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  • आदिवासियों के पारंपरिक आभूषण पुतरी, सुता, ऐठी, पोलकी कर रहे हैं लोगों को आकर्षित
    वन अधिकार अधिनियम पर पोर्टल के माध्यम से हो रहे रोचक सवाल-जवाब रायपुर। छत्तीसगढ़ अपने स्थापना के 22 साल पूरे कर चुका है। इस आदिवासी बाहुल्य राज्य में आदिवासी संस्कृति, सभ्यता और कला हमेशा से ही लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र रही है। लोग आदिवासियों के रहन-सहन, जीवनशैली और उनके पहनावे के साथ पारंपरिक आभूषणों को लेकर रूचि दिखाते रहे हैं। ऐसा ही कुछ साइंस कॉलेज मैदान में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आयोजित विकास प्रदर्शनी में आदिवासियों के पारंपरिक आभूषण जैसे पुतरी, सुता, ऐठी, पोलकी आदि देखने को मिल रहा है। यह विकास प्रदर्शनी छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर लगायी गई है। इस दौरान आदिवासियों का पारंपरिक आभूषण लोगों के लिए खासतौर पर आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। वहीं विभाग के स्टॉल में वन अधिकार अधिनियम थीम पर आधारित क्विज पोर्टल से आम नागरिक वन अधिकार से संबंधित जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। स्टॉल में वन अधिकार अधिनियम से संबंधित कंप्यूटर के माध्यम से एक क्विज पोर्टल भी तैयार किया गया है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपना मोबाइल नंबर एवं अपना नाम इंटर कर एक बार हिस्सा लेकर वन अधिकार अधिनियम से संबंधित प्रश्नों का सही-सही उत्तर देकर अपनी जानकारी का परीक्षण कर सकता है। विभागीय प्रदर्शनी में वन अधिकार पट्टा प्राप्त करने के प्रत्येक चरण की जानकारी विस्तार से प्रदर्शित की गई है। इसके अलावा सामुदायिक वन अधिकार पत्र और सामुदायिक वन संसाधन अधिकार की जानकारी का प्रदर्शन चित्रों के माध्यम से सजीव तरीके से किया गया है, जो लोगों को आसानी से समझ में आ रहा है। इसके अलावा वन अधिकार अधिनियम से संबंधित एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई है। प्रदर्शनी में आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। इसके अंतर्गत आदिम जाति अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान द्वारा अनुसंधान के क्षेत्र में विगत वर्षों में जितने भी प्रकाशन किए गए हैं उन सब से संबंधित बुकलेट का प्रदर्शन किया गया है। प्रकाशित सामग्री प्रतियोगी परीक्षा देने वाले युवाओं को आकर्षित कर रही है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी को भी प्रदर्शित किया गया है। इस प्रकार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव-2022 में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रही है।
  • झूम खेती की तैयारी का दृश्य दिखाया मणिपुर के कलाकारों ने खरिमखरा नृत्य से
    रायपुर। जनजातीय क्षेत्रों में झूम खेती होती थी। झाडिय़ों को आग लगाकर साफ किया जाता था और खेती की जमीन तैयार होती थी। यह पूरी प्रक्रिया श्रमसाध्य थी लेकिन उत्सव का प्रतीक भी थी क्योंकि खेती ही लाइवलीहुड का अवसर प्रदान करती थी। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव ने मणिपुर के कलाकारों ने खरिमखरा नृत्य के माध्यम से झूम खेती की तैयारी को सजीव किया। इसे डांस आफ लाइवलीहुड भी कहा जाता है। नृत्य में दिखाया गया कि कैसे खेती के लिए उपयोगी जमीन चिन्हांकित होती थी, फिर इसे तैयार किया जाता था और बीज रोपा जाता था। इस पूरी प्रक्रिया को खरिमखरा नामक सुंदर नृत्य से मणिपुर के लोककलाकारों ने प्रस्तुत किया। यह खुखरई जिले के निवासी हैं। नृत्य की खास विशेषता है कि इसमें घुटने में पहने हुए आभूषणों से तालबद्ध धुन निकलती है। स्टेप्स जितने सटीक बैठते हैं आभूषण से निकलने वाली धुन भी उतनी ही सटीक होती है। खरिमखरा नृत्य कृषि संस्कृति का उत्सव है और अपने श्रम के माध्यम से जमीन तैयार करने का अद्भुत उत्साह भी इससे झलकता है जो नृत्य रूप में और भी आकर्षक हो जाता है।
  • राजस्थान के कलारों ने प्रस्तुत किया गैर-घूमरा नृत्य
    रायपुर। राज्यस्थान से आए आदिवासी कलाकारों ने गैम-घूमरा नृत्य प्रस्तुत किया। गैर-घूमरा नृत्य आदिवासी भील-मीणों द्वारा किया जाने वाला पारंपरिक नृत्य है जिसमें स्त्री एवं पुरुष दोनों भाग लेते हैं। यद्यपि इनके घेरे अलग अलग होते है। घेरे के अंदर घेरा इस नृत्य की खास विशेषता है। इसके भीतरी घेरे में महिलाएं होती हैं जबकि बाहर के घेरे में पुरुष नर्तक रहते हैं। भीतरी घेरे में जो महिलांए नृत्य करती हैं वह घूमरा कहलाता है जबकि उसके बाहर पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य गैर नाम से जाना जाता है। दोनों घेरे के नर्तक जब वाद्य की लय तेज हो जाती है तो अपना पाला बदलते हुए नृत्य करते हुए एक दूसरे के घेरे में पहुंच जाते हैं। ढोल, मादल तथा झालर इस नृत्य के प्रमुख वाद्य हैं।
  • दंतेवाड़ा : जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 22वां राज्य स्थापना दिवस

    छत्तीसगढ़ राज्य के 22वें स्थापना दिवस पर दंतेश्वरी मंदिर परिसर मेंढका डोबरा मैदान में 1 नवम्बर को जिला स्तरीय एक दिवसीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा ने राज्योत्सव का शुभारंभ मॉ दंतेश्वरी और छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं राज्य गीत के साथ किया।
    विधायक श्रीमती देवती महेंद्र कर्मा ने जिलेवासियों को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा विभिन्न योजनाओं के सुचारू रूप से संचालन किया जा रहा है। लोगों को रोजगार, स्वरोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री के द्वारा किसानों के हित में कार्य किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यों की लगाई प्रदर्शनी की सराहना की। इस अवसर पर  छविन्द्र कर्मा ने भी सभी को राज्योत्सव पर बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को बने 22 साल पूरे हो गए हैं। जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में भी अब विकास की झलक दिखाई देने लगा है। लोग विभिन्न व्यवसाय से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
           कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार के द्वारा जिले में किये जा रहे विकास कार्यों एवं नवाचारों के बारे में बताते हुए सभी को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। विभागों के द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा इसके साथ ही स्कूली बच्चों के द्वारा हल्बी, छत्तीसगढ़ी, भथरी, लोक गीतों रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। आस्था विद्या मंदिर जावंगा के बच्चों द्वारा विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ मधुर गीत सोन के अचरा का गायन किया गया। 
    इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सुश्री सुलोचना कर्मा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि  अवधेश गौतम, नगर पालिका दंतेवाड़ा अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, जिला पंचायत उपाध्यक्ष  सुभाष सुराना,नगर पालिका उपाध्यक्ष  धीरेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य  रामूराम नेताम सहित अन्य जनप्रतिनिधि, डीआईजी  कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक  सिद्धार्थ तिवारी, जिला पंचायत सीईओ  ललित आदित्य नीलम अपर कलेक्टर  संजय कन्नौजे, एसडीएम  कुमार बिश्वरंजन सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।  

  • उड़ीसा से आए लोक कलाकारों ने दी घुड़का नृत्य की प्रस्तुति
    रायपुर। आदिवासी महोत्सव एवं राज्योत्सव में उड़ीसा से आए लोक कलाकारों ने घुड़का नृत्य की प्रस्तुति दी। उड़ीसा की घुमंतु जनजाति लकड़ी और चमड़े से बने वाद्ययंत्रों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में पश्चिमी ओडिसा के कलाकारोंने अपने परंपरागत् परिधानों में सज-धजकर घुड़का गीत गाते हुये नृत्य किया। इस नृत्य में लकड़ी और चमड़े से बने वाद्य यंत्र घुड़का का उपयोग किया जाता है। नृत्य में पुरूष और महिला दोनों शामिल होते है। नृत्य समूह की महिलायें कपटा (साड़ी), हाथों में भथरिया और बदरिया, गले में पैसामाली, भुजाओं में नागमोरी पहन कर नृत्य करती है। इसी प्रकार पुरूष लंगोट (धोती) और सिर में खजूर की पत्ती से बनी टोपी विशेष रूप से पहनते है। काजल से अपने चेहरे पर विभिन्न प्रकार की आकृतियां नर्तक बनाते हैं। घुड़का जनजाति घुमन्तु प्रजाति है, इस नृत्य का प्रदर्शन वे जंगल से बाहर भ्रमण के दौरान आम लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। यह जनजाति भोजन से लेकर अन्य जरूरतों के लिए पूरी तरह वन संसाधनों पर निर्भर रहती है। ये अपने परंपरागत् देवी-देवाताओं में गहरी आस्था रखते हैं।
  • डीएकेएमएस सदस्य ने किया आत्मसमर्पण
    सुकमा। जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत चिंतागुफा थाना क्षेत्र में सक्रिय एक नक्सली डीएकेएमएस सदस्य पोडिय़म बंडी निवासी थाना चिंतागुफा ने उप पुलिस अधीक्षक रजत नाग नक्सल ऑप्स के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित नक्सली पोडिय़म बंडी वर्ष 2014 में नक्सली संगठन में भर्ती होकर वर्ष 2019 तक मिलिशिया सदस्य, वर्ष 2020 से अब तक डीकेएमएस सदस्य के पद पर रह कर थाना चिंतागुफा व थाना चिंतलनार क्षेत्रों के विभिन्न नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। आत्मसमर्पित नक्सली को छग शासन की पुर्नवास योजना के तहत प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
  • अभिभावको ने आत्मानंद स्कूल में शिक्षको के लिए कलेक्टर से लगाई गुहार
    जगदलपुर। शिक्षको की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में सैकड़ों की संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को लेकर पहुंचे और आज कलेक्टर चंदन कुमार से मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि धरमपुरा आत्मानंद इंग्लिस स्कूल में शिक्षको की भारी कमी है, शिक्षक नहीं होने से बच्चे स्कूल तो जा रहे है लेकिन पढ़ाई नही हो पा रही हैं। यहां पंहुचे छात्रों और अभिभावक चिंतित दिखाई दे रहे थे। वहीं अभिभावकों की मांग को लेकर जिला कलेक्टर चंदन कुमार ने शिक्षको के भर्ती की कार्यवाही चलने की बात बताई है और जल्द ही शिक्षको की भर्ती पूरी कर लेने के लिए आश्वस्त किया है। अभिभावकों ने बताया कि शिक्षा सत्र शुरू हुए चार माह बीत चुका है, और अब तक छात्र-छात्राओं को शिक्षक अभी तक मिल नही पाए हैं। उनकी पढ़ाई शुरू नहीं होने से बच्चे काफी दुखी और परेशान हैं, उन्होने बताया कि जिला कलेक्टर से मिलकर मांग कर रहे हैं, कि जल्द ही शिक्षको की भर्ती की जाए और पढ़ाई शुरू करवाया जावे।
  • यातायात पुलिस ने 25 बाइक का बदलवाया गोली और पटाखे साइलेंसर
    जगदलपुर। बस्तर जिले की यातायात पुलिस शहर में उत्पात मचाने वाले बाइकर्स पर कार्रवाई में जुट गयी है। बुलेट बाइक के साइलेंसर के जरिए गोली और पटाखें जैसी तेज आवाज निकालने वाले वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई किया जा रहा है। पुलिस ने कार्यवाही के साथ ही 25 बुलेट बाइक का साइलेंसर बदलवाया गया। यातायात प्रभारी शिवशंकर गेंदले ने बताया कि अधिक आवाज वाले साइलेंसर को निकलवा कर सामान्य सलेनसर लगवा रहे हैं। वाहन चालकों को पहली बार समझाइश देते हुए छोड़ा गया। समझाइस के बाद भी लगातार इस तरह से शोर मचाने वाले और पटाखा फोडऩे वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि वाहनों के आगे-पीछे लगने वाली नम्बर प्लेट परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं लगाने वाले चालकों के खिलाफ अब यातायात पुलिस ने सख्त रूख अपनाते हुए कार्रवाई की जा रही है। नो पार्किंग में वाहन खड़ा करने वालों की अब खैर नहीं है। यातायात पुलिस द्वारा आम नागरिकों से अपील कि है कि अपना वाहन रोड मार्किंग के अंदर ही पार्किग करे।
  • नाले में मिली महिला की लाश, हाथ और पैर गायब, इलाके में फैली सनसनी

    जशपुर। पंडरापाठ चौकी क्षेत्र के ग्राम मुढ़ी के नीचे साढूढाप गांव के पास गरनापत्थर नामक नाले में एक अज्ञात महिला( unknown women)का शव मिला है। जिसे लेकर पूरे इलाके में सनसनी मच गई है। शव काफी पुराना बताया जा रहा है उसके कई अंग गायब है। शव का दोनों हाथ,और पैर गायब है।

    इस मामले में पण्डरापाठ चौकी के प्रभारी जुनास केरकेट्टा ने बताया कि गांव के कुछ लोग मछली मारने नदी में गए थे, जहां उन्हें शव दिखा जिसकी जानकारी( information) गांव वालों ने ग्राम पंचायत के सचिव को दिया जिसके बाद सचिव ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस की टीम को अज्ञात महिला का शव नाले में मिला है। जिसके कई अंग नहीं है। वहीं शव को देखने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि शव लगभग एक महीना पूर्व का है। हालांकि पूरे मामले की जांच और शव का शिनाख्त किया जा रहा है।

  • राज्योत्सव में विवाद, कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का किया बहिष्कार

    सरगुजा। अम्बिकापुर में आयोजित राज्योत्सव के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया. वही कांग्रेसियों ने कहा कि स्थानीय विधायक व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का एक बार भी नाम नहीं लिया गया साथ ही प्रदेश स्तर के नेताओ को मंच पर जगह भी नहीं दी गई. वहीं प्रशासन और कांग्रेस के नेताओ के बीच भी बहस भी देखने को मिली.

    इधर कांग्रेस पदाधिकारीयों ने प्रोटोकाल पालन नहीं करने का भी आरोप लगाया गया. वही राज्योत्सव में पहुंचे मुख्य अतिथि के तौर पर संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े से मीडिया ने सवाल किया तो एक मिनट से अधिक चुप रहे. फिर वही चुप्पी साधते हुए कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है,बाकी पार्टी की बात है इसे सुलझा लिया जाएगा. वही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के करीबी विधायक माने जाने वाले डॉक्टर प्रीतम राम ने कहा कि हमें अगर इस तरह की सूचना होती तो हम तत्काल बैठने की व्यवस्था करवाते. लेकिन सब चले गए हैं तो हम अब आपस में ही चर्चा कर नाराजगी को दूर करने की पहल की जाएगी.

    लिहाजा यह पहली मर्तबा नहीं है कि टीएस सिंह देव के समर्थकों की उपेक्षा पहली बार हुई हो इसके पूर्व में भी हुए राज्योत्सव में भी यही हाल देखने को मिला था।

  • किसान की शिकायत पर कलेक्टर ने पटवारी को किया निलंबित...

    जशपुनगर। नामांतरण और नक्शा में हेरा फेरी मामले पर पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने अनुविभागीय अधिकारी फरसाबहार से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार कृषक गोविंद सिंह पिता आनंद सिंह निवासी ग्राम टाकमुण्डा कुम्हारबहार द्वारा जन चौपाल कार्यक्रम में शिकायत पेश किया था। जिसके अनुसार अवधेश भगत,पटवारी हल्का नम्बर 22 (तत्कालीन पटवारी) तहसील फरसाबहार द्वारा जाल साजी, गलत तरीके से फौती नामांतरण, नाम काटने, नक्शा में हेरा फेरी करने तथा गोविंद पिता आनंद का नाम ग्राम गंझियाडीह ख.नं. 235 / 33 से बिना सूचना दिए तथा बिना सुने खाते से नाम काट दिये जाने पर जाँच प्रतिवेदन अनुसार जिला कलेक्टर ने कार्रवाई की। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम के तहत अवधेश भगत, पटवारी प.ह.नं.- 22 को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय तहसील कार्यालय पत्थलगांव में नियत किया जाता है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।

  • पुलिस ने अंधे कत्ल की सुलझाई गुत्थी, भतीजा ही निकला चाचा का हत्यारा

    थाना छुरा पुलिस एवं स्पेशल टीम की त्वरित कार्यवाही । दिनांक 17.10.2022 को l दुबराज नेताम चुरकीदादर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके पिता गोविन्द राम नेताम दिनांक 03.10.2022 को घर से कही चला गया है कि रिपोर्ट पर गुमशुदा का पता तलाश दौरान मुखबीर सुचना के आधार पर ग्राम चुरकीदादर कयो कछार जंगल में किसी व्यक्ति को मार कर दफनाया गया है सूचना तस्दीकी दौरान पुलिस स्टाफ डॉक्टर की टीम एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी की उपस्थिती में  शव उत्खनन कराया गया जो शव सडा गला होने से दिनांक 23.10.2022 को गुम शुदा गोविन्द नेताम के परिजनों द्वारा गुम इंसान गोविन्द नेताम का ही शव होना ही पहचान किये कि मर्ग  कार्यवाही में लिया गया था जो दौरान जांच पश्चात थाना छुरा में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामला की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय, अमित तुकाराम कांबले के दिशा-निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक l चंद्रेश सिंह ठाकुर व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस l पुष्पेन्द्र नायक के पर्यवेक्षण एवं स्पेशल टीम प्रभारी अधिकारी तथा थाना प्रभारी छुरा के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित किया गया जो जांच दौरान थाना छुरा में गवाहों से पूछताछ करने पश्चात व मुखबीर के सूचना अनुसार संदेही बृतलाल नेताम जो घटना करने पश्चात ग्राम चुरकीदादर से काम करने के बहाने गांव से फरार था जिसे घेरा बंदी कर पकड़े जाने से पूछताछ दौरान गुमशुदा मृतक गोविन्द राम नेताम पिता पीलू राम नेताम उम्र 67 वर्ष साकिन चुरकीदादर थाना छुरा को जादू टोना कर दिमागी संतुलन खराब एवं बिमार करने की बात को लेकर दिनांक 03.10:2022 को कयो कछार जंगल में लकड़ी के डण्डा से उसके सिर में वार करने से मौके पर ही गोविन्द राम नेताम जमीन पर गिर गया जिससे लोहे की छुरी से गले को रेत कर हत्या कर पास के नाला डबरी के पानी में डाल कर पत्थर से दबा दिया था। गोविन्द राम नेताम के शव को डबरी के पानी से अकेले निकाल कर फारेस्ट विभाग के खोदे गये गढ्ढे को और गहरा खोद कर गोविन्द नेताम के लाश को दफना दिया था । की प्रकरण के आरोपी बृजलाल नेताम पिता जलसिंग नेताम उम्र 24 वर्ष साकिन चुरकीदादर थाना छुरा जिला गरियाबंद को दिनांक 01.11.2022 को 12.15 बजें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजी गई है। प्रेक्षक टीम टीम ने जांच की, रायटर पार्वती ध्रुव और थाना ने जांच की निगरानी टीम में तैनात टीम के प्रधान आरक्षक तूराम साहू, धनु निषाद, आस्तिक शिव देवनालेश्वर, मोहित गेंदबाज़ साहू, मोहित भारद्वाज ध्रुवतारा महिला, जय प्रकाश, धुरंधामाणी देवता, धुरंधर धुरंधर, सौरी कुमार धुरंधर, हरीश साहू की कीटाणु कीट। -:: गिरफ्तार आरोपी 01. बृजलाल नेताम पिता जलसिंग नेताम उम्र 24 वर्ष साकिन चुरकीदादर थाना छुरा जिला गरियाबंद छ०ग०