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  • ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को छूट देने को लेकर रेल मंत्री का जवाब*
    रेलवे ने 11 श्रेणियों में जारी रखी रियायत, वरिष्ठ नागरिकों को छूट देने को लेकर रेल मंत्री का जवाब* नई दिल्ली. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि विभिन्न चुनौतियों के मद्देनजर वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी श्रेणियों के रेल यात्रियों को रियायतें देने का विचार नहीं है. हालांकि रेलवे ने दिव्यांग की चार श्रेणियों, रोगियों और विद्यार्थियों की 11 श्रेणियों के लिए किराये में रियायत जारी रखी है. एक सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी यात्रियों की औसतन यात्रा की लागत का 50 प्रतिशत से अधिक भार पहले से ही वहन कर रही है. इसके अलावा, कोरोना के कारण बीते दो वर्ष की यात्री आमदनी 2019-2020 की तुलना में कम है. इसलिए वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी श्रेणियों के यात्रियों को रियायतें देने का दायरा बढ़ाना वांछनीय नहीं है. यात्री ट्रेन निजी संचालकों को देने का प्रस्ताव नहीं रेल मंत्री ने शुक्रवार को राज्यसभा को बताया कि यात्री ट्रेनों का संचालन निजी संचालकों को सौंपने संबंधी कोई प्रस्ताव नहीं है. राष्ट्रीय परिवहन की अपने नेटवर्क में चरणबद्ध तरीके से निजी ट्रेनों की शुरुआत करने की योजना है. कुछ ट्रेनों का संचालन 2023-24 में शुरू होगा और 2027 तक सभी 151 ऐसी ट्रेनों का परिचालन होने लगेगा. रेल मंत्री ने कहा कि रेल परिचालन में समयबद्धता और सुरक्षा महत्वपूर्ण है इसलिए रेलगाड़ियों के 2500 से अधिक ठहराव समाप्त कर दिए गए हैं. रेल मंत्री ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि 7 अगस्त 2020 को किसान रेल सेवाओं के शुरू होने के बाद 30 जून 2022 तक रेलवे ने करीब 2359 ऐसी ट्रेन का संचालन किया. उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान शीघ्र खराब होने वाली करीब 7.9 लाख टन वस्तुओं की ढुलाई रेलवे की ओर से की गई. अग्निपथ आंदोलन से रेलवे को 259 करोड़ का नुकसान सेना में अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में आंदोलन के चलते 2100 से अधिक ट्रेन रद की गईं. इस कारण रेलवे को टिकट रिफंड मद में103 करोड़ रुपये की हानि हुई. एक हफ्ते तक चले विरोध प्रदर्शन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन और इंजनों में आग लगा दी थी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध की वजह से 15 जून से 23 जून के बीच 2132 ट्रेन रद्द की गईं. 14 जून से 30 जून 2022 के बीच ट्रेन रद्द होने के कारण 102.96 करोड़ का रिफंड दिया गया. विरोध प्रदर्शन के चलते रेलवे को 259.44 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ. अग्निपथ योजना के विरोध के कारण रद्द की गई सभी प्रभावित ट्रेन सेवाओं को बहाल कर दिया गया है. *केंद्र के पास 1500 करोड़ नहीं : राहुल गांधी* कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट नहीं दिए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने केंद्र सरकार और रेलवे पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार के पास 8400 करोड़ रुपये का हवाई जहाज खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन रेल किराये में बुजुर्गों को रियायत देने के लिए 1500 करोड़ रुपये नहीं हैं |
  • एंबुलेंस व्यवस्था की आम आदमी पार्टी ने खोली पोल
    *कोरोना काल में एम्बुलेंस हो गई 19गुना ज्यादा, फिर भी न आती है और ना ही इनमें उपकरणों की सुविधा है - कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप* *कब तक छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर लुटती रहेगी - आप* आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने बताया कि प्रदेश में कोरोनाकाल में 19 गुना बढ़ीं प्राइवेट एंबुलेंस, 13 सौ रजिस्टर्ड है पर न सरकारी एंबुलेंस आती नहीं और न ही प्राइवेट में उपकरण और न स्टाफ, जान का जोखिम लगातार बना है।कोरोनाकाल के दो साल में प्रदेश में प्राइवेट एंबुलेंस की संख्या 19 गुना बढ़ गई है। प्रदेश में 2019 में सिर्फ 127 प्राइवेट एंबुलेंस परिवहन विभाग से रजिस्टर्ड थे। ढाई साल में ही 13 सौ से ज्यादा प्राइवेट एंबुलेंस रजिस्टर्ड हो चुकी हैं। आम आदमी पार्टी की टीम ने प्राइवेट एंबुलेंस के पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि ज्यादातर एंबुलेंस मानकों के अनुसार नहीं हैं। एक बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में 23 से ज्यादा उपकरण और इन्हें चलाने के लिए विशेषज्ञ तकनीकी स्टाफ होना चाहिए। अमूमन हालत ये है कि ये एंबुलेंस गंभीर मरीजों को टूटे फूटे स्ट्रेचर से अस्पताल तक लेकर आ रही है। प्राइवेट एंबुलेंस संचालक छोटी गाड़ियों को इसके लिए रजिस्टर्ड करवा रहे हैं, फिर दिखावे के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर रखते हैं। दुर्घटना, हार्ट-अटैक, यहां तक कि कोरोना के दौरान सांस की दिक्कत वाले गंभीर मरीजों से जुड़े डेथ के अधिकांश मामलों में ये बड़ी वजह बनकर उभरा है। सुविधा का ऑडिट नहीं, रेट तो ऐसा की मजबूरी में मरता क्या न देता वाला हाल है। रेट भी मर्जी का लिया जा रहा है। प्रदेश में थोक में इस तरह की एंबुलेंस मरीजों के साथ धोखाधड़ी क्यों कर रही है? विस्तृत जांच पड़ताल की तो सामने आया कि प्राइवेट एंबुलेंस की रुटीन ऑडिट, फिटनेस चैकअप के लिए कोई नियामक नहीं है। स्वास्थ्य विभाग में 108. और महतारी जतन की 102 एंबुलेंस के नोडल अफसरों ने बताया कि वे केवल सरकारी एंबुलेंस की ऑडिट करते हैं। निजी एंबुलेंस का ऑडिट नहीं होने से ये बिना मानक गंभीर मरीजों को बेरोकटोक लेकर आ जा रही हैं। इतना ही नहीं, रेट भी फिक्स नहीं है। निजी एंबुलेंस मरीज को लाने-ले जाने का 12 रुपए से 25 रुपए किमी चार्ज कर रही है या मर्जी से एकमुश्त जितना मोटा आसामी हो उस हिसाब से पैसे लिए जाते है। एक ताजा केस में अभनपुर से नहीं आ पाई जीवित एक महिला पेशेंट जो 32 साल की थी और उनकी अभनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे डिलीवरी हुई। प्रसव के दौरान बहुत अधिक ब्लीडिंग हुई। महिला को एक निजी एंबुलेंस से अंबेडकर अस्पताल लाया गया, रास्ते में उसकी मौत हो गई। वजह थी ब्लीडिंग जैसे स्थिति से निपटने एंबुलेंस में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होना। इतना ही नहीं अधिकतर प्राइवेट एंबुलेंस में लाइफ सपोर्ट सिस्टम नहीं है। ऑक्सीजन नहीं थी इसलिए मौत होना भी साधारण बात हो गई है। इस साल फरवरी में रायपुर के होम आइसोलेशन के एक करोना मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद परिजनों ने निजी एंबुलेंस से एम्स रायपुर में शिफ्ट करवाया। वहां उसे ले जाते वक्त एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर तो था लेकिन इसे लगाने पर्याप्त उपकरण नहीं थे। मरीज ने आधे रास्ते में ही दम तोड़ दिया। आम तौर पर एंबुलेंस में ये गड़बड़ियां जैसे साधारण है। ऑक्सीजन सिलेंडर के अटैचमेंट नहीं होना और यदि है तो टूटे फूटे होना , कुछ खराब होना,या स्ट्रेचर हैं • डायबिटीज, बीपी के जांच उपकरण नहीं , गर्भवती महिलाओं के •लिए सीट ही नहीं है। बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस में पोर्टेबल ग्लूकोमीटर, ग्लूकोमीटर स्ट्रिप, इलेक्ट्रिक नेबोलाइजर, सक्शन डिवाइस (मैनुवल-इलेक्ट्रिक), लैरिगोस्कोप विथ ब्लेड, बीपी इंस्ट्रूमेंट, स्टेथोस्कोप, मैनुअल बीथिंग यूनिट (एडल्ट चाइल्ड), हेड इमोबिलाइजर, एयर स्पीलिंट्स, सरवाइकल कॉलर, क्लोस्पिबल स्ट्रैचर, स्कूप स्ट्रैचर, स्पिन बोर्ड, कैनवास स्ट्रैचर (फोल्डिंग), गॉज कटर, आर्टरी फोरसेप, मैगलिस फोरसेप, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि रहना ही चाहिए। आम आदमी पार्टी की टीम ने पाया है कि प्रदेश में एंबुलेंस के ये हालात और बदहाल व्यवस्था पूरे प्रदेश में ऐसे ही है। राजधानी के सबसे बड़े सरकारी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की प्राइवेट एंबुलेंस हैं। एक निजी एंबुलेंस में फोटो कॉपी की दुकान चल रही थी। संचालक ने बताया कि अस्पताल के मरीजों के दस्तावेज यहां फोटो कॉपी किए जाते हैं। अगर मरीज मिल गया तो दुकान बंद कर एंबुलेंस से उसे ले जाते हैं। फोटोकॉपी मशीन के बाद इस एंबुलेंस में मरीज के लायक जगह कम थी। हमने पाया की निजी एंबुलेंस के लिए नियामक संस्था की जरूरत है। रेट तय होने चाहिए। सरकारी और प्राइवेट के कलर कोड भी अलग रहना चाहिए। रजिस्ट्रेशन से पहले मानकों के आधार पर जांच हो। नर्सिंग होम एक्ट की तरह प्राइवेट एंबुलेंस के लिए भी नियम कायदे होने चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल के सामने एंबुलेस के कर्मचारी ने स्वीकार किया कि मरीज के सिर पर चोट थी। स्ट्रेचर का साइज ऐसा था कि उसका सिर वाला हिस्सा गाड़ी के फ्लोर को छू रहा था, पैर वाला हिस्सा काफी ऊंचा था। सिर पर चोट वाले मरीज को लाते समय कितने झटके लगे होंगे, यह समझा जा सकता था। यही नहीं, आक्सीजन सिलेंडर थे पर अटैचमेंट नहीं दिखा। गंभीर मरीजों के लिए एंबुलेंस में क्रिटिकल केयर सुविधाएं होनी चाहिए। ऐसा हो तो मरीज के अस्पताल में ठीक होने के चांस बढ़ते हैं। राजधानी में हालत ऐसे है तो प्रदेश के गांव देहात में तो अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल नहीं है। आप आवाज उठाए तो सरकार कल बड़े बड़े पोस्टर्स के मार्फत सुविधाओं का अंबार लगा देगी और जन मानस को लगेगा पहले की बात झूठ थी, फिर वस्तुतः हालत जस के तस और बदहाल पाएंगे। प्रदेश बन कर 22वर्ष हो गए क्या भाजपा और क्या कांग्रेस दोनो ने मूल भूत स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर जनता को छला है और प्राइवेट हाथों में पूरी तरह लूटकर बर्बाद होने छोड़ दिया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार ने कितनी मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था यथार्थ में आम लोगो के आसपास निर्मित की है जो जाग जाहिर है और तारीफे काबिल है, फिर छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं हो सकता , ये सिर्फ सरकारों की नियत नही होने का नतीजा है चाहे भाजपा हो या कांग्रेस । आम आदमी पार्टी अब ऐसा होने नही देगी और लोगों के साथ मिलकर इन सारी समस्याओं के लिए समाधान निकलेगी और नही तो आने वाले दिनों में दिल्ली बदलीस, पंजाब बदलिस अब बदलबों छत्तीसगढ़2023।
  • शिक्षक भर्ती घोटाला मामले को लेकर छापेमारी और पूछताछ के बाद पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है.

    ईडी ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को गिरफ्तार कर लिया है. शिक्षक भर्ती घोटाला (SSC Scam) मामले को लेकर छापेमारी और पूछताछ के बाद चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है. उनके करीबियों से ईडी ने करोड़ों रुपये कैश और सोना बरामद किया है. शुक्रवार 22 जुलाई को ईडी ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के मंत्रियों पर छापेमारी शुरू की थी. जिसके बाद ये छापेमारी अब तक जारी है. पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के घर से ईडी ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए थे. ईडी ने अर्पिता को भी हिरासत में लिया है. 

    बताया जा रहा है कि पिछले कई घंटों से ममता बनर्जी के मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ चल रही थी, इस दौरान ईडी ने उनसे कई सवाल पूछे, जिनका जवाब मंत्री नहीं दे पाए. जिसके बाद अब उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. 

    क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
    पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों के खिलाफ हो रही ये पूरी कार्रवाई शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ी है. ये भर्ती प्रक्रिया साल 2016 में शुरू हुई थी. जिसमें आरोप लगाया गया कि फर्जी तरीके से भर्ती कराने के लिए ओएमआर शीट में हेरफेर किया गया. इसमें लाखों रुपये घूस लेकर फेल उम्मीदवारों को पास कराया गया. आरोप है कि इस मामले में सीधे शिक्षा मंत्री शामिल थे. बताया जा रहा है कि इसमें कई लोग शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. 

    बता दें कि ईडी ममता के एक और मंत्री परेश अधिकारी के घर पर छापेमारी कर रही है. साथ ही उनके करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है. इनके अलावा भर्ती घोटाले से जुड़े अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है. पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी पूछताछ के लिए उनकी रिमांड मांग सकती है. 

  • गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथी के काटे बाल,विशेष समुदाय के लोगों पर आरोप, गुस्से में सिख समाज
    उदयपुर मर्डर के बाद अलवर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश के तहत एक सिख के साथ बेअदबी का मामला सामने आया है. गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथी के काटे बाल,विशेष समुदाय के लोगों पर आरोप, गुस्से में सिख समाज पीड़ित के मुताबिक जब उसने खुद को पुजारी बताया तो उसे छोड़ दिया गया. पुलिस मामले की सत्यता की जांच कर रही है. रामगढ़ : राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक सिख समाज से जुड़े ग्रन्थि के केश काटे जाने का मामला सामने आया है. पीड़ित ने ये आरोप विशेष समुदाय के लोगों पर लगाये है , घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और भारी संख्या में सिख समाज के लोग थाने में जमा हो गए. वही मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी तेजस्वीनी गौतम और जिला कलेक्टर भी रामगढ़ पहुंचे और पूरी जानकारी लेते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन दिया. राजस्थान के अलवर में एक गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथि पर हमला किया गया है। मामला रामगढ़ के मिलकपुर गांव स्थित गुरुद्वारे से जुड़ा है, जहां पूर्व ग्रंथि गुरुबख्श सिंह को समाज विशेष के अज्ञात बदमाशों ने मारपीट की। यही नहीं आरोपियों ने उनके केश (बाल) भी काट दिए। उसके बाद उनकी आंखों में मिर्ची डालकर पट्टी बांधकर छोड़ गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने तुरंत ही पूर्व ग्रंथी को अस्पताल में भर्ती कराया। रामगढ़ थाने में देर रात मुकदमा दर्ज कराया गया है। गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथि पीड़ित गुरबख्श सिंह ने बताया कि वह दवाई लेने के लिए अलावड़ा गए थे। रास्ते में कुछ लोगों ने हाथ देकर रोका। उन्होंने कहा कि मिलकपुर का कोई आदमी पड़ा हुआ है इसे ले जाओ मैंने बाइक रोकी तो उन्होंने खींचते हुए एक साइड में ले गए और फिर मारपीट की। इस सनसनीखेज वारदात की सूचना के बाद एसपी अलवर तेजस्विनी गौतम रामगढ़ पहुंची। घटना स्थल का जायजा लिया और पुलिस टीम के साथ अस्पताल पहुंची और घायल पूर्व ग्रंथि से मुलाकात की। उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश भी दिए हैं। मिलकपुर गांव निवासी पूर्व ग्रंथि गुरबख्श सिंह का रामगढ़ के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
  • मुख्यमंत्री सरेआम मां के दूध को चुनौती दे रहे हैं। मां का दूध अकेले राहुल गांधी या भूपेश बघेल ने नहीं पिया है।- विष्णुदेव

    छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ईडी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में आयोजित प्रदर्शन में दिए गए भाषण पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिराने की प्रवृत्ति छोड़ें और प्रदेश के हित में वहां वहां कैमरे लगवाने की हिम्मत दिखाएं, जहां इनकी वाकई जरूरत है। मुख्यमंत्री जिस भाषा का उपयोग करते हुए जांच एजेंसी को धमका रहे हैं, वह कांग्रेस की संस्कृति हो सकती है लेकिन छत्तीसगढ़ की संस्कृति इसकी इजाजत नहीं देती। मुख्यमंत्री सरेआम मां के दूध को चुनौती दे रहे हैं। मां का दूध अकेले राहुल गांधी या भूपेश बघेल ने नहीं पिया है। देश की सभी संतानों ने भी पिया है। ईडी के उन अफसरों ने भी पिया है जो कांग्रेस की राजमाता से 2 हजार करोड़ के नेशनल हेराल्ड घोटाले की पूछताछ कर रहे हैं। इससे राहुल गांधी के साथ साथ भूपेश बघेल को नानी क्यों याद आ रही है? इस महाघोटाले में भूपेश बघेल को कुछ नहीं मिलने वाला है। हां, वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए खानदान की नजर में खुद को चापलूस शिरोमणि साबित करने की कोशिश अवश्य कर रहे हैं।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कोयले, रेत, गिट्टी की दलाली करने वाले उन ठिकानों पर कैमरे लगवा लें, जहां इनकी जरूरत है। सभी थानों में कैमरे लगवा लें, जहां राजनीतिक प्रताड़ना परवान चढ़ा रहे हैं और मदिरा दुकानों में अंदर कैमरा लगवा लें जहां एक नंबर से तीन गुनी दो नंबर की शराब बेच रहे हैं और दो दो कैशबॉक्स रखते हैं। छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है कि कांग्रेस की सरकार किस प्रकार गोरखधंधा कर रही है।

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी से किस मामले में, किसके आदेश पर ईडी जांच कर रही है, यह भी अपने भाषण में उन कार्यकर्ताओं को भूपेश बघेल बता दें, जो उनकी अभद्रतापूर्ण बातों पर ताली पीटते हैं। भूपेश बघेल ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे जानते हैं कि यदि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मरा हुआ स्वाभिमान पुनर्जीवित हो गया तो वे ताली पीटने की जगह कुछ और ही करेंगे। यदि कांग्रेस नेता पाक साफ हैं तो उनसे पूछताछ पर भूपेश बघेल को आखिर क्या दिक्कत है, वे क्यों डर रहे हैं कि उनके मालिक बेनकाब हो जाएंगे।

  • रविंद्र चौबे संभालेंगे बाबा का पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग
    *रायपुर बिग ब्रेकिंग* गरीबों का आवाज बनाने की जिम्मेदारी मंत्री रविंद्र चौबे पर *मंत्री रविंद्र चौबे को मिला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग* मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में दी जानकारी *राज्यपाल की अनुमति के पश्चात सौंपा जिम्मा* मंत्री रविंद्र चौबे अपने विभागों के अलावा अब ग्रामीण एवं पंचायत विभाग की भी संभालेंगे जिम्मेदारी बीते दिनों मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से दिया था इस्तीफा
  • पंजाब पुलिस ने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल दो शूटर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया

    पंजाब पुलिस ने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल दो शूटर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया. इस दौरान पंजाब पुलिस के तीन जवान जख्मी हो गए. मुठभेड़ के दौरान एबीपी नेटवर्क के कैमरामैन सिकंदर के पैर में भी छर्रा लग गया. कैमरामैन सिकंदर जख्मी हो गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

    शूटर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल थे और घटना को अंजाम देने के बाद ये दोनों फरार हो गए थे. आज दोनों के भकना गांव में छिपे होने की सूचना मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की. इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. करीब चार घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद दोनों को ढेर कर दिया गया. 

    डीजीपी गौरव यादव ने कहा, ''सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में जो 2 शूटर मनु और रूपा फरार थे, दोनों की आज मुठभेड़ में मौत हुई है. 3 पुलिसकर्मी घायल हैं, जो खतरे से बाहर हैं. मौके से एक एके-47 और पिस्तौल बरामद हुआ है. मौके से एक बैग भी बरामद हुआ. जांच चल रही है.''  

    इससे पहले पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ को देखते हुए लोगों से घरों में रहने को कहा गया है. उस स्थान से गोलियां चलने की आवाजें सुनाईं दीं जहां आरोपियों के छिपे होने की बात कही जा रही थी. गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.

  • संसद में फूलोदेवी नेताम ने बाहुबली स्टाइल में उठाया सिलेंडर
    *CG 24 News-Singhotra* महिला सांसद फूलोदेवी नेताम ने बाहुबली स्टाइल में उठाया सिलेंडर, महंगाई के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और TRS सांसदों ने मानसून सत्र के तीसरे दिन महंगाई और रोजमर्रा की चीजों पर लगने वाले GST के मुद्दे पर संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने संयुक्त रुप से विरोध प्रदर्शन किया। महंगाई और जीएसटी के मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का हल्लाबोल लगातार जारी है। बुधवार को कांग्रेस ने संसद भवन में महंगाई और ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ से महिला सांसद बाहुबली स्टाइल में गैस सिलेंडर लेकर विरोध प्रदर्शन करती नजर आईं। महिला सांसद ने केंद्र सरकार के हालिया जीएसटी पर लिए गए फैसले पर नाराजगी व्यक्त की | राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर में धरना दिया। विपक्षी दल के कई नेताओं ने महंगाई और रोजमर्रा की चीजों पर लगने वाले GST के मुद्दे पर संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने संयुक्त रुप से विरोध प्रदर्शन किया। इन लोगों ने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर गैस सिलेंडर की तस्वीर थी और लिखा था, दाम बढ़ने से आम नागरिकों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, वे कैसे जीवन यापन करेंगे?
  • डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के पार पहुंच गया है, जून में बेरोजगारी का आंकड़ा 1.3 करोड़ आया है-राहुल गांधी का ट्वीट

    महंगाई, बेजरोजगारी, जीएसटी और अग्निपथ स्कीम को लेकर कांग्रेस ने संसद में विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया और बैनर पकड़े नजर आए. उधर विपक्ष के हंगामे के बाद संसद में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन्ही मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था जिसे स्वीकार नहीं किया गया.

  • मुख्यमंत्री का फोन ना उठाने वाले मंत्री टीएस सिंहदेव पहुंचे रायपुर
    *अंबिकापुर प्रवास से रायपुर लौटे कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव* *रायपुर रेलवे स्टेशन पर समर्थकों की भीड़ ने किया जोरदार स्वागत* *टी एस बाबा संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं के नारों से गूंजा रेलवे स्टेशन* आज होगा मुख्यमंत्री से आमना सामना
  • जीएसटी मतलब गई सारी तनख्वाह : अखिलेश यादव
    आज से आटा, दही, पनीर से लेकर ब्लेड, शार्पनर, एलईडी, इलाज, सफ़र सब पर GST की जो मार आम जनता पर पड़ी है उससे दुखी होकर GST का एक नया भाव-अर्थ सामने आया है… ‘गयी सारी तनख़्वाह’ #GST_Gayi_Saari_Tankhvaah
  • राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट डाला.

    देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी और देश के अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे.देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी और देश के अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे.देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी और देश के अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे. /h2>