पूरी हो गई है। शुरुआती जांच में जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति गलत पाई गई है। बताया गया कि जागेश्वरी बिसेन आईटी विशेषज्ञ के पद पर नियुक्ति के लिए पात्रता नहीं रखती हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार अब एनआरडीए के तत्कालीन सीईओ को जवाब-तलब कर सकती है। मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे अरूण बिसेन भी कई तरह की जांच से घिरे हैं। उनकी पत्नी जागेश्वरी बिसेन की एनआरडीए में सेवा देने वाली कंपनी में नियम विरूद्ध नियुक्ति की शिकायत भी हुई थी। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर लिखित में शिकायत की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव सुनील कुजूर से पड़ताल के लिए कहा था। बताया गया कि आवास एवं पर्यावरण विभाग की विशेष सचिव ने इस सिलसिले में एनआरडीए के सीईओ से जांच कर रिपोर्ट मांगी थी। जांच चार बिंदुओं पर जांच कराई गई, जिसमें जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति में अनियमितता की पुष्टि हुई है। यह भी बताया गया कि प्राधिकरण के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टस सपोर्ट सर्विसेस के लिए अनुबंधित सलाहकार संस्था के साथ संपादित अनुबंध के अनुसार स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों के संचालन के लिए आईटी कंसलटेंट की जरूरत महसूस होने पर सलाहकार के चयन के लिए योग्यता निर्धारित करते हुए सलाहकार संस्था मेसर्स ली एसोसिएट से योग्य उम्मीदवारों की बॉयोडाटा मांगा गया था। योग्यता में एमसीए या फिर बीई व बीटेक के साथ-साथ पांच से सात साल का अनुभव मांगा गया था। सलाहकार संस्था द्वारा जागेश्वरी बिसेन का अनुभव प्रमाण पत्र अग्रेषित किया गया और उनकी नियुक्ति आईटी विशेषज्ञ के पद पर कर दी गई है। जांच रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बॉयोडाटा मिलने के बाद प्रस्तावित उम्मीदवार का साक्षात्कार भी नहीं लिया गया। इस सिलसिले में कोई नस्ती उपलब्ध नहीं है। यही नहीं, प्रोफेशनल इंस्टीटयूट ऑफ इंजीयरिंग और टेक्नालॉजी में कुल तीन वर्ष सात माह में प्रोफेसर कम्प्यूटर साइंस और कंसोल इंडिया कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड में कुल एक वर्ष तीन माह का अनुभव होना बताया गया है। इस तरह जागेश्वरी बिसेन द्वारा 4 वर्ष 10 माह 18 दिन का अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया है। जबकि प्राधिकरण द्वारा उपरोक्त पद के लिए पांच से सात वर्ष का अनुभव मांगा गया था। जागेश्वरी बिसेन को एक लाख रूपए महीने के वेतन पर रखा गया था। सरकार बदलने के बाद जागेश्वरी बिसेन ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया। जांच रिपोर्ट आने के बाद एनआरडीए के तत्कालीन सीईओ रजत कुमार को नोटिस देने की तैयारी चल रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
  • पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के पुत्र पूर्व सांसद की याचिका हाई कोर्ट से खारिज - जाना होगा सुप्रीम कोर्ट
    पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह एवं अन्य लोगों के द्वारा चिटफंड घोटाले से संबंधित दायर विभिन्न प्रकरणों में माननीय उच्च न्यायालय ने आज निर्णय सुनाते हुए पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को किसी भी प्रकार से राहत देने से इंकार कर दिया है - इन प्रकरणों में 22 जुलाई 2019 को न्यायमूर्ति शरद कुमार गुप्ता कि न्यायालय में सुनवाई हुई थी और इन्हीं प्रकरणों में इन सभी प्रकरणों में शासन पक्ष से महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने पैरवी की थी - अंबिकापुर न्यायालय में ने चिटफंड घोटाले से संबंधित विभिन्न प्रकरणों में उपरोक्त सभी के खिलाफ अपराध दर्ज करने हेतु आदेश दिया था जिसके खिलाफ अभिषेक सिंह एवं अन्य ने उनके खिलाफ प्राथमिक सूचना रद्द करने की मांग करते हुए जमानत की मांग उच्च न्यायालय में प्रकरण दायर कर की थी आज 24 जुलाई को आवेदन खारिज होने के बाद पूर्व सांसद की गिरफ्तारी का मार्ग पुलिस के लिए खुल गया है -
  • छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ी गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती....

    नई दिल्‍ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व CM और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह को मंगलवार देर रात गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉ रमन दो दिन से दिल्ली में ही हैं। मंगलवार की रात को अचानक उन्हें सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई। परिवार के लोग उन्हें लेकर रात करीब 11 मेदांता अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर की सलाह पर उन्हें एहतियातन भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है उन्हें गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. राजेश पुरी की देख रेख में भर्ती किया गया है। सिंह को अलग से रूम में रखा गया है।पूर्व मुख्यमंत्री को अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जानकारी मिलते ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने फोन करके उनका हालचल जाना। रमन सिंह दो दिन से दिल्ली में हैं। सोमवार को उन्होंने वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की थी।

  • त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस की अर्धांगिनी श्रीमती रामबाई बैस की आंखों से क्यों निकले आंसू ?
    त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस की अर्धांगिनी श्रीमती रामबाई बैस की आंखें क्यों हुई नम ? - क्यों निकले आंखों से आंसू ? - क्यों हुई राम बाई बैस भावुक ? सीजी 24 न्यूज़ से खास बातचीत में उन्होंने कही अपने दिल की बात - दिखाएंगे पूरा विडीओ 24 जुलाई की शाम - इंतजार कीजिये -
  • बलौदाबाजार: पीएम आवास तोड़ने के मामले में पुलिस-प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 9 युवक को न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल

    बलौदाबाजार. जिले में पीएम आवास तोड़ने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने 9 दबंगों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. मामले में कसडोल पुलिस ने ये कार्रवाई की है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाये गए मकान को दबंगों ने अपनी रजिस्ट्री जमीन बताकर तोड़ दिया था.

     
     
  • पिकनिक मनाने गये दो नवविवाहित जोड़े नदी में डूबे 4 की मौत.....7 महीने पहले ही हुई थी दोनों जोड़ों की शादी….

    कोरिया । कोरिया में नदी में डूबने से चार लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में दो महिलाएं और दो पुरुष हैं। सोमवार की शाम ये हादसा हुआ, जब दो नवविवाहित जोड़े कोरिया जिले के केल्हारी थाना क्षेत्र के बड़काबहरा नदी के झरने में गये थे। मृतक में दो मनेन्द्रगढ़ शहर के निवासी और दो उत्तर प्रदेश के शाहगंज निवासी हैं। दरअसल, दो नवविवाहिता जोड़े सोमवार को तारबहरा अपने बुआ के यहां गए थे, दोपहर में सभी पिकनिक स्पॉट घूमने गए थे। सभी नदी में उतरकर सभी झरना देख रहे थे, इसी दौरान पैर फिसलने से ये हादसा हो गया। चारों की डूबने की वजह से मौत हो गयी। जानकारी के मुताबिक सभी आपस में रिश्तेदार हैं । मृतक के नाम नियाज खान, ताहिर खान, सना खान और शाहीन परवीन है। जानकारी के मुताबिक मनेंद्रगढ़ के हजारी चौक निवासी नियाज खान की शादी उत्तर प्रदेश के शाहगंज निवासी सना से हुई थी। सना के भाई ताहिर खान की शादी मनेन्द्रगढ़ निवासी नियाज की बहन शाहीन परवीन के साथ हुई थी।  ताहिर अपनी बहन सना को छोड़ने और पत्नी शाहीन परवीन को ले जाने के लिए मनेन्द्रगढ़ आया था। इसी दौरान  सोमवार को नियाज, उसकी पत्नी, बहन और जीजा ताहिर के साथ घूमने के लिए केल्हारी के  ताराबहरा अपने रिश्तेदारों के यहां गया था और फिर यहीं से चारों गांव से लगे गुडरू नदी चले गये। तेज बहाव के साथ बारिश का पानी आने की वजह से ये हादसा हो गया।

  • सावन के पहले सोमवार को बस्तर एसपी ने माँगी दुआ - बस्तर में हो अमन चैन
    जगदलपुर। सावन के पहले सोमवार को जहाँ शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दी, वही बस्तर एसपी दीपक झा ने आज सुबह पुलिस लाइन स्थित शिव मंदिर पहुँच, सबसे पहले बस्तर में अमन, चैन व शांति बरकरार रहे इसके लिए पूजा अर्चना भी की। बस्तर एसपी दीपक झा ने बताया कि बस्तर में अभी भी नक्सलियों के द्वारा बस्तर के भोले भाले ग्रामीणों को अपनी बातों में बहला फुसलाकर उन्हे अपनी संगठन से जोड़ रहे है, और उन्हे नक्सली विचार धारा में जोड़ रहे है। नक्सलियों की खोखली विचारधारा को छोड़ मुख्य धारा में लोग जुड़े, इसके साथ ही बस्तर में लगातार अमन, चैन व शांति व्यवस्था हमेशा बरकरार रहे, इसके लिए भगवान शिव से दुआ मांगी गई।
  • डीजीजीआई मुख्यालय ने सामान की आपूर्ति किए बिना ही फर्जी चालान जारी करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया

    जीएसटी खुफिया मुख्यालय के महानिदेशक (डीजीजीआई मुख्यालय) ने हरियाणा के सिरसा शहर के स्थायी निवासी अनुपम सिंगला पुत्र कृष्ण कुमार सिंगला को गिरफ्तार किया है। इस व्यक्ति ने किसी भी सामान की आपूर्ति किए बिना ही फर्जी चालान जारी करने के उद्देश्य से 90 फर्जी फर्मे बना रखी थीं। अनुपम सिंगला के दिल्ली निवास और कार्यालयों पर डीजीजीआई द्वारा की गई खोजबीन के दौरान विभिन्न व्यक्तियों से संबंधित 110 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 173 विभिन्न बैंक खातों से संबंधित खाली हस्ताक्षर की हुई चैक बुक / खाली चैक बुक, विभिन्न ट्रांसपोटरों से संबंधित खाली बिल्टी बुक, विभिन्न व्यक्तियों के पहचान सबूत, अनेक मोबाइल सिम कार्ड और अन्य भ्रामक दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। अनुपम सिंगला द्वारा खोली गई फर्मों ने परिपत्रित कारोबार मूल्य तथा 660 करोड़ रुपये के जीएसटी घटक के साथ कुल 7,672 करोड़ रुपये मूल्य के चालान जारी किए हैं। अनुपम सिंगला ने सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा -132(1) (बी) और 132 (1) (1) के प्रावधानों के तहत अपराध किए हैं जो सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 132 (5) के तहत संज्ञेय और गैर-जमानती हैं। पटिलाया हाउस, नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने अनुपम सिंगला को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

  • पूर्व सांसद रमेश बैस की नई पारी, नए रूप में नई जिम्मेदारी के साथ -
    छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी खबर - राजधानी रायपुर से 7 बार के सांसद रमेश बैस अब त्रिपुरा के राज्यपाल होंगे - उल्लेखनीय है कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में रमेश बैस को सांसद प्रत्याशी नहीं बनाया गया था - उसके बावजूद भी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी सुनील सोनी को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी , रायपुर लोकसभा से आठवीं बार भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की जीत के इनाम स्वरूप शायद पूर्व सांसद रमेश बैस को राज्यपाल बनाया गया है - शांत स्वभाव के हंसमुख मिलनसार रमेश बैस को राज्यपाल नियुक्त किए जाने से उनके समर्थकों सहित छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी ने हर्ष व्यक्त किया है - उन्हें बधाई देने अनेक लोग उनके बंगले पहुंच गए हैं - लगातार फोन के माध्यम से भी लोग बधाई दे रहे हैं -