State News
  • नेशनल व्हीलचेयर टी10 चैंपियनशिप में भाग लेने छग की टीम होगी दिल्ली रवाना

    रायपुर। विगत 2 वर्ष के पश्चात व्हीलचेयर क्रिकेट इंडिया के द्वारा पहला नेशनल व्हीलचेयर टी10 चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इस सीरीज को चंडीगढ़, दिल्ली, बेंगलुरु और अहमदाबाद में आयोजित किया जा रहा है। इस सीरीज में भाग लेने वाले सभी 12 राज्य की टीमों को चार ग्रुपों में बांटा गया है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ की टीम आज दिल्ली के लिए रवाना हो गई जहां 10 व 11 मई को दिल्ली में अपने प्रतिद्वंदियो से मैच खेलेगी।

    छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अचिन बनर्जी ने बताया कि ग्रुप ए में पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश, ग्रुप बीमें दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ग्रुप सी में कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश तथा ग्रुप डी में गुजरात, महाराष्ट्र व उत्तराखंड की टीम शामिल है। छत्तीसगढ़ का मैच 10 और 11 मई को दिल्ली में खेला जाएगा, इसके लिए छत्तीसगढ़ की व्हीलचेयर क्रिकेट टीम 8 मई को दिल्ली के लिए रवाना होगी। इस सीरीज में हर ग्रुप से दो विजेता टीमें क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेगी जो 27 मई को ग्वालियर में आयोजित किया जाएगा। जिसमें आठ सिलेक्ट टीम खेलेगी, इस सीरीज का नाम स्वर्गीय माधवराव सिंधिया स्मृति में आयोजित किया जा रहा है।

    छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट टीम इस प्रकार हैं – सुनील राव, पोषण ध्रुव, उत्तरा ध्रुव, किशन रावत, सुमित पैकरा, मुकेश कुमार, सुरेंद्र साहू, अमर सिंह, सुरेंद्र लोहार, सूरज कुमार, उमेश पटेल, जीवन ध्रुव व खुमान साह शामिल हैं।

  • तेज रफ्तार हाईवा की चपेट में आए कार सवार पति- पत्नी, दोनों की दर्दनाक मौत, बच्चों की हालत गंभीर

    जशपुर। तेज रफ्तार हाईवा ने एक कार को जबरदस्त टक्कर मार दी जिसमें मौके पर ही पति सौरभ अग्रवाल ( saurabh agrwal) की मौत हो गई। वहीं पत्नी निशु बंसल को रांची रिफर किए जाने के दौरान रास्ते मे उनकी भी मौत हो गई। इस घटना से पुरे कुनकुरी (kunkuri) में शोक की लहर है।

    बताया जा रहा है कि जशपुर जिले के कुनकुरी निवासी सौरभ अग्रवाल 35 वर्ष कपड़ा व्यवसायी था। शनिवार की रात वह अपनी पत्नी निशु बंसल व बच्चों के साथ कार से ढाबे में खाना खाने गया था। खाना खाकर रात करीब 10 बजे सभी घर लौट रहे थे। इसी दौरान नेशनल हाइवे पर कुनकुरी के सलियाटोली में तेज रफ्तार हाइवा क्रमांक जेएच 10 एस-3067 ने टक्कर मार दी।

    भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राईवर सीट तक जा घुसा।मृतक सौरभ कार की ड्राईवर सीट पर थे और पत्नी निशु बंसल उनके बगल वाली सीट पर थीं।हाईवा के साथ आमने सामने हुई भिड़ंत में कार के इंजन का हिस्सा ड्राईवर सीट तक जा घुसा जिसमें फंसकर सौरभ की मौत हो गई।पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से बड़ी मुश्किल से फंसे हुए शव को बाहर निकाला जा सका।

    हादसे में मौके पर ही पति सौरभ अग्रवाल (35) की मौत हो गई वहीं  पत्नी को रात्रि 11:30 बजे रांची रिफर किया गया इस दौरान रास्ते में उनकी भी मौत हो गई।फिलहाल दोनों शवों को मर्च्युरी में रखवाया गया है।दो बच्चों की हालत गंभीर है जिन्हें होलीक्रॉस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिनकी हालात बिगड़ने के बाद उन्हें भी रात्रि 1:30 बजे रांची रिफर किया गया।

  •  गोबर खरीदी के बाद छत्तीसगढ़ करेगा गोमूत्र की खरीदी,औषधि, उर्वरक और कीटनाशक के रूप में उपयोग की तैयारी
    Lavinderpal *गोबर खरीदी के बाद अब गोमूत्र भी बनेगा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की समृद्धि का सूत्र। औषधि, उर्वरक और कीटनाशक के रूप में उपयोग की तैयारी* *भूपेश सरकार के नित-नए नवाचारी योजनाओं से बढ़ रही है आमजन की समृद्धि। झूठ, फरेब और गलत बयानी की दुकान सजाए भाजपा नेता गहरे सदमे में।* रायपुर/07 मई 2022। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि विगत सवा 3 वर्षों में भूपेश बघेल सरकार ने जनहितकारी फैसले और नवाचारी योजनाओं से आम जनता की समृद्धि और सुशासन के क्षेत्र में देश के समक्ष अनेकों प्रतिमान स्थापित किए हैं। गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी से जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है, साथ ही ग्रामीण जनता को अतिरिक्त आय का अवसर मिला है। अब छत्तीसगढ़ सरकार एक कदम आगे बढ़कर गौमूत्र खरीदी की घोषणा कर युद्ध स्तर पर तैयारी में जुट गई है। गोमूत्र की संभावित उपलब्धता, संग्रहण, गुणवत्ता की टेस्टिंग और उत्पादों के संदर्भ में टेक्निकल कमेटी को अध्ययन करके 15 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। योजना के संदर्भ में कृषि वैज्ञानिक और एक्सपर्ट से भी विस्तृत अनुसंधान रिपोर्ट मांगी गई है। जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में गौ-वंशी और भैंस-वंशी पशुओं को मिलाकर कुल संख्या 1 करोड़ 11 लाख से अधिक है। प्रति पशु औसतन प्रतिदिन 7 लीटर के अनुमान से छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन गोमूत्र की उपलब्धता 7.5 करोड़ लीटर से अधिक संभावित है। गोमूत्र का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में आदिकाल से किया जाता रहा है। इसके साथ ही जैविक खेती में उर्वरक और कीटनाशक के रूप में भी गोमूत्र के उपयोग के प्रमाण मिले हैं। गौ मूत्र के वैज्ञानिक और व्यवस्थित उपयोग की विस्तृत कार्य योजना तैयार की जा रही है कि किस प्रकार से फर्टिलाइजर के रूप में गौ मूत्र का उपयोग किया जाए। गोमूत्र में नाइट्रोजन के साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्व फास्फोरस और पोटाश की उपलब्धता पाई गई है। गोमूत्र से ऑर्गेनिक कीटनाशक बनाने के लिए भी वैज्ञानिक आधार और तकनीकी रिपोर्ट पर छत्तीसगढ़ में विस्तृत अनुसंधान चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 20 जुलाई 2020 से आरंभ की गई गोधन न्याय योजना के तहत विगत साडे 21 महीनों में गोपालकों को गोबर खरीदी का 138.56 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है, गठान समिति को 54.53 करोड़ और महिला स्व सहायता समूह को 35.66 करोड़ लाभांश के साथ ही 65.54 करोड़ गोकास्ट, गमले और अन्य उत्पादों के लाभ के लिए दी गई राशि को मिलाकर अब तक कुल भुगतान 294.29 करोड़ हो चुका है। प्रदेश में संचालित गौठानो के द्वारा अब तक 13 लाख 94 हजार वर्मी कंपोस्ट, 4 लाख 97 हजार क्विंटल सुपर कंपोस्ट और 18925 क्विंटल सुपर कंपोस्ट प्लस का विक्रय किया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि गाय, गोबर और गंगाजल भाजपा के लिए केवल चुनावी है। रमन राज में गौसेवा के नाम पर आरएसएस और भाजपा नेताओं के द्वारा संचालित गौशालयों को करोड़ों का अनुदान दिया गया। दुखद और निंदनीय है कि उन गौशालयों में हड्डी और चमड़ी के लालच में सैकड़ों गायें रमन सरकार के दौरान मार दी गई। चारा और पानी के अभाव में सैकड़ों गौ-हत्या के मामले रमन राज में आम थे। शगुन गौशाला, मयूरी गौशाला और फूलचंद गौशाला जैसे मामले सर्वविदित हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, वनोपज संग्रहण वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग में ऐतिहासिक सफ़लता और लोकप्रियता से विपक्षी भाजपा नेता मुद्दाविहीन हो चुके हैं। भूपेश बघेल सरकार की बढ़ती लोकप्रियता और विश्वसनीयता से भयभीत भाजपाई झूठ, भ्रम और गलतबयानी की दुकान सजाने लगे हैं। CG 24 News
  • जिले के विकास कार्यों में स्थानीय आदिवासियों को दी जाये प्राथमिकता- उद्योग मंत्री कवासी लखमा कोण्डागांव के प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने जिले के विकास कार्यों की ली समीक्षा बैठक

    शनिवार को छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा कोण्डागांव जिले के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा द्वारा जिला कार्यालय में जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा हेतु बैठक ली गई। इस बैठक में कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं केशकाल विधायक सन्तराम नेताम, हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक नारायणपुर चंदन कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम सहित कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण सम्मिलित हुए।
    इस बैठक में प्रभारी मंत्री द्वारा जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की विभागवार समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने गांव में किए जा रहे विकास कार्यों में कार्यों के संचालन, निर्माण एवं श्रम से लेकर सभी कार्यों में स्थानीय ग्रामीणों एवं आदिवासियों को प्राथमिकता देते हुए, उन्हें गांव के विकास कार्यों में शामिल करने के निर्देश दिए। इसके साथ उन्होंने स्थानीय स्तर पर कोदो कुटकी के प्रोत्साहन,  व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वन अधिकारों के वितरण, आदिवासी छात्रावासों का निर्माण पूर्ण करने, एकलव्य आदिवासी छात्रावासों में बच्चों के चयन में स्थानीय ग्रामीणों को प्राथमिकता तथा बच्चों की छुट्टियों के दौरान सभी जर्जर स्कूलों एवं आश्रमों की मरम्मत करने निर्देश दिए।
     

  • मुख्यमंत्री बघेल ने बिहारपुर में ग्रामीण भोपाल सिंह के घर किया भोजन, पेहटा समेत इन व्यंजनों का लिया स्वाद

     छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों के दौरे पर हैं। इसी कड़ी में आज सीएम बघेल सूरजपुर जिले के प्रवास पर हैं। अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान सीएम बघेल आज कुदरगढ़, बिहारपुर पहुंचे और इसके बाद वे लटोरी गांव पहुंचेंगे। कुदरगढ़ प्रवास के दौरान सीएम बघेल ने ग्रामीणों से मुलाकात की और यहां के एक ग्रामीण घर पर भोजन प्रसाद ग्रहण किया।

    भोपाल सिंह के घर पर किया भोजन

    मिली जानकारी के अनुसार कुदरगढ़ प्रवास के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने गांव के भोपाल सिंह के घर भोजन में पेहटा, तिलौरी, रोटी, चावल, दाल, भिंडी की भुजिया, करेला भुजिया, लकड़ा की चटनी का स्वाद लिया। साथ ही भोपाल सिंह से CM ने उनकी खेती की जानकारी ली और खेत में बोर लगवाने का निर्देश दिया। इस दौरान सीएम बघेल ने भोपाल सिंह के परिवार की बच्ची की मांग पर कहा कि यहां भी स्वामी आत्मानंद स्कूल खोला जाएगा और बालिका छात्रावास, मिनी स्टेडियम भी बनेगा।

    करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात

    उन्होंने इस मौके पर क्षेत्रवासियों को 2 करोड़ 45 लाख रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। इसमें 1 करोड़ 2 लाख रुपए के विकास कार्र्याें का लोकार्पण तथा 1 करोड़ 43 लाख रुपए के कार्याें का भूमिपूजन शामिल है।

    बच्ची से किया आत्मानंद स्कूल खोलने का वादा

    मुख्यमंत्री ने कुदरगढ़ में 74 लाख रुपये की लागत से निर्मित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धरसेड़ी और 28 लाख रुपये की लागत से निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन इन्दरपुर का लोकार्पण किया, वहीं 46.48 लाख रुपये की लागत से बनने वाली- मेन रोड से हर्रापानी, पाण्डोपारा पहुंच मार्ग पर केरा छरिया नाला में पुलिया निर्माण, 46.38 लाख रुपये की लागत का परसिया से रामपुर पहुंच मार्ग तथा बगईहा नाला पर पुलिया और 49.99 लाख रुपये की लागत का बिलासपुर से ईरापारा पहुंच मार्ग पर इरानाला में पुलिया निर्माण का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, विधायक पारस नाथ राजवाडे़, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू उपस्थित थे।

  • भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री साहसी बालिकाओं से मिले

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज सूरजपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र भंटगांव के बिहारपुर गांव में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण ले रहीं बालिकाओं से मिले। बालिकाएं वहां हिम्मत आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मार्शल आर्ट, मलखम्ब और योग की ट्रेनिंग ले रही हैं। मुख्यमंत्री ने बालिकाओं से बातचीत की। उन्होंने बालिकाओं से उनसे भविष्य की योजना के बारे में पूछा। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले रही बालिका सुनैना जायसवाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह आईपीएस अफसर बनना चाहती है। मुख्यमंत्री ने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि पुलिस के लिए सबसे जरूरी अनुशासन का पालन करना होता है।

  • नक्सली वार्ता को तैयार, सरकार के सामने रखी शर्तें, माओवादी संगठन ने कहा- CM भूपेश बघेल स्पष्ट राय रखें

    छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर के जंगलों में मौजूद माओवादियों ने राज्य सरकार को एक बड़ा ऑफर दिया है। नक्सलियों ने कहा है कि वे राज्य सरकार से बातचीत को तैयार हैं। नक्सलियों ने बातचीत के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी कर माओवादी संगठन की शर्तें बताई हैं। भूपेश सरकार स्पष्ट राय रखें और शर्तों को पूरा करती है तो माओवादी संगठन वार्ता को तैयार है।

    दरअसल, सीएम भूपेश बघेल ने हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत करने और संविधान पर आस्था रखने की बात कही थी। सीएम ने कहा था कि अगर बातचीत करने को नक्सली आए तो उनसे वार्ता करने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान पर शुक्रवार को माओवादी संगठन के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी किया है। विकल्प ने कहा कि माओवादी संगठन वार्ता को तैयार है, लेकिन माओवादी संगठन, पीएलजीए, जन संगठनों पर लगाए गए प्रतिबंध हटाया जाए। माओवादी संगठन को खुलेआम काम करने का अवसर दिया जाए। बस्तर में हवाई बमबारी बंद की जाए। बस्तर के जंगलों से सुरक्षाबलों के कैंप हटाए जाए और संगठन के नेताओं जिन्हें जेल में बंद किया गया है उन्हें वार्ता के लिए रिहा किया जाए। इन सभी शर्तों को सरकार पूरा करे तो माओवादी संगठन भी वार्ता को तैयार है।

     

    माओवादी संगठन को बदनाम करने की साजिश
    मुख्यमंत्री द्वारा माओवादी संगठन से सशर्त वार्ता की पेशकश के बाद नक्सलियों ने भी अपनी शर्तों के साथ बातचीत को स्वीकार किया है। प्रवक्ता विकल्प ने इस पेशकश पर संदेह जताते हुए जनता को दिग्भ्रमित करने व माओवादी संगठन को बदनाम करने की साजिश का अंदेशा जताया है। पत्र में संगठन के प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल करते हुए कहा है कि यदि वे वार्ता को तैयार हैं तो बस्तर के जंगलों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए हवाई हमले की उन्होंने सहमति क्यों दी? मुख्यमंत्री द्वारा हथियार छोड़ने की शर्त रखने पर प्रधानमंत्री के पूर्वोत्तर के बयानों का भी उल्लेख किया गया है।

    नक्सली संगठन की शर्तों को नहीं मानती सरकार 
    बता दें कि यह कोई पहली दफा नहीं है कि जब माओवादियों ने वार्ता की पेशकश को स्वीकार किया है। इससे पहले भी माओवादी संगठन द्वारा समय-समय पर अपनी शर्तों पर वार्ता करने की बात कही गई है। माओवादियों ने कहा कि संगठन द्वारा रखी शर्तों को सरकार द्वारा मानने से इनकार किया जाता रहा है। कभी भी सरकार और माओवादियों के बीच छत्तीसगढ़ में वार्ता होने की पहल नहीं हो पाई है। अगर सीएम भूपेश बघेल इन शर्तों को पूरा करते हैं तो माओवादी संगठन उनसे बातचीत को तैयार

  • छतरपुर में ईओडब्ल्यू का 3 ठिकानों पर छापा सहायक समिति प्रबंधक मिला करोड़पति

    जबलपुर/छतरपुर।  ईओडब्ल्यू जबलपुर एवं सागर की टीम ने शनिवार की सुबह सहायक प्रबंधक सेवा सहकारी समिति बड़ौदाकला जिला छतरपुर प्राण सिंह उर्फ मुन्ना सिंह के तीन ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की। एसपी ईओडब्ल्यू जबलपुर देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को सहायक समिति प्रबंधक सेवा सहकारी समिति बड़ौदा कला जिला छतरपुर के विरु द्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने एवं भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत मिली थी। जांच में पाया गया कि आरोपी के आय के विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त आय की तुलना में उसके द्वारा किया गया व्यय एवं अर्जित संपत्ति 6 गुना से अधिक है,जिस पर केस दर्ज किया गया।  ईओडब्ल्यू टीमों ने तड़के प्राण सिंह के पेप्टेक सिटी देरी गांव सागर रोड छतरपुर, बारीगढ़ लवकुश नगर एवं जोगा गांव गौरीहार लवकुशनगर में एक साथ सर्च कार्रवाई शुरू की है। अब तक की जांच में आरोपी के पास करोड़ों रु पए की आय से अधिक संपत्ति का पता चला है, सर्च कार्रवाई अभी जारी है और  दस्तावेजों एवं साक्ष्यों के आधार पर संपूर्ण संपत्ति का आकलन किया जाएगा।

    सहायक समिति प्रबंधक सेवा सहकारी समिति बड़ौदा कला जिला छतरपुर के 3 ठिकानों में सर्च कार्रवाई जारी है। टीम चल-अचल संपत्ति की संपूर्ण जानकारी जुटा रही है।

  • टीएस सिंहदेव के साथ जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का नहीं मिलना प्रदेश को गर्त में ले जा रहा है – कश्यप

    जगदलपुर
    बस्तर दौरे पर आए प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिहदेव के दौरे में जिस तरीके से प्रशासनिक अधिकारियों एवं कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों संगठन के लोग उनसे नही मिलने पर पूर्व मंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव से कांग्रेस के स्थानीय विधायकों से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि और जिले के कलेक्टर एवं एसपी के उनसे दूरी बनाये रखा है।

    उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश की स्थिति और कांग्रेस की स्थिति एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गये हंै। पहले भी टीएस सिंहदेव पर उनके ही विधायक ने राजनीतिक षडयंत्र से मारने के प्रयास का खुलासा हो चुका है। टीएस सिंहदेव के साथ न तो उनके जनप्रतिनिधि, संगठन के लोग उनसे मिल रहे है और न ही अधिकारी ये स्थिति प्रदेश को गर्त की ओर ले जा रहा है। और बस्तर में स्वास्थ्य की स्थिति दिनों-दिनो खस्ताहाल होती जा रही है।

  • प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने बस्तर में चल रहे विकास कार्यों का समीक्षा की…

    जगदलपुर  :- वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने आज बस्तर जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में इस अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर सफीरा साहू,

    नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास सहित जनप्रतिनिधिगण एवं जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे, मंत्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की मंशा लोगों की बेहतर सेवा है और यह कार्य शासन की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से ही संभव है।

    उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, रोजगार के साथ ही लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है, उन्होंने इन योज-नाओं के क्रियान्वयन की बेहतर निगरानी करने के निर्देश दिए, शासन द्वारा कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाडिय़ों के माध्यम से बच्चों को भोजन में अंडा प्रदाय करने की योजना प्रारंभ की गई।

    अंडा आपूर्ति के लिए क्षेत्र के महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे हैं, क्षेत्र में मुर्गीपालन को बढ़ावा मिलने के कारण अब सुरक्षा कैंपों में भी इसकी आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने मुर्गीपालन के साथ ही बकरी पालन, मछली पालन, पशुपालन के लिए भी ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार हो।

    मंत्री लखमा ने खाद-बीज के भण्डारण की समीक्षा करते हुए कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाद-बीज के लिए किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की तथा वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

    उन्होंने वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के निर्माण का कार्य कर रही महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों के भुगतान में विलंब नहीं करने के निर्देश दिए, इसके साथ ही उन्होंने गौठानों में संचालित रोजगारमूलक अन्य कार्यों की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की, मंत्री ने गर्मी के दौरान पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी और उचित मूल्य की दुकान के नए स्वीकृत भवनों के साथ अन्य स्वीकृत सभी कार्यों को समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

    मंत्री लखमा ने तेंदूपत्ता संग्रहण, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर वनोपज खरीदी की समीक्षा की। उन्होंने रागी, कोदो-कुटकी के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही खरीदी की भी समीक्षा की। उन्होंने किसानों को रागी, कोदो-कुटकी सहित अन्य लघु धान्य फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया।

  • NGO की आड़ में चल रहा था जिस्मफरोशी का कारोबार, पुलिस की दबिश में 4 महिलाएं समेत 1 युवक गिरफ्तार

    बिलासपुर। NGO की आड़ में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ हुआ है। शुक्रवार को पुलिस( police)ने दबिश देकर चार महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार ( arrest)। उनके खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के मुताबिक उन्हें पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि सरकंडा के बंगालीपारा में एक महिला अपने मकान में देह व्यापार चला रही है. उसके घर में दूसरे मोहल्लों की महिलाएं और पुरुष आते हैं. सूचना को पुलिस ने पहले पुख्ता किया।

    पुलिस की टीम ने सरकंडा के एक सघन आबादी वाले रिहायशी क्षेत्र में छापा मारा, वहां देह व्यापार में संलिप्त चार महिलाएं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जगह बदल बदल कर देह व्यापार करा रहा था।

    रिहायशी इलाके में चल रहे,देह व्यापार  का भंडाफोड़

    पुलिस ने सरकंडा के रिहायशी इलाके में चल रहे,देह व्यापार  का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक घर में दबिश देकर 4 महिलाओं सहित 5 लोगों को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ धारा पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। यह देह व्यापार जगह बदल बदल कर गलत धंधा चलाए हुए था, मोहल्ले में संदिग्ध लोगों का आना जाना होने के कारण मोहल्ले के लोगों ने इस पर आपत्ति करते हुए, पुलिस को सूचना दी।

    लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार ( arrest) 

    सीएसपी के नेतृत्व में टीम ने सघन आबादी क्षेत्र के एक मकान में दबिश दी तो संदिग्ध गतिविधि में लिप्त 5 लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

  • मुस्तैदी से काम करें, जनता के प्रति जवाबदार बने : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

    रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रतापपुर में अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि अधिकारी मुस्तैदी से काम करें और जनता के प्रति जवाबदार बनें। काम में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के तहत कल प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के बाद प्रतापपुर पहंुचे थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस इलाके में पानी की कमी की स्थिति है, भूजल स्तर में कमी को दूर करने विशेष ध्यान दे, नरवा के काम तेज़ी से पूरे करें। प्रतापपुर सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू उपस्थित थे।
                

    बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि हेलीकाप्टर से आते समय देखा एक नाला सूख गया है, पर ट्रीटमेंट वाला नाला में पानी है। नरवा योजना के तहत नालों का ट्रीटमेंट तेजी से करें। प्रतापपुर में सरकारी बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि रायपुर शहर के बाद सूरजपुर पहला जिला है, जहां 800 फ़ीट में पानी नहीं। वाटर रिचार्जिंग में ध्यान दें, बिना झिझक के अच्छा काम करें।
                

    सीएम बघेल ने कहा कि वन भूमि में जिन लोगों का 13 दिसंबर 2005 के पहले से कब्जा है उन सभी को फारेस्ट लेंड पट्टा मिल जाये। भ्रमण के दौरान राजस्व विभाग की शिकायतें मिली, उनका निराकरण करें। पटवारी की शिकायते ज्यादा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवर्ती चराई के लिए पहाड़ी, बस्ती से दूर गौठान बन रहे है, इस पर अधिकारी ध्यान दें। गांवों के नजदीक गौठान बनाए। गौठान योजना में गड़बड़ी या लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। इसी तरह गरीब लोगों के राशनकार्ड अवश्य बनाए जाएं। यदि किसी गरीब को राशन कार्ड न मिले तो ये हमारी गलती है। यदि कोई समस्या है तो अधिकारियों को अवगत कराइये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी कहा कि लोगों से उनकी भाषा में बात करिए उनको अच्छा लगेगा। गुड गवर्नेंस का यही तरीका है।

    मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जिले के प्रभारी सचिव समीक्षा कर यह सुनिश्चित करें कि जितनी भी घोषणाएं की गई हैं, निर्देश दिए गए हैं, वे पूरे हो। शिकायत निवारण के लिए ऑनलाइन कॉल सेंटर खोले जाएंगे। नालांे से बालू की अवैध खुदाई के मामलों में कड़ाई से करवाई की जाएगी। अवैध उत्खनन पर कड़ाई से कार्यवाही होगी।