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  • सिखों के नौंवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व 11 अप्रैल को

    श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है

    हिंदू धर्म की रक्षा के लिए प्राणों को कर दिया न्यौछावर 

     

    इस वर्ष 11 अप्रैल 2023, मंगलवार को सिख समाज अपने नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाने जा रहा है, सभी गुरुद्वारों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश के साथ ही कथा कीर्तन का दौर शुरू हो जाएगा, सिख समाज के स्त्री, पुरुष, बच्चे बुजुर्ग गुरुद्वारों में मत्था टेक कर कथा कीर्तन का श्रवण कर मिलकर अरदास करेंगे | श्री गुरु तेग बहादुर जी को हिंद की चादर भी कहा जाता है | तत्कालीन शासक औरंगजेब द्वारा कश्मीरी पंडितों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था औरंगजेब की प्रताड़ना से तंग होकर कश्मीरी पंडितों ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को अपनी पीड़ा बताते हुए औरंगजेब की क्रूरता से बचाने का आग्रह किया था | जिस समय कश्मीरी पंडित श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को अपनी व्यथा व्यक्त कर रहे थे उस समय श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बेटे श्री गोविंद राय जो मात्र 8 वर्ष के थे उन्होंने अपने पिता को औरंगजेब की क्रूरता से इन्हें बचाने सामने आने को कहा | जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर जी ने कश्मीरी पंडितों से कह दिया कि जाकर औरंगजेब को कह दो कि अगर गुरु तेग बहादुर जी धर्म परिवर्तन कर लेंगे तो हम सब भी आपके कहे अनुसार धर्म परिवर्तन करने को तैयार हैं | औरंगजेब की तमाम कोशिशों के बावजूद भी जब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो औरंगजेब ने दिल्ली के चांदनी चौक में उनका सिर धड़ से अलग कर कत्ल कर दिया यह वही जगह है जहां आज गुरुद्वारा सीस गंज साहिब स्थापित है | श्री गुरु तेग बहादुर जी ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कश्मीरी पंडितों के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया परंतु धर्म परिवर्तन नहीं किया यही कारण है कि आज उन्हें हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर के नाम से जाना जाता है | श्री गुरु तेग बहादुर जी को क्रांतिकारी युग पुरुष कहा जाता है। विश्व इतिहास में धर्म, मानवीय मूल्यों, आदर्शों तथा सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहब का स्थान अद्वितीय है। उन्होंने अपनी जान दे दी लेकिन वे झुके नहीं।  वैशाख कृष्ण पंचमी को उनका प्रकाश पर्व मनाया जाता है, वे सिखों के नौंवें गुरु थे। उनका बचपन का नाम त्यागमल था और पिता का नाम श्रीगुरु हरगोबिंद साहेब था। श्री गुरु हरगोबिंद साहिब सिखों के नौवें गुरु हैं | मीरी-पीरी के मालिक पिता गुरु हरिगोबिंद साहिब की छत्र छाया में उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई। इसी समय तेग बहादुर जी ने गुरुबाणी, धर्मग्रंथ तथा शस्त्रों और घुड़सवारी आदि की शिक्षा प्राप्त की। सिखों के 8वें गुरु हरिकृष्ण जी के ज्योति ज्योत सामने के बाद श्री गुरु तेग बहादुर जी को सिक्खों के नौवें गुरु बने।  

    इनकी वीरता से प्रभावित होकर उनके पिता ने उनका नाम तेग बहादुर यानी तलवार के धनी रख दिया। गुरु तेग बहादुर सिंह जहां भी गए उन्होंने देश को दुष्टों के चंगुल से छुड़ाने के लिए जनमानस में विरोध की भावना भर, कुर्बानियों के लिए तैयार किया और मुगलों के नापाक इरादों को नाकामयाब करते हुए कुर्बान हो गए। सिक्खों के नौंवें गुरु तेग बहादुर जी ने अपने युग के शासन वर्ग की नृशंस एवं मानवता विरोधी नीतियों को कुचलने के लिए अपना बलिदान दे दिया। 
     
    गुरु तेग बहादुर जी द्वारा रचित बाणी के 15 रागों में 116 शबद (श्लोकों सहित) श्रीगुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं। शस्त्र, शास्त्र, संघर्ष, वैराग्य, लौकिक, रणनीति,  राजनीति और त्याग आदि सारे गुण गुरु तेग बहादुर सिंह में मौजूद थे, ऐसा संयोग मध्ययुगीन साहित्य व इतिहास में बिरला ही देखने को मिलता है। 
     
    प्रेम, सहानुभूति, त्याग, ईश्वरीय निष्ठा, समता, करुणा और बलिदान जैसे मानवीय गुण गुरु तेग बहादुर सिंह जी में विद्यमान थे।
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एशिया की सबसे लंबी सुरंग जोजिला टनल का  किया निरीक्षण

    केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ लद्दाख के लिए प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बन रही एशिया की सबसे लंबी सुरंग जोजिला टनल का निरीक्षण किया | केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों की उपस्थिति में लद्दाख के लिए प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बन रही एशिया की सब से लंबी सुरंग जोजिला टनल व जम्मू और कश्मीर में निर्माणाधीन एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना का निरीक्षण किया।

    जम्मू और कश्मीर में 25000 करोड़ रुपये के व्यय के साथ 19 सुरंगों का निर्माण- कार्य किया जा रहा है। इस ढांचागत कार्यक्रम के तहत जोजिला में 6800 करोड़ रुपये की लागत से 13.14 किलोमीटर लंबी सुरंग और इसके साथ एक उप-सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह 7.57 मीटर ऊंची घोड़े की नाल के आकार की सिंगल-ट्यूब व द्वि-दिशात्मक सुरंग है, जो कश्मीर में गांदरबल तथा लद्दाख के कारगिल जिले में द्रास शहर के बीच हिमालयन क्षेत्र स्थित जोजिला दर्रे के नीचे से गुजरेगी। इस विशेष परियोजना में एक स्मार्ट टनल (पर्यवेक्षी नियंत्रण एवं डाटा अधिग्रहण प्रणाली) प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है और इस सुरंग का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड का उपयोग करके किया जा रहा है। यह सुरंग सीसीटीवी, रेडियो कंट्रोल, निर्बाध बिजली आपूर्ति और वायु- संचार जैसी आवश्यक सुविधाओं से लैस है। भारत सरकार द्वारा इस परियोजना में आधुनिक तकनी क के इस्तेमाल करने से इसे 5000 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई है।

    जोजिला सुरंग परियोजना के तहत बनने वाली मुख्य जोजिला टनल 13,153 मीटर लंबी है और इसमें 810 मीटर की कुल लंबाई के 4 पुलिया निर्धारित हैं, 4,821 मीटर की कुल लंबाई की 4 नीलग्रार सुरंगें, 8 कट जो 2,350 मीटर की कुल लंबाई को और तीन कट 500 मीटर को कवर करते हैं, इसके अलावा 391 मीटर तथा 220 मीटर के ऊर्ध्वाधर वेंटिलेशन शाफ्ट लगाया जाना प्रस्तावित हैं। अभी तक जोजिला सुरंग का 28 प्रतिशत कार्य खत्म हो चुका है।
    इस सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से लद्दाख के लिए हर मौसम में सड़क संपर्क सुविधा स्थापित हो जाएगी। वर्तमान समय में सामान्य मौसम के दौरान जोजिला दर्रे को पार करने के लिए औसत यात्रा अवधि में कभी-कभी तीन घंटे लग जाते हैं, लेकिन इस सुरंग के पूर्ण रूप से बन जाने के बाद सफर का समय घटकर सिर्फ 20 मिनट रह जाएगा। यात्रा के समय में कमी आने से कोई संदेह नहीं है कि ईंधन की बचत भी होगी।

    जोजिला दर्रे के पास का इलाका बेहद कठिन है और यहां पर हर वर्ष कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं । जोजिला सुरंग का कार्य पूरा हो जाने के बाद दुर्घटनाओं की संभावना नगण्य हो जाएगी। एक बार संचालन शुरू होने के बाद यह सुरंग कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क सुविधा सुनिश्चित करेगी, जो लद्दाख के विकास तथा पर्यटन को बढ़ावा देने, स्थानीय व्यापारिक वस्तुओं की मुक्त आवाजाही और आपात स्थिति में भारतीय सशस्त्र बलों की गतिविधियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। CG 24 News

  • राजधानी में डबल मर्डर: रिटायर्ड वाइस प्रिंसिपल और उनकी पत्नी की हत्या, जांच में जुटी पुलिस

    नई दिल्ली। दिल्ली के गोकुलपुरी में डबल मर्डर का मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि बदमाशों ने लूट के मकसद से हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    मृतकों की शिनाख्ती राधे श्याम वर्मा और उनकी पत्नी का नाम वीणा देवीरूप में हुई है। राधे श्याम वर्मा वाइस प्रिंसिपल एक सरकारी स्कूल से रिटायर हुए थे। हत्यारों ने बुजुर्ग राधे श्याम वर्मा का गला काटा और पत्नी वीणा देवी का गले रेतने के अलावा, सिर पर तेज हथियार से वार किया।

    दोनों के शव घर में ही ग्राउंड फ्लोर में स्थित बेडरूम से बरामद हुए हैं। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में लूटपाट की वजह से हत्या का मामला लग रहा है। जांच के दौरान घर में काफी तोड़फोड़ और जबरदस्ती प्रवेश जैसे सबूत मिले हैं। फिलहाल, पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।

  • आज छत्तीसगढ़ बंद
    रायपुर ब्रेकिंग बेमेतरा में हुई घटना को लेकर छत्तीसगढ़ बंद... विश्व हिंदू परिषद द्वारा आज बंद का आवाहन ... भाजपा बजरंग दल, साहू समाज ने किया समर्थन... स्वास्थ्य सुविधाओं को छोड़ बाकी सब रहेगा बंद बंद को लेकर पुलिस की तगड़ी व्यवस्था। पेट्रोलिंग और कुछ स्थानों पर फिक्स पिकेट्स नागरिक को परेशानी होगी तो स्थानीय थाना प्रभारी से या ज़िला कंट्रोल रूम (9479191099) से कर सकते हैं संपर्क लोगों से अपील है कि शांति एवं सद्भाव बनाये रखने शासन की अपील | CG 24 News
  •  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दुर्ग जिले के वैशाली नगर विधानसभा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में की गई महत्वपूर्ण घोषणाएं....

    रायपुर, 8 अप्रैल 2023

    भेंट-मुलाकात : वैशाली नगर विधानसभा, दुर्ग जिला

    1. वैशाली नगर विधानसभा के सभी वार्डो में 50 लाख रूपये तक के सीमेंटीकरण, पाथवे, पुलिया संधारण एवं अन्य निर्माण कार्य कराये जायेंगे।

    2. वैशाली नगर विधानसभा के सड़को का मरम्मत एवं नवीनीकरण कराया जायेगा।

    3. वार्ड 07 रानी अवंतीबाई सरोवर का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    4. नेहरू नगर एवं हाउसिंग बोर्ड में सीवरेज लाइन संधारण एवं नवीनीकरण कराया जायेगा।

    5. हाउसिंग बोर्ड एवं अन्य कॉलोनी जो नगर निगम को हस्तांतरित हुई उनका आंतरिक विकास कार्य कराया जायेगा।

    6. जवाहर नगर स्पोर्टस् कॉम्पलेक्स में बॉक्सिंग, टेबल टेनिस एवं वॉलीबॉल एकेडमी प्रारंभ की जायेगी।

    7. संजय नगर तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    8. विभिन्न स्थानों पर डोम शेड निर्माण कार्य कराया जायेगा।

    9. वैशाली नगर क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति स्थापना एवं सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    10. राधिका नगर मैदान का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जायेगा।

    11. शा. उ. मा. शाला केंप का स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में संचालन किया जायेगा।

  • शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का हिंदू राष्ट्र एवं साईं बाबा पर बयान
    शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान हमारी मांग हिंदू राष्ट्र की मांग नहीं है, बिना प्रारूप के उसपर कुछ कहना संभव नहीं है, हम रामराज्य की मांग करते हैं साईं बाबा को लेकर दिए गए पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री के बयान का किया समर्थन, कहा - साई बाबा को लेकर दिए गए बयान का हम समर्थन करते हैं शिक्षा नीति में बदलाव की जरुरत है, मदरसे में अगर धार्मिक पढ़ाई हो सकती है तो, स्कूलों में हिंदू धर्म की पढ़ाई क्यों नहीं हो सकती है NCERT में मुगलों का चैप्टर हटाए जाने को लेकर कहा -इतिहास जैसा है, वैसा पढ़ाया जाना चाहिए,तठस्थ इतिहास के लिए जरुरी है कि सबको सबकुछ पढ़ाया जाना चाहिए- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद - CG 24 News
  • बैगा समुदाय की महिलाओं ने देखा दिल्ली का अमृत उद्यान - राष्ट्रपति से की मुलाकात
    *बैगा समुदाय की महिलाओं ने देखा दिल्ली का अमृत उद्यान* *राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से महिला समूह ने की मुलाकात* *राष्ट्रपति श्री मुर्मू ने कहा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया* रायपुर 02 अप्रैल 2023। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से नई दिल्ली स्थित अमृत उद्यान में कबीरधाम जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की महिलाओं ने सौजन्य मुलाकात की और उन्हें बिरन माला भेंट की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया सम्बोधित कर महिलाओं का मनोबल बढ़ाया। गौरतलब है कि कबीरधाम जिले के बैगा समुदाय की महिलाओं का स्व-सहायता समूह अमृत उद्यान के भ्रमण के लिए इन दिनो नई दिल्ली प्रवास पर थी। देशभर की अलग-अलग क्षेत्रों से आने वाले लोगों के लिए 28 से 31 मार्च तक अमृत उद्यान दर्शन के लिए खोला गया था। कबीरधाम जिलें के पंडरिया विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों के बैगा समुदाय की महिलाओं ने आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने और आजादी के अमृत वर्ष में तैयार किए गए अमृत उद्यान का 31 मार्च 2023 को भ्रमण किया। राष्ट्रपति भवन स्थित इस उद्यान में कबीरधाम सहित दो अन्य जिले कोरबा और गरियाबंद की महिलाओं ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की। छत्तीसगढ़ के महिला समूहों की सदस्यों ने बताया कि राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान का भ्रमण एवं राष्ट्रपति से हुई मुलाकात से न केवल समूह का सम्मान बढ़ा बल्कि जिले के लिए भी गौरव का विषय है इससे उन्हें नई ऊर्जा मिली है। कबीरधाम जिले से पंडरिया विकासखंड के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की महिलाओं में श्रीमती धनमत, दशमी बाई, लक्ष्मीया, इंद्रावती, रामकली, फूलबत्ती, चंपा बैगा, बिंदा, पार्वती एवं सावनी बाई शामिल थी। राज्य शासन से प्राप्त निर्देशानुसार कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखण्ड के अंतर्गत कार्यरत स्व-सहायता समूह के सदस्यों को नई दिल्ली राष्ट्रपति भवन में अमृत उद्यान दर्शन के लिए भेजा गया था। सभी महिलाएं विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय से संबंधित थी। ये महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने प्रयासरत हैं।
  • दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल भारत में

    दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge

    चट्टान-सा मजबूत चिनाब ब्रिज तेज हवा, भूकंप और ब्लास्ट सब बर्दाश्त कर लेगा -

     

    दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट के दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 तक पूरा होने के बाद चिनाब ब्रिज पर रेल यातायात शुरू हो जाएगा. जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है | जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी |

     

     

     

    इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है. (RailMinIndia Tweet

     

     

    चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई. (RailMinIndia Tweet भूकंप और ब्लास्ट सब बर्दाश्त कर लेगा,

     

    दुनिया में सबसे ऊंचा रेलवे पुल Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट के दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 तक पूरा होने के बाद चिनाब ब्रिज पर रेल यातायात शुरू हो जाएगा. Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है. (Image- Twitter @RailMinIndia) 1 6 Chenab Bridge : जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है. (Image- Twitter @RailMinIndia) जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी. 2 6 जम्मू-कश्मीर में बने चिनाब ब्रिज की लंबाई 1,315 मीटर है और इसकी निर्माण लागत 1,400 करोड़ रुपये है. खास बात है कि यह पुल 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा को झेलने में सक्षम होगा. इसके लिए टेस्ट किए जा चुके हैं. इसकी उम्र 120 साल होगी. इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. 3 6 इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है और यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलने में सक्षम होगा. चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है.

    (RailMinIndia Tweet) 4 6 चिनाब ब्रिज देश में पहला ऐसा पुल है ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है. यह आर्क ब्रिज रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने में सक्षम होगा और 30 किलोग्राम विस्फोटकों से होने वाले ब्लास्ट का सामना कर सकता है.

     

     

    (RailMinIndia Tweet) चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. 5 6 चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में रेलवे यातायात को बढ़ाने के लिए ₹35000 करोड़ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई. (RailMinIndia Tweet) 6 6 खास बात है कि चिनाब ब्रिज जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट को 2003 में यानी 20 साल पहले मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसके निर्माण के लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा. दरअसल सुरक्षा कारणों की आशंकाओं के चलते इसमें देरी हुई |

  •  महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे, तो राहुल गांधी राष्ट्रपुत्र हैं- कांग्रेस
    महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे तो राहुल गांधी राष्ट्रपुत्र हैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के प्रदेश कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कही | राहुल गांधी की संसद की सदस्य वापस लिए जाने के विरोध मे | उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अंग्रेजों की नींव हिला दी थी, राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नींव हिला दी है | महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे तो राहुल गांधी राष्ट्रपुत्र हैं | मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी. अंग्रेजों के समय आंदोलन हुए थे. आजादी के बाद भी आंदोलन हुए. आज फिर आंदोलन हो रहे हैं. जीत हुई और होगी. लोकतंत्र को कुचलने वाली सरकार को जनता सबक सिखाएगी | CG 24 News
  • ऑटो एक्सपो में रोड टैक्स में 50% की छूट तत्काल प्रभाव से स्थगित
    *राजधानी रायपुर में आयोजित ऑटो एक्सपो 2023 में वाहनों के विक्रय पर रोड टैक्स में एकमुश्त 50 प्रतिशत छूट तत्काल प्रभाव से स्थगित* *उच्च न्यायालय ने इस संबंध में राज्य शासन द्वारा जारी अधिसूचना के प्रभाव एवं संचालन को किया स्थगित* रायपुर, 29 मार्च 2023/उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 24 मार्च से 5 अप्रैल 2023 तक आयोजित ऑटो एक्सपो- 2023 में वाहन के विक्रय के उपरांत पंजीयन चिन्ह आबंटन हेतु वाहनों के जीवनकाल कर के भुगतान में, मोटरयान कर में एकमुश्त 50 प्रतिशत छूट के प्रावधान को राज्य शासन के परिवहन विभाग द्वारा तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। Cg24news.in गौरतलब है कि उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा ऑटो एक्सपो- 2023 में मोटरयान कर में एकमुश्त 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने संबंधी राज्य शासन द्वारा 24 मार्च 2023 को जारी अधिसूचना के प्रभाव एवं संचालन को स्थगित कर दिया गया है। सहायक परिवहन आयुक्त छत्तीसगढ़ ने इस संबंध में समस्त वाहन डीलर्स को पत्र भेजकर वाहनों के जीवनकाल कर के भुगतान में, मोटरयान कर में एकमुश्त 50 प्रतिशत छूट के प्रावधान को स्थगित कर उच्च न्यायालय के आदेशानुसार तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है। CG 24 News-Singhotra Cg24news.in
  • महापौर निवास से खाली हाथ गई ED!
    *ED कार्यवाही ब्रेकिंग* राजधानी के महापौर एजाज ढेबर के निवास पर ईडी लगभग 20 घंटे तक छानबीन के बाद रात लगभग 3:30 बजे वापस गई | राजधानी रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के निवास पर 29 तारीख सुबह ईडी ने दस्तक दी लगातार 20 घंटे तक जांच के बाद ईडी को क्या मिला यह तो स्पष्ट नहीं है परंतु इतना जरूर अंदाजा लगाया जा सकता है ईडी को महापौर निवास पर कुछ नहीं मिला होगा क्योंकि ईडी के जाने के बाद महापौर जिस तरह खुश नजर आ रहे थे और कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं के साथ जुलूस निकाला यह एक प्रकार से ईडी की कार्यवाही को मुंह चिढ़ाना कहा जा सकता है | ED के जाने के बाद महापौर एजाज ढेबर ने बाहर आकर कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया | उल्लेखनीय है कि पिछले महीने बी ईडी ने अनेक जगह छापे मारे थे परंतु वहां क्या मिला इसका खुलासा अभी तक ईडी द्वारा नहीं किया गया है | अब देखने वाली बात यह है की महापौर एजाज ढेबर के यहां छापे के बाद ईडी क्या खुलासा करती है ? *CG 24 News*
  • खांसी में जहर के समान हैं इन फलों का सेवन बढ़ा सकता है कफ और कंजेशन की समस्या

    मौसम बदल रहा है और इस समय वायरल और कोराना का भी प्रकोप देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में डाइट का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। खास कर उन चीजों का जिनका सेवन खांसी में बलगम बढ़ा सकता है और सीने में कंजेशन पैदा कर सकता है। ऐसे ही कुछ फल हैं जिनका सेवन खांसी में जहर के समान काम कर सकता है। तो, जानते हैं इन फलों के बारे में विस्तार से।

    खांसी में कौन सा फल नहीं खाना चाहिए-fruits avoid in cough in hindi

    1. एवोकाडो-Avocado
    एवोकाडो, खांसी जुकाम की समस्या में खाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए कि ये हिस्टामाइन (histamines) से भरपूर होते हैं और ये खांसी को ट्रिगर कर सकते हैं। साथ ही ये फल शरीर के लिए ठंडा होता है जिसे खाने से कफ बढ़ सकता है और आपको सीने में कंजेशन की समस्या हो सकती है।

    2. स्ट्रॉबेरी-Strawberry
    स्ट्रॉबेरी का सेवन, यूं तो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन, खांसी में इसके सेवन से बचना चाहिए। दरअसल, इसके कुछ तत्व जैसे कि कई बार विटामिन सी ही खांसी को ट्रिगर करता है और बलगम बढ़ाने वाला हो सकता है। इससे सीने में कंजेशन की समस्या महसूस हो सकती है।

    3. नारियल पानी-Coconut water
    नारियल पानी पीना खांसी की समस्या में जहर का काम कर सकता है। ये आपके शरीर में कफ तत्व को बढ़ा सकता है, ठंडक पैदा कर सकता है और खांसी का कारण बन सकता है। इससे न चाहते हुए भी आपको लंबे समय तक के लिए खांसी परेशान कर सकती है।

    4. अंगूर-Grapes
    अंगूर खाना, कफ की समस्या और खांसी को बढ़ा सकता है। अंगूर खाने की वजह से आपको रह-रह कर खांसी परेशान कर सकती है। इसलिए, अगर आपको खांसी हो रही है तो थोड़े दिन अंगूर का सेवन करने से बचें। साथ ही इन फलों की जगह गर्म चीजों का सेवन करें जो कि खांसी-जुकाम को कम करने में आपकी मदद करे।

    (ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)