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  • पति ने बोतल तोड़कर काट दिया पत्नी का गला, चरित्र संदेह को लेकर हुआ था विवाद

    बिलासपुर। CG CRIME NEWS जिले के सरकंडा में चरित्र पर संदेह के बाद पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। दोनों के बीच शनिवार दोपहर को विवाद हुआ था। इसी दौरान पति ने शराब की बोतल तोड़कर पत्नी के गले पर वार कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। हत्या की खबर मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने आसपास और परिवार वालों से पूछताछ की। इसके बाद पति को गिरफ्तार कर लिया।

    जानकारी के अनुसार कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम पौंसरा के धुरीपारा निवासी धनेश धुरी (25) की शादी कुछ साल पहले लगरा की रहने वाली बृहस्पति बाई धुरी से हुई थी। शादी के बाद दोनों पौंसरा में रहते थे। फिर बाद में धनेश अपने ससुराल लगरा के नर्सिंग कॉलेज के पास रहने लगा था। दोनों पति-पत्नी रोजी-मजदूरी करते थे।

    पति को पत्नी पर था चरित्र संदेह

    धनेश अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसके चलते दोनों के बीच आए दिन झगड़ा भी होता था। शनिवार को दोनों पति-पत्नी काम पर जाने के लिए निकले थे। इस दौरान भी उनके बीच विवाद हुआ। दोपहर 12 बजे उनके बीच विवाद इतना बढ़ गया कि धनेश ने शराब की बोतल से अपनी पत्नी के गले में वार कर दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गई और उसकी मौत हो गई।

    आरोपी को लाया गया थाने 

    आसपास के लोगों ने हत्या की खबर पुलिस के डायल 112 को दी। जानकारी मिलते ही आरक्षक राकेश काछी व चालक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूछताछ के बाद हत्या की खबर सरकंडा थाने में दी। वहीं, आरोपी धनेश धुरी को पकड़ कर थाना लेकर आ गए। महिला की हत्या की सूचना मिलने पर CSP स्नेहिल साहू व TI उत्तम साहू टीम के साथ पहुंच गए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

    नानी के पास रहकर जीवन बिताएंगे दो मासूम  

    धनेश धुरी व बृहस्पति बाई के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। इस घटना में उनकी मां की मौत हो गई और अब पिता को सलाखों के पीछे रहना होगा। ऐसे में मासूम बच्चियों के सिर से मां का साया छीन गया है। वहीं, पालन पोषण करने वाले पिता भी बिछड़ गया है। उन्हें अपनी नानी के पास रहकर अब जीवन बिताना पड़ेगा।

  • रात में जलप्रपात की धाराओं पर उकेरी जा रही है भारतीय तिरंगे की प्रतिकृति

    जगदलपुर। बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से 38 किमी दूर चित्रकोट जलप्रपात इन दिनों अपने पूरे शबाब में है, रात में जलप्रपात की धाराओं पर भारतीय तिरंगे की प्रतिकृति उकेरी जा रही है। दिन की रौशनी में जितना मनमोहक लगता है रात की लाइटिंग में इस बदले रूप में चित्रकोट जलप्रपात के दीदार करने सैकड़ों सैलानी हर रोज पहुंच रहे हैं। चित्रकोट जलप्रपात में शाम ढलने के बाद तिरंगे की प्रतिकृति नजर आ रही है।
    इंद्रावती नदी में जल का प्रवाह अधिक होने से इन दिनों प्रपात का नजारा देखते ही बन रहा है, पीडब्लूडी की लोक निर्माण विद्युत विभाग शाखा ने लाइटिंग की व्यवस्था की है, जिससे रात में प्रपात से गिरता जल की विशाल धाराओं में तिरंगे की प्रति•ृति नजर आती है। माह अगस्त से अक्टूबर के बीच चित्रकोट जलप्रपात का नजारा देखने काफी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। बारिश की वजह से जलप्रपात की अलौकिक छटा के दीदार होते हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, सुरक्षा की दृष्टिकोण से जलप्रपात के पास जालियां लगाई गई हैं, साथ ही सहां जवानों को भी तैनात किया गया है। चित्रकोट जलप्रपात में इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है। गर्मी के दिनों में पानी की सबसे कम 2 से 3 धाराएं गिरती हैं, जबकि बारिश के समय में घोड़े की नाल •े आकार में 7 से अधिक धाराएं गर्जना •े साथ गिरती है।

  • नीलांबर सिन्हा यातायात सिपाही ने दिया इमानदारी का प्रमाण
    *45 लाख नगद देखकर भी मन नहीं डोला* थाना यातायात कयाबांधा नवा रायपुर में पदस्थ आरक्षक क्रमांक 1602 निलाम्बर सिन्हा दिनांक 23.07.2022 को प्रातः लगभग 08.30 के मध्य एयरपोर्ट से ड्यूटी कर माना कैम्प जा रहा था। इसी दौरान माना क्षेत्रांतर्गत स्थित राय पब्लिक स्कूल के सामने रोड में उक्त पुलिसकर्मी को एक सफेद रंग का बैग मिला। पुलिसकर्मी द्वारा बैग को खोलकर चैक करने पर बैग के अंदर अलग-अलग बण्डलों में 2000 एवं 500 के नोट रखा होना पाया गया। जिसकी सूचना पुलिसकर्मी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई तथा नोटों से भरे बैग को थाना सिविल लाईन में लाकर जमा किया गया। बैग के अंदर लगभग 45,00,000/- रूपये नगद था जिसे थाना सिविल लाईन पुलिस द्वारा धारा 102 जा.फौ के तहत लावारिस हालत में जप्त कर वारिसान की पतासाजी की जा रही है। इस प्रकार आरक्षक क्रमांक 1602 निलाम्बर सिन्हा द्वारा नगदी रकम से भरे बैग को थाना में जमा कर ईमानदारी की मिसाल प्रस्तुत की गई। पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा निलाम्बर सिन्हा की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुये उचित ईनाम देने की घोषणा की गई है।
  • दो दिनों की बारिश में दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से टूटा संपर्क

    00 सीआरपीएफ 222 बटालियन के कैम्प तक पहुंचा पानी, खाली किया जा रहा है कैम्प
    बीजापुर। जिले में दो दिनों हो रही बारिश के बाद ग्राम कोडोली में बहने वाली मरी नदी, चेरपाल नाला और धनोरा नाला उफान पर है। कोडोली के ग्रामीणों के घरों और तालनार के संजयपारा के स्कूल में मरी नदी के बाढ़ का पानी पंहुच गया है। इसके साथ ही मिरतुर, चेरपाल-गंगालूर, रेड्डी, बोरजे, तोयनार, मोरमेड, समेत दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा गया है। कुछ ग्रामीणों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। मौके पर आपदा प्रबंधन की टीम मौजूद है।बीजापुर जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के छोटे बड़े नदी नाले उफान पर है, मिनगाचल नदी पूरे शबाब पर है। नेशनल हाइवे 163 पर मौजूद सीआरपी एफ 222 बटालियन की कैम्प में पानी भरने लगा है, निचले स्तर में बने बैरकों में कई फीट पानी घुस चुका है। एहतियातन जवानों ने कैम्प को खाली करना शुरू कर दिया है। बारिश के नही रुकने और जल स्तर बढऩे से सीआरपीएफ कैम्प डूबने की आशंका बनी हुई है।

  • बलरामपुर :मिर्च की खेती कर किसान अर्जित कर रहे हैं आय

    बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में मुख्यतः विकासखण्ड कुसमी एवं शंकरगढ़ में मिर्च की खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है, मिर्च की बढ़ती कीमत और पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छी पैदावार के चलते यहां के किसानों को लगातार मुनाफा प्राप्त हो रहा है, इसके कारण किसान पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक से अधिक मिर्च की खेती करना पसंद कर रहे हैं।
    किसान मिर्च की नर्सरी करने हेतु बीज की बोवाई नवम्बर-दिसम्बर में करते हैं एवं थरहा तैयार हो जाने पर मुख्य खेत में पौध की रोपाई फरवरी-मार्च महिने में करते हैं। वैसे तो इस क्षेत्र में किसान मिर्च की कई किस्मों को लगाना पसंद करते है, उनमें मुख्यतः वीएनआर, जेके, नामधारी, नानगो, टोकिता प्रमुख प्रचलित किस्म है, यह सभी किस्मे अपनी विशिष्टता के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक लोकप्रिय है। मुख्यतः विएनआर किस्म अधिक उपज देता है, साथ ही अधिक बारिश होने की स्थिति में बारिश प्रतिरोधी है, फल लम्बा, मोटा, गहरा व हरा होता है। किस्म नानगो अपने तिखापन हेतु प्रसिद्ध है, सभी मिर्ची की किस्मे लगभग 3-4 फीट ऊंचाई का होता, जो कि उपभोक्ता के मानको के अनुकूल है। अच्छी जलवायु व अनुकूल वातावरण के कारण इन पहाड़ी क्षेत्रों में मिर्च का बम्फर पैदावार होता है, जिससे किसान खुश होकर हर वर्ष मिर्च की खेती करते हैं एवं इन क्षेत्रों के अन्य किसानों को भी मिर्च की खेती हेतु प्रेरित कर रहे है। मिर्च से मुख्यतः 3-4 बार तक तोड़ाई होता है, पहला तोड़ाई जून महिने से शुरू होता है और मिर्च की तोड़ाई शिखर बिन्दु जुलाई एवं अगस्त तक का महिना है जिसमें अधिकांश मिर्च की तोड़ाई होती है, यदि मौसम अनुकूल रहा तो तोड़ाई सितम्बर तक होती चली जाती है, जो कि मिर्च के किस्म और जलवायु पर निर्भर है। मिर्च का विक्रय किसानों के खेतों से ही शुरू हो जाता है और अन्य राज्यों से व्यापारी गाड़ियां लेकर आते हैं, प्रतिदिन लगभग 40-50 पिकअप किसनों के खेतों में आती है और मिर्च से लदी कई गाड़िया उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखण्ड एवं अन्य राज्य के कई शहरों में विक्रय हेतु जाती है। इस प्रकार कुसमी और शंकरगढ़ के मिर्च के स्वाद का आनंद अन्य राज्यों के उपभोक्ता भी करते हैं। पहाड़ी क्षेत्र में मिर्च का उत्पादन प्रति एकड़ 20-25 क्विंटल होता है और थोक बाजार पर 20 से 40 रूपये प्रति किलो की दर से बिकता है और मिर्च की अधिक मांग पर यह दर 45 रूपये प्रति किलो तक जाता है। इस प्रकार अनुमान प्रति एकड़ 75 हजार से 85 हजार तक किसान को अर्जित होता है। पहाड़ी क्षेत्रों में मिर्च उत्पादन हेतु कुल 1600-1800 हेक्टेयर रकबा है, जिसमें लगभग 800-100 किसान खेती हेतु संलग्न है, आने वाले समयों में यह रकबा और बढ़ेगा किसान भी खेती हेतु जुड़ेंगे, जिससे जिला बलरामपुर मिर्च की खेती हेतु पूरे प्रदेश एवं राज्य में समृद्ध बनेगा।
    हमारे जिले बलरामपुर-रामानुजगंज में मिर्च का बम्फर उत्पादन हो रहा है, इससे जिले के लगभग 800-1000 किसन के आसपास मिर्च की खेती से जुड़े है, इससे उद्यानिकी विभाग की और राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजनांगर्त मशाला क्षेत्र विस्तार, मल्चिंग शिट, ड्रिप, जैसे विभिन्न योजनाओं के साथ जोड़ा जा रहा है तथा समय-समय पर किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा है, जिससे यहां मिर्च उत्पादन कृषकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादन में भी वृद्धि आयेगी।

  • प्रशासनिक सेवक बनने का सपना चंचल की आंखों में, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से मिली 20 हजार रूपए की राशि देगी उसके हौसलों को उड़ान

    उत्साही और दृढ़ निश्चय वाली चंचल बिजौरा ने अपने हौसलों से उड़ान भरने की तैयारी कर ली है, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजनांतर्गत मिले 20 हजार रूपए की राशि उसके बैंक खाते में आ गई है। जिसे वो अपने कॉलेज के पढ़ाई के लिए जमा कर रखना चाहती हैं। लड़कपन के उम्र में भी इस लड़की को अपने भविष्य को लेकर होने वाली चिंता उसे दूसरों से अलग करती है। चंचल प्रशासनिक सेवा में आकर शासन की जनहितैशी योजनाओं का हिस्सा बनना चाहती है। वो चाहती है कि हर जरूरत मंद का सपना हकीकत बने। आंखों में प्रशासनिक सेवा का सपना लिए चंचल कहती है कि सपना ही देखना है तो बड़ा क्यों नहीं, जब तक आप बड़ी लकीर खींचने की कल्पना नहीं करेंगे तब तक छोटी लकीर भी खींच सकते। आज शासन की नोनी सशक्तिकरण योजना लड़कियों को ऐसा हौसला दे रही है कि बिना पंख के भी वो उड़ने के लिए तैयार हैं। कोई आई.ए.एस. बनना चाह रहा है तो कोई शिक्षक बन कर समाज को एक नई दिशा देना चाह रहा है।
    राज्य शासन ने महिला सशक्तिकरण को केन्द्रित रखकर इस गणतंत्र दिवस पर जिले की 09 बालिकाओं के खाते में 1 लाख 80 हजार रूपए की राशि डाली। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राही चंचल बिजौरा, सोनिया, अमृता साहू, वर्षा, श्वेता, पायल, माही अमृत, मुस्कान, डिम्पल, नेहा है जिन्होंने शासन को उनके इस सहयोग के लिए अभार व्यक्त किया है।
    92 लाख 40 हजार रूपए की राशि से लाभान्वित हुए हैं 462 हितग्राही- मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत् पात्र 462 हितग्राहियों की पुत्रियों को जिले में 92 लाख 40 हजार रूपए की राशि के साथ लाभान्वित किया जा चुका है। इस राशि को सीधे श्रमिक परिवारों के बैंक खाते में ट्रांजेक्शन कर उनकी बेटियों को शासन सशक्त और आत्म निर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इससे परिवार को शिक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं और श्रमिकों के बेटियों की शादी में भी यह राशि उनके परिवारिक दायित्व के बोझ को भी कम कर रही है।

  • 35 आरक्षकों के हुए तबादले, SSP ने जारी की सूची
    बलौदाबाजार। पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है. SSP दीपक झा ने ASI, प्रधान आरक्षक समेत बड़ी तादाद में आरक्षकों का तबादला किया है. इसमें ASI, प्रधान आरक्षक और 35 आरक्षकों का तबादला किया है.
  • कोण्डागांव : पशुपालन को आय संवृद्धि हेतु आधार बनाने जुटी हैं पशु सखियां

    जिले में सेवारत् इन सभी पशु सखियों को प्राथमिक पशु चिकित्सा, टीकाकरण, वैज्ञानिक पद्धति से पशुपालन, कृत्रिम गर्भाधान चारा उत्पादन एवं चारागाह विकास, पशुधन की देखभाल एवं प्रबंधन, नस्ल संवर्धन, शासन की योजनाओं के तहत् हितग्राही चयन संबंधी गहन प्रशिक्षण पशुपालन विभाग के द्वारा दी गयी है। वहीं उक्त पशु सखियों को बेहतर और परिणाममूलक कार्य करने के लिए निरंतर प्रेरित किया जा रहा है। यही वजह है कि जिले के दूरस्थ ईलाकों में पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा मिला है और आय संवृद्धि से ग्रामीण प्रफुल्लित हैं। वहीं पालतू मवेशियों के उपचार एवं टीकाकरण, नस्ल सुधार का विस्तार हुआ है। जिले में पशु सखियों द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के तहत् अब तक करीब 152 ग्राम पंचायतों के 166 ग्रामों में 32462 गाय, 7656 भैंस, 8450 बकरे-बकरियों, 56366 कुक्कुटों एवं 2125 सूकरों सहित कुल एक लाख 7 हजार 59 पालतू पशुओं एवं कुक्कुटों का टीकाकरण किया गया है। इसके साथ ही इन पशु सखियों के द्वारा राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना से प्शुपालन करने सहित दुग्ध उत्पादन के लिए किसानों एवं पशुपालकों को प्रोत्साहित कर लाभान्वित किया जा रहा है। वहीं बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना, बकरी एवं सूकरपालन योजना जैसी विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु अहम योगदान निभा रही हैं। कृषि के आनुशांगिक पशुपालन गतिविधि को अपनाने के लिए किसानों एवं ग्रामीणों को किसान क्रेडिट प्रदाय करने हेतु समन्वित प्रयास कर रही हैं। जिससे पशु सखियां जिले में पशुपालन के जरिये आय संवृद्धि के लिए आधार बनाने सहित क्रांतिकारी बदलाव लाने हेतु पशुपालन दूत साबित होंगी।

  • बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष थामा कांग्रेस का दामन
    दुर्ग। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल भाजपा नेता और जिला पंचायतं सदस्य मोरध्वज साहू ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उन्होंने सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली है। कांग्रेस की सदस्यता लेने पर सीएम भूपेश बघेल ने मोरध्वज साहू को बधाई दी है। मिली जानकारी के अनुसार मोरध्वज साहू लंबे समय से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से नाराज चल रहे थे, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी अब छोटे स्तर के नेताओं को ध्यान नहीं दे रही है। बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद भाजपा को एक के बाद एक कई बड़ी झटके लगे हैं। प्रदेश के बस्तर सहित कई क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।
  • छत्तीसगढ़ से विवेकानंद जी का गहरा लगाव रहा : सीएम भूपेश बघेल
    रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के आदर्श हैं. छत्तीसगढ़ से विवेकानंद जी का गहरा लगाव रहा है. कलकत्ता के बाद स्वामी विवेकानंद जी ने रायपुर में सबसे ज्यादा समय बिताया। आगे सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विपक्ष में रहते हुए रायपुर एयरपोर्ट का नाम विवेकानंद जी के नाम पर रखने के लिए विधानसभा में एक अशासकीय संकल्प लाया था. विवेकानंद जी युवाओं से कहा करते थे कि अच्छे स्वास्थ्य, अच्छे चरित्र का निर्माण हो, साथ ही एक लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ने की बात वह करते थे. स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने कहा - आप किसी भी पद्धति से प्रार्थना करिए या पूजा करें आप एक ही ईश्वर तक पहुंचेंगे। आप किसी भी रास्ते से चलिए आप पहुंचेंगे एक ही जगह परउन्होंने समानता की बात कही जोड़ने की बात कही, यही हिंदुस्तान की ताकत है.
  • गौठान निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने क्या कुछ पाया ?
    कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने आज धरसीवाँ विकासखंड के बरबंदा गाँव के गौठान का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गौठान में चल रही आजीविका गतिविधियों की जानकारी संचालक समिति से ली। कलेक्टर ने मुर्गीपालन, बकरीपालन सहित अन्य गतिविधियों को लगातार जारी रखने के निर्देश दिए, ताकि महिला समूहों को लगातार रोज़गार मिले और उन्हें लगातार आय भी होती रहे। कलेक्टर ने बरबंदा गौठान में गोबर ख़रीदी और वर्मी खाद उत्पादन की जानकारी भी ली। उन्होंने गौठान में वर्मी टाँको का निरीक्षण किया और महिला समूहों की सदस्यों को खाद बनाने की निर्धारित प्रक्रिया का पालन करने को कहा। समूह की सदस्यों ने बताया की इस बार अभी तक मुर्गीपालन से लगभग 15 हज़ार रुपए कि आमदनी हो गई है। आठ -दस दिनो में बर्मी खाद भी तैयार हो जाएगा। कलेक्टर ने नियमित गोबर ख़रीदी करने और गोबर को सुरक्षित रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। CG 24 News
  • डीईओ ने बड़सरा स्कूल का किया निरीक्षण

    कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय द्वारा लगातार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में डीईओ ने आज शा.उ.मा.वि. बड़सरा का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुल 13 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। उन्होंने शिक्षकों के अनुपस्थिती पर नाराजगी व्यक्त की तथा उन्होंने स्वयं बच्चों के साथ प्रार्थना किया। निरीक्षण मंे अरविन्द राजवाडे़ प्रभारी प्राचार्य, रामअवतार सेंक राज, प्रभारी प्राचार्य, शिवकुमार पाण्डेय व्याख्याता एल.बी., निरंजन राम पावले, सुधा सिंह, कृष्ण कुमार सूर्यवंशी, श्रीमती अंतिमा सिंह, प्रिया सांडिल्य, सत्यदेव सिंह, श्रीमती महिमा सिंह, श्रीमती अंतिमा सिंह सहायक ग्रेड 03, श्रीमती रीता तिवारी सहायक ग्रेड 03, उमेश कुशवाहा सहायक ग्रेड 03 ये सभी कर्मचारियों अनुपस्थित पाये गये। इन सभी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 03 दिवस के अन्दर जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर सभी कर्मचारियों के प्रति अनुशासनात्क कार्यवाही किया जाएगा।