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  • मौत के आंकड़ों का पुनर्मूल्यांकन - छत्तीसगढ़ पहला राज्य !

    मौत के आंकड़ों का भी होगा पुनर्मूल्यांकन - छत्तीसगढ़ पहला राज्य !

    परीक्षाओं के रिजल्ट में नंबर कम आने पर - इलेक्शन में मतों का अंतर कम होने पर करवाया जाता है पुनर्मूल्यांकन

     आज तक आपने सुना होगा कि परीक्षाओं के रिजल्ट के बाद अनेक विद्यार्थी फेल होने पर या नंबर कम आने पर पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन देते हैं | इलेक्शन, चुनावों में भी कम अंतर से जीत - हार होने पर राजनीतिक दल या कम अंतर से हारने वाला प्रत्याशी पुनर्मतगणना की मांग करता है | पुनर्मूल्यांकन और पुनर्मतगणना होने के बाद अधिकांशतः परीक्षाओं के मार्क्स और मतगणना के आंकड़ों में अंतर आता है जिसके आधार पर परीक्षार्थी एवं प्रत्याशी को उसका लाभ मिलता है| परंतु यह पहली बार देखने सुनने में आ रहा है की मौत के आंकड़ों का पुनर्मूल्यांकन होने जा रहा है | राजनीतिक दलों के एक दूसरे पर लगाए आरोपों के बाद राज्य शासन ने मौत के आंकड़ों में कंफ्यूजन दूर करने के लिए दोबारा एक एक मौत का सत्यापन यानी गिनती करने के निर्देश सभी जिला सीएमएचओ को जारी कर दिए हैं | करोना के कारण हुई मौत के आंकड़ों में अंतर आने का अंदेशा है , जानकारों की मानें तो 800 से 1000 लोगों की मृत्यु का आंकड़ा बढ़ सकता है | अब यदि करोना से हुई मृत्यु के आंकड़ों का पुनर्मूल्यांकन होने के बाद अंतर आता है तो यह एक बहुत बड़ा राजनीतिक विवाद बन सकता है ! विपक्ष को सत्ता में काबिज कांग्रेस पर हमला करने का अवसर मिल जाएगा, क्योंकि मौत के आंकड़ों में अंतर को सरकार मान रही है या दुबारा गिनती करने के आदेश राज्य सरकार ने विपक्ष के दबाव में दिए हैं| ये तो सरकार और मुख्यमंत्री जाने | CG 24 News सुखबीर सिंघोत्रा

  • जो काम  दशकों में नहीं हो सके, इन 7 सालों में कैसे हुए ?  -- प्रधानमंत्री

    7 वर्षों में ही देश के अनेकों पुराने विवाद भी पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए 

    इन 7 सालों में हमने साथ मिलकर ही कई कठिन परीक्षाएँ भी दी हैं और हर बार हम सभी मज़बूत होकर निकले

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अपने 7 साल के कार्यकाल का बखान किया -

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि 70 साल के दौरान जो नहीं हुआ वह 7 सालों में हुआ जिसके लिए देश के कोने-कोने से उन्हें पत्र और संदेश मिलते हैं

    साथियों, इन 7 सालों में भारत ने ‘Digital लेन देन’ में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है। आज किसी भी जगह जितनी आसानी से आप चुटकियों में Digital Payment कर देते हैं, वो कोरोना के इस समय में भी बहुत उपयोगी साबित हो रहा है। आज स्वच्छता के प्रति देशवासियों की गंभीरता और सतर्कता बढ़ रही है। हम record satellite भी प्रक्षेपित कर रहे हैं और record सड़कें भी बना रहे हैं। इन 7 वर्षों में ही देश के अनेकों पुराने विवाद भी पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए हैं। पूर्वोतर से लेकर कश्मीर तक शांति और विकास का एक नया भरोसा जगा है।साथियों,क्या आपने सोचा है, ये सब काम जो दशकों में भी नहीं हो सके, इन 7 सालों में कैसे हुए ? ये सब इसीलिए संभव हुआ क्योंकि इन 7 सालों में हमने सरकार और जनता से ज्यादा एक देश के रूप में काम किया,एक team के रूप में काम किया,‘Team India’के रूप में काम किया। हर नागरिक ने देश को आगे बढ़ाने में एकाध-एकाध कदम आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। हाँ ! जहाँ सफलताएँ होती हैं, वहाँ परीक्षाएँ भी होती हैं। इन 7 सालों में हमने साथ मिलकर ही कई कठिन परीक्षाएँ भी दी हैं और हर बार हम सभी मज़बूत होकर निकले हैं। कोरोना महामारी के रूप में, इतनी बड़ी परीक्षा तो लगातार चल रही है। ये तो एक ऐसा संकट है जिसने पूरी दुनिया को परेशान किया है, कितने ही लोगों ने अपनों को खोया है। बड़े-बड़े देश भी इसकी तबाही से बच नहीं सके हैं। इस वैश्विक-महामारी के बीच भारत, ‘सेवा और सहयोग’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। हमने पहली Wave में भी पूरे हौसले के साथ लड़ाई लड़ी थी, इस बार भी वायरस के खिलाफ़ चल रही लड़ाई में भारत विजयी होगा। ‘दो गज की दूरी’, मास्क से जुड़े नियम हों या फिर Vaccine, हमें ढिलाई नहीं करनी है। यही हमारी जीत का रास्ता है। अगली बार जब हम ‘मन की बात’ में मिलेंगे, तो देशवासियों के कई और प्रेरणादायक उदाहरणों पर बात करेंगे और नए विषयों पर चर्चा करेंगे। आप अपने सुझाव मुझे ऐसे ही भेजते रहिए। आप सभी स्वस्थ रहिए, देश को इसी तरह आगे बढ़ाते रहिए।

  • कविता के माध्यम से भाजपा कांग्रेस का आरोप-प्रत्यारोप
    पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के शराब को लेकर किए गए ट्वीट के जवाब में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने उसी अंदाज में जवाब देते हुए डॉ रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह पर तंज कसा - पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने अपने ट्वीट में लिखी कविता के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि हां कसम खाई थी तो निभाया भी | झूठ पर झूठ बोल रहे हो बेशर्मी का चोला ओढ़कर जनता न भूलेगी वो मंजर गए हो प्रदेश गड्ढे में धकेलकर हाँ, खाई थी कसम गंगाजल की किसानों के लिए कर दिखाया उनका कर्जा माफ बिना वक्त लिए कसम ही तो खाई थी, निभाया भी है उसे न गरीबों का चावल खाया, न बेटे का पनामा खुलवाया
  • कोरोना से बचाव के लिए टीका की दूसरी डोज लगवायी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना से बचाव के लिए टीका की दूसरी डोज लगवायी

     

    प्रदेशवासियों से टीका लगवाने और कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करने की अपील की

    रायपुर. 27 मई 2021

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सवेरे रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय पहुंचकर कोविड-19 से बचाव के टीके की दूसरी खुराक ली। उन्होने टीका लगवाने के बाद डॉक्टरों से टीकाकरण के बाद रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी ली। 

    मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे कोरोना से बचाव के लिए अपनी बारी आने पर टीका अवश्य लगवाएं। जिन लोगों ने टीके की पहली डोज लगवा ली है, वे निर्धारित समय में दूसरी डोज लगवाएं, क्योंकि टीका ही कोरोना से बचाव का एक कारगर उपाय है। टीका लगवाने के बाद भी सभी लोग कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करें । मास्क लगाएं, समय-समय पर हाथ की सफाई करें और फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखें। भीड़-भाड़ में जाने से बचें । मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी के सहयोग व परिश्रम से छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिली है। संक्रमण की दर वर्तमान में 5 प्रतिशत के नीचे आ गई है। जनता की सहूलियत के लिए लॉक डाउन में कुछ छूट दी गई है। सभी लोग सावधानी को अपनाएं जिससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके।

    मुख्यमंत्री श्री बघेल को श्रीमती दिपेश्वरी चंद्राकर ने टीका लगाया । इस अवसर पर गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. आर. के. सिंह, कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव, रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विष्णु दत्त, डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनीत जैन और मुख्य चिकित्सा एवँ स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल, स्टॉफ नर्स सुश्री कविता निराला उपस्थित थी।

  • पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस पर लगाए आरोप
    प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जिन्होंने 15 साल तक इस प्रदेश में राज किया जिनके हर निर्देश का पालन ज़िम्मेदारी पूर्वक प्रदेश की पुलिस ने किया | जिन के शासनकाल में नक्सलियों की लड़ाई में अनेक पुलिस वाले अफसर एवं सिपाही शहीद हुए| अनेक पुलिस के जवानों ने प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने के दौरान विभिन्न घटनाओं में अपने प्राणों की आहुति दी - पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को छत्तीसगढ़ पुलिस का आका बताया | छत्तीसगढ़ पुलिस विगत 2 वर्षों में अपने राजनीतिक आकाओं को प्रसन्न करने के लिए एक के बाद एक झूठी राजनीतिक एवं व्यक्तिगत विद्वेष पूर्ण FIR दर्ज कर रही है, जिस पर विभिन्न न्यायालयों द्वारा समय समय पर हस्तक्षेप पर रोक लगाई गई है | यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने 24 मई को पुलिस को लिखित में दिए बयान में कहीं है | अब सवाल यह उठता है कि जो डॉक्टर रमन सिंह प्रदेश में 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहे , पुलिस की कार्यप्रणाली को उन्होंने देखा समझा और उनसे कानून व्यवस्था का पालन करवाया , सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस की सरकार आने के बाद 15 सालों के मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की पुलिस को झूठी राजनीतिक एवं व्यक्तिगत f.i.r. करने वाला बताकर अपमान किया है | क्या 15 साल के कार्यकाल में उन्हें पुलिस की कोई भी कमी नजर नहीं आई थी ? - 15 सालों तक इसी छत्तीसगढ़ पुलिस की वे तारीफ करते रहे क्यों ? सत्ता जाने के बाद वही 15 सालों वाली छत्तीसगढ़ पुलिस के राजनीतिक आका कहां से आ गए ? क्या यह माना जाए कि पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ पुलिस के राजनीतिक आका डॉ रमन सिंह थे ? छत्तीसगढ़ पुलिस एवं छत्तीसगढ़ के हर विभाग के अधिकारी - कर्मचारी सत्तारूढ़ पार्टी के अधीन रहते हैं, क्या यह डॉ रमन सिंह को मालूम नहीं ?
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आज रात 9 बजे प्रदेश के नाम संदेश
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रात्रि 9 बजे कोरोना से बचाव, रोकथाम एवं टीकाकरण के संबंध में प्रदेश की जनता को महत्वपूर्ण संदेश देंगे। संदेश का प्रसारण प्रदेश के सभी क्षेत्रीय समाचार चैनलों में किया जाएगा।
  • Toolkit || मेरे बयान को 10 मिनट में सर्कुलेट कर देगी पुलिस - रमन सिंह

    टूल किट मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को समन जारी होने के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बयान देने सिविल लाइन थाने पहुंचे रमन सिंह - बयान देने से पहले डॉ रमन सिंह के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय एवं पार्टी के अनेक बड़े पदाधिकारी धरने पर बैठे -

    मीडिया से चर्चा करते हुए डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह पूरा षड्यंत्र कांग्रेस कार्यालय से चल रहा है - मेरे को भेजा गया नोटिस केस डायरी का हिस्सा होता है फिर वह कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंच गया ?

    थाने की हर कार्रवाई की जानकारी कांग्रेस भवन को पहले से रहती है मैं अभी सिविल लाइन थाने में जो भी बयान दूंगा उसे पुलिस 10 मिनट में सर्कुलेट कर देगी - डॉ. रमन सिंह

  • *वैक्सीन लगवाया जी, सिक्ख समाज का जागरुकता अभियान*
    *वैक्सीन लगवाया जी, सिक्ख समाज का जागरुकता अभियान* रायपुर/ सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ ने प्रदेश में निवासरत सिक्ख परिवारों को कोरोना संक्रमण से बचाने *वैक्सीन लगवाया जी, स्लोगन के साथ आज जागरूकता अभियान की शुरुआत की है छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन व सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के संयोजक महेन्द्र सिंह छाबड़ा एवं गुरुद्वारा स्टेशन रोड रायपुर के कार्यकारी अध्यक्ष व सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के संयोजक सुरेन्द्र सिह छाबड़ा ने बताया कि हमारी कमेटी के पदाधिकारी अपने अपने प्रभार वाले छेत्रों में मोबाईल के माध्यम से सभी सिक्ख परिवारों से वैक्सीन लगवाया जी कि नही पूछ रहे हैं यदि उन्होंने या उनके परिवार के 18 वर्ष से अधिक उम्र के सदस्यों ने जानकारी दी है कि वैक्सीन नही लगवाया है तो उन्हें तत्काल वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है | संयोजक द्वय ने आगे बताया कि सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ द्वारा प्रकाशित पत्रिका चानन में उपलब्ध पूरे प्रदेश के सिक्ख परिवारों के नाम,सदस्यों की संख्या, फोन नम्बर,पता व व्यवसाय की सम्पूर्ण जानकारी के आधार पर लगातार सम्पर्क किया जा रहा है साथ ही सभी शहरों गांवों के गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों, सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के जोन प्रभारियों, लेडिस विंग,लेडिस यूथ विंग,यूथ विंग को भी टीकाकरण जागरूकता अभियान में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का आग्रह किया गया है | सिक्ख समाज के सभी सदस्यों द्वारा वाट्स एप ग्रुपों,फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेक्स मेसेज के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है | इस टीकाकरण जागरूकता अभियान *वैक्सीन लगवाया जी, के क्रियान्वयन में महेंद्र सिंह छाबड़ा, सुरेंद्र सिंह छाबड़ा, निरंजन सिह खनूजा, इंदरजीत सिह छाबड़ा,गुरमीत सिंह गुरदत्ता, तेजिंदर सिह होरा, महेन्द्र सिंह सलूजा,कुलवंत सिंह गुम्बर,परमजीत सिंह सलूजा,भूपेंद्र सिंह मक्कड़ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं|
  • क्या कोविड-19 वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने के बाद भी कोरोना हो सकता है? जानिए डॉक्टर अरविंद कुमार से

    लक्षण के पहले चरण में एंटीवायरल या एंटीबायोटिक दवाओं को लेने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. होम आइसोलेशन में रहते हुए तीसरे नंबर पर जरूरी है उच्च प्रोटीन वाली डाइट, पानी और फल का इस्तेमाल जरूर करें. वसा युक्त भोजन के इस्तेमाल से परहेज करें.

    भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ 18 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण जारी है. टीकाकरण में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन इस्तेमाल की जा रही है. टीकाकरण के तीसरे में अब तक कई लोगों ने पूरी डोज लगवा ली है. लेकिन सवाल ये पैदा हो रहा है कि क्या पूरा डोज लगवाने के बाद भी कोविड हो सकता है?

     

    कई ऐसे मामले इन दिनों देखने को मिल रहे हैं जहां कोविड-19 वैक्सीन की पूरी डोज लगवाने के बाद लोगों की मौत हो जा रही है. इस पर एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए मेदांता अस्पताल, गुरुग्राम के डॉक्टर अरविंद कुमार कहते हैं, "वैक्सीन के तीसरे चरण के मानव परीक्षण के दौरान वॉलेंटियर के दो ग्रुप बनाए गए थे. एक ग्रुप को कोविड-19 वैक्सीन का डोज लगाया गया जबकि दूसरे को नहीं. नतीजे के बाद पता चला कि जिस ग्रुप में वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था, उसमें 70-80 फीसद लोगों को संक्रमण नहीं हुआ, मात्र 20-30 फीसद लोग संक्रमण की चपेट में आ सके थे और संक्रमित लोगों को हल्के लक्षण थे और उनमें से किसी को अस्पताल में नहीं जाना पड़ा था और न ही किसी की मौत हुई. लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कुछ लोगों को टीकाकरण के बावजूद गंभीर लक्षण का सामना करना पड़ा और कुछ की मौत भी हुई."

    डॉक्टर का जोर इस बात पर है कि वैक्सीन का पूरा डोज लगवाने के बाद भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत क्यों आई, इस सिलसिले में रिसर्च किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण आज भी गंभीर बीमारी से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है. उनकी सलाह है कि भले 100 फीसद सुरक्षा न मिलती हो, लेकिन नंबर आने पर अपना टीकाकरण जरूर कराएं. 

     

    सवाल- कोरोना वायरस के स्ट्रेन के खिलाफ क्या वैक्सीन असरदार है?
    जवाब- अभी तक के उपलब्ध डेटा को देखकर लगता है कि उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी साबित हो रही हैं. लेकिन सटीक जवाब के बारे में अभी कह पाना जल्दबाजी होगी बल्कि रिसर्च की जरूरत है. 

    सवाल- कोरोना वायरस के स्ट्रेन के खिलाफ क्या वैक्सीन असरदार है?
    जवाब- अभी तक के उपलब्ध डेटा को देखकर लगता है कि उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी साबित हो रही हैं. लेकिन सटीक जवाब के बारे में अभी कह पाना जल्दबाजी होगी बल्कि रिसर्च की जरूरत है. 

     

    मानसिक और शारीरिक तौर पर होनेवाली परेशानी से कैसे बचें? 
    जवाब- कोरोना संक्रमण का कोई भी लक्षण जैसे बदन दर्द, बुखार, नाक, गला खराब हो, डायरिया इत्यादि जाहिर होने पर आरटी-पीसीआर की जांच का इंतजार न करें बल्कि सबसे पहले खुद को आइसोलेट कर लें. संक्रमण को रोकने के लिए ये पहला कदम अत्यंत आवश्यक है. दूसरे नंबर पर जरूरी और बुनियादी दवाओं में है पैरासिटामोल. बुखार होने पर सबसे जरूरी है उसे काबू करना और इसके लिए 4-4 या 6-6 घंटे पर पैरासिटामोल की दवा लगातार लें. लक्षण के पहले चरण में एंटीवायरल या एंटीबायोटिक दवाओं को लेने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. होम आइसोलेशन में रहते हुए तीसरे नंबर पर जरूरी है उच्च प्रोटीन वाली डाइट, पानी और फल का इस्तेमाल जरूर करें. वसा युक्त भोजन के इस्तेमाल से परहेज करें. लक्षण जाहिर होने के पहले हफ्ते में स्ट्रॉयड या ब्लड थिनर की कोई भूमिका नहीं है. अपनी दवाओं की पर्ची किसी दूसरे को आजमाने की सलाह न दें. घबराने की बजाए दिमाग को शांत रखें, आराम करें, योग करें और घर पर रहें. पांचवें नंबर पर है खुद की मॉनिटरिंग यानी अपने शरीर के तापमान और ऑक्सीजन को 4-4 घंटे पर नापते रहें. 

    सवाल- आपको अस्पताल जाने की कब जरूरत पड़ सकती है?
    जवाब- बुखार 104-105 डिग्री सेल्सियस से ऊपर लगातार रहे, ऑक्सीजन लेवल में गिरावट आए, छाती में दर्द, अत्यधिक खांसी होने पर आपको ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी. ऑक्सीजन लेवल सुधारने के लिए हर घंटे पर छाती को फुलाते हुए गहरी सांस लें. अगर सांस रोकने की रफ्तार में रोजाना वृद्धि हो रही है, तब ये इस बात का संकेत है आपके लंग में कोई समस्या नहीं है.

  • पीएम मोदी अचानक श्री शीशगंज साहिब गुरुद्वारे पहुंचे, मत्था टेका

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर आज सुबह गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में पूजा की.

    नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अचानक गुरुद्वारा शीश गंज साहिब पहुंच गए. गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी ने गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में पूजा अर्चना की और मत्था टेककर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मार्ग और विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बिना गुरुद्वारे का दौरा किया.

     

    प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, मोदी जिस समय गुरुद्वारा गए, उस समय सड़कों पर किसी तरह का पुलिस बंदोबस्त नहीं किया गया था और आम लोगों की सुविधा को देखते हुए ना ही अवरोधक लगाए गए थे. गुरुद्वारा जाने से पहले पीएम मोदी ने गुरु तेग बहादुर को नमन किया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "श्री गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के विशेष अवसर पर मैं उन्हें नमन करता हूं. पिछड़ों की सेवा करने के प्रयासों और अपने साहस के लिए दुनिया भर में उनका सम्मान है. उन्होंने अन्याय और अत्याचार के खिलाफ झुकने से इंकार कर दिया था. उनका सर्वोच्च बलिदान कई लोगों को मजबूती और प्रेरणा देता है."

  • कोरोना के टूटे तमाम ग्लोबल रिकॉर्ड, देश में एक दिन में आए 4 लाख नए केस, 24 घंटे में 3523 की मौत

    भारत में पहली बार एक दिन में चार लाख से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए गए हैं. बीते दिन 19.45 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी से ज्यादा है. अबतक कुल 28 करोड़ 83 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं.

    नई दिल्ली: भारत में कोरोना की सुनामी का खौफनाक मंजर सामने आ चुका है. रोजाना कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब चार लाख के पहुंच चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 401,993 नए कोरोना केस आए और 3523 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि 2,99,988 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. इससे पहले गुरुवार को देश में 386,452 नए केस आए थे. दुनियाभर के करीब 40 फीसदी केस हर दिन भारत में ही दर्ज किए जा रहे हैं. 

     

    देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-

    • कुल कोरोना केस- एक करोड़ 91 लाख 64 हजार 969
    • कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 56 लाख 84 हजार 406
    • कुल एक्टिव केस- 32 लाख 68 हजार 710
    • कुल मौत- 2 लाख 11 हजार 853
    • कुल टीकाकरण- 15 करोड़ 49 लाख 89 हजार 635 डोज दी गई

    दिल्ली में 16 हजार कोरोना मरीजों की मौत
    दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 27,047 नए मामले आए हैं. इसके साथ ही दिल्ली में 375 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. इन्हीं 24 घंटों में 25,288 कोरोना रोगी स्वस्थ हुए हैं. अब तक कोरोना से 16147 मरीजों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में अभी तक कुल 11 लाख 49 हजार 333 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं. दिल्ली में एक दिन में 20 अप्रैल को सबसे ज्यादा 28,395 लोग संक्रमित हुए थे. वहीं गुरुवार को एक दिन में सबसे अधिक 395 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी.

     

    महाराष्ट्र में 62,919 नए मामले सामने आए
    महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड के 62,919 नए मामले सामने आए और 828 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई. संक्रमण के नए मामले गुरुवार की तुलना में कम रहे, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ गई. राज्य में गुरुवार को संक्रमण के जहां 66,159 मामले आए थे वहीं मृतकों की संख्या 771 रही थी. इसी के साथ शुक्रवार को कुल संक्रमितों की संख्या 46 लाख 2 हजार 472 हो गई जबकि मृतकों की कुल संख्या 68,813 रही.

     

    देश में अबतक 15 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लगाए गए
    देश में 16 जनवरी से कोरोना का टीका लगाए जाने के अभियान की शुरुआत हुई थी. 30 अप्रैल तक देशभर में 15 करोड़ 49 लाख 89 हजार 635 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 27 लाख 44 हजार 485 टीके लगे. 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने के दूसरे चरण का अभियान शुरू हुआ था. अब 1 मई से 18 से ऊपर के लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है.

     

    देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.10 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 82 फीसदी है. एक्टिव केस बढ़कर 17 फीसदी से ज्यादा हो गए. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है. जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है.

  • मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना का हार्ट अटैक से निधन, कोरोना वायरस से भी थे संक्रमित

    मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना की कोरोना से मौत हो गई है। लंबे समय तक जी न्यूज में एंकर रहे रोहित सरदाना इन दिनों आज तक न्यूज चैनल में एंकर के तौर पर काम कर रहे थे। सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया, 'अब से थोड़ी पहले जितेंद्र शर्मा का फोन आया। उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। यह भगवान की नाइंसाफ़ी है...। ॐ शान्ति।' 

    लंबे समय से टीवी मीडिया का चेहरा रहे रोहित सरदाना इन दिनों 'आज तक' न्यूज चैनल प्रसारित होने वाले शो 'दंगल' की एंकरिंग करते थे। 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी रोहित सरदाना की मौत की जानकारी दी है। उन्होंने ट्विटर पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा, 'दोस्तों बेहद दुखद खबर है। मशहूर टीवी न्यूज एंकर रोहित सरदाना का निधन हो गया है। उन्हें आज सुबह ही हार्ट अटैक आया है। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।'

    अब से थोड़ी पहले @capt_ivane का फ़ोन आया।उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे।हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी।ये वाइरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी।इसके लिए मैं तैयार नहीं था।ये भगवान की नाइंसाफ़ी है..मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना की कोरोना से मौत हो गई है। लंबे समय तक जी न्यूज में एंकर रहे रोहित सरदाना इन दिनों आज तक न्यूज चैनल में एंकर के तौर पर काम कर रहे थे। सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया, 'अब से थोड़ी पहले जितेंद्र शर्मा का फोन आया। उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। यह भगवान की नाइंसाफ़ी है...। ॐ शान्ति।' 

    लंबे समय से टीवी मीडिया का चेहरा रहे रोहित सरदाना इन दिनों 'आज तक' न्यूज चैनल प्रसारित होने वाले शो 'दंगल' की एंकरिंग करते थे। 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी रोहित सरदाना की मौत की जानकारी दी है। उन्होंने ट्विटर पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा, 'दोस्तों बेहद दुखद खबर है। मशहूर टीवी न्यूज एंकर रोहित सरदाना का निधन हो गया है। उन्हें आज सुबह ही हार्ट अटैक आया है। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।'

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