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  • पिता और दादी को उतारा मौत के घाट, फिर साड़ी पहनकर हुआ फरार...अब आरोपी यहां से गिरफ्तार
    मगरलोड। ग्राम चंदना में हुए डबल मर्डर केस के आरोपी पुत्र को घटना के 24 घण्टे के अंदर पुलिस ने अभनपुर से गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, 13 अप्रैल की रात लगभग 11.30 बजे महेश वर्मा (25 वर्ष) ने अपने पिता पन्ना लाल वर्मा (50 वर्ष) एवं दादी त्रिवेणी वर्मा (80 वर्ष) को लकड़ी की बट्टे से सिर पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दिया. इसके बाद वह फरार हो गया था.14 अप्रैल बुधवार की सुबह पुलिस को घटना की सूचना मिली. इस सूचना के बाद मगरलोड टीआई प्रणाली वैद्य, करेली बड़ी चौकी प्रभारी संतोष साहू, एएसआई मोहन निषाद दलबल के साथ घटना स्थल में पहुंचे. पंचनामा पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक की पत्नी रेखा वर्मा के रिपोर्ट पर पुत्र महेश वर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 हत्या का मामला तलाश की जा रही थी
  • लॉकडाउन के दौरान इन इलाकों में खुलेंगी सब्जी की दुकानें… जिला प्रशासन ने जारी किया निर्देश
    अंबिकापुर। जिले के सब्जी उत्पादक किसान अब अपने उत्पाद का परिवहन व विक्रय कंटेन्मेंट क्षेत्र के बाहर कर सकेंगे। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने जिले में लागू लॉकडाउन अवधि में सब्जी उत्पादक किसानों को राहत देते हुए उनके उत्पादों को कंटेन्मेंट क्षेत्र के बाहर परिवहन एवं विक्रय की अनुमति हेतु आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि सब्जी परिवहन के दौरान वाहन में चालक समेत केवल दो व्यक्ति ही रहेंगे तथा उन्हें कोविड गाईड़लाईन का पालन करना होगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए जिले को 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक सम्पूर्ण कंटेन्मेंट जोन घोषित कर दिया गया है जिससे मंडी बंद होने से जिले के सब्जी उत्पादक किसान अपने उत्पाद का परिवहन व विक्रय नहीं कर पा रहे हैं। खेतों में तैयार विभिन्न सब्जियों की परिवहन नहीं होने से सब्जी उत्पादक किसानों को भारी नुकसान की आशंका थी। परिवहन की अनुमति मिलने से अब किसान जिन जिलों या प्रान्तों में कंटेन्मेंट जोन नही है वहां सीधे अपने खेत से सब्जी का परिवहन कर सकेंगे।
  • शर्मनाक: कोरोना से मरने के बाद एम्बुलेंस भी नहीं हुई नसीब, कचरा वाहन ले जाया गया शव
    राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आई है. डोंगरगांव ब्लॉक में बुधवार को दो सगी बहनों समेत 4 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. मरने के बाद इनके शवों को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हुआ. शवों को नगर पंचायत के कचरा फेंकने वाले वाहन से ले जाया गया. इन तस्वीरों ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. वहीं एक साथ 4 मौतों से पूरा डोंगरगांव सहमा हुआ है. राजनांदगांव जिला मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर डोंगरगांव कोविड केयर सेंटर में 13 अप्रैल को दो सगी बहनों समेत तीन लोगों को भर्ती कराया गया था. तीनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. आज 14 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी के चलते तीनों की कोरोना से मौत हो गई. एक दिन में 4 मौत से सहमा गांव इसके अलावा डोंगरगांव के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी एक व्यक्ति की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हो गई. ये व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव था. इस तरह एक ही दिन में गांव में चार मौतों से पूरा डोंगरगांव ब्लॉक में कोहराम मचा हुआ है. इसकी सूचना जैसी ही गांव में फैली, लोगों में दहशत का माहौल है. कचरा वाहन में शव इन सब के बाद जो शर्मनाक तस्वीरें सामने आई है. उसने सभी को झकझोर कर रख दिया है. कोरोना से मौत के बाद शवों को नगर पंचायत के कचरा फेंकने वाले वाहन से मुक्तिधाम ले जाया गया. उन्हें एम्बुलेंस तक नहीं मिला. बीएमओ होम आइसोलेशन पर डोंगरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बीएमओ ने अपने आप को घर पर होम आइसोलेट कर लिया. इस तरह उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है. जबकि बीएमओ की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. कोरोना मरीजों का ऑक्सीजन लेवल था कम पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मिथलेश चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है कि कोरोना मरीजों का ऑक्सीजन लेवल बेहद कम था. आज कोरोना से दो सगी बहनों सहित 3 लोगों की मौत कोविड केयर सेंटर में हुई है. उन्होंने चौथी मौत की जानकारी नहीं होने की बात कहीं. इन पर फोड़ा कचरा वाहन का ठिकरा वहीं सीएमएचओ ने कचरा वाहन से शव ले जाने के मामले में अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया. उन्होंने सीएमओ और नगर पंचायत पर फोड़ा ठिकरा दिया. सीएमएचओ ने कहा कि शव ले जाने की व्यवस्था सीएमओ और नगर पंचायत की है. वो ही अंतिम संस्कार के लिए शवों को मुक्तिधाम ले जाते हैं.
  • छत्तीसगढ़ में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार: 14 हजार से अधिक नए केस, कई जिलों के आंकड़े चौंकाने वाले
    रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस बेलगाम हो चुका है. कोरोना के आंकड़ों को देखकर लोग डरने लगे हैं. क्योंकि किसी को नहीं पता है कि वो कब संक्रमित हो जाएंगे. प्रदेश में कोरोना की रफ्तार तबाही मचा रही है. ये रफ्तार ऐसे ही चलती रही, स्थिति भयावह हो जाएगी. छत्तीसगढ़ में बुधवार को कोरोना के 14 हजार 250 मरीजों की पहचान हुई है, जबकि 73 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. छत्तीसगढ़ में कोरोना से राहत भरी खबर ये है कि 2 हजार 529 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. अब तक प्रदेश में 3 लाख 62 हजार 301 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. मौत का आंकड़ा 5 हजार 307 पहुंच गया है. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 18 हजार 636 है. जबकि आज 46 हजार 528 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है. इन जिलों में नहीं थम रही रफ्तार रायपुर जिले में रफ्तार के बीच अकेले 3960 कोरोना मरीज सामने आए है. दुर्ग में 1647, राजनांदगांव में 1254, बिलासपुर में 923, कोरबा में 741, बेमेतरा में 391, कवर्धा में 265, धमतरी में 382, बालौदाबाजार में 686, महासमुंद में 300, गरियाबंद में 333, रायगढ़ में 444, जांजगीर में 448, मुंगेली में 333, जशपुर में 461 और सरगुजा में 214 कोरोना मरीज मिले हैं. कई जिलों में कोरोना से मौत रायपुर में कोरोना वायरस से बुधवार को 33 लोगों की मौत हुई है. दुर्ग में 11, धमतरी में 9, राजनांदगांव में 6, बिलासपुर में 5, बलौदाबाजार में 2 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. देखें जिलेवार आंकड़े-
  • निजी हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं पर रहेगी नोडल अधिकारियों की पूरी नजर, अपने अकाउंट ऑफिसर के साथ रोज बिलिंग भी देखेंगे अधिकारी
    प्राइवेट हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं पर रहेगी नोडल अधिकारियों की पूरी नजर, अपने अकाउंट ऑफिसर के साथ रोज बिलिंग भी देखेंगे - कलेक्टर ने कहा कि मरीजों के परिजनों को काउंसिलिंग के माध्यम से मिलती रहे जानकारी, हर तरह के फीडबैक का अस्पताल प्रबंधन से समन्वय कर समाधान सुनिश्चित करें दुर्ग 14 अप्रैल 2021/कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए लगाए नोडल अधिकारियों की मीटिंग ली। मीटिंग में उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी परिजनों की दिक्कतों को दूर करने की भरसक कोशिश करें, उनके फोन से जिस तरह से फीडबैक आते हैं उससे निजी अस्पतालों को अवगत कराएं ताकि व्यवस्था में निरंतर सुधार होता रहे। इसके साथ ही बिलिंग पर भी नोडल ऑफिसर की नजर रहे, शासन ने जो दरें निर्धारित की है निजी अस्पताल उसी तरह की दर से मरीजों से शुल्क वसूल करें यह सुनिश्चित करें। इसके लिए वह नियमित रूप से अपने अकाउंटेंट्स के साथ बिलिंग पर नजर रखें। नियमित रूप से इन हॉस्पिटल का निरीक्षण करें और व्यवस्था के संदर्भ में निर्देश दें। अस्पतालों के प्रबंधकों से सीधी बातचीत करें। मरीज के परिजन अपने मरीज के स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं अस्पतालों में परिजनों की कॉउंसिलिंग की नियमित व्यवस्था होती रहे। साथ ही यदि नोडल अधिकारी से परिजन मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानना चाहते हो तो उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों की नियमित काउंसलिंग करें, उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की जानकारी दें, साथ ही किसी तरह का एडवांस इलाज किया जाना है तो इसकी जानकारी भी प्रदान करें। कलेक्टर ने कहा कि अभी दुर्ग जिला कोविड के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। इस दौर में यह आवश्यक है कि नोडल अधिकारी 24 घंटे अपने कार्य की मॉनिटरिंग करें। उन्हें रात में दिन में हर समय मरीजों के फोन आ सकते हैं उनके फीडबैक मिल सकते हैं, उनके फीडबैक के अनुसार हॉस्पिटल प्रबंधन से समन्वय करना आवश्यक है। यदि निजी अस्पताल प्रबंधकों द्वारा समन्वय में किसी तरह से दिक्कत आ रही है तो इस संबंध में भी अवगत कराया जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जा सके। उन्होंने कहा कि रिफर की स्थिति में अथवा अस्पताल में जगह न होने की स्थिति में नोडल अधिकारी अन्य नोडल अधिकारियों से संपर्क में रहें ताकि यदि किसी अन्य अस्पताल में बेड की उपलब्धता हो तो परिजन को इससे अवगत कराया जा सके।
  •  दुर्लभ प्रजाति का 17 फिट लंबा किंग कोबरा मिला...रेस्क्यू कर सुरक्षित छोड़ा गया जंगल में
    कोरबा। कोरबा वन मंडल के बताती जंगल से लगे गांव में 17 फिट का किंग कोबरा पकड़ में आया, साउथ एशिया में मिलने वाला दुर्लभ प्रजाति का यह किंग कोबरा बताती के गांव में घर के बरामदे में रखे बांस के नीचे बैठा हुआ था, जिसको देखकर घर पर मौजूद लोग भाग खड़े हुए। ग्रामीणों की सूचना पर स्नेक रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर इस विशालकाय सांप को पकड़ा और वन विभाग की टीम की मौजूदगी में सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया। इतने बड़े सांप को देखकर हैरान थे गांव वाले उर्जाधानी कोरबा अब नागलोक भी बनता जा रहा है, यहाँ हर वर्ष बड़ी संख्या में जहरीले सांप और बड़े.बड़े अजगर पकड़ में आते हैं। मगर पहली बार यहां विशालकाय किंग कोबरा पकड़ में आया, जिसे देखकर सब लोग हैरान थे। यहां एक मकान के बरामदे में रखे बांस के ढेर के नीचे किसी बड़े सांप के छिपे होने की सूचना पर स्नेक रेस्क्यू की टीम जितेंद्र सारथी के नेतृत्व में वन कर्मियों के साथ पहुंची। आक्रामक होता है किंग कोबरा मौके पर पहुंचने पर देखा गया कि गाँव वाले बड़ी संख्या में खड़े हुए हैं, तब यहाँ से तुरंत भीड़ को हटाया गया, क्योंकि किंग कोबरा बहुत ही फुर्तीला और गुस्सैल होता हैं। रेस्क्यू के दौरान कोई अप्रिय स्थिति निर्मित न हों इसके लिए सभी को यहां से हटाया गया, जिसके बाद जितेंद्र सारथी ने अपने टीम के सदस्यों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया, बांस के नीचे बैठे विशालकाय किंग कोबरा को काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया। सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया किंग कोबरा कोरबा डीएफओ प्रियंका पाण्डेय ने बताया कि किंग कोबरा के मिलने की सूचना पर वह स्वयं रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंची, जहां सांप को रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ा गया। उन्होंने बताया कि बताया कि यह किंग कोबरा की विशेष प्रजाति है जो वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन की श्रेणी में आता है, जिसे बड़े ही सावधानी से रेस्क्यू कर पकड़ा और छोड़ा जाता है। बताती का घना जंगल अनुकूल है किंग कोबरा के लिए इससे पहले भी बताती क्षेत्र में किंग कोबरा पाया गया था मगर, इस बार एक विशालकाय किंग कोबरा पाया गया है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस क्षेत्र का जंगल उनके अनुकूल है। यह प्रजाति ज्यादातर साउथ एशिया में पाई जाती है। सर्प मित्र दल के द्वारा बड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर उसे पकड़ा गया और उसे सुरक्षित जंगल में रिलीफ किया गया। इस मौके पर डीएफओ प्रियंका पाण्डेय ने पूरी टीम और वन विभाग के कर्मचारियों को बधाई दी।
  • बाइक सवार को रोककर बदमाशों ने लूट की घटना को दिया अंजाम, अभी पैसे की मांग करते चाकू से उतारा मौत के घाट
    जांजगीर-चाम्पा। जिले के सक्ती थाना इलाके में बदमाशों ने एक बाइक सवार को रोक कर लूटपाट की। बदमाशों को जब युवक के पर्स में केवल 500 रुपये ही मिले। बदमाश युवक से और रुपयों की मांग करने लगे। युवक के पास पैसे नहीं होने पर बदमाशों ने युवक की उसके भाई के सामने ही चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मामले में पुलिस तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक नगरदा क्षेत्र के सेंदरी गांव का 32 वर्षीय युवक खिलेश्वर जायसवाल किसी कार्य से खरसिया गया था। रात करीब 11 बजे बाइक से अपने घर लौट रहा था। खिलेश्वर डड़ई गांव के पास पहुंचा ही था कि बाइक में पेट्रोल खत्म हो गया। इसके बाद खिलेश्वर ने अपने भाई को फोन करके बुलाया। भाई के आने के बाद एक बाइक से दूसरी बाइक में पेट्रोल डाल रहे थे, तभी बाइक सवार तीन युवक मौके पर पहुंचे और रुपये की मांग की। बदमाशों ने खिलेश्वर के पर्स से 500 रुपये लूट लिए। इसके बाद और रकम की मांग की। पैसे नहीं होने की बात कहने पर बदमाशों ने चाकू से खिलेश्वर जायसवाल पर हमला कर दिया। चाकू के हमले से युवक बुरी तरह से घायल हो गया। युवक के भाई ने डायल 112 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से खिलेश्वर को सक्ती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
  • 10 बेड और बढ़ेंगे जिला अस्पताल में, औचक निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर - 10 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे अस्पताल को

    जिला अस्पताल में 10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था आज ही की जाएगी।  साथ ही बढ़ते मरीजों को देखते हुए जितनी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मानव संसाधन की जरूरत है। जिला अस्पताल को सभी मुहैया कराए जाएंगे। यह बात कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में कही । कोरोना के रोकथाम व संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे कोरोना संक्रमण के रोकथाम की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं । जिले में कोरोना के उपचार के लिए तय किये गये शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहें है। संचालकों से वस्तुस्थिति की जानकारी व फीडबैक लेकर स्थिति पर नजर रख रहे है। कलेक्टर स्वयं अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था देख  रहे हैं। आज उन्होंने जिला अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने यहाँ भर्ती मरीजों के उपचार के साथ-साथ यहां उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर एवं व्यवस्था की भी समीक्षा की। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए  आज ही 10 आक्सीजन बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। साथ ही 10 आक्सीजन कंसेंट्रेटर की व्यवस्था भी करने कहा है।
    उन्होंने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एवं निगरानी हेतु नियुक्त प्रभारी अधिकारी से कहा है कि लगातार मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखकर फीडबैक लेते रहें जिससे अन्य सुविधा और संसाधनों की व्यवस्था समय पर किया जाकर हालात को नियंत्रित किया जा सके। कलेक्टर ने यहाँ साफ सफाई की स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।

  • औचक निरीक्षण पर चंदूलाल चन्द्राकर कोविड हॉस्पिटल पहुँचे कलेक्टर, सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से  अस्पताल की व्यवस्था की मॉनिटरिंग

    लेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे नियमित रूप से लगातार कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर रहे हैं। वे आज फिर कचांदुर स्थित चन्दूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल हॉस्पिटल के आकस्मिक निरीक्षण में पहुँचे। यहां उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों एवं नोडल अधिकारी से विस्तृत जानकरी ली। कलेक्टर यहाँ पर कंट्रोल रूम पहुंचे, यहां से अधिकारी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के माध्यम से पूरे अस्पताल में सुविधाओं की मॉनिटरिंग करते हैं। कलेक्टर ने क्रिटिकल मरीजों वाले सेक्शन एवं अन्य सेक्शन भी देखे । उल्लेखनीय है कि कलेक्टर अस्पताल की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में निर्देश दे रहे हैं। इससे यहां लगातार सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने पूर्व निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों के पालन और उस पर हुए अमल की जानकारी ली। इस दौरान निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में कोविड मरीजों की बेहतरी के लिए जिस भी सुविधा की आवश्यकता हो, उसकी अविलम्ब पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उन्होंने मरीजों के परिजनों की कॉउंसलिंग की व्यवस्था भी पुख्ता बनाने के निर्देश दिए।
    कलेक्टर ने उपचार करा रहे मरीजों एवं रिक्त बेड की जानकारी ली। नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी कुछ बेड खाली हैं। भर्ती मरीजों की स्थिति के आधार पर अलग अलग वार्डो में उपचार किया जा रहा है। क्रिटिकल मरीजों का आपात सेवा वार्ड में निगरानी के साथ उपचार किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि यहां बेड रिक्त रहने की दशा में किसी भी मरीज को वापस न किया जाए। जो भी मरीज यहां आये उनका समुचित उपचार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह कहा कि आपात स्थिति में अगर किसी मरीज को रिफर करने की स्थिति बनती है तो उन्हें एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराये। साथ ही मृत्यु हो जाने की दशा में जिनके पास वाहन की व्यवस्था न हो, उन्हें अस्पताल में उपलब्ध शव वाहन से शव पहुंचाने की व्यवस्था करें।
    कलेक्टर ने कहा कि संयम और पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए इस कठिन समय से निपटा जा सकता है।  मरीज व परिजन के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार बनाये रखें। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कहा कि अतरिक्त सिलेंडर रखें । इसके अलावा 10 आक्सीजन कंसेंट्रेटर भी रखने कहा है जिससे मरीज को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सतत रूप से निगरानी रखने से हालात  को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
    कलेक्टर ने यहां ड्यूटी कर रहे स्टाफ की भी जानकारी ली। बताया कि स्टॉफ नर्स, एएनएम सहित निगरानी के लिए अतिरिक्त चिकित्सक की ड्यूटी शिफ्टवार लगाई जा रही है। आवश्यकता अनुसार अमले में बढ़ोतरी की जाएगी।

  • कलेक्टर ने कहा कि मरीजों के परिजनों को काउंसिलिंग के माध्यम से मिलती रहे जानकारी, हर तरह के फीडबैक का अस्पताल प्रबंधन से समन्वय कर समाधान सुनिश्चित करें

    कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए लगाए नोडल अधिकारियों की मीटिंग ली।  मीटिंग में उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी परिजनों की दिक्कतों को दूर करने की भरसक कोशिश करें, उनके फोन से जिस तरह से फीडबैक आते हैं उससे निजी अस्पतालों को अवगत कराएं ताकि व्यवस्था में निरंतर सुधार होता रहे। इसके साथ ही बिलिंग पर भी नोडल ऑफिसर की नजर रहे, शासन ने जो दरें निर्धारित की है निजी अस्पताल उसी तरह की दर से मरीजों से शुल्क वसूल करें यह सुनिश्चित करें। इसके लिए वह नियमित रूप से अपने अकाउंटेंट्स के साथ बिलिंग पर नजर रखें। नियमित रूप से इन हॉस्पिटल का निरीक्षण करें और व्यवस्था के संदर्भ में निर्देश दें। अस्पतालों के प्रबंधकों से सीधी बातचीत करें। मरीज के परिजन अपने मरीज के स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं अस्पतालों में परिजनों की कॉउंसिलिंग की नियमित व्यवस्था होती रहे। साथ ही यदि नोडल अधिकारी से परिजन मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानना चाहते हो तो उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों की नियमित काउंसलिंग करें, उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की जानकारी दें, साथ ही किसी तरह का एडवांस इलाज किया जाना है तो इसकी जानकारी भी प्रदान करें। कलेक्टर ने कहा कि अभी दुर्ग जिला कोविड के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। इस दौर में यह आवश्यक है कि नोडल अधिकारी 24 घंटे अपने कार्य की मॉनिटरिंग करें। उन्हें रात में दिन में हर समय मरीजों के फोन आ सकते हैं उनके फीडबैक मिल सकते हैं, उनके फीडबैक के अनुसार हॉस्पिटल प्रबंधन से समन्वय करना आवश्यक है। यदि निजी अस्पताल प्रबंधकों द्वारा समन्वय में किसी तरह से दिक्कत आ रही है तो इस संबंध में भी अवगत कराया जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जा सके। उन्होंने कहा कि रिफर की स्थिति में अथवा अस्पताल में जगह न होने की स्थिति में नोडल अधिकारी अन्य नोडल अधिकारियों से संपर्क में रहें ताकि यदि किसी अन्य अस्पताल में बेड की उपलब्धता हो तो परिजन को इससे अवगत कराया जा सके।

  • छत्तीसगढ़: 500 रुपए के लिए हत्या, चालान का डर दिखाकर बाइक सवार युवक को रोका, फिर रुपए छीनकर मारा चाकू ; छोटा भाई मदद की लगाता रहा गुहार
    जांजगीर। जिले में मंगलवार देर रात 500 रुपए के लिए बदमाशों ने एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी। युवक बाइक से अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान बदमाशों ने मास्क नहीं पहनने पर चालान का डर दिखाकर उन्हें रोका और रुपए छीन लिए। इस बीच युवक का छोटा भाई पहुंचा और आसपास के घरों में मदद के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। बाद में रोने की आवाज सुनकर सरपंच पति बाहर निकले और पुलिस को सूचना दी। मामला सक्ती थाना क्षेत्र का है। चाकू लगने के बाद लहूलुहान हालत में पड़ा खिलेश जायसवाल। बदमाशों ने 500 रुपए के लिए उसे चाकू मार दिया। - Dainik Bhaskar चाकू लगने के बाद लहूलुहान हालत में पड़ा खिलेश जायसवाल। बदमाशों ने 500 रुपए के लिए उसे चाकू मार दिया जानकारी के मुताबिक, नगरदा क्षेत्र के सेंदरी गांव निवासी खिलेश जायसवाल (32) ई-मित्र कियोस्क का संचालन करता था। वह किसी काम से मंगलवार को खरसिया गया था। वहां से रात करीब 11 बजे बाइक से घर लौट रहा थाा। अभी वह डड़ई गांव के पास पहुंचा था कि बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। इस पर उसने अपने छोटे भाई राजेश को कॉल कर बुलाया। इससे पहले कि राजेश मौके पर पहुंचता, एक बाइक पर सवार तीन बदमाश वहां आ गए। लॉकडाउन में चालान करने की धमकी दी, फिर पर्स छीनकर निकाल लिए रुपए बाइक सवार बदमाश खिलेश को मास्क नहीं पहने होने पर चालान करने की धमकी देने लगे। इसी बीच राजेश भी पहुंच गया। इसके बाद बदमाशों ने लॉकडाउन में दोनों भाइयों के बाहर घूमने को लेकर धमकी देना शुरू कर दिया। आरोप है कि बदमाशों ने खिलेश से उसका पर्स छीन लिया।उसमें रखे 500 रुपए निकाल लिए। इसके बाद और रुपयों की मांग करने लगे। और रुपए नहीं मिलने पर बदमाशों ने खिलेश को चाकू मार दिया और भाग निकले।
  • देर रात जिला सहकारी बैंक के चौकीदार ने लगाई फाँसी… जांच में जुटी पुलिस…
    बिलासपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। जिला सहकारी बैंक की लोहर्सी शाखा में पदस्थ चौकीदार ने सोमवार रात बैंक में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि चौकीदार पैर दर्द से परेशान था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पचपेड़ी थाना क्षेत्र के लोहर्सी निवासी शांतनु साहू पिता कार्तिक राम(40 वर्ष) जिला सहकारी बैंक में चौकीदार थे। सोमवार की शाम वे बैंक ड्यूटी के लिए गए थे। सुबह छह बजे बैंक में काम करने वाली महिला कर्मी रमशीला साहू साफ-सफाई के लिए आई। बैंक के अदंर शांतनु का शव पंखे के हुक से फांसी के फंदे पर झूल रहा था। महिला ने इसकी जानकारी बैंक के मैनेजर दीपक तिवारी को दी।