Top Story
  • *रेरा उपभोक्ताओं की नहीं बिल्डरों की हितैषी संस्था*

    Real estate regulatory authority अर्थात ( रेरा) की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में 

    *रेरा का काम क्या सिर्फ जुर्माना लगाना ही है ?

    आरोपियों पर क्यों नहीं होती अपराधिक कार्रवाई ? Spacial Report - CG 24 News

    रेरा उपभोक्ताओं की जगह बिल्डरों की हितैषी संस्था - रेरा का काम क्या सिर्फ जुर्माना लगाना ही है ? - आरोपियों पर क्यों नहीं होती अपराधिक कार्रवाई ?* *प्रमाण सहित सबूत उपलब्ध करवाने वाले पीड़ितों की रेरा में नहीं होती सुनवाई*

     

    Raipu : लुभावने ऑफर, बंपर स्कीम और तरह-तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाने का लालच देकर मकान फ्लैट बेचने वाले बिल्डर अपना प्रोडक्ट बेचने के बाद अपने ग्राहकों, मकान मालिकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं, उसके साथ किए गए वायदे पूरे नहीं करते, घोषित सुविधाएं देने से मुकर जाते हैं और जब अपने आप को ठगा सा महसूस करने वाले ग्राहक इनकी शिकायत संबंधित संस्थाओं और अधिकारियों से करते हैं तो वहां भी उन्हें किसी तरह का सहयोग नहीं मिलता | बिल्डरों के लिए नियम शर्तों का पालन करवाने के लिए बनाई गई संस्था रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी ( रेरा ) के अधिकारी भी पहले तो इतनी लंबी प्रक्रिया में उलझा कर ग्राहक को न्याय देने में बरसों लगा देते हैं यदि कोई धैर्यवान पीड़ित उपभोक्ता लगातार न्याय पाने प्रयासरत रहता है तो रेरा के अधिकारी अपने आपको बचाने बिल्डर पर नाम मात्र का जुर्माना लगाकर पल्ला झाड़ लेते हैं परंतु पीड़ित उपभोक्ता की समस्या का निराकरण नहीं करवाते | छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यूं तो अनेकों बिल्डर हैं जो अपने प्रोजेक्ट, अपने मकान, अपने फ्लैट, अपनी कालोनियों, दुकानों, शॉपिंग कंपलेक्स की बिक्री के पहले अनेकों प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने का लिखित आश्वासन अपने पंपलेट - ब्रोशर आदि के माध्यम से करते हैं परंतु अपने मकान - फ्लैट या संबंधित प्रोजेक्ट की बिक्री के बाद ग्राहकों से किए गए वादों को पूरा करने से पीछे हट जाते हैं | इन्हीं बिल्डरों में से एक बिल्डर है संस्कार बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड जिनका कार्यालय जलविहार कॉलोनी रायपुर में है, इनका एक लग्जरी, लाइफ़स्टाइल वाला मॉडल एमेनिटीज के साथ आधुनिक सुविधाओं से लैस मल्टीस्टोरी, महल रूपी प्रोजेक्ट सृष्टि प्लाजो के नाम से सेंट जेवियर स्कूल रोड अवंती विहार रायपुर में लगभग 10 साल पहले शुरू किया गया, जिसमें अनेकों व्यक्तियों परिवारों सहित बीरेंद्र सिंघानिया नामक व्यक्ति ने भी दो फ्लैट यह सोचकर खरीदें कि परिवार के साथ सुकून का जीवन बिताएंगे, परंतु उन्हें क्या पता था कि अपना प्रोडक्ट बेचने के बाद बिल्डर अपने द्वारा किए गए लिखित वायदों को पूरा करने में आनाकानी करेगा और बिल्डर की धोखाधड़ी के कारण सृष्टि प्लाजो में रहने वालों का सुकून छिन जाएगा और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा| संस्कार बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट सृष्टि प्लाजो में बिल्डर द्वारा जो सुविधाएं देने का वादा किया गया था वह पूरा नहीं करने पर की गई शिकायतों पर बिल्डर द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया, तब परेशान होकर बीरेंद्र सिंघानिया ने इस मामले से संबंधित सभी विभागों जिसमें रेरा कार्यालय भी शामिल है में लिखित शिकायतें देकर न्याय की मांग की | शिकायतों के बावजूद जांच करने कोई भी अधिकारी सामने नहीं आया ऐसा लगता है कि शिकायतों को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया गया है | पीड़ित बरसों से परेशान है और बिल्डर अधिकारियों की कृपा से शिकायतों के घेरे में नहीं आ रहे हैं | क्या कारण है कि बिल्डर शासन की गाइडलाइन के अनुसार प्रोजेक्ट रिपोर्ट तो बनाते हैं परंतु धरातल पर शासन प्रशासन की गाइडलाइन का पालन नहीं करते ? इन बिल्डरों पर नजर रखने वाली शासकीय संस्था रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी ( रेरा ) के अधिकारी बिल्डरों द्वारा प्रस्तुत प्रोजेक्ट रिपोर्ट का स्थल निरीक्षण करने जाते ही नहीं क्यों ? - नगर निवेश या नगर निगम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी दफ्तरों में बैठे-बैठे एनओसी अर्थात अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं क्यों ? - *यदि बिल्डरों द्वारा ग्राहकों के साथ इसी तरह धोखाधड़ी की जाती रहेगी तो इन संबंधित विभागों सहित रेरा कार्यालय के होने का क्या फायदा ?* रेरा कार्यालय सफेद हाथी के साथ-साथ भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है, रेरा के अधिकारी शिकायतों के प्रमाणित होने पर सिर्फ जुर्माना क्यों लगाते हैं ? पीड़ितों को न्याय क्यों नहीं दिलवाते ? आरोपी बिल्डर पर अपराधिक प्रकरण दर्ज क्यों नहीं करवाते ? *वक्त है बदलाव के नारे के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने भूपेश बघेल के सत्ता संभालने के बाद भी किसी भी विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नजर नहीं आता | अब ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दोबारा सत्ता में आने के प्रयासों पर संदेह नजर आता है | बहर हाल प्रदेश के बेलगाम अधिकारियों पर मुख्यमंत्री कोई सख्त कार्रवाई करते हैं कि नहीं कहा नहीं जा सकता | *CG 24 News - Singhotra*

  • रायपुर उत्तर विधानसभा से कांग्रेस की टिकट चाहने वालों की संभावित लिस्ट

    *भेंट मुलाकात* *रायपुर उत्तर विधानसभा के दावेदार हुए सक्रिय* मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम रायपुर उत्तर विधानसभा के अंतर्गत प्रगति मैदान पंडरी में हुआ | इस भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए की घोषणाएं की जिन्हें चुनाव पूर्व की सौगात भी कहा जा सकता है ताकि क्षेत्र की जनता को कांग्रेस के पक्ष में किया जा सकें | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान रायपुर उत्तर विधानसभा से कांग्रेस की टिकट चाहने वालों की सक्रियता नजर आई | कुलदीप जुनेजा को विधायक के नाते तो एजाज ढेबर को महापौर के नाते इस कार्यक्रम में शामिल होना ही था, परंतु मदर टेरेसा वार्ड के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा एवं पूर्व पार्षद बलविंदर सिंह सैनी भी आज सक्रिय नजर आए | यह कुछ ऐसे नाम हैं जो आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान रायपुर उत्तर विधानसभा से टिकट चाहने वालों में सबसे आगे हैं |

     

    मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान बलविंदर सिंह सैनी उर्फ गग्गी आसपास के वार्डों सहित विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों से उनका हालचाल पूछते नजर आए| बलविंदर सिंह सैनी और उर्फ गग्गी ने इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर विधानसभा क्षेत्र के बारे में अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां उन्हें दीं | बलविंदर सिंह सैनी के आग्रह पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने हाथों से सेल्फी भी ली |

     

    रायपुर उत्तर विधानसभा के लिए वर्तमान विधायक कुलदीप जुनेजा के अलावा रायपुर महापौर एजाज ढेबर, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा, मदर टेरेसा वार्ड के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा एवं रायपुर नगर निगम में लगातार तीन बार के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य रहे बलविंदर सिंह सैनी उर्फ गग्गी आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट चाहने वालों के संभावित दावेदार हो सकते हैं | अब देखने वाली बात यह है कि नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी के नाते रायपुर उत्तर विधानसभा से टिकट लाने में कौन सफल होता है ? या प्रदेश कांग्रेस कमेटी किस पर विश्वास व्यक्त करती है ? CG 24 News - Singhotra

  • पांच सितारा होटलों सहित रेस्टोरेंटस में परोसा जाने वाला मांस झटका है या हलाल - कोई डिस्प्ले बोर्ड नहीं
    *होटल - रेस्टोरेंट में परोसा जाने वाला मांस झटका है या हलाल कैसे पहचाने ?* *छत्तीसगढ़ के होटलों में धार्मिक भावनाओं के साथ किया जा रहा है खिलवाड़* *ग्राहकों को झटका परोस रहे हैं या हलाल मांस, कोई डिस्प्ले बोर्ड नहीं* छत्तीसगढ़ सिख समाज द्वारा सोमवार को कलेक्टर रायपुर से की जाएगी लिखित शिकायत* नियमानुसार किसी भी होटल और रेस्टोरेंट में नॉनवेज परोसने से पहले होटल के बाहर हलाल या झटका का बोर्ड लगाना आवश्यक होता है, परंतु देखने में आ रहा है कि छत्तीसगढ़ के छोटे से लेकर फाइव स्टार होटलों तक में नॉनवेज की बिक्री के लिए इस बात का कहीं कोई उल्लेख नहीं है कि होटल या रेस्टोरेंट में झटका परोसा जा रहा है या हलाल | जश्न ए पंजाब और पंजाबी फूड फेस्ट के नाम से सिख धर्म के त्योहारों के अवसर पर आयोजित किए जा रहे फूड फेस्टिवल में संभावना है कि हलाल परोस कर सिख धर्म की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है | राजधानी रायपुर के पांच सितारा होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट में जश्ने पंजाब के नाम से 14 अप्रैल बैसाखी के दिन से 23 अप्रैल तक सिख धर्म के लोगों के लिए पंजाबी फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है | जहां हलाल परोसा जा रहा है या झटका इस बारे में कोर्टयार्ड बाय मैरियट होटल के संचालक द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं किया गया है | अशोका बिरियानी नाम से चल रहे अनेक होटल रेस्टोरेंट में पंजाबी बुफे के नाम से हलाल परोसा जा रहा है या झटका संस्थान द्वारा स्पष्ट जानकारी ग्राहकों को नहीं दी जा रही है| इन संस्थानों द्वारा हलाल या झटका का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है और इस तरह इन होटलों में सिख समाज, हिंदू धर्मावलंबी के अलावा मुस्लिम समाज के लोग भी भोजन करने पहुंचते हैं और बिना जानकारी लिए नॉनवेज का लुत्फ उठाकर बिल भुगतान कर चले जाते हैं | अब ऐसे में अगर इन होटलों में झटका परोसा जा रहा है तो मुस्लिम समाज का धर्म भ्रष्ट हो रहा है और यदि हलाल परोसा जा रहा है तो सिख समाज एवं हिंदू धर्मावलंबियों का धर्म भ्रष्ट हो रहा है साथ-साथ धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं | ऐसे होटलों पर संबंधित विभाग चुप्पी क्यों साधे हुए हैं | संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन क्यों नहीं करते ? क्यों निरीक्षण नहीं करते ? छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने सिख समाज से अपील की है कि वे किसी भी होटल रेस्टोरेंट में लंच डिनर लेने से पहले होटल या रेस्टोरेंट के मालिक संचालक से मटन मुर्गे के झटका होने का प्रमाण मांगे तभी वहां भोजन करें अन्यथा रुपया कमाने के लालच में होटल और रेस्टोरेंट के संचालक आप की धार्मिक भावनाओं का अपमान कर रहे हैं और आपके धर्म विरुद्ध झटका की जगह हलाल मांस खिला रहे हैं | जिला प्रशासन कुछ चाहिए कि वह होटल और रेस्टोरेंट संचालको को निर्देशित करें कि संस्थान के बाहर बड़े अक्षरों में स्पष्ट उल्लेख करें कि उनके यहां हलाल परोसा जाता है या झटका | जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को भी चाहिए कि लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने, धार्मिक अपमान करने के मामलों में संज्ञान लेकर छोटे रेस्टोरेंट्स से लेकर पांच सितारा होटलों तक सख्त कार्रवाई करें | छत्तीसगढ़ सिख समाज द्वारा इस संबंध में लिखित शिकायत सोमवार को कलेक्टर रायपुर से की जाएगी |
  • बैसाखी - खालसा पंथ का स्थापना दिवस
    पंजाबी नववर्ष का प्रतीक तथा सिख धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक बैसाखी पर्व माना जाता है। इसे वैशाखी भी कहा जाता है। इसी दिन सूर्यदेव मेष राशि में प्रवेश करते हैं, अत: यह दिन मेष संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। *इस पर्व की खास बातें* • दरअसल, इस त्योहार पर फसल पकने के बाद उसके कटने की तैयारी का उल्लास साफ तौर पर दिखाई देता है, इसीलिए बैसाखी एक लोक त्योहार है। • पूरे देश में श्रद्धालु गुरुद्वारों में अरदास के लिए इकट्ठे होते हैं। मुख्य समारोह आनंदपुर साहिब में होता है, जहां पंथ की नींव रखी गई थी। • पंजाब और हरियाणा सहित कई क्षेत्रों में बैसाखी मनाने के आध्यात्मिक सहित तमाम कारण हैं। बैसाखी पर्व हर साल विक्रम संवत के प्रथम महीने में पड़ता है। • बैसाखी के दिन ही सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है अत: इसे मेष संक्रांति भी कहते हैं। यह पर्व पूरी दुनिया को भारत के करीब लाता है। • वैशाख मास के प्रथम दिन को बैसाखी कहा गया और पर्व के रूप में मनाया जाता है। • वैसे तो भारत में महीनों के नाम नक्षत्रों पर रखे गए हैं। बैसाखी के समय आकाश में विशाखा नक्षत्र होता है। • विशाखा युवा पूर्णिमा में होने के कारण इस माह को बैसाखी कहते हैं। • बैसाखी पर्व के दिन गुरुद्वारों में विशेष उत्सव मनाए जाते हैं। • बैसाखी पर्व के दिन समस्त उत्तर भारत की पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व माना जाता है, अत: इस दिन प्रात: नदी में स्नान करना पवित्र माना जाता है। • गुरुद्वारा में विशेष कीर्तन कथा का आयोजन होता है। • जगह-जगह लंगर का आयोजन किया जाता है और इसे प्रसाद के रूप में सिख समाज सहित गुरु नानक नाम लेवा संगत ग्रहण करती हैं | • इस दिन श्रद्धालु कारसेवा भी करते हैं। • दिनभर गुरु गोविंदसिंह और पंच प्यारों के सम्मान में शबद् और कीर्तन गाए जाते हैं। • इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिद्दा किया जाता है। • शाम को आग के आसपास इकट्ठे होकर लोग नई फसल की खुशियां मनाते हैं। • बैसाखी मुख्य रूप से कृषि का पर्व है, लेकिन फसल के अलावा और भी कई बातें हैं, जो बैसाखी पर्व से जुड़ी हुई हैं। इसी दिन सिख धर्म के अंतिम यानी 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने सन् 1699 में आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की थी, जो मुगलों के अत्याचारों से मुकाबला करने के लिए बहुत खास मानी गई है। • सिख धर्मावलंबियों के लिए बैसाखी का त्योहार बहुत खास होता है। अत: बैसाखी को सिख समुदाय नए साल के रूप में प्रसन्नतापूर्वक मनाते हैं। बैसाखी पर खेत में खड़ी फसल पर हर्षोल्लास प्रकट किया जाता है। इस पर्व को कई अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, जैसे बंगाल में नबा वर्ष, केरल में पूरम विशु, असम में बिहू आदि नाम से इस पर्व को मनाते हैं।
  • सरकार कानून व्यवस्था से समझौता नहीं करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस- vedio

    अतीक अहमद के पुत्र असद अहमद के एनकाउंटर के बाद यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।

    अतीक अहमद के पुत्र का एनकाउंटर: एडीजी कानून व्यवस्था बोले- सरकार कानून व्यवस्था से समझौता नहीं करेगी

     
  • सावधान! गर्मियों में ठंडा पानी पीना हो सकता है खतरनाक, तुरंत हो जाएंगे इन बीमारियों के शिकार

    गर्मी का मौसम आते ही हम सबकी हालत खराब हो जाती है। सूरज की तपती धूप की मार सहना हम सबके लिए किसी सजा से कम नहीं होती। ऐसे में इस मौसम में ठंडा पानी ही लोगों का सहारा बनता है। चिलचिलाती धूप में पसीने से भीगे हुए ऑफिस, स्कूल या फिर कॉलेज से जब हम घर पहुंचते हैं तो बिना सोचे समझे ठंडा पानी पी लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ठंडा पानी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस मौसम में ज़्यादा ठंडा पानी पीने से हमे कई सेहत संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। चलिए आपको उन परेशानियों के बारे में बताते हैं।

    • दिल की धड़कन करता है प्रभावित: ठंडा पानी आपकी धड़कन की गति को बहुत ही गंभीर तरीके से प्रभावित करता है। ठंडा पानी हमारे शरीर के नर्वस सिस्टम का बैलेंस बिगाड़ देता है। जिस वजह से हमारी धड़कन की गति स्लो हो जाती है।
    • मोटापा बढाए: मोटापे के पीछे एक सबसे बड़ी वजह हमारी अनियमित जीवनशैली है। अगर आप खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीते है तो इससे आपको मोटापे की संभावना कई गुना बढ़ हो जाती है। यही कारण है कि डाइटिशियन खाने के तुरंत बाद पानी पीने से मना करते हैं।
    • सर्दी और खांसी हो सकती है: इस मौसम में ठंडा पानी पीने से लोग सर्दी और खांसी की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए खाने के बाद ठन्डे पानी की बजाय आपको नॉर्मल पानी पीना चाहिए।दरअसल, ठंडा पानी हमारे शरीर में बहुत ज़्यादा मात्रा में म्यूकस पैदा करता है जिस वजह से बॉडी में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
    • पाचन क्रिया होती है कमजोर: बहुत ठंडा पानी या कोई भी ड्रिंक आपकी ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है, जिसका सीधा असर हमारी पाचन क्रिया पर पड़ता है। ठंडे पानी का सेवन पाचन क्रिया कमजोर कर देता है। इसलिए ठन्डे पानी से परहेज़ करने की सलाह दी जाती है।

    (ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले)

     
  • कांग्रेस के भरोसा सम्मेलन पर धरमलाल कौशिक का तंज - भरोसे को ही पता नहीं है, भरोसे का पता
    *भरोसे को ही पता नहीं है, भरोसे का पता : कौशिक* *जनता का भरोसा खोने के बाद भरोसा सम्मेलन में शामिल हो रही है प्रियंका गांधी*:*कौशिक* *भरोसा स्ममेलन भूपेश बघेल की विदाई पार्टी:कौशिक* पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रियंका गांधी के बस्तर प्रवास को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने राज्य के विकास पर जरा भी ध्यान नहीं दिया है। कांग्रेस हमेशा इस बात का घमंड करती है कि हमें जनता ने विशाल जनमत के साथ सत्ता सौंपी है लेकिन जनता की उम्मीदों पर कांग्रेस कही पर भी खरी नहीं उतर रही है। कांग्रेस केवल औपचारिकता के रूप में भरोसे के नाम पर जनता से वाहवाही लूटने का काम कर रही है, पर प्रदेश की जनता का कांग्रेस की सरकार से भरोसा उठ चुका है। श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह से अपने झूठे घोषणा पत्र को लेकर जनता को छलने का काम किया है उससे आज प्रदेश का हर वर्ग नाराज है और पूरे प्रदेश की जनता के अन्दर कांग्रेस के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंनें कहा कि पूरे प्रशासन का दुरूपयोग हो रहा है। बस्तर में कलेक्टर-एसपी, पीसीसी के प्रतिनिधि के तौर कार्य कर रहें हैं। पूरी तरह से भीड़ जुटाने के लिये अधिनस्थों पर दवाब बना रहे हैं। वही अपने प्रस्तावित पराजय को देखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भयभीत है।अब केवल भरोसा सम्मेलन का आयोजन एक तरह से उनके लिये विदाई पार्टी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूरे प्रदेश में अपराध की घटनाएं हो रही है इससे भय का वातावरण व्याप्त है, कांग्रेस जब से सत्ता में आई पूरे प्रदेश भर में जंगलराज कायम है, राजधानी से लेकर न्यायधानी तक अपराधी तांडव मचा रहे हैं, पूरे प्रदेश में लोगों की हत्या हो रही है, सामूहिक बलात्कार हो रहे है, अपहरण हो रहे हैं, लूट हो रही है, डाके डल रहे है और यह तक कि सरकारी खजाने तक को लूटा जा रहा है। उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ को अपराधी तत्वों के हवाले कर दिया है। प्रियंका गांधी कांग्रेस के भरोसा खोने के बाद भरोसा सम्मेलन में शामिल हो रही हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में जो हालात बनते जा रहे है उस पर प्रियंका गांधी को जवाब देना चाहिए। उनके जवाब का इंतजार पूरा प्रदेश कि जनता कर रही है।
  • सिखों के नौंवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व 11 अप्रैल को

    श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है

    हिंदू धर्म की रक्षा के लिए प्राणों को कर दिया न्यौछावर 

     

    इस वर्ष 11 अप्रैल 2023, मंगलवार को सिख समाज अपने नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाने जा रहा है, सभी गुरुद्वारों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश के साथ ही कथा कीर्तन का दौर शुरू हो जाएगा, सिख समाज के स्त्री, पुरुष, बच्चे बुजुर्ग गुरुद्वारों में मत्था टेक कर कथा कीर्तन का श्रवण कर मिलकर अरदास करेंगे | श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है | तत्कालीन शासक औरंगजेब द्वारा कश्मीरी पंडितों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था औरंगजेब की प्रताड़ना से तंग होकर कश्मीरी पंडितों ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को अपनी पीड़ा बताते हुए औरंगजेब की क्रूरता से बचाने का आग्रह किया था | जिस समय कश्मीरी पंडित श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को अपनी व्यथा व्यक्त कर रहे थे उस समय श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बेटे श्री गोविंद राय जो मात्र 8 वर्ष के थे उन्होंने अपने पिता को औरंगजेब की क्रूरता से इन्हें बचाने सामने आने को कहा | जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर जी ने कश्मीरी पंडितों से कह दिया कि जाकर औरंगजेब को कह दो कि अगर गुरु तेग बहादुर जी धर्म परिवर्तन कर लेंगे तो हम सब भी आपके कहे अनुसार धर्म परिवर्तन करने को तैयार हैं | औरंगजेब की तमाम कोशिशों के बावजूद भी जब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो औरंगजेब ने दिल्ली के चांदनी चौक में उनका सिर धड़ से अलग कर कत्ल कर दिया यह वही जगह है जहां आज गुरुद्वारा सीस गंज साहिब स्थापित है | श्री गुरु तेग बहादुर जी ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कश्मीरी पंडितों के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया परंतु धर्म परिवर्तन नहीं किया यही कारण है कि आज उन्हें हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर के नाम से जाना जाता है | श्री गुरु तेग बहादुर जी को क्रांतिकारी युग पुरुष कहा जाता है। विश्व इतिहास में धर्म, मानवीय मूल्यों, आदर्शों तथा सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहब का स्थान अद्वितीय है। उन्होंने अपनी जान दे दी लेकिन वे झुके नहीं।  वैशाख कृष्ण पंचमी को उनका प्रकाश पर्व मनाया जाता है, वे सिखों के नौंवें गुरु थे। उनका बचपन का नाम त्यागमल था और पिता का नाम श्रीगुरु हरगोबिंद साहेब था। श्री गुरु हरगोबिंद साहिब सिखों के नौवें गुरु हैं | मीरी-पीरी के मालिक पिता गुरु हरिगोबिंद साहिब की छत्र छाया में उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई। इसी समय तेग बहादुर जी ने गुरुबाणी, धर्मग्रंथ तथा शस्त्रों और घुड़सवारी आदि की शिक्षा प्राप्त की। सिखों के 8वें गुरु हरिकृष्ण जी के ज्योति ज्योत सामने के बाद श्री गुरु तेग बहादुर जी को सिक्खों के नौवें गुरु बने।  

    इनकी वीरता से प्रभावित होकर उनके पिता ने उनका नाम तेग बहादुर यानी तलवार के धनी रख दिया। गुरु तेग बहादुर सिंह जहां भी गए उन्होंने देश को दुष्टों के चंगुल से छुड़ाने के लिए जनमानस में विरोध की भावना भर, कुर्बानियों के लिए तैयार किया और मुगलों के नापाक इरादों को नाकामयाब करते हुए कुर्बान हो गए। सिक्खों के नौंवें गुरु तेग बहादुर जी ने अपने युग के शासन वर्ग की नृशंस एवं मानवता विरोधी नीतियों को कुचलने के लिए अपना बलिदान दे दिया। 
     
    गुरु तेग बहादुर जी द्वारा रचित बाणी के 15 रागों में 116 शबद (श्लोकों सहित) श्रीगुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं। शस्त्र, शास्त्र, संघर्ष, वैराग्य, लौकिक, रणनीति,  राजनीति और त्याग आदि सारे गुण गुरु तेग बहादुर सिंह में मौजूद थे, ऐसा संयोग मध्ययुगीन साहित्य व इतिहास में बिरला ही देखने को मिलता है। 
     
    प्रेम, सहानुभूति, त्याग, ईश्वरीय निष्ठा, समता, करुणा और बलिदान जैसे मानवीय गुण गुरु तेग बहादुर सिंह जी में विद्यमान थे।
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एशिया की सबसे लंबी सुरंग जोजिला टनल का  किया निरीक्षण

    केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ लद्दाख के लिए प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बन रही एशिया की सबसे लंबी सुरंग जोजिला टनल का निरीक्षण किया | केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों की उपस्थिति में लद्दाख के लिए प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बन रही एशिया की सब से लंबी सुरंग जोजिला टनल व जम्मू और कश्मीर में निर्माणाधीन एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना का निरीक्षण किया।

    जम्मू और कश्मीर में 25000 करोड़ रुपये के व्यय के साथ 19 सुरंगों का निर्माण- कार्य किया जा रहा है। इस ढांचागत कार्यक्रम के तहत जोजिला में 6800 करोड़ रुपये की लागत से 13.14 किलोमीटर लंबी सुरंग और इसके साथ एक उप-सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह 7.57 मीटर ऊंची घोड़े की नाल के आकार की सिंगल-ट्यूब व द्वि-दिशात्मक सुरंग है, जो कश्मीर में गांदरबल तथा लद्दाख के कारगिल जिले में द्रास शहर के बीच हिमालयन क्षेत्र स्थित जोजिला दर्रे के नीचे से गुजरेगी। इस विशेष परियोजना में एक स्मार्ट टनल (पर्यवेक्षी नियंत्रण एवं डाटा अधिग्रहण प्रणाली) प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है और इस सुरंग का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड का उपयोग करके किया जा रहा है। यह सुरंग सीसीटीवी, रेडियो कंट्रोल, निर्बाध बिजली आपूर्ति और वायु- संचार जैसी आवश्यक सुविधाओं से लैस है। भारत सरकार द्वारा इस परियोजना में आधुनिक तकनी क के इस्तेमाल करने से इसे 5000 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई है।

    जोजिला सुरंग परियोजना के तहत बनने वाली मुख्य जोजिला टनल 13,153 मीटर लंबी है और इसमें 810 मीटर की कुल लंबाई के 4 पुलिया निर्धारित हैं, 4,821 मीटर की कुल लंबाई की 4 नीलग्रार सुरंगें, 8 कट जो 2,350 मीटर की कुल लंबाई को और तीन कट 500 मीटर को कवर करते हैं, इसके अलावा 391 मीटर तथा 220 मीटर के ऊर्ध्वाधर वेंटिलेशन शाफ्ट लगाया जाना प्रस्तावित हैं। अभी तक जोजिला सुरंग का 28 प्रतिशत कार्य खत्म हो चुका है।
    इस सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से लद्दाख के लिए हर मौसम में सड़क संपर्क सुविधा स्थापित हो जाएगी। वर्तमान समय में सामान्य मौसम के दौरान जोजिला दर्रे को पार करने के लिए औसत यात्रा अवधि में कभी-कभी तीन घंटे लग जाते हैं, लेकिन इस सुरंग के पूर्ण रूप से बन जाने के बाद सफर का समय घटकर सिर्फ 20 मिनट रह जाएगा। यात्रा के समय में कमी आने से कोई संदेह नहीं है कि ईंधन की बचत भी होगी।

    जोजिला दर्रे के पास का इलाका बेहद कठिन है और यहां पर हर वर्ष कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं । जोजिला सुरंग का कार्य पूरा हो जाने के बाद दुर्घटनाओं की संभावना नगण्य हो जाएगी। एक बार संचालन शुरू होने के बाद यह सुरंग कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुविधा सुनिश्चित करेगी, जो लद्दाख के विकास तथा पर्यटन को बढ़ावा देने, स्थानीय व्यापारिक वस्तुओं की मुक्त आवाजाही और आपात स्थिति में भारतीय सशस्त्र बलों की गतिविधियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। CG 24 News

  • राजधानी में डबल मर्डर: रिटायर्ड वाइस प्रिंसिपल और उनकी पत्नी की हत्या, जांच में जुटी पुलिस

    नई दिल्ली। दिल्ली के गोकुलपुरी में डबल मर्डर का मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि बदमाशों ने लूट के मकसद से हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    मृतकों की शिनाख्ती राधे श्याम वर्मा और उनकी पत्नी का नाम वीणा देवीरूप में हुई है। राधे श्याम वर्मा वाइस प्रिंसिपल एक सरकारी स्कूल से रिटायर हुए थे। हत्यारों ने बुजुर्ग राधे श्याम वर्मा का गला काटा और पत्नी वीणा देवी का गले रेतने के अलावा, सिर पर तेज हथियार से वार किया।

    दोनों के शव घर में ही ग्राउंड फ्लोर में स्थित बेडरूम से बरामद हुए हैं। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में लूटपाट की वजह से हत्या का मामला लग रहा है। जांच के दौरान घर में काफी तोड़फोड़ और जबरदस्ती प्रवेश जैसे सबूत मिले हैं। फिलहाल, पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।

  • आज छत्तीसगढ़ बंद
    रायपुर ब्रेकिंग बेमेतरा में हुई घटना को लेकर छत्तीसगढ़ बंद... विश्व हिंदू परिषद द्वारा आज बंद का आवाहन ... भाजपा बजरंग दल, साहू समाज ने किया समर्थन... स्वास्थ्य सुविधाओं को छोड़ बाकी सब रहेगा बंद बंद को लेकर पुलिस की तगड़ी व्यवस्था। पेट्रोलिंग और कुछ स्थानों पर फिक्स पिकेट्स नागरिक को परेशानी होगी तो स्थानीय थाना प्रभारी से या ज़िला कंट्रोल रूम (9479191099) से कर सकते हैं संपर्क लोगों से अपील है कि शांति एवं सद्भाव बनाये रखने शासन की अपील | CG 24 News
  •  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दुर्ग जिले के वैशाली नगर विधानसभा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में की गई महत्वपूर्ण घोषणाएं....

    रायपुर, 8 अप्रैल 2023

    भेंट-मुलाकात : वैशाली नगर विधानसभा, दुर्ग जिला

    1. वैशाली नगर विधानसभा के सभी वार्डो में 50 लाख रूपये तक के सीमेंटीकरण, पाथवे, पुलिया संधारण एवं अन्य निर्माण कार्य कराये जायेंगे।

    2. वैशाली नगर विधानसभा के सड़को का मरम्मत एवं नवीनीकरण कराया जायेगा।

    3. वार्ड 07 रानी अवंतीबाई सरोवर का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    4. नेहरू नगर एवं हाउसिंग बोर्ड में सीवरेज लाइन संधारण एवं नवीनीकरण कराया जायेगा।

    5. हाउसिंग बोर्ड एवं अन्य कॉलोनी जो नगर निगम को हस्तांतरित हुई उनका आंतरिक विकास कार्य कराया जायेगा।

    6. जवाहर नगर स्पोर्टस् कॉम्पलेक्स में बॉक्सिंग, टेबल टेनिस एवं वॉलीबॉल एकेडमी प्रारंभ की जायेगी।

    7. संजय नगर तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    8. विभिन्न स्थानों पर डोम शेड निर्माण कार्य कराया जायेगा।

    9. वैशाली नगर क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति स्थापना एवं सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    10. राधिका नगर मैदान का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    11. शा. उ. मा. शाला केंप का स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में संचालन किया जायेगा।