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  • जशपुरनगर : श्रमिकों और जशपुर की बेटियों को गृह ग्राम लाते ही उनकी खुशी आंखे से झलकी : छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद

     

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    कलेक्टर श्री निलेषकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में लाॅकडाउन के दौरान जशपुर जिले के अन्य राज्य में फसे श्रमिक छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन  की मदद से उनके गृह ग्राम पहुंचने की खुशी आंखों में साफ झलक रही है। जशपुर विकासखंड के ग्राम टिकैटगंज के राजेन्द्र साहू, बंधन साहू अन्य राज्य हैदराबाद में काम करने गए थे। लाॅकडाउन के कारण वहां फस गए थे। उन्हें अपने गृह ग्राम आने में समस्या आ रही थी। वहीं जशपुर ब्लाॅक के ग्राम पोड़ी पोस्ट लोदाम की सत्यवती भगत और ग्राम रतिया की सविता दोनों लड़कियां हैदराबाद में प्लैसमेंट के तहत् एक होटल में दो वर्ष से कार्य कर रही थी। उन्होंने बताया कि कोरोन वायरस संक्रमण के कारण घबराहट होने लगी और अपने परिवार की याद आने लगी।
    श्रमिकों एवं लड़कियों ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा जारी निःशुल्क हेल्पलाईन नंबर मंक संपर्क करके अपना पंजीयन कराया साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा अपने राज्य के श्रमिकों को वापस लाने के लिए उन्हें टेªन के बारे में जानकारी मिली। सत्यवती भगत, सविता, राजेन्द्र साहू, बंधन साहू ने छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन की मदद से हम सभी सकुशल एवं सुरक्षित अपने गृह ग्राम पहुंच गए और उन्हें बेहद खुशी भी हो रही है।
    जशपुर सीईओ जनपद श्री पी.के.मरकाम ने बताया कि जशपुर विकासखंड में लगभग 65 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। सेंटर में श्रमिकों के लिए भोजन, पानी, बिजली, शौचालय सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा है। अन्य राज्य से आने वाले श्रमिकों का उनके संबंधित विकासखंड में मेडिकल जांच किया जा रहा है। और उन्हें उनके गांव के नजदीक बने क्वारेंटाईन संेटर में 14 दिनों के लिए क्वारंेटाईन पर रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम द्वारा निरंतर उनकी निगरानी भी रखी जा रही है।  

  •  बस्तर परिवहन संघ को आयरन ओर एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का परिवहन के लिए शर्तो के आधार पर अनुमति

    कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ. अय्याज तम्बोली द्वारा जारी आदेशानुसार बस्तर परिवहन संघ को आयरन ओर एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का परिवहन के लिए शर्तो के आधार पर अनुमति दी गई है। शर्तो में उल्लेख है कि एक ट्रक में दो व्यक्तियों से ज्यादा नहीं होगें, ट्रक में यात्रियों की सवारी वर्जित होगी, ट्रक को नियमित रूप से सेनेटाईजर किया जाएगा, ट्रक ड्राईवर एवं कंडेक्टर द्वारा नियमित मास्क का उपयोग की जाए और हाथ धुलाई हेतु साबुन एवं पानी की व्यवस्था रखा जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा आदेश के शर्तो का उल्लंघन किए जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जाएगी।

               कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेश के तहत् संपूर्ण जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 लागू की गई थी। जिसके आधार पर समस्त प्रकार के परिवहन को भी प्रतिबंधित किया गया था और 08 मई 2020 द्वारा जारी कार्यालयीन आदेश में जिले के अंतर्गत स्थित समस्त औद्योगिक संस्थान, ईकाइयों एवं खान को इस प्रतिबंध से छूट दिया गया। समस्त औद्योगिक संस्थान, इकाईयां में न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों-अधिकारियों का उपयोग करेंगे। संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार, राज्य शासन तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे दिए जा रहे निर्देशों को अक्षरशः पालन अनिवार्य रूप करने कहा गया था।

  • शासकीय सेवकों की गोपनीय चरित्रावली लिखे जाने की समय-सीमा में एक माह वृद्धि :  मुख्य सचिव द्वारा परिपत्र जारी

    राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति के कारण शासकीय सेवकों की गोपनीय चरित्रावली लिखे जाने की समय-सीमा में केवल वर्ष 2019-20 की अवधि के लिए एक माह की वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में मुख्य सचिव  आर. पी. मण्डल द्वारा सभी विभागों, विभागाध्यक्षों, संभागीय कमिश्नरों और कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर दिया गया है।

        जारी परिपत्र के अनुसार सेल्फ असेसमेंट प्रस्तुत करने की तिथि 30 अप्रैल को बढ़ाकर 30 मई, प्रतिवेदक अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन का मतांकन 15 मई से बढ़ाकर 15 जून, समीक्षक अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन 31 मई से बढ़ाकर 30 जून और स्वीकृतकर्ता अधिकारी द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन 15 जून से बढ़ाकर 15 जुलाई निर्धारित की गई है। 
        परिपत्र में कहा गया है कि वर्तमान में राज्य कोरोना संक्रमण (कोविड-19) प्रभावित आपदा से जूझ रहा है। देश में 21 मार्च 2020 को लाॅकडाउन की घोषणा होने के कारण 22 मार्च 2020 से राज्य में लाॅकडाउन की स्थिति लागू है। वर्तमान में लाॅकडाउन की स्थिति में कुछ अनिवार्य सेवाओं वाले कार्यालयों को छोड़कर अन्य कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति कम है या 50 प्रतिशत अथवा 30 प्रतिशत के औसत से उपस्थित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में शासकीय सेवकों की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली में मतांकन की समय-सीमा (केवल वर्ष 2019-20 की अवधि के लिए) परिवर्तन किया गया है। समय-सीमा परिवर्तन की जानकारी से सभी राजपत्रित अधिकारियों के ध्यान में लाने को कहा गया है।

  • जशपुरनगर : सामान्य एपीएल कार्ड धारक को भी एक जून से दो किलो मिलेगा नमक

    छत्तीसगढ़ शासन खाद्य नागरिक उपभोक्ता एवं संरक्षण विभाग ने निर्देश जारी करते हुए लाॅकडाउन की वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा सार्वजनिक प्रणाली के अंतर्गत जारी किए गए सामान्य एपीएल राशनकार्ड धारकों को आगामी 01 जून 2020 से 10 रुपए प्रति किलो की दर से अधिकतम 2 किलो नमक प्रति राशनकार्ड प्रति माह की पात्रता निर्धारित की गई है।

  • डिलीवरी बाॅय के माध्यम से जिले में मदिरा प्रदाय प्रारम्भ...सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षात्मक उपायों के साथ मिल रही मदिरा

    धमतरी : भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुक्रम में राज्य शासन द्वारा राष्ट्रीय विपदा कोरोना वायरस (COVID-19) के फैलाव को नियंत्रित करने एवं बचाव के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग, फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सुरक्षात्मक उपाय अपनाते हुए मदिरा दुकानों को 04 मई से संचालित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जिले की सभी 26 (17 देशी एवं 09 विदेशी) मदिरा दुकानें सुबह 8.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक संचालित की जा रही हैं। कम्प्लीट लाॅकडाउन के तहत मई महीने में हर शनिवार तथा रविवार को मदिरा दुकानों में काउंटर बिक्री को बंद रखी गई है।


    जिला आबकारी अधिकारी श्री मोहित जायसवाल ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान दुकानों में होने वाली भीड़ में कमी लाने के उद्देश्य से विक्रय सीमा में वृद्धि करते हुए देशी/विदेशी मदिरा की 4 बोतल तथा बियर की 6 बोतल निर्धारित की गई है। वहीं मदिरा दुकानों में नियुक्त कर्मचारियों के द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क तथा सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है। सभी कर्मचारियों के द्वारा भारत सरकार की आरोग्य सेतु मोबाइल एप इंस्टाल किया गया है। दुकान परिसर में प्रवेश करने वाले ग्राहकों को अनिवार्य रूप से मास्क धारण तथा सैनिटाइजेशन सुनिश्चित करने लगातार समझाइश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार भीड़ नियंत्रण करने के लिए दुकानों में मजबूत बेरिकेटिंग तथा चूना मार्क किया जाकर ग्राहकों के बीच छह फीट की दूरी (02 गज की दूरी) सुनिश्चित की जा रही है। वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु दुकान परिसर में मदिरापान को पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री रजत बंसल के निर्देशानुसार राजस्व, पुलिस तथा आबकारी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सतत् निगरानी रखी जा रही है।
    मदिरा दुकानों में भीड़ को नियंत्रित करने हेतु सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के दृष्टिगत डिलीवरी बाॅय के माध्यम से मदिरा प्रदाय की व्यवस्था जिले में प्रारंभ कर दी गयी है। मदिरा बुकिंग का वेबसाइट एड्रेस http://csmcl.in  है, जिसमें जाकर डाउनलोड एप बटन पर क्लिक कर अथवा गूगल प्ले स्टोर में CSMCL APP सर्च कर उसे एंड्राॅएड मोबाइल में इंस्टाल किया जा सकता है तथा मोबाइल के माध्यम से भी बुकिंग की जा सकती है। ग्राहक को अपना मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड तथा पूर्ण पता दर्ज कर पंजीयन करना होगा। पंजीयन ओ.टी.पी. के माध्यम से कन्फर्म होगा। पंजीयन उपरांत ग्राहक को लाॅगिन करने के पश्चात अपने जिले के निकट की एक विदेशी दुकान, एक देशी दुकान तथा एक प्रीमियम दुकान को लिंक करने की सुविधा प्रदान की गई है। ग्राहक की सुविधा के लिए जिले की सभी मदिरा दुकानों को गूगल मैप पर देखने की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे ग्राहक के द्वारा आसानी से अपनी निकट की दुकान का चयन कर लिंक किया जा सकता है। ग्राहक को संबंधित मदिरा दुकान में उपलब्ध मदिरा की सूची एवं उसका मूल्य प्रदर्शित किया गया है जिसमें से अपनी पसंद की मदिरा को अपनी आवश्यकता अनुसार क्रय कर सकता है। ग्राहक एक मदिरा दुकान से एक बार में 5000 एम.एल. तक मदिरा डोर डिलीवरी के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। ग्राहक के द्वारा बुक की गई मदिरा सुपरवाइजर के द्वारा पैक किए जाने पर ग्राहक को स्वतः ओ.टी.पी. प्राप्त हो जाएगी। डिलीवरी बाॅय के द्वारा आॅर्डर की गई मदिरा प्रदान किए जाने पर उन्हें मदिरा का मूल्य तथा डिलीवरी चार्ज 120 रूपए का भुगतान करना होगा। भुगतान पश्चात् डिलीवरी पूर्ण करने के लिए ग्राहक को ओ.टी.पी. डिलीवरी बाॅय को प्रदान करना होगा। डिलीवरी बाॅय द्वारा आधार कार्ड चेक कर मदिरा की डिलीवरी की जा रही है। आबकारी अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 400 से अधिक डोर डिलीवरी की सुविधा प्रदाय की जा चुकी है।

  • BIG BREAKING: छत्तीसगढ़ के इस जिले में मिला 3 और कोरोना संक्रमित मरीज…रैपिड टेस्ट में संक्रमण की पुष्टि

    रायपुर/महासमुंद। जिले में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। रैपिड टेस्ट में तीन लोगों की रिपोर्ट संक्रमित पाई गई है। ओडिशा से आए तीनों मजदूरों का रैपिड टेस्ट किया गया था। तीनों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया। रिपोर्ट आने के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है।

  •  मत्स्य पालन विभाग के उपसंचालक बिना अनुमति जिले से बाहर
    जिला अधिकारियों को बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश फिर भी जिला मुख्यालय से गायब *मत्स्य पालन उपसंचालक व बिलासपुर के सक्षम अधिकारी सतीश अहिरवार बिना उच्च अधिकारियों को सूचना दिए जिला मुख्यालय से है नदारत बिलासपुर से मत्स्य पालन विभाग के कर्मचारी जरूरी दस्तावेज में हस्ताक्षर करवाने गाड़ी क्रमांक CG025984 से अम्बिकापुर गए* *निर्देशो का पालन नही कर रहे बिलासपुर मत्स्य पालन विभाग के उपसंचालक अधिकारी* बिना सूचना 18 मार्च से मुख्यालय से बाहर है मतस्य पालन विभाग के उपसंचालक शासन के नियमो ताक पर रख उड़ा रहे नियमो की धज्जियां कोविड -19 वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए अधिकारी और कर्मचारियों को बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना जिला मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश जारी किए है बिलासपुर - जिला दंडाधिकारी ने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश जारी किए थे आदेश जारी कर कलेक्टर ने बताया था कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्विति के संबंध में अतिआवश्यक प्रकृति के मामलों में राज्य सरकार द्वारा चाही जाने वाली सूचना यहां समीक्षा समय पर प्रेषित करने के लिए सभी जिलास्तरीय अधिकारी बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। जिलास्तरीय अधिकारी मुख्यालय से बाहर जाने की अवधि के दौरान अपने कार्यालय में कार्यरत अधीनस्थ अधिकारी को आवश्यक रूप से संपूर्ण जानकारी के साथ मुख्यालय पर उपस्थित रहने के लिए पाबंद करेंगे, ताकि अवकाश के दौरान राजकीय कार्यों के प्रयोजन से उनकी सेवाएं ली जा सके। अतिआवश्यक कार्य प्रकृति का कार्य समय पर संपादित करवाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि आदेश का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ सेवा नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। लॉकडाउन अवधि में कुछ शासकीय कार्यालयों को पूर्ण रूप से खुला रखने तथा कुछ कार्यालयों में आंशिक रूप से कर्मचारियों को बुलाया गया था। वो इसलिए कि कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम के लिए कभी भी किसी भी कार्मिक की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके लिए पूर्व में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने मुख्यालय पर बने रहने के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन लॉकडाउन का फायदा उठाकर बिलासपुर मत्स्य पालन विभाग के उपसंचालक बिना कलेक्टर व कमिश्नर को कोई सूचना दिए विगत 18 मार्च से जिला मुख्यालय से बाहर है। मन्नू मानिकपुरी बिलासपुर
  • लॉक-डाउन में भी रोज अच्छी कमाई कर रहे हैं जयसिंह

    मनरेगा से बने कुएं से अब खेतों में साल भर हरियाली, अभी सब्जी की

    खेती से कमा रहे मुनाफा

    हौसलों को अगर संसाधन मिल जाए तो सफलता का रास्ता सुगम हो जाता है। कोविड-19 के चलते लॉक-डाउन के कारण जब लोग अपनी आजीविका को लेकर चिंतित हैं, कोरिया जिले के किसान जयसिंह रोज एक से डेढ़ हजार रूपए कमा रहे हैं। इन दिनों वे साग-सब्जी की खेती कर रहे हैं और इसकी बिक्री से हर दिन उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। मनरेगा के अंतर्गत जयसिंह के खेत में खोदा गया कुआं विपरीत परिस्थितियों में उनकी मजबूत आजीविका का आधार बना है। कुएं की खुदाई के बाद से अब साल भर उनके खेतों में हरियाली रहती है। इस साल धान की बम्पर पैदावार के बाद अभी सब्जियों से उनके खेत लहलहा रहे हैं।

    मनरेगा से निर्मित कुएं ने कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के पिपरिया के करीब छह एकड़ जोत के किसान जयसिंह की खेती की दशा और दिशा बदल दी है। वे बताते हैं कि पहले उनकी कृषि ट्यूब-वेल के भरोसे थी। लेकिन पर्याप्त पानी न होने के कारण बारिश के बाद बहुत दिक्कत आती थी। गर्मी के दिनों में फसल अकसर सूख जाती थी। परेशानियों के बीच उन्होंने पंचायत में मनरेगा के तहत खेत में कुआं खोदने के लिए आवेदन दिया। ग्राम पंचायत ने कुएं के लिए एक लाख 80 हजार रूपए मंजूर कर काम शुरू कर दिया। इस कुएं के साथ आदिवासी किसान जयसिंह की जिंदगी ने भी करवट ली।

          देशव्यापी लॉक-डाउन में आर्थिक मंदी के इस दौर में जयसिंह छोटे किसानों के लिए नजीर बन गए हैं। मनरेगा के अंतर्गत आजीविका संवर्धन के लिए निर्मित कुएं ने आर्थिक समृद्धि का रास्ता खोला है। धान की अच्छी पैदावार के बाद उन्होंने पालकलालभाजी और भिंडी लगाया। उन्हें सब्जियों की खेती से कम समय में ही 30 हजार रुपए का मुनाफा हुआ। अभी पिछले दो माह से वे औसतन 1200 रूपए की सब्जी रोज बेच रहे हैं। जयसिंह कहते हैं- 'लॉक-डाउन में भी मुझे कोई चिंता नहीं है। रोजी-रोटी के लिए अलग से कोई काम करने की जरूरत नहीं। मनरेगा से बने कुएं की बदौलत अब हर मौसम में मेरे खेतों में फसल और पर्याप्त आमदनी है।'

  • छत्तीसगढ़: क्वारंटाइन सेंटर में मजदूर ने फांसी लगाकर की खुदकुशी…मचा हड़कंप

    रायगढ़/छत्तीसगढ़। सारंगढ़ में क्वारंटाइन सेंटर मजदूर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। मृतक मजदुर कुछ दिनों पहले तेलंगाना से वापस लौटा था । मृतक पिछले तीन दिनों से किसी से बात नहीं कर रहा था। मजदूर ने किस वजह से फांसी लगाई है, इस अभी पता नहीं चला है. इस घटना से जिला-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.

    मिली जानकारी के मुताबिक मृतक मजदूर अमलीपाली गांव के रहने वाला है , जिसके शव को उसके गृहग्राम पहुंचाने की कवायद प्रशासन द्वारा अब की जा रही है।

  • छत्तीसगढ़: आग से झुलसी महिला की मौत...पति के दोस्तों ने ही दिया था वारदात को अंजाम

    कोरबा । जिले के बांगो थाना क्षेत्र में पतुरियाडांड में आग से झुलसी महिला की मौत हो गई है। कोरबा में एक हैरतअंगेज वारदात में महिला को उसके पति के दोस्तों ने ही आग के हवाले किया था। दुष्कर्म में नाकाम होने के बाद आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों ने मिट्टी तेल डालकर महिला को जिंदा जला दिया था ।महिला ने बिलासपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

  • छत्तीसगढ़ : मेन मार्केट में बड़ा हादसा…भीषण आग लगने से 7 दुकानें जलकर खाक

    दंतेवाडा। किरंदुल मेन मार्केट में बीती रात किरंदुल मेन मार्केट में कहर टूट पड़ा बता दें कि किरंदुल मेन मार्केट में अचानक भीषण आग लग गई जिससे रात मेंअफरा तफरी मच गई। इस आगजनी में एक शख्स बुरी तरह झुलस गया जिसे शीघ्र उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया ।अचनाक हुई आगजनी की घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी तत्काल मौके पर पहुंचकर आग पर काबू करना शुरू की और लगभग आधा घंटे के भीऔर ही आग पर काबू पा लिया गया ।

    इस आगजनी में 6 दुकान जलकर खाक हो गई । मेन मार्केट किरंदुल में आज रात लगी आग कैसे लगी इसकी वजह अभी अज्ञात है बताया जा रहा है कि मेन मार्केट में कुछ चप्पल की दुकान व कपड़े की दुकान और फल की दुकान एक लाइन में ही वर्षों से लगी हुई है वह भी सिर्फ चटाई की दीवार बनाकर लगाया गया था ,और काफी समय से वहां ये दुकानें लगाई जा रही है लेकिन कपड़े व चप्पल की दुकान की चटाई की दीवार आग कैसे लगी अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है ।

  •  मुख्यमंत्री को इंडसइंड बैंक ने सौंपा कोरोना सुरक्षा किट

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल से आज उनके निवास कार्यालय में इंडसइंड बैंक के रीजनल मेनेजर  रविलाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की और कोरोना वायरस की रोकथाम और जरूरत मंदों की सहायता के लिए 4500 पीपीई किट, 5000 रैपिड टेस्टिंग किट, एक लाख मास्क और 7400 सूखे राशन के पैकेट दान करने से सम्बंधित पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। इस मौके पर इंडसइंड बैंक के रीजनल मैनेजर श्री रवि लाल ने मुख्यमंत्री को प्रतीक स्वरूप कोरोना सुरक्षा किट प्रदान करते हुए उन्हें अवगत कराया कि बैंक द्वारा ये सभी सुरक्षा उपकरण 19 मई तक उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
     
            बैंक के रीजनल मेनेजर ने बताया कि बैंक द्वारा जरूरतमंदों के लिए 7400 सूखे राशन के पैकेट वितरण हेतु कोरबा और रायगढ़ नगर निगमों को उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने इंडसइंड बैंक द्वारा इस विपत्ति की घड़ी में अपने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व निभाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन सुरक्षा उपकरणों के माध्यम से प्रदेशवासियों को कोविड-19 से सुरक्षा और उसके रोकथाम उपायों में मदद मिलेगी। इस महामारी के खिलाफ सुरक्षा ही हमारा बचाव है। इस मौके पर विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, इंडसइंड बैंक के अधिकारी श्री प्रशांत ढाल, श्री प्रियंक पांडेय, श्री आदिल बेग आदि उपस्थित थे।