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  • मंत्री रहते जिस व्यक्ति की बात कलेक्टर ना सुनता हो वह व्यक्ति मुख्यमंत्री कैसे बन पाएगा ?

    प्रभावशाली मंत्री की बात अगर कलेक्टर ना सुने तो ऐसा मंत्री मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है ?

    मंत्री बंगले से 12 दिन बाद अर्थात 14 अक्टूबर को कलेक्टर दुर्ग को पत्र जारी किया गया

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा को लगाया जा रहा पलीता 

    लिखित शिकायत एवं स्टिंग का वीडियो सीडी 2 अक्टूबर को दी गई, जिस पर मंत्री बंगले से 12 दिन बाद अर्थात 14 अक्टूबर को कलेक्टर दुर्ग को पत्र जारी किया गया

     

    प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुसार गांव वालों को रोजगार के साथ-साथ गांव के विकास में आर्थिक सहयोग करने के विचार के तहत एक व्यक्ति लघु उद्योग लगाने गांव में जमीन खरीदता है | ताकि गांव के युवाओं और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो सके और वह स्वावलंबी बनने के साथ-साथ आय भी कर सकें |

     

    अब बारी आती है बिजली कनेक्शन लेने की, नियमानुसार बिजली विभाग को इसके लिए सरपंच की एनओसी की आवश्यकता होती है, लघु उद्योग लगाने वाला व्यक्ति सरपंच से जब एनओसी मांगता है तो महिला सरपंच श्रीमती बीना गेंदरे, सरपंच पति नरेंद्र कुमार गेंदरे और ग्राम सचिव लोकेश वर्मा मिलकर नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट देने के लिए बतौर रिश्वत डेढ़ लाख रुपए की मांग करते हैं | सरपंच द्वारा डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगने एवम रुपए देते का स्टिंग प्रमाण स्वरूप एकत्रित करके कलेक्टर दुर्ग को लिखित शिकायत करने के बाद कोई कार्यवाही ना होने पर पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव को लिखित शिकायत एवं स्टिंग का वीडियो सीडी 2 अक्टूबर को दी गई, जिस पर मंत्री बंगले से 12 दिन बाद अर्थात 14 अक्टूबर को कलेक्टर दुर्ग को पत्र जारी किया गया, जिस पर भी कोई कार्यवाही ना होने पर पुनः मंत्री टी एस सिंहदेव से मुलाकात कर कार्यवाही ना होने कि शिकायत 7 नवंबर को अर्थात 1 महीना 5 दिन बाद की गई | जिस पर मंत्री जी ने निज सचिव से बात करने कहा निज सचिव आनंद सागर ने कहा कि कलेक्टर दुर्ग को पुनः रिमाइंडर भेजते हैं | अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि एक गांव के सरपंच ग्राम सचिव के खिलाफ शिकायत वह भी प्रमाण सहित करने के बाद और उस शिकायत पर मंत्री बंगले से कलेक्टर दुर्ग को पत्र जाने के बावजूद कार्यवाही ना होना इस बात को प्रमाणित करता है कि या तो दुर्ग के कलेक्टर पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव के पत्र को महत्व नहीं देते या फिर मंत्री बंगले से ही ऐसा आदेश होगा कि हर पत्र पर कार्यवाही नहीं करना है या फिर कोई खास कोड या खास स्याही से लिखा हुआ पत्र मिले तभी कार्यवाही करना है | ऐसा भी हो सकता है कि सिस्टम में कोई सेटिंग वाली बात हो, अब इस सेटिंग वाली बात को हम प्रमाणित नहीं कर सकते परंतु सोच जरूर सकते हैं और संविधान के अनुसार किसी को सोचने और विचार रखने में कोई प्रतिबंध नहीं है | प्रदेश के पंचायत मंत्री से दो बार शिकायत करने के बाद अगर एक गांव के सरपंच पर कोई कार्यवाही तो दूर की बात पुस्तक यह बात पहुंची ही नहीं जिस कारण सरपंच द्वारा बाकी रुपयों की मांग लगातार की जा रही है | यह कहानी है कुम्हारी के पास धमधा रोड पर ग्राम ढाबा की है, जो दुर्ग जिले के धमधा तहसील में आता है | जिसकी महिला सरपंच श्रीमती बीना गेंद्रे सरपंच पति नरेंद्र कुमार गेंद्रे और ग्राम सचिव लोकेश वर्मा है | ऐसे में यह सवाल उठना तो लाजिमी है कि एक मंत्री जो प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने प्रयासरत हो दिल्ली में दावा करने बार-बार जाता हो और ऐसे प्रभावशाली मंत्री की बात अगर कलेक्टर ना सुने तो ऐसा मंत्री मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है ? कैसे प्रदेश की कमान को संभाल सकता है ? कैसे प्रदेश को चला सकेगा ? जबकि मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरे प्रदेश का भार और हर मामले के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होता है | *प्रदेश के जिस मंत्री की बात कोई कलेक्टर ना मानता हो वह व्यक्ति प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसे बन पाएगा ?*

  •  मुंबई में कल गिरेगा हाइड्रोजन बम
    *Cruise drug rev party* महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक कल सुबह 10:00 बजे मुंबई में गिर आएंगे हाइड्रोजन बम मुंबई क्रूज ड्रग, रेव पार्टी का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है - आज सुबह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड के व्यक्ति से जमीन खरीदने का आरोप लगाया और यह भी बताया की 3 एकड़ जमीन मात्र 15 लाख रुपए में खरीदी गई जो दर्शाता है कि नवाब मलिक के संबंध अंडरवर्ल्ड से हैं - उन्होंने सवाल किया कि अंडरवर्ल्ड से नवाब मलिक ने जमीन क्यों खरीदी ? महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आरोप के बाद नवाब मलिक पुनः मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस बम फोड़ने वाले थे लेकिन एक छोटा सा जमीन विवाद लेकर बम फोड़ने की बात करते रहे, परंतु मैं यह बता दूं वह तो बम नहीं छोड़ पाए परंतु नवाब मलिक कल सुबह 10:00 बजे हाइड्रोजन बम फोड़ेगा, इंतजार कीजिए| उल्लेखनीय है कि मुंबई क्रूस राज रेव पार्टी मामले में नवाब मलिक के दामाद सहित Aryan Khan की गिरफ्तारी पर उंगली उठाते हुए मंत्री नवाब मलिक ने narcotic control bureau NCB को घेरे में लेते हुए ताबड़तोड़ हमले किए समीर वानखेडे और उसकी पूरी टीम के साथ साथ पूरे परिवार पर सवालिया निशान लगाकर उन्हें जांच के से बाहर करवाने में सफलता पाई जिसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी नवाब मलिक के खिलाफ मोर्चा संभाला जिसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी सामने आए और यह एक दूसरे पर आरोप लगाने का दौर अभी भी लगातार जारी है अब देखने वाली बात यह है कि यह आपस की लड़ाई का अंत कब और कैसे होता है ?
  • झीरम घाटी जांच रिपोर्ट प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल

    छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने झीरम नरसंहार के लिए गठित न्यायिक आयोग द्वारा अपनी रिपोर्ट सरकार के बदले राज्यपाल को सौंपे जाने को प्रक्रिया का उल्लंघन बताया -*

     

    न्यायिक आयोग के अध्यक्ष प्रशांत मिश्र द्वारा राज्य सरकार के बदले राज्यपाल को रिपोर्ट सपना गलत संदेश है कुछ माह पहले आयोग द्वारा सरकार से रिपोर्ट कंप्लीट करने के लिए समय कार्यकाल बढ़ाने की मांग करना और उसके बाद फिर अचानक रिपोर्ट का जमा करना संदेशों को जन्म देता है |

     

    पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वकीलों द्वारा संविधान का हवाला देते हुए कहा गया कि नियमानुसार राज्यपाल को रिपोर्ट शीघ्र अति शीघ्र राज्य सरकार को भेजना चाहिए | प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अधिवक्ताओं के अनुसार जांच रिपोर्ट की एक प्रति पीड़ितों को भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए थी ताकि परिजन भी जान सकें|  कि जांच रिपोर्ट में क्या है झीरम घाटी नरसंहार में दिवंगत हो चुके नेताओं के परिजनों में धरसीवा विधायक अनीता शर्मा राजनांदगांव के उदय मुदलियार के पुत्र जितेंद्र मुदलियार पत्रकार वार्ता में उपस्थित रहे | पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने एक तुलनात्मक अध्ययन मीडिया के सामने पेश किया जिसके अनुसार विकास यात्रा के दौरान बस्तर क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सुरक्षा के लिए 1789 सुरक्षा बल तैनात किया गया था जबकि वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा जिसमें 4 - 4 जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त नेताओं के बावजूद मात्र 2 सौ अट्ठारह सुरक्षा बल तैनात किए गए थे जोकि अनुपात में लगभग 10% होता है |

     

    CG 24 News द्वारा जब पूछा गया कि झीरम घाटी नक्सल हमले में अपनी जान गवा चुके नेताओं के पीड़ित परिवारों को न्याय कब तक और कैसे मिलेगा ? के जवाब में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की एनआईए द्वारा जांच रिपोर्ट में देरी होने पर सन दो हजार अट्ठारह में नव निर्वाचित सरकार द्वारा एसआईटी बनाने के बाद केस डायरी एनआईए से मांगी गए परंतु एनआईए और केंद्र सरकार ने डायरी देने से इंकार कर दिया, एनआईए का कहना है कि हम किसी और को जांच करने नहीं देंगे | वही जब उनसे पूछा गया कि जस्टिस प्रशांत मिश्रा की एकल जांच कमेटी द्वारा राज्यपाल को सौंपी गई रिपोर्ट राज्यपाल द्वारा सरकार को या सार्वजनिक करने के लिए कोई समय निर्धारित है क्या ? का जवाब देते हुए कहा गया कि महामहिम राज्यपाल को बिना विलंब किए तुरंत उक्त रिपोर्ट राज्य शासन को हस्तांतरित कर देना चाहिए | ताकि रिपोर्ट विधान सभा पटल पर रखी जा सके और सार्वजनिक की जा सके |

     

     

    वही झीरम नक्सली हमले में दिवंगत होने वाले योगेंद्र शर्मा की पत्नी विधायक श्रीमती अनीता शर्मा ने मीडिया के सामने कहा कि जांच रिपोर्ट में क्या है हम भी जानना चाहते हैं ? राज्य सरकार इसके लिए आवश्यक प्रयास कर रही हैं | दिवंगत उदय मुदलियार के पुत्र जितेंद्र मुदलियार ने कहा कि वैसे ही रिपोर्ट में बहुत देरी हो गई है हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द रिपोर्ट सार्वजनिक हो और हमें पता लगे कि षड्यंत्रकारी कौन है ? अब देखने वाली बात यह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आरोपों के बाद राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके क्या निर्णय लेती हैं और कब तक लेती हैं ?

  • कोतवाली थाना के ठीक सामने एक आयोजन - पेट्रोल वितरण
    पेट्रोल पंपों से बोतल में पेट्रोल देना केंद्र एवं प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्रतिबंधित है | Petrol pump के अलावा कहीं से भी पेट्रोल वितरित करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है | राजधानी रायपुर में शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा 2 नवंबर को कोतवाली थाना के ठीक सामने एक आयोजन कर राह चलते लोगों को रोक कर पेट्रोल वितरित किया गया | काउंटर बनाकर, टेबल सजाकर, पेट्रोल की अनेक बोतलें रखकर केंद्र सरकार की महंगाई का विरोध करने का तरीका अपनाया गया | इस काउंटर से अनेक लोगों को जिनमें महिलाएं भी शामिल थी, पेट्रोल की बोतलें, आलू प्याज, हरी मिर्ची, धनिया आदि मिठाई के डब्बे में भरकर निशुल्क वितरित किया गया | इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम का वीडियो - फोटो एवं विज्ञप्ति बनाकर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा मीडिया को भेजा गया | शहर के बीचोबीच वह भी कोतवाली थाने के ठीक सामने, बिना परमिशन, बिना सूचना इस कार्यक्रम में ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल बोतलों में भरकर और फिर बोतलों से बाइक - स्कूटी की टंकी में डालने की प्रक्रिया की गई , यह कृत्य कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है और यह कृत्य किया है सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के शहर जिला अध्यक्ष और उनकी टीम ने | इस बारे में ADM एनडी साहू , कोतवाली थाना प्रभारी मोहसिन खान के पास कोई सूचना नहीं है | हो सकता है हमारी इस खबर के बाद पुरानी तारीखों में आवेदन देकर प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास किया जाए | अब सवाल यह उठता है कि इस तरह के अवैधानिक, नियम विरुद्ध पेट्रोल वितरित करने के इस सार्वजनिक आयोजन पर पुलिस विभाग के साथ-साथ शासन प्रशासन अनजान क्यों था ? जानकारी सामने आने के बाद संबंधितों पर कोई कार्यवाही करने की हिमाकत भी की जाएगी या नहीं कहा नहीं जा सकता |
  • मिट्टी के बर्तन बनाने वाले एक कुम्हार से खास बातचीत
    दीपावली के त्यौहार की खुशियां बांटने बाजार सजने लगा है खरीददारी के लिए लोग घरों से निकल रहे हैं इन तस्वीरों में नजर आ रहा है की दुकानदार अपनी दुकानों को सजा रहे हैं और अपनी वस्तुओं को बेचने के लिए गांव से भी लोग शहरों की ओर रुख कर रहे हैं और सड़क किनारे जहां जगह मिली दुकान लगाकर अपनी आजीविका के लिए मेहनत कर रहे हैं | यह है जेठाराम चक्रधारी आरंग विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कुरूद कुटेला के रहने वाले हैं अपने पूरे परिवार के साथ मिट्टी के दीए बेचने राजधानी रायपुर पहुंचे हैं | मात्र ₹10 प्रति दर्जन की कीमत पर यह मिट्टी के दीए बेचने वाला कुम्हार परिवार 4 दिनों तक राजधानी में रहकर आजीविका की व्यवस्था करने में लगा है | जेठू राम चक्रधारी ने सीजी 24 न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि पत्नी के अलावा उनके तीन बेटे एक बहू और एक नाती है | समय त्यौहार और मौसम के अनुसार यह मिट्टी के अलग-अलग तरह के बर्तन बनाकर अपनी आजीविका चलाते हैं | जेठू राम चक्रधारी को केंद्र एवं राज्य सरकार की किसी भी योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है और ना ही आज तक उन्होंने कोई लाभ लिया है | अपनी मेहनत और अपनी कला हुनर और परिवार के सहयोग से अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं | बातचीत में उन्होंने बताया कि वे मंत्री शिव लहरिया को जानते हैं वह उनके क्षेत्र के विधायक और मंत्री हैं परंतु उनके पास कभी कोई सहायता के लिए नहीं गए हैं | सीजी 24 न्यूज़ चैनल आम लोगों से अपील करता है कि वह स्थानीय लोगों के द्वारा निर्मित वस्तुओं का उपयोग कर अपना त्यौहार मनाए जिससे मेहनतकश, मजदूर अपनी कला कौशल से निर्मित आम लोगों के उपयोग में आने वाली एवं सजावट की वस्तुएं बेचकर उसका लाभ प्राप्त कर सकें और त्यौहार की खुशियां मना सकें |
  •  राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके 01 नवम्बर को राज्य अलंकरण  एवं राज्योत्सव समापन समारोह की मुख्य अतिथि होंगी

    रायपुर : राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके 01 नवम्बर को राज्य अलंकरण  एवं राज्योत्सव समापन समारोह की मुख्य अतिथि होंगी

     

    समारोह की अध्यक्षता करेंगे मुख्यमंत्री श्री बघेल 

    रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में शाम 6 बजे आयोजित होगा समारोह 

    रायपुर, 31 अक्टूबर 2021

     छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवंबर को शाम 6 बजे राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्य अलंकरण एवं राज्योत्सव समापन समारोह की मुख्य अतिथि होंगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समारोह की अध्यक्षता करेंगे। 

    समारोह में गृह एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, आदिवासी विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री  मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, विकास उपाध्याय, कुंवरसिंह निषाद, द्वारिकाधीश यादव, विधायक सत्यनारायण शर्मा,  धनेंद्र साहू, बृजमोहन अग्रवाल, कुलदीप जुनेजा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में समस्त सांसद, विधायक, संसदीय सचिव, निगम, मंडल, आयोग, जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा नगर निगमों के महापौरों की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। 
    क्रमांक-4408/प्रेम

     

  • राज्य उत्सव के शुभारंभ की जगह समापन क्यों ?
    नवंबर को राज्योत्सव शुरू होता है या समापन समारोह मनाया जाता है ? समझ नही आ रहा | छत्तीसगढ़ राज्य का स्थापना दिवस राज्योत्सव के रूप में हर वर्ष उसके स्थापना दिवस 1 नवंबर के अवसर पर लगातार मनाया जा रहा है जो कि 1 तारीख से शुरू होकर सप्ताह भर चलता था बाद में इसे कम करके 3 दिन का किया गया - परंतु इस बार राज्य सरकार अदूरदर्शिता का परिचय देते हुए राज्य स्थापना दिवस को राज्योत्सव समापन दिवस के रूप में मना रही है | छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार द्वारा 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक 3 दिन का आदिवासी नृत्य महोत्सव मनाया गया उसके बाद 31 अक्टूबर को कोई आयोजन नहीं हुआ और राज्य स्थापना दिवस 1 नवंबर के अवसर पर राज्य अलंकरण समारोह के साथ ही राज्योत्सव का समापन समारोह मनाया जा रहा है| नियमानुसार अब तक हर वर्ष 1 नवंबर को राज्योत्सव का आगाज होता था जो 7 दिन चलता था जिसे बाद में 3 दिन का किया गया परंतु इस बार 1 तारीख को राजस्व का आगाज ना कर समापन समारोह मनाना आश्चर्य का विषय है | 2017 - 2018 और 2019 के राज्य उत्सव का छत्तीसगढ़ जनसंपर्क की वेबसाइट से डिटेल का उल्लेख भी हमने उल्लेखित किया है जो इस बात का प्रमाण है कि कभी भी राज्य उत्सव का समापन 1 नवंबर को नहीं हुआ |
  • *क्रिकेट में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने वालों पर यूएपीए की धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई शुरू*
    *क्रिकेट में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने वालों पर यूएपीए की धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई शुरू* UAPA आतंकवाद विरोधी कानून इस धारा के अंतर्गत आरोपियों को जमानत मिलना बहुत मुश्किल होता है | भारत का खाने वाले, भारत में रहने वाले, भारत में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं पढ़ लिख कर किस आधार पर भारतीय सैनिकों का इलाज करेंगे ? कैसे भरोसा करेगा देश इन पर कि डॉक्टर बनकर यह लोग भारतीय सैनिकों का इलाज मन से करेंगे ? उल्लेखनीय है कि भारत पाकिस्तान के मैच में भारत की हार पर कश्मीर में मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने जश्न मनाया उसके अलावा अन्य कई जगहों पर कुछ लोगों ने भारत विरोधी नारे लगाए और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर जश्न मनाया| जिसे देश विरोधी गतिविधियों की श्रेणी में लाकर ऐसे लोगों पर (यूएपीए) आतंक विरोधी कानून के तहत कार्रवाई यहां शुरू हो गई है और जिसको लेकर कश्मीर के अलगाववादी नेता विरोध के रूप में सामने आने लग गए हैं |
  • प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित
    *आईजी. - एस पी कांफ्रेंस* मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दो टूक, प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित हों। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दिए कड़े निर्देश, प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए। पुलिस अधीक्षक करें कड़ी कार्यवाही। दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए। उन्होंने कहा कि गाँजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए।
  • महतवपूर्ण खबरें एक नजर में
    1 . वैक्सीनेशन मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर 2. मुंबई क्रूज मामले में अनन्या पांडे से 2 घंटे पूछताछ आज एनसीबी ने फिर बुलाया 3. कवर्धा धार्मिक विवाद की पड़ताल करने वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल कवर्धा जाकर मिलेगा पीड़ितों से जाने का वस्तुस्थिति 4. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज आईजी और एसपी के साथ प्रदेश की कानून व्यवस्था पर करेंगे समीक्षा 5 आबकारी मंत्री कवासी लखमा का रटा रटाया जवाब - नोटबंदी की तरह अचानक लागू नहीं होगी शराबबंदी यह कहते कहते 3 साल बीत गए शराब बंद करेंगे कि नहीं कमेटी भी निर्णय नहीं ले पा रही 6. स्कूल में शिक्षक नहीं बच्चों ने की हड़ताल किया नेशनल हाईवे जाम सूचना पर कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने भेजें 2 शिक्षक 7. बाजारों में त्योहारी सीजन पर भीड़ भाड़ सड़कों पर जाम को लेकर व्यापारी खुद सामने आए व्यापारी संघ ने दुकानदारों को दिया नोटिस सामान सड़क पर फैला कर यातायात जाम ना करें व्यापारी संघ के वालंटियर संभालेंगे व्यवस्था 8. 5 करोड़ 52 लाख रुपए की अवैध विदेशी सिगरेट का जखीरा बरामद - राजधानी के लाखेनगर का महेश गोवानी गिरफतार , गया जेल : खुफिया राजस्व निदेशालय की कार्यवाही 9. राजधानी में पटाखा दुकान के लिए लाटरी आज 10. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर जताया भरोसा : कहा सोशल मीडिया में भ्रामक खबरों का रहता है डर 11. चोरों के हौसले बुलंद, शहर में लगातार हो रही है चोरियां - राजधानी कैसा मार्केट चार दुकानों में एक साथ चोरी 12. शासकीय स्कूलों में यूनिफार्म का वितरण नहीं : बिना यूनिफार्म आ रहे छात्र छात्राएं जिलों में लॉ एंड आर्डर , कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी कलेक्टरों पर : कलेक्टर्स कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री का फैसला T 20 भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच को लेकर पूरी दुनिया में उत्सुकता : 24 अक्टूबर को होना है मैच ऑनलाइन ठगी का फैलता नेटवर्क सावधान रहें किसी के झांसे में ना आएं फोन पर लेनदेन से बचें : राजधानी में महिला से 1 लाख 25 हजार की ऑनलाइन ठगी , शासन प्रशासन के तमाम जागरूकता अभियान के बावजूद लोग आ रहे ठगों के झांसे में - नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा के साथ-साथ भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने का काम कर रही - राज्यपाल अनुसुइया उइके प्रभु पार्श्वनाथ की भव्य शोभायात्रा : ऋषभदेव मंदिर सदर बाजार से समाज ने निकाला भव्य वरघोड़ा
  • महंगी सब्जियों के विरोध में कांग्रेस का 22 अक्टूबर को अनोखा प्रदर्शन
    महंगाई के विरोध में,बढ़ती सब्जियों के दामों के विरोध में, महिलाओं की रसोई की तकलीफों के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के आव्हान पर प्रदेश कांग्रेस के सभी सांसद विधायक मंत्री जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में सुबह 8:00 बजे सब्जी मार्केट ठेलों, चौराहों पर महंगी सब्जियों को खरीदने की और महंगी सब्जी होने के कारण लोन देने उधारी देने जैसे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर नए तरह का विरोध करेंगे | यह विरोध प्रदर्शन सभी कांग्रेसियों के लिए अनिवार्य किया गया है जिसमें 22 oct. शुक्रवार सुबह *8 बजे* से देश में बेतहाशा बढ़ते सब्ज़ियों के भाव के विरोध में छतीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस व्यंग्यात्मक तरीक़े से एक अभियान चला विरोध प्रदर्शन करेगी , सभी जनप्रतिनिधि अकेले झोला ले अपने नज़दीकी सब्ज़ी मंडी जाएँगे व वहाँ सब्ज़ी वाले से 60-70 ₹/ किलो टमाटर लेते हुए सेल्फ़ी या फ़ोटो ले सभी सोशल मीडिया प्लेफ़ार्म जैसे फ़ेसबुक,ट्विटर,वाट्स एप, इंस्टाग्राम में *#अच्छे_दिन* व कुछ व्यंग्यात्मक टिप्पणी के साथ अपनी फ़ोटो जनता के साथ साझा करेंगे। सब्ज़ी वाले से व्यंग्यात्मक तौर पर सब्ज़ी *लोन/किश्त/उधार* पर देने हेतु आग्रह कर व उसका विडियो बना जनता के साथ साझा करने का प्लान है प्रदेश कांग्रेस के अनुसार इस कैमपेन में प्रदेश के सभी सांसद गण,मंत्री,विधायक,महापौर,पार्षद,प्रदेश कांग्रेस, जिला कांग्रेस,शहर कांग्रेस,ग्रामीण कांग्रेस,ब्लॉक कांग्रेस,युवक कांग्रेस,NSUI,महिला कांग्रेस,सेवादल,आइ.टी सेल,किसान कांग्रेस सभी मोर्चा,प्रकोष्ठ के सम्मानिय पदाधिकारिगणों व सभी कार्यकर्ताओं को अनिवार्य रूप से भाग लेंगे। अब देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस के इस नए तरह के आंदोलन से जो सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचेगा, सभी कांग्रेसी हर तरह से अपने अपने स्तर पर प्रचार प्रसार करेंगे, सोशल मीडिया में चलने वाले विरोध प्रदर्शन से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर क्या असर पड़ेगा | CG 24 News-Singhotra
  • ना शराब बंदी हुई ना ही उद्योगों के प्रदूषण फैलाने उगलने पर रोक लगी ?  - कांग्रेस के 34 माह का कार्यकाल

    उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा - 34 माह का कार्यकाल

    ना शराब बंदी हुई ना ही उद्योगों के प्रदूषण फैलाने - उगलने पर रोक लगी

    सत्ता में आने से पहले कांग्रेस का मंत्री कवासी लखमा के विभाग से संबंधित मुख्य मुद्दा था शराबबंदी और इसके साथ ही बड़े उद्योगों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को रोकना 

    दिसंबर 2019 से सत्ता में आने के बाद कांग्रेस के कार्यकाल को 3 साल पूरे होने वाले हैं परंतु ना तो शराब बंदी पर कोई निर्णय हुआ और ना ही बड़े उद्योगों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण पर रोक लगी

    आबकारी मंत्री मीडिया से हमेशा एक ही बात कहते हैं कि शराबबंदी के लिए कमेटी बना दी गई है, पर यह समझ में यह नहीं आता कि कमेटी 3 साल में भी कोई फैसला या निर्णय नहीं ले पाई तो क्यों ? और दूसरी तरफ यह बात है कि अगर कमेटी ही बनानी थी तो ऐसी कमेटी आप ने सत्ता में आने से पहले क्यों नहीं बनाई ? आपको अंदाजा होना चाहिए था कि अगर आप सत्ता में आएंगे तो क्या क्या हो सकता है ? क्या क्या सवाल खड़े हो सकते हैं ?  राजस्व की कमी को लेकर कोई बात आ सकती है या शराबबंदी करने से प्रदेश में किस तरह की परेशानियां आ सकती हैं ? इस बारे में पहले से ही हर विषय पर तैयारियां पूर्ण कर लेनी चाहिए थी | परंतु उस समय यह सब सोचा नहीं और अगर अब  सोच भी रहे हैं तो 3 साल का लंबा समय व्यतीत हो गया और निर्णय नहीं आ पाया | 

    प्रदूषण की बात कहे तो इंडस्ट्री एरिया में बड़े उद्योग लगातार चिमनियों से काला धुआं उगल रहे हैं, जिससे लगभग 20 किलोमीटर क्षेत्र में खेती पर असर पड़ रहा है, लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है, दमा खांसी सहित स्किन की अनेक बीमारियां फैल रही हैं परंतु उन पर रोक नहीं लग पाई है | जिन उद्योगपतियों ने अपनी फैक्ट्री में चिमनियों से धुआं रोकने की मशीनें लगा रखी हैं वह भी बंद पड़ी है |

    बिजली की दरों से उद्योगपति परेशान हैं अर्थात कहा जाए तो पिछले शासन और इस शासन में कोई अंतर नहीं आया |

    प्रदेश के आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा मीडिया के सामने अधिकारियों को निर्देशित तो करते हैं परंतु मुड़कर यह नहीं देखते कि उनके निर्देशों का पालन हो भी रहा है या नहीं |

    इसे यूं भी समझा जा सकता है कि मंत्री जी अधिकारियों को समझा कर रखे होंगे कि मैं मीडिया के सामने, शिकायत आने पर शिकायतकर्ता के सामने, उद्योग पतियों के सामने या विपक्ष के सामने आप लोगों को जमकर डांट लगाऊंगा परंतु यह डांट सिर्फ दिखावे की होगी !

    बहरहाल यदि शासन-प्रशासन इसी तरह चलता रहा तो अगले चुनाव में कांग्रेस के लिए परेशानियां खड़ी हो सकती हैं !