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  • महाराष्ट्र के सुपरमार्केट्स में वाइन बेचने के राज्य सरकार के फैसले पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने  भी इस फैसले पर दुख व्यक्त किया है.

    महाराष्ट्र के सुपरमार्केट्स में वाइन बेचने के राज्य सरकार के फैसले पर जहां विपक्ष हमलावर है, तो वहीं अब समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोलते हुए इस फैसले पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फैसले को किसानों के हित वाला बता रही है और वाइन शराब नहीं होने की बात कह रही है, महाराष्ट्र सरकार का ये फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. 

    अन्ना हजारे ने कहा कि नशामुक्ति की दिशा में काम करना सरकार का कर्तव्य है, लेकिन मुझे यह देखकर दुख होता है कि सरकार वित्तीय लाभ के लिए फैसले ले रही है, जिसके कारण शराब की लत लगेगी. उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले राज्य को किस दिशा में ले जाएंगे यह बड़ा सवाल है? 

  • सुपरमार्केट्स और वॉक-इन स्टोर्स पर वाइन की बिक्री के प्रस्ताव को मंजूरी दी.

    महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने गुरुवार को राज्य के सुपरमार्केट्स और वॉक-इन स्टोर्स पर वाइन की बिक्री के प्रस्ताव को मंजूरी दी. महाराष्ट्र सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के पीछे तर्क दिया था कि राज्य में वर्तमान में फलों, फूलों और शहद से वाइन बनाई जा रही है. इस फैसले से वाइन बनाने वाली छोटी कंपनियों और राज्य के किसानों को फायदा होगा.

  • बूस्टर डोज के नाम पर जालसाजी

    दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये गैंग अपने आप को सरकारी विभाग का कर्मचारी बताकर बूस्टर डोज के नाम पर पहले कॉल करता और विश्वास में लेने के बाद फ़ोन कॉल के दौरान अपॉइंटमेंट लेने के लिए व्हाट्सएप्प कॉन्फ्रेंस कॉल जॉइन करने के लिए कहता. कोई शख्स जैसे ही कॉन्फ्रेंस कॉल ज्वाइन करता उसका व्हाट्सप एकाउंट हैक हो जाता. जिसके बाद ये गैंग पीड़ित के कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद रिश्तेदार और दोस्तों को पैसों की मदद का मैसेज करके उनसे यूपीआई के जरिये अपने एकाउंट में पैसा डलवा लेता था.

     

    चीटिंग के मामलों का हुआ खुलासा

     

     

    दिल्ली पुलिस के मुताबिक उन्होंने इस गिरोह का भंडाफोड़ दिल्ली के आरके पुरम इलाके के रहने वाले एक शख्स की शिकायत पर किया था. जांच के दौरान इस गिरोह के अभी तक दो दर्जन से ज्यादा मामलों में शामिल होने की बात पता चली है. पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी मनीष कुमार ने बताया कि करीब 1 साल पहले उसने यूट्यूब पर व्हाट्सएप हैक करने का तरीका सीखा था जिसके बाद से ही वह लगातार लोगों के साथ इस तरह से चैटिंग कर रहा था.

  • देश में कोरोना के मामलों में कमी होने के बाद कई राज्यों ने स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला किया है.

    देश में कोरोना (Corona) के मामलों में कमी होने के बाद कई राज्यों ने स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला किया है. सोमवार को मध्य प्रदेश (MP) और पश्चिम बंगाल (WB) सरकार ने स्कूल खोलने का एलान किया. मध्य प्रदेश में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल आगामी 1 फरवरी से खोले जाएंगे, जबकि पश्चिम बंगाल में कक्षा 8 से 12 तक के स्कूल और कॉलेज 3 फरवरी से खोलने का फैसला लिया गया है. चलिए यह जान लेते हैं कि अब तक किन राज्यों ने स्कूल खोलने का निर्णय लिया है.

    1. मध्य प्रदेश सरकार ने सोमवार को बताया कि आगामी 1 फरवरी से राज्य के कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित किए जाएंगे. इसके अलावा आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जा सकेंगे.

    2. पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने सोमवार को एलान किया कि राज्य में कक्षा 8 से 12 तक के स्कूलों और कॉलेजों को आगामी 3 फरवरी से खोला जाएगा. इसके अलावा 7वीं तक के छात्रों को अभी ऑनलाइन क्लासेज के जरिए ही पढ़ाई करनी होगी.

  • शर्मनाक : बेटी जन्मीं तो पति बना हैवान...प्राइवेट पार्ट में डाला रॉड...आरोपी गिरफ़्तार

    पश्चिम बंगाल में दिलदेहला देने वाली खबर सामने आई है जहा   पति पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल कर उसे प्रताड़ित किया। घटना के बाद पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना वर्धमान पूर्व की बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तर कर लिया है।

    बेटे को नहीं दिया जन्म

    पीड़ित पत्नी का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने बेटे की जगह बेटी को जन्म दिया। जानकारी के मुताबिक कालना निवुली कंपनीडांगा इलाके की रहने वाली शरीफा बीबी का निकाह 2016 में कालना के तौफीक शेख से हुआ था। शादी के बाद शरीफा बीबी ने 2 बेटियों को जन्म दिया। इसी के बाद से उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। पीड़िता ने बताया कि उसका पति उसे महीनों से बेरहमी से पीटता था। शारीरिक और मानिसक रूप से प्रताड़ित करता था। यहां तक कि जान से मारने की धमकी भी दी थी।

    गुप्तांग में रॉड डालकर करता था प्रताड़ित
    पीड़िता ने पुलिस को बताया कि कुछ महीनों बाद पति की प्रताड़ना बढ़ती ही गई। वह गुप्तांग में लोहे की रॉड डालकर उसे प्रताड़ित करता था।

    बेबुनियाद आरोप – सास

    दूसरी ओर पीड़िता की सास रेणुका शेख ने बताया कि उसकी बहू घर का कोई काम नहीं करती थी। उसने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया

    घरेलू हिंसा के आंकड़े 171 पार

    2019-20 में अप्रैल से जून तक घरेलू हिंसा के आंकड़े 171 पहुंच गए वही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सेहत विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते इस बार जिले में बेटियों की जन्मदर में इजाफा हुआ है।

  • बजट सत्र: वित्‍त मंत्री ने पेश किया इकोनॉमिक सर्वे...यहां जानें पूरा अपडेट

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 पेश किया. इस सर्वे के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ 8-8.5% रहने का अनुमान है. जो चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 9.2% की वृद्धि से कम है. बता दें कि वित्त मंत्री कल यानी 1 फरवरी, 2022 को सुबह 11 बजे संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी. (Budget 2022: Date and time) यह आम बजट आने वाले वित्तीय वर्ष में सरकार की आर्थिक नीतियों (economic policies) की दिशा तय करेगा.

    मंगलवार को वार्षिक बजट से पहले संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी मैक्रो संकेतकों (Macro Indicators) ने संकेत दिया कि अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. कृषि और औद्योगिक उत्पादन वृद्धि में मदद मिली है.

    आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2022 में रियल जीडीपी ग्रोथ 9.2% तक संभव है. वहीं इस दौरान इंडस्ट्रियल ग्रोथ 11.8% संभव है. इसके साथ ही एग्रीकल्चर सेक्टर में ग्रोथ 3.9% तक हो सकती है.

    आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि मैक्रो इकोनॉमी के मोर्चे पर वित्तीय साल 2023 में चुनौतियां रहेंगी. इस दौरान जीडीपी ग्रोथ में एक्सपोर्ट का अहम योगदान होगा. इसके साथ ही वैक्सीन का बढ़ता दायरा ग्रोथ इंजन को मजबूती देगा. वहीं, वित्तीय वर्ष 2023 के जीडीपी ग्रोथ में कैपेक्स की अहम भूमिका होगी. सर्वे में कहा गया है कि बैंकों में पूंजी की कमी नहीं है. सरकार वित्तीय लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकती है.

  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22, जीडीपी ग्रोथ 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान

    नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र (parliament budget session) आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के अभिभाषण से हुई। इसके बाद लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 (economic Survey 2021-22) पेश किया गया। आर्थिक सर्वेक्षण चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था पर सरकारी काम के प्रभाव का लेखा-जोखा होता है।

    केंद्रीय बजट 2022-23 (Union Budget 2022-23) पेश होने से एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। अब कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2022-23 का बजट पेश करेंगी।

    जीडीपी ग्रोथ 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान

    वित्तीय वर्ष 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबकि देश की वास्तविक जीडीपी वृद्धि 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह आरबीआई के 9.5 फीसदी के अनुमान से थोड़ा कम है। वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। कृषि क्षेत्र के चालू वित्त वर्ष में 3.9 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र के 11.8 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। इसलिए, सेवा क्षेत्र के 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।

    क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण ?

    आर्थिक सर्वेक्षण, चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था ने कैसा प्रदर्शन किया है, इसका लेखा-जोखा बताता है। आर्थिक सर्वेक्षण में आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की आर्थिक विकास दर नीति का पूरा रोडमैप भी शामिल होता है। आर्थिक सर्वेक्षण ये भी बताता है कि अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र ने कैसा प्रदर्शन किया है और इसके आगे बढ़ने की क्या उम्मीद है।

  • मुख्यमंत्री  ने कहा कि आज यानी सोमवार से किसानों को चेक मिलने शुरू हो जाएंगे.

    दिल्ली के किसानों के लिए 20 हजार प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की मंजूरी दी थी. इसे लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज यानी सोमवार से किसानों को चेक मिलने शुरू हो जाएंगे. बता दें कि बेमौसम बारिश के चलते जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, उन किसानों के लिए दिल्ली कैबिनेट ने 29 हजार एकड़ के कृषि क्षेत्र पर करीब 53 करोड़ रुपये की सहायता राशि दिए जाने की मंजूरी दी है. 

    सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज से मुआवजा दिए जाने का एलान करते हुए कहा, "2013 में ओले पड़ने की वजह से फसल खराब हुई थी. एक पत्रकार मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पास गया, तो उन्होंने कहा कि दिल्ली में खेती भी होती है क्या? 15 साल सत्ता में रहने के बावजूद किसान दिल्ली के प्रशासन से गायब था."

    उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनी, तो किसान फसल बर्बादी की मांग लेकर आए. उन्होंने कहा, "अक्टूबर के बाद फिर बारिश हुई है, इसलिए 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा रहा है. नुकसान 70% से कम हुआ, तो 70% मुआवजा मिलेगा और 70% से ज्यादा नुकसान हुआ तो 100% मुआवजा दिया जाएगा." 

    उन्होंने कहा कि आज से किसानों को चेक मिलने शुरू हो जाएंगे. किसी को 3 लाख तो किसी किसान को ढाई लाख का चेक मिलेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जनवरी के महीने में सरसों की फसल भी खराब हुई है, सरकार इस नुकसान का मुआवजा भी देगी. 

  • कर्तव्य जहां सर्वोपरि होता है, वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता : नरेंद्र मोदी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है। ऐसे में हमें कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। कर्तव्य जहां सर्वोपरि होता है, वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता। मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा, देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। फिर भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए इंतजार क्यों करें। यह काम हम सभी देशवासियों को मिलकर करना है, जल्द से जल्द करना है।

     
  • भाजपा नेत्री की गौशाला में 60 गायों की मौत, 150 कंकाल भी मिले

    भोपाल/रायपुर। मध्यप्रदेश के भोपाल से लगे बैरसिया के बसई गांव में भाजपा नेत्री निर्मला देवी शांडिल्य की गौशाला में गायों की मौत से बवाल मच गया है। एक गड्ढे में 20 से ज्यादा गायें मृत मिलीं। प्रशासन ने गिनती कराई तो गौशाला और उसके आसपास 60 से ज्यादा गायों के शव मिले और 150 से ज्यादा कंकाल सामने आए।

    गौशाला में गाय मरने के बाद उन्हें पीछे तालाब किनारे फेंक देते थे। प्रथम दृष्टया में कड़ाके की सर्दी में बचाव के इंतजाम नहीं होने से गायों की मौत की जानकारी सामने आई है। प्रशासन ने निर्मला देवी पर एफआईआर दर्ज कराई। कलक्टर ने गोशाला का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर सीईओ को रिसीवर बना दिया है।

  • UP Election 2022: बेटे को नहीं मिला टिकट तो 6 बार के विधायक को लगा ऐसा सदमा कि हो गया निधन
    लखनऊ। यूपी विधानसभा के 6 बार विधायक और सपा सरकार में मंत्री रहे राजा राजीव कुमार सिंह का निधन हो गया है। वो अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। बताया जा रहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजा राजीव कुमार सिंह के बेटे रितेश सिंह को टिकट नहीं दिया। इससे वो सदमे में आ गए थे। दो दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में उनको भर्ती कराया गया था। जहां आज उनका निधन हो गया। बाराबंकी जिले के दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र में सपा नेता राजा राजीव कुमार की तूती बोलती थी। वो इसी सीट से बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। राजा के समर्थकों के मुताबिक बेटे के टिकट को मंजूरी न मिलने के बाद राजा राजीव कुमार सिंह ने अपने हड़हा स्थित आवास पर सैकड़ों समर्थकों के साथ बैठक कर सपा नेतृत्व के प्रति नाराजगी भी जताई थी। उनके निधन के बाद समर्थकों में शोक की लहर है। अरविद कुमार सिंह गोप को दरियाबाद से सपा प्रत्याशी बनाए जाने पर पूर्व मंत्री राजीव कुमार सिंह ने विरोध प्रकट किया था। उन्होंने सपा नेतृत्व को अपने निर्णय पर विचार करने कि लिए दो दिन का समय दिया था। पत्रकारों से राजा ने कहा था कि दो दिन के अंदर कोई सार्थक निर्णय नेतृत्व की ओर से नहीं लिए जाने पर हम अपने हिसाब से फैसला करेंगे। उन्होंने कहा था कि 32 साल से वह दरियाबाद क्षेत्र की जनता की सेवा कर रहे हैं। बाद में उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उनको अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा था। बता दें कि बाराबंकी की दरियाबाद विधानसभा वीआईपी सीट है। इस सीट पर हड़हा स्टेट के राजा राजीव कुमार सिंह 6 बार विधायक हुए। 1980 में इस विधानसभा सीट पर कृष्ण मंगल सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी। फिर 1985 में राजा राजीव कुमार सिंह ने निर्दलीय के तौर पर सीट जीती। राजा ने इसके बाद 1989 में यहां कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की। फिर 1991 और 1993 के चुनाव में राजीव कुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा। यहां दोनों बार जनता पार्टी के राधेश्याम ने उनको हराया था। साल 1996 में राजीव कुमार सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया और जीत दर्ज की। 2002 में भी वो बीजेपी से विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2007 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2012 में भी उन्होंने सपा के टिकट पर ही चुनाव जीता। पिछली बार यानी 2017 में मोदी लहर के दौरान बीजेपी के युवा उम्मीदवार सतीश चंद शर्मा ने उन्हें हरा दिया था।
  • पंजाब का सीएम फेस बनने का सिद्धू का सपना चकनाचूर होना तय, कांग्रेस हाईकमान देने जा रहा झटका

    नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस का सीएम फेस पार्टी के भीतर बड़ा मुद्दा बना हुआ है। मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक तरफ हैं। दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हैं। चन्नी खुद को सीएम फेस के तौर पर इसलिए खुलेआम पेश नहीं कर रहे क्योंकि कांग्रेस हाईकमान ने ही उन्हें इस पद पर बिठाते वक्त जोरशोर से एलान किया था कि पार्टी दलितों की हिमायती है। अब यही फैक्टर सिद्धू की राह में बड़ा रोड़ा बन गया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम पद की दावेदारी के लिए सिद्धू की ओर से लगाई जा रही सारी गुणा-गणित फेल हो गई है।

    Sidhu

    कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान जल्दी ही सीएम के फेस के तौर पर चन्नी को ही दोबारा सामने लाने जा रहा है। इसी रणनीति के तहत ही चन्नी को पार्टी ने दो जगह से मैदान में उतारा है। भदौड़ और चमकौर साहिब से चन्नी चुनावी मैदान में हैं। चन्नी के मुकाबले सिद्धू को किनारे किए जाने की बड़ी वजह पंजाब के दलित वोटर हैं। पंजाब में दलित वोटरों की तादाद करीब 33 फीसदी है। वे दर्जनों जगह निर्णायक वोटर माने जाते हैं। पंजाब विधानसभा की सबसे ज्यादा 68 सीटें मालवा इलाके में हैं। इन सभी सीटों पर दलित वोटरों की खासी संख्या है और कहा जाता है कि जो मालवा जीतता है, वही पंजाब पर राज करता है।

    राहुल गांधी जब हाल ही में अमृतसर गए थे, तो वहां उन्होंने कहा था कि पार्टी के लोगों और आम जनता से राय लेकर कांग्रेस सीएम फेस का एलान करेगी। वहीं, शायद अब सिद्धू को ये अंदाजा हो गया है कि कांग्रेस उन्हें सीएम फेस नहीं बनाने जा रही है। इसी वजह से उन्होंने ताजा बयान दिया है कि कांग्रेस को सिर्फ कांग्रेस ही हरा सकती है। सिद्धू पहले भी कई बार संकेतों में खुद को पंजाब का अगला सीएम फेस बताते रहे हैं। साथ ही सीएम चन्नी से भी उनकी पटरी नहीं बैठ रही है। अब अगर हाईकमान चन्नी को सीएम फेस के तौर पर घोषित कर देता है, तो सिद्धू के बागी तेवर और उग्र रूप ले सकते हैं।