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  • श्री गुरु नानक देव जी की जयंती  27 नवंबर को : प्रकाश पर्व धूमधाम से मनायेगा सिक्ख समाज

    कार्तिक पूर्णिमा को श्री गुरु नानक देव जी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व सिख समुदाय के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इस दिन सिख समुदाय की स्थापना करने वाला गुरु नानक देव का जन्म हुआ था.गुरु नानक देव सिख समुदाय के पहले गुरु थे.

    ऐसे में हर साल श्री गुरु नानक देव जी की जयंती पर गुरुद्वारे में अखंड पाठ, नगर कीर्तन आदि जैसे अनुष्ठान होते हैं. भक्त उनकी बताई गई बातों पर अमल करने का प्रण लेते हैं. जानें श्री गुरु नानक जयंती  की डेट, इतिहास और खास बातें.

    श्री गुरु नानक देव जी की जयंती 2023 

    श्री गुर नानक देव का जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. इस साल 554वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर 2023 को दोपहर 03.53 से शुरू होगी और अगले दिन 27 नवंबर 2023 दोपहर 02.45 तक रहेगी.

    श्री गुरु नानक जी का इतिहास (Guru Nanak Ji History)

    श्री गुरु नानक देव जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनका जन्म लाहौर से 64 किलोमीटर दूर आज के पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तलवंडी में हुआ था. गुरु नानक देव जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था. सिख धर्म के पहले गुरु होने के साथ-साथ उन्हें एक महान दार्शनिक, समाज सुधारक, धर्म सुधारक, सच्चा देशभक्त और योगी के रूप में आज भी याद किया जाता है. ईश्वर के प्रति श्री गुरु नानक देव जी का समर्पण काफी ज्यादा था, लोगों को उनके बचपन में ही कई तरह के चमत्कार देखने को मिले हैं. माना जाता है कि कि ईश्वर ने नानक को कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया था.

    श्री गुरु नानक देव जी ने भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी उपदेश दिए हैं. उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो उनकी शादी 16 साल की उम्र में सुलक्खनी से शादी हुई. उनके दो बेटे श्रीचंद और लखमीदास हुए. गुरु पर्व का त्योहार उनके जीवन, उपलब्धियों और विरासत का सम्मान करता है.

    श्री गुरु नानक देव जी की 3 बड़ी सीख

    1. नाम जपना की असली पूजा - गुरु नानक देव जी के अनुसार जप से चित्त एकाग्र हो जाता है और आध्यात्मिक-मानसिक शक्ति मिलती है. मनुष्य का तेज बढ़ जाता है. ‘सोचै सोचि न होवई, जो सोची लखवार। चुपै चुपि न होवई, जे लाई रहालिवतार।’ यानी ईश्वर के प्रति आस्था सिर्फ सोचने से नहीं होती, इसलिए नाम जपे. अच्छी संगत में या एकांत में भी ईश्वर का नाम लेना असली पूजा कहलाती है.

    2. किरत करो - ईमानदारी से मेहनत कर जीवन यापन करना. गुरु नानक जी न कहा था कि मेहनत के अर्जित किया धन अमीर की गुलामी से कई गुना बेहतर है.

    3. वंड छको- शाब्दिक रूप से इसका अर्थ है अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान में या दूसरे की भलाई के लिए खर्च करना. सिख इसी आधार पर आय का दसवां हिस्सा साझा करते हैं, जिसे दसवंध कहते हैं. इसी से लंगर चलता है

     

     

  • गुरु नानक जयंती पर नगर कीर्तन 24 नवंबर को
    सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर 24 नवंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी स्टेशन रोड द्वारा किया जा रहा है | पांच प्यारों की अगवाई में यह विशाल नगर कीर्तन शोभायात्रा स्टेशन रोड गुरुद्वारा से तेलघानी नाका, आमापरा, राजकुमार कालेज, आमानका होते हुवे टाटीबंध गुरुद्वारा पहुंचेगी | श्री गुरु नानक देव जी की जयंती से पूर्व नगर कीर्तन शोभा यात्रा निकालने की परंपरा वर्षो पुरानी है | नगर कीर्तन शोभायात्रा के लिए समाज द्वारा सभी तैयारियां पुरी की जा चुकी है शोभायात्रा के पूरे मार्ग में स्वागत द्वार एवं तोरण लगाए जा रहे हैं | सिख समाज की स्त्री, पुरुष, बच्चे एवं गुरु नानक नाम लेवा संगत पूरे रास्ते शबद कीर्तन करते जायेंगे | सभी वर्गों, सभी धर्म के लोगों के साथ-साथ व्यापारियों द्वारा नगर कीर्तन का जगह जगह स्वागत किया जाएगा तथा प्रसाद वितरित किया जाएगा |
  • गुरु नानक जयंती कब ? जानें डेट, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है.

    कार्तिक पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व सिख समुदाय के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इस दिन सिख समुदाय की स्थापना करने वाला गुरु नानक देव का जन्म हुआ था.गुरु नानक देव सिख समुदाय के पहले गुरु थे.

    ऐसे में हर साल गुरु नानक जयंती पर गुरुद्वारे में अखंड पाठ, नगर कीर्तन आदि जैसे अनुष्ठान होते हैं. भक्त उनकी बताई गई बातों पर अमल करने का प्रण लेते हैं. जानें गुरु नानक जयंती  की डेट, इतिहास और खास बातें.

    गुरु नानक जयंती 2023 डेट (Guru Nanak Jayanti 2023 Date)

    इस साल गुरु नानक जयंती 27 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी. गुर नानक देव का जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. इस साल 554वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर 2023 को दोपहर 03.53 से शुरू होगी और अगले दिन 27 नवंबर 2023 दोपहर 02.45 तक रहेगी.

    गुरु नानक जी का इतिहास (Guru Nanak Ji History)

    गुरु नानक जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनका जन्म लाहौर से 64 किलोमीटर दूर आज के पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तलवंडी में हुआ था. गुरु नानक जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था. सिख धर्म के पहले गुरु होने के साथ-साथ उन्हें एक महान दार्शनिक, समाज सुधारक, धर्म सुधारक, सच्चा देशभक्त और योगी के रूप में आज भी याद किया जाता है. ईश्वर के प्रति गुरु नानक का समर्पण काफी ज्यादा था, लोगों को उनके बचपन में ही कई तरह के चमत्कार देखने को मिले हैं. माना जाता है कि कि ईश्वर ने नानक को कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया था.

     

    गुरु नानक देव जी ने भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी उपदेश दिए हैं. उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो उनकी शादी 16 साल की उम्र में सुलक्खनी से शादी हुई. उनके दो बेटे श्रीचंद और लखमीदास हुए. गुरु पर्व का त्योहार उनके जीवन, उपलब्धियों और विरासत का सम्मान करता है.

    गुरु नानक जी की 3 बड़ी सीख (Guru Nanak Ji Lessons)

    नाम जपना की असली पूजा - गुरु नानक जी के अनुसार जप से चित्त एकाग्र हो जाता है और आध्यात्मिक-मानसिक शक्ति मिलती है. मनुष्य का तेज बढ़ जाता है. ‘सोचै सोचि न होवई, जो सोची लखवार। चुपै चुपि न होवई, जे लाई रहालिवतार।’ यानी ईश्वर के प्रति आस्था सिर्फ सोचने से नहीं होती, इसलिए नाम जपे. अच्छी संगत में या एकांत में भी ईश्वर का नाम लेना असली पूजा कहलाती है.

    किरत करो - ईमानदारी से मेहनत कर जीवन यापन करना. गुरु नानक जी न कहा था कि मेहनत के अर्जित किया धन अमीर की गुलामी से कई गुना बेहतर है.

    वंड छको- शाब्दिक रूप से इसका अर्थ है अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान में या दूसरे की भलाई के लिए खर्च करना. सिख इसी आधार पर आय का दसवां हिस्सा साझा करते हैं, जिसे दसवंध कहते हैं. इसी से लंगर चलता है.

  •  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब तो झीरम के सबूत जेब से निकालें - अरुण साव*
    *अब तो झीरम के सबूत जेब से निकालें- अरुण साव* रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने झीरम घाटी मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हुए कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब तो झीरम मामले में राजनीति छोड़कर अपनी जेब से वे सबूत निकालकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को सौंप दें, जिन्हें वे मुख्यमंत्री रहते हुए पूरे कार्यकाल में अपनी जेब में छिपाए रहे। एक मुख्यमंत्री को इतना सामान्य ज्ञान तो होना ही चाहिए कि किसी अपराध के साक्ष्य छुपाना गंभीर अपराध होता है। भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रहते हुए यह अपराध किया है। प्राकृतिक न्याय की अपेक्षा यही हो सकती है कि झीरम के सबूत छिपाने का अपराध करने वाले को भी जांच और पूछताछ के दायरे में होना चाहिए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए भूपेश बघेल ने स्वयं यह कबूल किया है कि झीरम के सबूत उनके कुर्ते की जेब में हैं। तब 5 साल मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने यह सबूत जांच एजेंसी के सुपुर्द क्यों नहीं किए? भाजपा आरंभ से स्पष्ट तौर पर यह मत प्रकट करती रही है कि झीरम मामले में कांग्रेस का चरित्र संदिग्ध है। कांग्रेस झीरम पर राजनीति कर रही है। भूपेश बघेल को जनता को यह भी बताना चाहिए कि झीरम हमले के चश्मदीद उनके कैबिनेट मंत्री ने क्यों इस मामले में न तो न्यायिक जांच आयोग के सम्मुख गवाही दी और न ही जांच एजेंसी को कोई सहयोग दिया। आखिर कांग्रेस और उसकी सरकार ने झीरम का सच सामने क्यों नहीं आने दिया, इसका जवाब छत्तीसगढ़ की जनता मांग रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि झीरम कांड के तथ्यों के मामले में कांग्रेस की रहस्यमयी चुप्पी और राजनीतिक बयानबाजी में तत्परता इसका प्रमाण है कि कांग्रेस ही इस मामले में संदिग्ध है। कांग्रेस ने झीरम मामले का राजनीतिकरण किया। सरकार चलाते हुए 5 साल तक साक्ष्य छुपाए और अंत में झीरम के दो शहीदों की विधवाओं को विधायक रहते हुए टिकट से वंचित किया। कांग्रेस कभी झीरम के शहीदों के परिवार को न्याय नहीं मिलने देना चाहती।
  • डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान, कहा – अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा, सीएम पद को लेकर कही यह बात

    छत्तीसगढ़ में कल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान हुआ, मतदान के पहले से ही भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी सरकार बनने का दावा कर रही है। इसी बीच प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव (Deputy CM TS Singh Deo) का एक बड़ा बयान सामने आया है। डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के इस बयान के सामने आने के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

     टीएस सिंह देव ने दिया बड़ा बयान

      बता दें कि, डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि, अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा। पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसका निर्वहन करते रहूंगा। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश का सीएम कौन होगा इस सवाल के जवाब पर टीएस सिंह देव ने कहा कि, प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा यह हाईकमान तय करेगा। इसके साथ ही डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने कहा कि, प्रदेश में दो तिहाई बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनेगी।

  • मतदान के बारे में युवक - युवतियों सहित परिवारों से अपील
    आज का युवा मतदान को महत्व नहीं देता, छुट्टी का मजा जरूर लेता है परंतु मतदान करने का समय उनके पास नहीं है| कल 17 नवंबर को छत्तीसगढ़ की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है जिसमें राजधानी रायपुर न्यायधानी बिलासपुर भी शामिल है | अधिकांश युवक एवं युवतियां मतदान करने की बजाय मॉल में घूमते नजर आएंगे सिनेमा देखे नजर आएंगे और बाग बगीचों में इनकी भीड़ एंजॉय करती नजर आएगी | मतदान के लिए मिली छुट्टी उनके लिए एंजॉय का पिकनिक का मौका बन जाती है | सीजी 24 न्यूज़ की अपील है कि आप इंजॉय अवश्य करें छुट्टी का आनंद जरूर लें परिवार के साथ घूमने जरूर जाएं अपने फ्रेंड के साथ छुट्टी का आनंद जरूर ले परंतु यह सब करने से पहले मतदान जरूर करें |
  • *छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण बनेंगे निष्ठावान पुराने वरिष्ठ निस्वार्थ कार्यकर्ता*
    *छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण बनेंगे निष्ठावान पुराने वरिष्ठ निस्वार्थ कार्यकर्ता* छत्तीसगढ़ में भाजपा के 15 साल के शासन के समय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बाहरी व्यक्तियों को बढ़ावा संगठन और शासन में ताल मेल का अभाव, अधिकारियों के भरोसे शासन की नीतियों में परिवर्तन, शराब का शासकीय कारण भाजपा की हार के कारण बने थे | 2018 में भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद पूरे 5 सालों तक भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मंत्रियों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी संगठन ने कोई आत्म मंथन नहीं किया, सत्ता जाने के बाद के कारणों पर कहीं चर्चा नही की और ना ही कार्यकर्ताओं से हारने का फीडबैक लिया | 2003 से 2018 तक के सभी मंत्रियों, नेताओं, लाल बत्ती वाले मंडल, आयोगों के अध्यक्षों सहित सभी पूर्व विधायकों एवं जो 15 विधायक जीते वह सभी करोड़ों के बंगलों में बैठकर अपनी अवैध कमाई और अपने अवैध व्यापार की देखरेख करने और आराम का जीवन जीने में मस्त हो गए | उन्होंने 15 साल शाही जीवन जिया और इस दौरान अर्जित की गई करोड़ों, अरबों, खरबों की अवैध संपत्ति जो उनकी हार के बाद उनके राजशाही ठाट बाठ के जीवन जीने के लिए काफी थी के कारण मुड़कर पीछे कार्यकर्ताओं की तरफ ध्यान देने को जरूरी नहीं समझा, और अब चुनाव के समय कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी के लिए सक्रिय हो जाने की अपील करते फिर रहे हैं | *यहां यह बताना भी जरूरी है कि भारतीय जनता पार्टी ने कार्यकर्ताओं से काम करवाने के बदले सभी काम दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की बड़ी कंपनियों को ठेके पर दिए हैं |* भाजपा का राष्ट्रीय संगठन हो या प्रदेश का किसी ने भी यह नहीं सोचा की पार्टी के लिए चुनावों का जो काम एजेंसियों के माध्यम से ठेके पर दिया जा रहा है अगर वही राशि कार्यकर्ताओं को दी जाती तो कार्यकर्ताओं की आय का साधन बनता और साथ ही साथ पार्टी के वोट और सपोर्टरों में बढ़ोतरी होती | भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री को चाहिए था कि पार्टी को अपनी कड़ी मेहनत और अपने घर से खर्च कर भाजपा का प्रचार प्रसार कर सत्ता में लाने वाले निष्ठावान, निस्वार्थ कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाकर उनसे इन 5 सालों के दौरान कम से कम 10 बार अलग-अलग मिलकर या विधानसभा स्तर पर मीटिंग कर उनके सुझाव लेकर पुन सक्रिय होने का आग्रह कर पार्टी में कार्य करने की अपील करते परंतु ऐसा हुआ नहीं | भारतीय जनता पार्टी के अधिकांश पुराने कार्यकर्ता पूर्व मंत्रियों पूर्व विधायकों सहित भाजपा संगठन की अवहेलना से नाराज होकर सक्रिय राजनीति से किनारा कर चुके हैं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन द्वारा समय-समय पर छत्तीसगढ़ भेजे गए अलग-अलग प्रदेश प्रभारी ने भी यहां पुराने कार्यकर्ताओं की सुध नहीं ली वह सिर्फ प्रथम पंक्ति के नेताओं मंत्रियों से चर्चा कर वापस चले जाते रहे | प्रदेश में समय-समय पर प्रदेश अध्यक्ष भी बदले परंतु किसी भी प्रदेश अध्यक्ष के पास पुराने निस्वार्थ निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कोई लिस्ट नहीं है, प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्षों ने कभी भी पुराने कार्यकर्ताओं की लिस्ट नहीं बनाई और ना ही किसी पुराने कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जो प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए नुकसान देह साबित हो सकता है | मंत्रियों, नेताओं के भ्रष्टाचार और मनमानियां से तंग अनेक पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने इन प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्षों से मिलकर अपनी बात भी रखी परंतु उन्हें सुना नहीं गया और दुत्कार दिया गया | छत्तीसगढ़ में होने जा रहे 2023 के विधानसभा चुनाव में लगभग सभी पुराने निष्ठावान, निस्वार्थ कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं | ऐसे सभी कार्यकर्ता अपने-अपने व्यापार को ठीक करने में लगे हैं जो पार्टी के प्रति निष्ठा और सक्रियता के कारण उनकी आय के साधन नुकसान में चले गए थे | पुराने वरिष्ठ निष्ठावान निस्वार्थ कार्यकर्ता की निष्क्रियता भारतीय जनता पार्टी की जीत में बाधक साबित सकती है, इन कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के लोग सहित आस पड़ोस और उनके घनिष्ट परिचित भी भाजपा के लिए नुकसान का कारण बन सकते हैं ! ऐसे पुराने निष्ठावान, पार्टी के प्रति निस्वार्थ भाव से काम करने वाले, पार्टी को सत्ता के शिखर तक पहुंचने वाले कार्यकर्ता अपने-अपने घरों दुकानों में बैठे देखे जा सकते हैं | CG 24 News
  • गरंटियों पर अनुराग ठाकुर भूपेश बघेल पर भड़के : लगाए कई आरोप
    राजधानी रायपुर में केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की पत्रकार वार्ता झूठे वादे जूठे इरादे कांग्रेस के नही नेक इरादे बहुत हुआ सट्टे का खेल बाय-बाय भूपेश बघेल ₹500 महिलाओं को देंगे नहीं दिया गारंटी फेल कांग्रेस फेल अभिषेक परिवार को गैस सिलेंडर मुफ्त देंगे नहीं दिए, घर-घर शराब पहुंचाई, बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही नहीं दे पाए, पीएससी घोटाला किया, प्रत्येक ग्रामीण भूमि परिवारों को जमीन घर देंगे नहीं दिया, गोटन घोटाला हुआ गौ माता को शराब कांग्रेस साफ़, महादेव घोटाला, रोजगार देने की बात की लेकिन नहीं मिला रोजगार, पुराना बकाया देने की बात कही लेकिन नहीं दिया | पहला राज्य नहीं जिसमें कांग्रेस झूठे वादे किया नहीं हिमाचल प्रदेश से आता हूं दोनों भाई-बहन वहां भी झूठे वादे करके गए अब वहां मुंह दिखाने लायक नहीं है रोजगार देने की बात की थी 1000 लोग कभी रोजगार नहीं दिया हिमाचल प्रदेश में 8 ऐसी गारंटी किया लोगों को भरोसा दिलाया लेकिन लोगों कोठागा और अपनी गारंटी ऊपर फेल हुए
  • भाजपा का आना और 30 टका वाले कक्का का जाना तय  - मोदी*
    *भाजपा का आना और 30 टका वाले कक्का का जाना तय - मोदी* महासमुंद/ रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को महासमुंद में विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार का आना और 30 टका वाले कक्का का जाना तय है। कांग्रेस ने ढाई ढाई साल का एग्रीमेंट किया था। भूपेश बघेल ने लूट के पैसों से आलाकमान से सौदा कर ढाई साल और खरीद लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भूपेश बघेल के नाते रिश्तेदार ने सुपर सीएम बनकर छत्तीसगढ़ को बर्बाद कर दिया। छत्तीसगढ़ के लोग ऐसे भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाएंगे। *गरीबों का आवास छीन लिया* प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब विरोधी कांग्रेस सरकार ने गरीबों का पक्का मकान छीन लिया। भाजपा ने देश के गरीबों को 4 करोड़ मकान दिए। कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ के गरीबों को मकान नहीं मिलने दिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचारी अफ़सर जेल में बंद हैं और उन्हें जमानत तक नहीं मिल रही है। ये सिर्फ भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। बहुत बड़ा अपराध है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां मौजूद लोगों से कहना चाहूंगा कि 508 करोड़ टाइप कीजिए महादेव सट्टा एप दिख जाएगा।पूरी दुनिया आज जान चुकी हैं। इन्होंने छत्तीसगढ़ को बदनाम कर दिया। 17 तारीख को कमल फूल पर बटन दबाकर भाजपा की सरकार बनाएं और भ्रष्टाचारियों की सरकार को उखाड़ कर फेंक दें। आप सभी को भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का न्यौता देने आया हूं। *युवाओं के भविष्य से खिलवाड़* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पीएससी में घोटाला करके युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। अगर कांग्रेस को रोका नहीं गया तो इनके हौसले और बढ़ जायेंगे। पीएससी को कांग्रेस का अड्डा बना देंगे। लोग कहने लगे हैं कि इन्होंने छत्तीसगढ़ से लूटकर दिल्ली में अपने आकाओं को भेजा है। *कांग्रेस ने सबको ठगा* प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सभी को ठगा है। ओबीसी समाज को कभी भी सैवैधानिक दर्जा नहीं दिया। आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ सेवाओं का बुरा हाल था। भाजपा ने पोषण आहार अभियान चलाया और राशन, चना मुफ्त में दे रहे हैं। *भूपेश का हारना तय* प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद चुनाव हार रहे हैं। पहले चरण के मतदान में कांग्रेस का जाना तय हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ बनाया है, भाजपा ही संवारेगी। केंद्र की योजनाओं को कांग्रेस की सरकार ने रोका और छत्तीसगढ़ की जनता को केंद्र की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिलने दिया। उन्होंने कहा कि देश में कोई भी गरीब झोपड़ी में नहीं रहेगा। राज्य की जनता को भाजपा ने जो गारंटी दी है वो पूरी होगी। ये मोदी की गारंटी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोकल फॉर वोकल का असर दिखा। लोग आज स्थानीय दुकानदारों से सामान खरीद रहे हैं। गांव , राज्य और देश का पैसा देश में ही रह रहा है।कांग्रेस के एक भी नेता ने इस बारे में एक शब्द भी नहीं कहा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा साथ दीजिए। मैं छत्तीसगढ़ को ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता हूं। घर घर जाकर मेरा प्रणाम, जोहार और राम राम कहना। इस दौरान भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी, रायपुर सांसद सुनील सोनी, महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू, पूर्व मंत्री एवं भाजपा मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर, भाजपा खल्लारी प्रत्याशी अलका चंद्राकर, सरायपाली प्रत्याशी सरला कोसरिया, बसना प्रत्याशी संपत अग्रवाल एवं महासमुंद प्रत्याशी योगेश्वर राजू सिन्हा, आरंग प्रत्याशी खुशवंत साहेब, राजिम प्रत्याशी रोहित साहू, चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. विमल चोपड़ा, पूनम चंद्राकर सहित भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे। मंच संचालन जिला अध्यक्ष श्रीमती रूप कुमारी चौधरी ने किया।
  •  रमन सिंह की खुद की सीट नहीं बच रही, फेंकना है तो और ज्यादा फेक लेते :  भूपेश बघेल
    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह को लेकर कहीं यह बात कही यह बात पहले चरण में 14 सीट जीतने की रमन सिंह के वादा को लेकर कहां* फेंकना है तो ज्यादा फेक लेते हैं उसकी खुद की सीट नहीं बच रही है पिछले समय हम 17 सीट जीते थे इस समय उसे भी ज्यादा जीतेंगे शांतिपूर्वक मतदान हो रहे हैं हमने ऋण माफी किया है, हमने फिर से घोषणा किया है ₹3200 आन और 200 यूनिट बिजली घोषणा से लोग प्रभावित है इसीलिए मतदान का प्रतिशत भी बढ़ेगा फर्स्ट टाइम वोटर भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे | *हमारी सीट 18 या 19 धोखे से बीजेपी की एक आध सीट आ सकती है * *15 साल मौका मिला था आदिवासियों की जमीन छीनकर उद्योगपतियों को दे दिया* आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल के अंदर ठूस दिया, एनकाउंटर कर मार दिए , यह बात आदिवासी भूल नहीं है | हमारे कार्यकाल में आदिवासी निश्चित होकर विचरण कर रहे हैं, नक्सली सिमट गए हैं, इनके राज में नक्सलियों का राज था अब बस्तर शांति की ओर लौट रहा है | *नक्सली हमले को लेकर कहां* पहले ज्यादा हमले होते थे अभी कम हुआ है या भी नहीं होना चाहिए | *अंदरूनी इलाकों में पहली बार मतदान केंद्र को लेकर कहां* निर्वाचन आयोग में अंदरूनी क्षेत्र में मतदान केंद्र बनाया है सबसे बड़ा प्रमाण है कि हमने बस्तर में शांति बहाली की | *उद्धव ठाकरे के बीजेपी पर तंज को लेकर कहां* जो भजापा में शामिल होते , मोदी वाशिंग पाउडर से धुलने के बाद सब दाग साफ हो जाते हैं *रमन सिंह के भूपेश बघेल पर इस्तीफा की मांग पर कहां* जो पैसे पड़े हैं ,वह रमन सिंह के साथ फोटो है ,जो गाड़ी है वह भाजपा नेता के हैं परसों तक कोई नहीं जानता था, शुभम वह अचानक महादेव का मालिक बन गया उसके पहले ईडी उसे अधिकारी बता रहे थे, ऐसा मालिक है जो अपने नौकर की शादी में ढाई सौ करोड रुपए खर्च करता हैं, रमन सिंह के कार्यकाल में दो अधिकारी थे वह ऐसे ही स्टोरी बनाते थे, यह पूरा प्लांटेड है बीजेपी हार मान चुकी है आखिरी दांव है | *रमन सिंह का ही पैसा तो नहीं है* जिसके पास इतना पैसा होता है वह कोटे का चावल नहीं खाता ऐसा तो नहीं की रमन सिंह का पैसा है, जांच करना चाहिए, ईडी ने अभी तक जांच क्यों नहीं की , वह पैसा किसका है, बिलासपुर में ईडी के छापे पर कहा, जो चंदा नहीं दिए होंगे तो बिलासपुर में फिर छापा मारे हैं | विधानसभा के बाद ईडी ब्रेक लेगी उसके बाद फिर से आएंगे |
  • महादेव ऐप: रायपुर पुलिस ने जारी किया कार्यवाही का पत्र
    महादेव बेटिंग ऐप्प पर कार्यवाही करते हुए वर्ष 2022 में Google को correspondence किया गया था कि playstore से Mahadev Book App को हटाया जाये, जिसके पश्चात् playstore से यह App हट गया था। दुबई से ऑपरेट कर रहे महादेव ऐप्प के मुख्य दोनों संचालकों, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को रायपुर पुलिस ने अपने यहाँ दर्ज प्रकरण में आरोपी बनाया और जून महीने में ही इन दोनों आरोपियों के विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर भी रायपुर पुलिस द्वारा जारी करवाया गया है। महादेव ऐप्प के विरुद्ध रायपुर पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही की गई है। महादेव ऐप के विरुद्ध रायपुर पुलिस ने 36 FIRs की हैं। रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के अलावा कटनी, अनूपपुर, विशाखापटनम, उड़ीसा, दिल्ली, गोवा, महाराष्ट्र इत्यादि प्रदेशों/शहरों में भी रेड कार्यवाही करते हुए वहाँ के पैनल ऑपरेटर्स को भी पकड़ा है। 235 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। सैकड़ों मोबाइल लैपटॉप जप्त किए हैं, 500 से अधिक एकाउंट्स फ्रीज़ कराये हैं।
  • राजधानी की पुलिस ने महादेव ऐप के खिलाफ अब तक की गई कार्रवाई का दिया ब्यौरा, 36 FIR, 235 आरोपी गिरफ्तार, सौरभ चंद्राकर-रवि उप्पल प्रमुख आरोपी

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान ED की महादेव सट्टे के खिलाफ की गई कार्रवाई, सूत्रधार के बयान और भाजपा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बीच अब छत्तीसगढ़ की पुलिस ने भी अपना पक्ष रखा है। राजधानी की पुलिस ने इस संबंध में प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि महादेव एप्प के विरुद्ध रायपुर पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही की गई है। महादेव ऐप संचालित करने वालों के विरुद्ध रायपुर पुलिस ने 36 FIRs की हैं। रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के अलावा कटनी, अनूपपुर, विशाखापटनम, उड़ीसा, दिल्ली, गोवा, महाराष्ट्र इत्यादि प्रदेशों/शहरों में भी रेड कार्यवाही करते हुए वहां के पैनल ऑपरेटर्स को भी पकड़ा है। इन मामलों में 235 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है।

    पुलिस ने बताया है कि सट्टा एप्प के खिलाफ दर्ज मामलों में सैकड़ों मोबाइल लैपटॉप जप्त किए हैं, 500 से अधिक एकाउंट्स फ्रीज़ कराये गए हैं।

    महादेव एप्प के ऑपरटरों के खिलाफ लुक आउट नोटिस

    इस दौरान दुबई से ऑपरेट कर रहे महादेव ऐप्प के मुख्य दोनों संचालकों, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को रायपुर पुलिस ने अपने यहां दर्ज प्रकरण में आरोपी बनाया और जून महीने में ही इन दोनों आरोपियों के विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर भी रायपुर पुलिस द्वारा जारी करवा दिया गया है।

    PLAY STORE से एप्प को हटवाया

    पुलिस द्वारा लगभग साल भर पहले Google से पत्राचार किया गया, और कहा गया कि playstore से Mahadev Book App को हटाया जाये, जिसके बाद playstore से यह App हटा दिया गया।