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  • राजधानी में 100% सिंगल डोज, 17.52 लाख को टीके की पहली खुराक… वही बचे जिन्हें मेडिकल कारणों से मनाही…
    राजधानी में 309 दिन से चल रहे टीकाकरण अभियान 21 दिसंबर, बुधवार को अहम पड़ाव पर पहुंचा जब कोरोना वैक्सीन के 100 प्रतिशत सिंगल डोज का लक्ष्य पूरा हो गया। शहर के 17.52 लाख लोगों ने वैक्सीन की पहली खुराक ली, सिर्फ वही बचे हैं जो मेडिकल कारणों से मनाही के कारण टीके नहीं लगवा पाए हैं। यही नहीं, राजधानी में 13.07 लाख से अधिक लोगों को अब दोनों डोज भी लग चुके हैं। पूरे देश में इस साल 16 जनवरी को एक साथ शुरु हुए कोरोना टीकाकरण के साथ रायपुर में भी वैक्सीन लगाने का अभियान शुरु किया गया। पहले दौर में हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों को टीके लगाए गए। उसके बाद बुजुर्गों और युवाओं को टीके लगाने के इस तरह तीन चरण अब तक रहे हैं। शत प्रतिशत सिंगल डोज का लक्ष्य जल्दी पूरा हो, इसके लिए घर- घर दस्तक से लेकर धान खरीदी केंद्र तक हर जगह टीमों को पहुंचाया गया। नतीजतन साल खत्म होने से पहले रायपुर ने ये लक्ष्य पूरा कर लिया। इसके अलावा पूरे प्रदेश में सिंगल और डबल डोज मिलाकर 3 करोड़ टीके पूरे हो गए हैं। रायपुर के साथ 9 जिलों ने अब तक 100 फीसदी लगाने की उपलब्धि भी हासिल कर ली है। रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने दिसंबर की शुरूआत में 100 प्रतिशत सिंगल टीके करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम की टीमों को 31 दिसंबर तक इसे हासिल करने का निर्देश भी दिया था, जिसे 10 दिन पहले ही हासिल कर लिया गया। शहर के 2 बड़े सेंटरों में ही डेढ़ लाख के पार शहर के नेहरु मेडिकल कॉलेज और शहीद स्मारक के दो बड़े सेंटरों में अब तक डेढ़ लाख से अधिक टीके लग चुके हैं। इन दोनों केंद्रों में इस बार दिवाली के अलावा किसी भी दिन टीकाकरण कभी बंद नहीं हुआ है। नेहरु मेडिकल कॉलेज के सेंटर में ही प्रदेश का सबसे पहला टीका अंबेडकर अस्पताल की महिला सफाई कर्मी को लगा था। ये सेंटर 309 दिन में केवल दिवाली के दिन ही बंद रहा है। वैक्सीनेशन अधिकारी मंजू साहू के मुताबिक हर दिन अभी भी लोग टीका लगवाने आ रहे हैं। इन दिनों ज्यादातर लोग दूसरा डोज लगवाने आते हैं। शहीद स्मारक टीकाकरण केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. शरद ठाकुर कहते हैं कि जिले में सबसे ज्यादा 80 हजार टीके अब तक शहीद स्मारक केंद्र में ही लगे हैं। डोर टू डोर टीकाकरण अभियान के सुपरवाइजर नरेश साहू के मुताबिक शहर के 70 वार्डों में अभी भी टीमें घूम रही हैं, ताकि लोगों का टीकाकरण जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। अभी 258 से ज्यादा केंद्र, घर-घर भी जा रहीं टीमें दोनों डोज के 100 प्रतिशत पूरा होने से रायपुर अब 4.51 लाख टीके ही पीछे रह गया है। राजधानी समेत पूरे जिले में अभी भी ढ़ाई सौ से ज्यादा सेंटर चलाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं घर घर जाकर अभी भी टीमें टीका लगाने का काम कर रही है। जानकारों के मुताबिक वैक्सीन के जरिए बनने वाली हर्ड इम्युनिटी के लिए जरूरी है कि सभी लोग टीका जरूर लगवाएं। रायपुर में 13.07 लाख लोगों को अब तक दोनों डोज लगे हैं। हर्ड इम्युनिटी के लिए करीब 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण जरूरी है। टीकाकरण के लिए प्रोजेक्टेड आबादी के मुताबिक रायपुर की जनसंख्या 27 लाख से अधिक आंकी गई है। इसमें से 17.52 लाख का टारगेट एडल्ट आबादी का है। जबकि शेष आबादी बच्चों की है। रायपुर में अगले साल जनवरी की समाप्ति तक दूसरे डोज का शत प्रतिशत टारगेट पूरा करने पर अब विभाग ने फोकस बढ़ा दिया है। रायपुर में सबसे ज्यादा कोविशील्ड टीका ही लगा है।
  • आयकर विभाग ने मंत्री के रिश्तेदार के घर मारा छापा
    कोरबा। प्रतिष्ठित व्यापारी भगवान दास अग्रवाल के आवास पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है. बिलासपुर से पहुंची आयकर की टीम दस्तावेज खंगाल रही है. मंत्री के रिश्तेदार भगवान दास अग्रवाल अनूप चंद त्रिलोक चंद ज्वेलर्स के संचालक हैं. छत्तीसगढ़ सेल्स के नाम से कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान संचालित है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम केवल कोरबा ही नहीं बल्कि रायपुर और बिलासपुर में अन्य व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है.
  • छत्तीसगढ़ में यहाँ शीतलहर को देखते हुए कलेक्टर ने लिया बड़ा फैसला, स्कूलों में की अवकाश की घोषणा, पढ़े पूरी खबर
    दुर्ग। शीतलहर को देखते हुए कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने बड़ा फैसला लिया है. आदेश के मुताबिक 24 से 28 दिसम्बर तक स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है. बता दें कि दुर्ग जिले में लगातार दूसरे दिन 6 डिग्री से नीचे पारा रहा है. बढती ठंड को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. वही कलेक्टर के निर्देश पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में अलाव की व्यवस्था की जा रही है. बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए जरूरतमंदों के लिए कलेक्टरों को जिलों में आवश्यक उपाय किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को सार्वजनिक स्थलों विशेषकर चौक-चौराहों, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, यात्री प्रतीक्षालय आदि में रात्रि के समय अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही स्वयंसेवी, समाजसेवी संस्थाओं, दान-दाताओं की मदद से बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े एवं कम्बल आदि वितरण कराए जाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शीत लहर के प्रकोप के चलते जरूरतमंदों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए। 1.5 लाख तक आ सकते हैं केस यहां यह उल्लेखनीय है कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी प्रदेश के विभिन्न भागों में शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए जनसामान्य को शीत-घात से बचने के लिए सामयिक सलाह दी गई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को शीत-घात से बचने के लिए एहतियात के तौर पर भोजन, पानी, ईधन, बैटरी चार्जर, आपातकालीन प्रकाश और साधारण दवाओं की व्यवस्था करने की सलाह दी है। शीत के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़े, कम्बल आदि का उपयोग करने, खिड़की-दरवाजें अच्छी तरह से बंद रखने तथा आवश्यकतानुसार सुरक्षित तरीके से अलाव की व्यवस्था भी करने को कहा गया है। घर से बाहर निकलते समय नाक, कान और मुंह को अच्छी तरह से ढककर रखने की सलाह दी गई है। बुजुर्ग लोगों, नवजात शिशुओं तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखने के साथ ही आवश्यकता अनुसार रूम हीटर का उपयोग दौरान पर्याप्त हवा निकासी का प्रबंध रखने को कहा गया है। कमरों को गर्म करने के लिए कोयले का प्रयोग न करें।
  • यात्रीगण कृपया ध्यान दें :  आज से दो जनवरी तक जानकारी लेकर करें यात्रा, क्योंकि 36 ट्रेनें हैं रद्द
    बिलासपुर। बिलासपुर रेल मंडल अंतर्गत आने वाले ब्रजराजनगर-इब रेलवे स्टेशन के बीच चौथी लाइन को जोड़ने का कार्य किया जाएगा। 24 दिसंबर से दो जनवरी तक चलने वाले इस कार्य के चलते रेलवे ने 36 ट्रेनों को रद कर दी है। 22 दिसंबर से ट्रेनें रद रहेंगी। इस दौरान यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा। जानिए कौन सी ट्रेन कब रहेंगी रद रद तारीख ट्रेनें 24 दिसंबर 12870 हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस 26 दिसंबर 12869 मुंबई-हावड़ा एक्सप्रेस 27 दिसंबर 12767 नांदेड़ – सांतरागाछी एक्सप्रेस 29 दिसंबर 12768 सांतरागाछी – नांदेड़ 28 दिसंबर 20917 इंदौर – पुरी एक्सप्रेस 30 दिसंबर 20918 पुरी – इंदौर एक्सप्रेस 23 व 30 दिसंबर 22909 वल्साड – पुरी 26 दिसंबर व 02 जनवरी 22910 पुरी – वल्साड 24 दिसंबर 22843 बिलासपुर – पटना 26 दिसंबर 22844 पटना – बिलासपुर एक्सप्रेस 24 से 25 दिसंबर 12812 हटिया – कुर्ला एक्सप्रेस 26 व 27 दिसंबर 12811 कुर्ला – हटिया एक्सप्रेस 25 दिसंबर 20971 उदयपुर – शालीमार एक्सप्रेस 26 दिसंबर 20972 शालीमार – उदयपुर एक्सप्रेस 26 दिसंबर 20471 बीकानेर – पुरी एक्सप्रेस 29 दिसंबर 20472 पुरी – बीकानेर एक्सप्रेस 28 दिसंबर 22866 पुरी-कुर्ला एक्सप्रेस 30 दिसंबर 22865 कुर्ला – पुरी एक्सप्रेस 23, 27 व 30 दिसंबर 12880 भुवनेश्वर – कुर्ला एक्सप्रेस 25 व 29 दिसंबर और 01 जनवरी 12879 कुर्ला -भुवनेश्वर एक्सप्रेस 25 दिसंबर 22512 कामख्या – कुर्ला एक्सप्रेस 28 दिसंबर 22511कुर्ला – कामख्या एक्सप्रेस 24, 25 व 28 दिसंबर 20807 विशाखापत्तनम – अमृतसर एक्सप्रेस 25, 26 व 29 दिसंबर 20808 अमृतसर -विशाखापत्तनम एक्सप्रेस 26 दिसंबर 12810 हावड़ा – मुंबई एक्सप्रेस 28 दिसंबर 12809 मुंबई – हावड़ा एक्सप्रेस 22, 23 व 29 दिसंबर 12151 कुर्ला – शालीमार एक्सप्रेस 24, 25 व 31 दिसंबर 12152 शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस 24 दिसंबर 12949 पोरबंदर – सांतरागाछी एक्सप्रेस 26 दिसंबर 12950 सांतरागाछी – पोरबंदर एक्सप्रेस 23 व 30दिसंबर 22894 हावड़ा – साइनागर शिरडी एक्सप्रेस 25 दिसंबर व 01 जनवरी 22893 साईनगर शिरडी हावड़ा एक्सप्रेस 23 व 30 दिसंबर 08861 गोंदिया – झारसुगुड़ा मेमू पैसेंजर एक्सप्रेस 24 व 31 दिसंबर 08862 झारसुगुड़ा- गोंदिया मेमू पैसेंजर एक्सप्रेस 24 व 30 दिसंबर 08264 बिलासपुर- टिटलागढ़ पैसेंजर स्पेशल 24 व 30 दिसंबर 08263 टिटलागढ़ बिलासपुर पैसेंजर स्पेशल
  • लिमो उपकेन्द्र में 3.15 एमव्हीए का अतिरिक्त ट्रांसफार्मर क्रियाशील…
    छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने लिमो में विद्यमान 33/11 के0व्ही0 उपकेन्द्र में 3.15 एमव्हीए का अतिरिक्त पाॅवर ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत किया। इस प्रकार गंडई उपसंभाग के अन्तर्गत लिमो उपकेन्द्र की क्षमता 3.15 एमव्हीए से बढ़कर 6.30 एमव्हीए हो गई है। विद्युत विकास के लिए स्वीकृत इस कार्य से लिमो उपकेन्द्र के परिधि में आने वाले अनेक गांवों के किसानों तथा उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा। खैरागढ़ संभाग के कार्यपालन अभियंता छगन शर्मा ने बताया कि लिमो उपकेन्द्र में स्थापित 3.15 एमव्हीए का अतिरिक्त पाॅवर ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकरण से ग्राम बिरखा, बसावर, बुढ़ासागर, भुरसाटोला, ढ़ाबा, दुल्लापुर, गायमुख, ईरिमकसा, कटंगी, खौड़ा, कोदवा, लालपुर, लिमों, मुण्डाटोला, नादिया, सर्राकापा, सेतवा, बरबसपुर, बेन्द्री, बिरपुरखूर्द, चिलगुड़ा हरडंडा, कांशीटोला, निवासपुर, पेण्डरवानी, संबलपुर एवं सुखरी आदि 27 ग्रामों के लगभग 3450 उपभोक्ताओं को उच्चगुणवत्ता की विद्युत सेवा का लाभ मिलेगा। इस कार्य को सफलतापूर्वक किये जाने पर राजनांदगांव क्षेत्र के मुख्य अभियंता टीके मेश्राम आउट अधीक्षण अभियंता सलिल कुमार खरे ने कार्यपालन अभियंता छगन शर्मा, एन.के. गुरूपंचायन, ए.डी. टण्डन, सहायक अभियंता अनिल कुमार रामटेके, मुकेश कुमार साहू, नुरेन्द्र कुमार साहू, ए.के. द्विवेदी, कनिश्ठ अभियंता नरेश कुमार नेताम और उनकी टीम को बधाई दी है।
  • सबसे ज्यादा मौतें तेज रफ्तार से, उसके बाद हेलमेट व सीट बेल्ट न लगाने की वजह से : न्यायमूर्ति सप्रे…
    यदि 40 किमी प्रति घंटा की स्पीड हो तो दुर्घटना में बचने की पूर्ण संभावना होती है। यदि यह रफ्तार दोगुनी हो तो बचने की संभावना केवल 20 फीसदी रह जाती है। यह बात सुप्रीम कोर्ट कमेटी आन रोड सेफ्टी के अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभय मनोहर सप्रे ने रोड सेफ्टी को लेकर जिले में हुई प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक में बताई। उन्होंने छत्तीसगढ़, भारत और दुनिया के अनेक देशों में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की जानकारी दी तथा तुलनात्मक समीक्षा भी की। उन्होंने बताया कि जिन देशों में रोड सेफ्टी को लेकर ज्यादा जागरूकता है वहां इनकी संख्या में तेजी से गिरावट आई है। वियतनाम का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इस संबंध में बेहद गंभीर उपाय बरतने से वहां सड़क दुर्घटना में मौतों की संख्या में काफी गिरावट आई। उन्होंने कहा कि अधिकतम मौत तेज रफ्तार गाड़ी चलाने से होती हैं इसके बाद हेल्मेट नहीं पहनने, सीट बेल्ट आदि नहीं लगाने जैसे सुरक्षा उपाय नहीं अपनाने से मौतें होती हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने से भी बड़ी संख्या में मौतें होती हैं। उन्होंने कहा कि लोग अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक होकर सेफ्टी रूल्स अपनायें तो ज्यादातर मौतें घट सकती हैं। सड़क सुरक्षा से जुड़े अधिकारी इस बात में बेहद गंभीरता से काम करते हुए सेफ्टी रूल्स का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। सख्त मानिटरिंग से स्वतः ही लोग ट्रैफिक नियमों को अपनाने लगते हैं। बैठक में सचिव यातायात टोपेश्वर वर्मा भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर शासन ने विशेष रूप से फंड दिया है। सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट 17 करोड़ की लागत से तेंदुआ में बनाया गया है। 5.22 करोड़ रुपए की लागत से क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय रायपुर में ई-ट्रैक बनाया गया है। आईजी ओपी पाल ने बताया कि प्रशासन द्वारा नियमित रूप से मोटर व्हीकल एक्ट के गाइडलाइन के मुताबिक जांच की जा रही है। जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर नियमित रूप से समीक्षा बैठक होती है और इसके अनुरूप निर्णय लिये जाते हैं। लोगों की सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देकर कार्य किया जा रहा है। एसपी बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अंजोर रथ के माध्यम से यातायात जागरूकता के लिए कार्य किया जा रहा है। ट्रैफिक डीएसपी गुरजीत सिंह ने बताया कि दुर्ग जिले में लगातार एहतियाती कदम उठाये जाने से सड़क दुर्घटना में मौतों की संख्या में कमी आई है। छत्तीसगढ़ में हो रहे ये उपाय सड़क सुरक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी इंटर डिपार्टमेंट लीड एजेंसी के चेयरमैन संजय शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि तेंदुवा में ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं रिसर्च सेंटर में अभी 200 वाहन चालकों को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर में ट्रेनिंग दी जा रही है। स्कूल में सिलेबस में रोड सेफ्टी को शामिल किया गया है। सड़क सुरक्षा को लेकर रायपुर जिले में पायलेट प्रोजेक्ट चल रहा है इसमें अधिक दुर्घटना वाले 83 गांवों में सड़क सुरक्षा को लेकर चौपाल आयोजित कराई गई है। इससे दुर्घटनाओं में कमी परीलक्षित हुई है उन्होंने बताया कि ओवर लोडेड वाहनों पर इस साल 4 लाख 81 हजार प्रकरण प्रदेश भर में दर्ज किये गये। मुख्य सड़कों की सुरक्षा आडिट कराई गई और 53 सड़कों में सुधार कार्य किया गया। जंक्शन सुधार के 1797 कार्य किये गये। यातायात नियमों के उल्लंघन के 3 लाख 59 हजार प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। सड़क सुरक्षा के लिए रंबल स्ट्रिप, ब्लिंकर्स आदि भी बनाये गये। रोड सेफ्टी अब सीएसआर में भी शामिल अध्यक्ष सप्रे ने बताया कि रोड सेफ्टी अब सीएसआर में भी शामिल है। कोयंबटूर का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यहां पर होंडा सिटी कंपनी ने सीएसआर से मोटर व्हीकल एक्ट की जागरूकता को लेकर पार्क बनाया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से सोशल मीडिया में वीडियो आदि के माध्यम से व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा सकता है।
  • छत्तीसगढ़: नए जिले की मांग को लेकर प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन…
    राज्यपाल अनुसुईया उइके से राजभवन में पूर्व सांसद विक्रम उसेण्डी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग की। प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि अन्तागढ़ ब्लाक क्षेत्र वर्षों से मूलभूत सुविधाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार एवं आवागमन की दृष्टि से अति पिछड़ा हुआ है। अंतागढ़ ब्लॉक क्षेत्र वर्तमान में जिला कांकेर में है। अंतागढ़ ब्लॉक क्षेत्र आदिकाल रियासत कालीन परगना व्यवस्था से संचालित होते आ रहा है। परगना क्षेत्र में सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संचालन के लिए परगना में मांझी पेनो रिदार पुजारी चालकी गायता-गायत्री है, जिनके माध्यम से परगना क्षेत्र संचालित होता है। कोलर परगना क्षेत्र में अनादिकाल से देवी देवता गढ़ मंडा ऐतिहासिक धरोहर स्थल है। इन देवगढ़ स्थलों में बूमबिदा, बालबिदा, दशहरा बिदा, शेषा चैतराई बीज पूजा के अवसर पर एकत्रित होकर समस्ती जीव जगत की समृद्धि की कामना करते हैं। इन स्थलों में आदिवासी गोड़ समाज के अन्य प्रांत के लोग माथा टेकने आते हैं। कोलर परगना क्षेत्र के कुछ गांवों को नारायणपुर जिला में शामिल होने से आदिकालीन सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संचालित व्यवस्था छिन्न भिन्न होगा प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से आग्रह किया कि कोलर परगना के कुछ गांवों को यथावत रखते हुए अंतागढ़ को जिला बनाया जाए, ताकि कोलर क्षेत्र कुछ गांव के लोगों को जिला मुख्यालय की दूरी के साथ विभिन्न मूलभूत सुविधाओं संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान होगा।
  • CG NEWS : आग तापने जलाया था अलाव, जलता छोड़कर चले गए सोने, जिंदा जले पति-पत्नी
    छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से हादसे की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहाँ खलिहान में आग लगने से किसान दंपति की जलकर मौत हो गई। बलरामपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के सामरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत जमीरापाट गांव के खलिहान में किसान मरियानुस बड़ा (57) और उसकी पत्नी विजय बड़ा (55) फसल की रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान आग लगने से जलकर दोनों की मौत हो गई बेटे के पहुंचने से पहले हुई मौत पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मरियानुस और उनका परिवार जमरीपाट गांव में खेती किसानी करता है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात मरियानुस और उसकी पत्नी विजय खलिहान में धान की रखवाली करने गए थे। क्षेत्र में कड़ाके की ठंड की वजह से किसान दंपति वहीं अलाव जलाकर सो गए। उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद खलिहान में आग लग गई और वहां रखे फसल को अपनी चपेट में ले लिया। जब घटना की जानकारी अन्य ग्रामीणों को मिली तब वह और मरियानुस का बेटा अरविंद वहां पहुंचे। लेकिन तब तक विजय की मौत हो चुकी थी। वहीं मरियानुस गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस कर रही मामले की जाँच पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही घटनास्थल के लिए पुलिस दल को रवाना कर दिया गया था। बाद में पुलिस दल ने घटनास्थल से किसान की पत्नी का शव बरामद कर लिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मरियानुस को अस्पताल पहुंचाया जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया। रायपुर ले जाते समय रास्ते में मरियानुस की भी मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।
  • छत्तीसगढ़ में सुशासन पर नायब तहसीलदारों को दिया गया प्रशिक्षण

    छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में वर्ष 2016 बैच के नायब तहसीलदारों को ‘छत्तीसगढ़ में सुशासन’ के महत्व पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र को प्रशासन अकादमी के संचालक श्री टी.सी. महावर ने भी सम्बोधित किया।
    छत्तीसगढ़ में सुशासन पर विशेष सत्र के दौरान नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जन शिकायत का त्वरित निराकरण एवं संवेदनशील प्रशासन की भूमिका। किसानों के संबंध में विशेष रूप से भू-अभिलेख संधारण का अद्यतनीकरण एवं अभिलेखों के प्रति प्रदाय करने की सुगम कार्यवाही। जन शिकायत निराकरण के संबंध में सफल अनुभवों पर चर्चा की गई। इसके अलावा जन शिकायत के संबंध में लोग सेवकों की अपेक्षित अभिवृत्ति। लोक सेवा गारंटी अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन एवं निगरानी। ग्रामीण क्षेत्रों में गौठानों को आत्मनिर्भर बनाने में प्रशासन की भूमिका। वर्ष 2021 में धान खरीदी के सफल अभियान की पृष्ठभूमि में प्रशासकीय कुशलता का योगदान। शासन की जनोन्मुखी एवं कल्याणकारी योजनाओं में जनसहभागिता एवं प्रशासन का योगदान पर चर्चा की गई। सत्र की समाप्ति खुली परिचर्चा के साथ हुई। इसमें प्रतिभागी अधिकारियों द्वारा न केवल प्रासंगिक प्रश्न पूछे गए, बल्कि सुशासन के प्रयासों में अपने अनुभवों पर भी चर्चा की गई। छत्तीसगढ़ में सुशासन विषय पर आयोजित सत्र मुख्य वक्ता एवं प्रतिभागी अधिकारियों के मध्य सार्थक संवााद के साथ सम्पन्न हुआ।

  • बड़ी खबर : सरकार ने दो महिला आईएएस को सौंपा नया दायित्व…
    छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की दो महिला आईएएस अफसरों को नया दायित्व सौंपा है। सामान्य प्रशासन विभाग ने सरगुजा संभाग की कमिश्नर जिनेविवा किंडो को मंत्रालय में सचिव और नाप तो नियंत्रक शिखा राजपूत तिवारी को अतरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी छत्तीसगढ़ नियुक्त किया है।
  • त्रिवेणी संगम राजिम के तट पर नदी उत्सव का आयोजन 21 से 24 दिसम्बर तक, उद्घाटन में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे होंगे शामिल
    गरियाबंद राजिम/ जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले आजादी का अमृत महोत्सव के तहत् महानदी के राजिम तट पर “नदी उत्सव” का आयोजन 21 दिसम्बर से 24 दिसम्बर तक किया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री आशुतोष ने बताया कि नदियों का महत्व, जल संरक्षण एवं नदी स्वच्छता के संबंध में आम नागरिक की सहभागिता विकसित करने के लिए यह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत् शुभारंभ दिवस पर नदी में दीप प्रज्जवलन एवं आरती कार्यक्रम, जल संबंधी प्रर्दशनी एवं स्कूलों में जल की महत्ता पर निबंध प्रतियोगिता, प्रभात फेरी ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण एवं जल स्वच्छता पर चर्चा,क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जीवन परिचय, श्रमदान कर घाट स्वच्छता कार्यक्रम, पर्यावरण को बढ़ावा देने हेतु वृक्षारोपण का कार्य आयोजित किया जाएगा । कार्यक्रम में जल की महत्ता, संरक्षण एवं स्वच्छता पर कलाजत्थाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया जावेगा। निबंध प्रतियोगिता में प्रतियोगियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जायेगा।
  •  राज्य में धान खरीदी का आंकड़ा 34.30 लाख मीटरिक टन से पार

     राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए एक दिसम्बर से शुरू हुए धान खरीदी के बीते 20 दिनों में आज शाम साढ़े 6 बजे तक 9 लाख 36 हजार 806 किसानों से 34 लाख 30 हजार 276 मीटरिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई है। किसानों से 2483 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है। धान खरीदी के एवज में किसानों को अब तक मार्कफेड द्वारा बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 6250 करोड़ 85 लाख रूपए जारी किया गया है।
    गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर इस वर्ष धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। अब तक 11 लाख 75 हजार 163 मीटरिक टन का डीओ जारी कर दिया गया है। उपार्जन केन्द्रों से मिलर्स द्वारा 8,38,958 मीटरिक धान का उठाव कर लिया गया है। 
    धान खरीदी के 20वें दिन भी राजनांदगांव जिला, प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के मामले में पहले स्थान पर है। राजनांदगांव जिले में 3,28,434 मीटरिक टन से अधिक धान की खरीदी हो चुकी है। जांजगीर-चांपा जिला प्रदेश में धान खरीदी में दूसरे पायदान पर है। जिले में 2,60,246 मीटरिक टन धान की खरीदी हुई है। बेमेतरा जिला धान खरीदी में आज राज्य में तीसरे क्रम पर है। बेमेतरा जिला में 2,57,038 मीटरिक टन धान की खरीदी की गई है।  
    खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 दिसम्बर तक चालू विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर राज्य के बस्तर जिले में 47,349 मीटरिक टन, बीजापुर जिले में 13,817 मीटरिक टन, दंतेवाड़ा जिले में 2,394 मीटरिक टन, कांकेर जिले में 1,10,352 मीटरिक टन, कोण्डागांव जिले में 55,462 मीटरिक टन, नारायणपुर जिले में 7,279 मीटरिक टन, सुकमा जिले में 8,446 मीटरिक टन, बिलासपुर जिले में 1,79,823 मीटरिक टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 22,472 मीटरिक टन, जांजगीर-चांपा जिले में 2,60,246 मीटरिक टन, कोरबा जिले में 39,274 मीटरिक टन, मुंगेली जिले में 1,49,004 मीटरिक टन, रायगढ़ जिले में 1,85,068 मीटरिक टन, बालोद जिले में 2,22,372 मीटरिक टन, बेमेतरा जिले में 2,57,038 मीटरिक टन, दुर्ग जिले में 1,57,963 मीटरिक टन, कवर्धा जिले में 1,68,819 मीट्रिक टन, राजनांदगांव जिले में 3,28,434 मीटरिक टन, बलौदाबाजार जिले में 2,49,852 मीटरिक टन, धमतरी जिले में 1,50,162 मीटरिक टन, गरियाबंद जिले में 1,24,551 मीटरिक टन, महासमुंद जिले में 2,38,781 मीटरिक टन, रायपुर जिले में 1,86,115 मीटरिक टन, बलरामपुर जिले में 50,126 मीटरिक टन, जशपुर जिले में 35,362 मीटरिक टन, कोरिया जिले में 39,175 मीटरिक टन, सरगुजा जिले में 54,392 मीटरिक टन और सूरजपुर जिले में 86,185 मीटरिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है।