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  •  अरुण साव हो सकते हैं छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री!

    सांसद एवं विधायक अरुण साव हो सकते हैं अगले मुख्यमंत्री!

    अरुण साव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद भी माने जाते हैं |

    सांसद एवं विधायक अरुण साव हो सकते हैं अगले मुख्यमंत्री! अरुण साव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद भी माने जाते हैं | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर शायद यह जिम्मेदारी सौंपी थी कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार वापस लाने हर संभव प्रयास करें | प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद सांसद अरुण साव लगातार पूरे प्रदेश में दौरा करते रहे, संगठन को एकजुट करने में उन्होंने न दिन देखा ना रात | संगठन के लोगों से चर्चा कर हर के कारणों की समीक्षा की, कर्मियों को ढूंढ कर उन्हें दूर करने का रास्ता खोजा, कार्यकर्ताओं में जोश भरा, पदाधिकारी को जिम्मेदारियां सौंपी, समय-समय पर फीडबैक लेकर प्रदेश प्रभारियों को दिया| प्रदेश प्रभारियों के निर्देशों के अनुसार प्रदेश के कार्यकर्ताओं और जनता से संवाद किया उनके विचारों को जाना और केंद्रीय नेतृत्व से सलाह मशवरा कर योजनाओं की जानकारी घर घर तक पहुंचाकर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनो को साकार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई| सांसद एवं छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की मेहनत रंग लाई और सबके प्रयासों से प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ में भाजपा का परचम लहरा कर तोहफे के रूप में देकर बता दिया कि आज भी मोदी की गारंटी पर सबको भरोसा है | छत्तीसगढ में भाजपा की यह जीत अब तक की सबसे बड़ी जीत है | सांसद एवं छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को उनकी मेहनत का फल मुख्यमंत्री के रूप में मिल सकता है | हम बता दें कि अरूण साव बाल्यकाल से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, 1990 से 1995 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्र राजनीति में सक्रिय रहे, उन्होंने नगर अध्यक्ष, विभाग प्रमुख, संभाग प्रमुख प्रदेश सहमंत्री, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य जैसे अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। इसके अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश पदाधिकारी, राष्ट्रीय कार्यसमिति में होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में बूथ स्तर के कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनैतिक जीवन का आरंभ कर कार्यकर्ताओ के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया । भारतीय जनता युवा मोर्चा में मण्डल अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष तत्पश्चात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य बनाए गए तथा भाजपा प्रदेश कोर ग्रुप के सदस्य एवं प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य नियुक्त हुए गए | 9 अगस्त 2022 को अरुण साव को भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सत्रहवीं लोकसभा में बिलासपुर लोकसभा सीट से पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया, 1,41,000 के रिकॉर्ड मतों से अपने प्रतिद्वंदी को हरा कर भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरकर भरोसा कायम रखा | अरुण साव साहू समाज से आते हैं समाज के विभिन्न पदों पर रहकर कार्य कर चुके हैं। पेशा वर्ष 1996 में सिविल न्यायालय मुंगेली में वकालत प्रारंभ किये तत्पश्चात बिलासपुर में उच्च न्यायालय स्थापित होने के बाद छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में वकालत प्रारंभ किये। एक कुशल अधिवक्ता के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाते हुए छतीसगढ़ उच्च न्यायालय मे उप शासकीय अधिवक्ता, शासकीय अधिवक्ता तथा उप महाधिवक्ता भी रहे हैं। इन्ही सब कारणों से अरुण साव छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं |सुख | डा. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल एवं आदिवासी चेहरे के तौर पर केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, विष्णुदेव साय - रामविचार नेताम पर भी PM नरेंद्र मोदी मुहर लगा सकते हैं|

  • *छत्तीसगढ़ को कांग्रेस के ग्रहण से मुक्त करने वाली जनता को नमन- साव*
    *छत्तीसगढ़ को कांग्रेस के ग्रहण से मुक्त करने वाली जनता को नमन- साव* रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने भाजपा की ऐतिहासिक जीत को छत्तीसगढ़ के गांव गरीब किसान मजदूर और युवाओं की जीत निरूपित करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने आज कांग्रेस रूपी अभिशाप से छत्तीसगढ़ को मुक्त करते हुए विकास का मार्ग चुन लिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा सरकार के शपथ समारोह का न्यौता देने आए थे। छत्तीसगढ़ की जनता के हम आभारी हैं कि मोदी जी का न्यौता आपने स्वीकार किया। मोदी जी की गारंटी पर विश्वास किया। जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ कुशासन, अन्याय, अत्याचार, आतंक और भ्रष्टाचार से मुक्त हुआ है। राज्य में कांग्रेस के आतंक राज पर भाजपा के जीवट कार्यकर्ता के संघर्ष की जीत जनता के आशीर्वाद का प्रतिफल है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति छत्तीसगढ़ की जनता का विश्वास, देश के गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति, हमारे प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, चुनाव सह प्रभारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, संगठन के सह प्रभारी नितिन नबीन का कुशल निर्देशन, सभी वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन और हमारे प्रत्येक कार्यकर्ता का जुझारूपन इस शानदार जीत के मुख्य कारक हैं। हमारे कार्यकर्ता बिना डरे, बिना थमे क्रूर दमनकारी पंजे से छत्तीसगढ़ को मुक्त कराने डटे रहे। आखिरकार सत्य की जीत हुई। अब भाजपा की सरकार बनते ही मोदी जी की गारंटी पूरी करने का श्रीगणेश होगा। छत्तीसगढ़ विकास की तेज गति से आगे बढ़ेगा। भाजपा छत्तीसगढ़ निर्माता अटलजी के सिद्धांतों के अनुरूप राज्य को सुशासन देगी। जनता द्वारा दिए गए आशीर्वाद के प्रति नमन करते हुए भाजपा वचनबद्ध है कि हम जन आकांक्षा और अपेक्षा की कसौटी पर खरे उतरेंगे। छत्तीसगढ़ महतारी का मान अब अपने शिखर पर होगा।
  • छत्तीसगढ़ में 6 प्रत्याशियों की जीत की हुई घोषणा
    छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 6 प्रत्याशियों की जीत की घोषणा चुनाव आयोग ने की है | चुनाव आयोग द्वारा घोषित जीते हुए प्रत्याशियों में राम विचार नेताम : रामानुजगंज विष्णु देव साय : कुनकुरी अमर अग्रवाल : बिलासपुर सुशांत शुक्ला : बेलतरा पुरंदर मिश्रा रायपुर उत्तर किरण देव जगदलपुर
  • छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अब अप्रत्याशित उलट फेर : तमाम एग्जिट पोल हुए फेल
    अभी तक के रुझानों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी 55 सीटों पर आगे है और कांग्रेस 30 पर आगे है अब देखने वाली बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी का 2018 में 65 प्लस का नारा 2023 के विधानसभा चुनाव में सही नजर होता आ रहा है | छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में बड़ा उलट फेर नजर आ रहा है तमाम एग्जिट पोल फेल नजर आ रहे हैं | 2018 के एग्जिट पॉल के समय भी छत्तीसगढ़ में एग्जिट पोल के विरुद्ध कांग्रेस की सरकार सत्ता में कायम हुई थी इस बार इस परंपरा को कायम रखते हुए एग्जिट पोलों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ में फिर से सत्ता परिवर्तन हुआ है और भारतीय जनता पार्टी की वापसी सत्ता में हो रही है | 2023 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जीत की और अग्रसर है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आगे पीछे होते नजर आ रहे हैं पाटन विधानसभा से भूपेश बघेल जीते हैं या विजय बघेल यह तो फाइनल फैसले के बाद ही पता लगेगा | रायपुर दक्षिण से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल अपनी सात बार की जीत के बाद आठवीं जीत की और बढ़ रहे हैं उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को काफी पीछे छोड़ दिया है | रायपुर शहर की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लगातार जीत की ओर अग्रसर हैं | रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल रायपुर पश्चिम से राजेश मूणत रायपुर उत्तर से पुरंदर मिश्रा और रायपुर ग्रामीण से मोतीलाल साहू अपने कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों से आगे चल रहे हैं | कांग्रेस के मंत्री शिवकुमार डेहरिया कवासी लखमा अपने भाजपा के प्रत्याशियों से पीछे चल रहे हैं |
  • छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोल 2018 में क्या था ? और क्या आया था रिजल्ट ?
    2018 में छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोल क्या था और क्या आया रिजल्ट ? छत्तीसगढ़ में 2018 के एग्जिट पोल और रिजल्ट का विश्लेषण *छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोल 2018* 2018 में अधिकतर एग्जिट पोल सर्वे ने रमन सिंह की अगुवाई में फिर से भाजपा सरकार बनने का अनुमान जताया था। टाइम्स नाउ- सीएनएक्स ने भाजपा को 46 सीटें, कांग्रेस को 35 सीटें, बसपा को 7 सीटें और अन्य को 2 सीटें दी थीं। न्यूज 24- पेस मीडिया के अनुमान में भाजपा के खाते में 38 सीटें, कांग्रेस को 48 सीटें, बसपा और जनता कांग्रेस को 4 सीटें और अन्य को 2 सीटें मिलनी थीं। एबीपी- सीएसडीएस ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को 39 सीटें, कांग्रेस को 46 सीटें और अन्य को 05 सीटें दी थीं। आजतक- एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक, नतीजों में कांग्रेस को 55-65 सीटें, भाजपा को 21-31 सीटें और अन्य को 4-8 सीटें मिलनी थीं। जन की बात एजेंसी ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को 44 सीटें, कांग्रेस को 40 सीटें और अन्य को 6 सीटें दी थीं। न्यूज नेशन के अनुसार भाजपा को राज्य में 38-42 सीटें, कांग्रेस को 40-44 सीटें, जेसीसी को +4-8 सीटें और अन्य को 0-4 मिलनी थीं। *टाइम्स नाउ- सीएनएक्स* भाजपा 46 सीटें कांग्रेस 35 सीटें बसपा 7 सीटें अन्य 2 सीटें *न्यूज 24- पेस मीडिया* भाजपा 38 सीटें कांग्रेस 48 सीटें बसपा और जनता कांग्रेस 4सीटें अन्य 2 सीेटें *एबीपी- सीएसडीएस* भाजपा 39 सीटें कांग्रेस 46 सीटें अन्य 5 सीटें *आजतक- एक्सिस माय इंडिया* कांग्रेस 55-65 सीटें भाजपा 21-31 सीटें अन्य 4-8 सीटें *जन की बात एजेंसी* भाजपा 44 सीटें कांग्रेस 40 सीटें अन्य 6 सीटें *न्यूज नेशन* भाजपा 38-42 सीटें कांग्रेस 40-44 सीटें जेसीसी +4-8 सीटें अन्य 0-4 सीटें *जब चुनाव नतीजे आए तो 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 68 और भाजपा को 15 सीटें मिलीं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पांच सीटें जीते थीं और दो सीटें बसपा के खाते में गई थीं।*
  • 52 यात्री रेल गाड़ियां 02 दिसम्बर,2023 से 14 दिसम्बर तक होंगी प्रभावित
    *राजनांदगांव-कन्हान तीसरी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत नागपुर रेल मंडल के कन्हान स्टेशन में नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य किया जाएगा, इसके फलस्वरूप कुछ गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा* रायपुर – 30 नवंबर 2023 दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में राजनांदगांव एवं कन्हान रेलवे स्टेशनों के मध्य तीसरी रेल लाइन का कार्य किया जा रहा है ।इस कार्य के अंतर्गत कन्हान स्टेशन में दिनांक 02 दिसम्बर,2023 से 14 दिसम्बर, 2023 तक नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य किया जाएगा । इस कार्य के फलस्वरुप कुछ गाड़ियों को रद्द एवं कुछ को गंतव्य से पहले समाप्त एवं रवाना किया जाएगा, जिसकी जानकारी इस प्रकार है :- *रदद होने वाली गाडियां* - 01. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08711 डोंगरगढ-गोंदिया मेमू रद्द रहेगी । 02. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08713 गोंदिया-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी मेमू रद्द रहेगी । 03. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08716 नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-गोंदिया मेमू रद्द रहेगी । 04. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08712 गोंदिया-डोंगरगढ मेमू रद्द रहेगी । 05. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08756 नेता जी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-रामटेक मेमू रद्द रहेगी । 06. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08751 रामटेक-नेता जी सुभाष चंद्र बोस इतवारी मेमू रद्द रहेगी । 07. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08754 नेता जी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-रामटेक मेमू रद्द रहेगी । 08. दिनांक 04 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08755 रामटेक-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी मेमू रद्द रहेगी । 09. दिनांक 05 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08281 नेता जी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-तिरोड़ी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 10. दिनांक 05 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08284 तिरोड़ी-तुमसर पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 11. दिनांक 06 से 15 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08283 तुमसर-तिरोड़ी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 12. दिनांक 06 से 15 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08282 तिरोड़ी-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 13. दिनांक 04 से 13 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08267 रायपुर-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 14. दिनांक 05 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 08268 नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-रायपुर पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी । 15. दिनांक 04 से 12 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 18109 टाटा नगर-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 16. दिनांक 06 से 14 दिसम्बर, 2023 तक गाड़ी संख्या 18110 नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-टाटा नगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 17. दिनांक 08 दिसम्बर,2023 को गाड़ी संख्या 12870 हावड़ा-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 18. दिनांक 10 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12869 छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 19. दिनांक 04, 05, 11,एवं 12 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 20843 बिलासपुर-भगत की कोठी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 20. दिनांक 07,09,14 एवं 16 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 20844 भगत की कोठी- बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 21. दिनांक 07 एवं 09 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 20844 बिलासपुर-बीकानेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 22. दिनांक 10 एवं 12 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 20846 बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 23. दिनांक 10 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 22905 ओखा-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 24. दिनांक 12 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 22906 शालीमार-ओखा एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 25. दिनांक 10 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12145 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-पुरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 26. दिनांक 12 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12146 पुरी-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 27. दिनांक 08 एवं 09 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12812 हटिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 28. दिनांक 10 एवं 11 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12811 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-हटिया एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 29. दिनांक 10 दिसम्बर,, 2023 को गाड़ी संख्या 22620 तिरुनेलवेली-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 30. दिनांक 12 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 22619 बिलासपुर- तिरुनेलवेली एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 31. दिनांक 09 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 20822 सांतरागाछी-पुणे एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 32. दिनांक 11 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 20821 पुणे-सांतरागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 33. दिनांक 04 एवं 11 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12767 नांदेड़-सांतरागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 34. दिनांक 06 एवं 13 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12768 सांतरागाछी-नांदेड़ एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 35. दिनांक 06 एवं 09 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 13425 माल्दा टाउन-सूरत एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 36. दिनांक 04 एवं 11 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 13425 सूरत-माल्दा टाउन एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 37. दिनांक 06, 08, एवं 11 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12771 सिकंदराबाद-रायपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 38. दिनांक 07, 09, एवं 12 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12772 रायपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 39. दिनांक 10 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 22847 विशाखापट्टनम-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 40. दिनांक 12 दिसंबर, 2023, 2023 को गाड़ी संख्या 22848 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 41. दिनांक 08 दिसंबर, 2023 2023 को गाड़ी संख्या 12993 गांधीधाम-पुरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 42. दिनांक 11 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12993 पुरी-गांधीधाम एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 43. दिनांक 04, 07, एवं 11 दिसंबर,, 2023 को गाड़ी संख्या 20823 पुरी-अजमेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 44. दिनांक 07, 12, एवं 14 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 20824 अजमेर-पुरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 45. दिनांक 07, 09, 11 एवं 13 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 11754 रीवां-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 46. दिनांक 07, 09, 12 एवं 14 दिसंबर,, 2023 को गाड़ी संख्या 11753 नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी-रीवां एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 47. दिनांक 08, 09, 11 एवं 12 दिसंबर,, 2023 को गाड़ी संख्या 12101 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी । 48. दिनांक 10, 11, 13 एवं 14 दिसंबर, 2023 को गाड़ी संख्या 12101 शालीमार-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस रद्द रहेगी । *गंतव्य से पहले समाप्त की जाने वाली गाड़ियां* 1. दिनांक 05 से 13 दिसंबर, 2022 तक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से छूटने वाली गाड़ी संख्या 12105 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-गोंदिया एक्सप्रेस नागपुर में समाप्त होगी । 2. दिनांक 06 से 14 दिसंबर 2022 तक गोंदिया से छूटने वाली गाड़ी संख्या 12106 गोंदिया-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस एक्सप्रेस नागपुर से गंतव्य के लिए रवाना होगी । 3. दिनांक 04 से 12 दिसंबर 2022 तक कोपरगाँव से छूटने वाली गाड़ी संख्या 11039 कोपरगाँव-गोंदिया एक्सप्रेस नागपुर में समाप्त होगी । 4. दिनांक 06 से 14 दिसंबर 2022 तक गोंदिया से छूटने वाली गाड़ी संख्या 11040 गोंदिया-कोपरगाँव एक्सप्रेस नागपुर से गंतव्य को रवाना होगी । *पुनर्निर्धारित (विलंब से रवाना होने वाली) गाड़ियां* 1. दिनांक 06 एवं 09 दिसंबर को गाड़ी संख्या 18240 नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी -कोरबा शिवनाथएक्सप्रेस नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी स्टेशन से 2 घंटे मिनट विलंब से रवाना होगी । 2. दिनांक 08 एवं 09 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 12808 हजरत निजामुद्दीन विशाखापट्टनम समता एक्सप्रेस निजामुद्दीन से एक घंटा 30 मिनट विलंब से रवाना होगी । 3. दिनांक 09 दिसम्बर, 2023 को गाड़ी संख्या 22893 साईं नगर शिरडी -हावड़ा एक्सप्रेस साईं नगर शिरडी से 30 मिनट विलंब से विलंब से रवाना होगी । रेल प्रशासन यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है तथा सहयोग की आशा करता है ।
  • T20 क्रिकेट मैच पर संशय की तलवार : मैच रोके जाने राज्यपाल को ज्ञापन

    T 20 क्रिकेट मैच रोके जाने से संबंधित एक ज्ञापन आरटीआई एक्टिविस्ट कुणाल चोपड़ा ने राज्यपाल को दिया है| आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने अपने ज्ञापन में मांग की है की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की देखरेख का 3 करोड़ 18 लाख रुपया बकाया है जो कि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ जो की एक निजी संस्था है द्वारा भुगतान नहीं किया गया है मांग की है कि 1 दिसंबर को होने वाले T20 क्रिकेट मैच को रोका जाए या फिर 3 करोड़ 18 लाख का भुगतान करवाया जाए |

    कुणाल शुक्ला ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ पर आरोप लगाया है कि वह टिकटों की बात कालाबाजारी कर रहे हैं अन्य प्रदेशों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ में आयोजित T20 क्रिकेट मैच की टिकटोक का दाम 4 गुना ज्यादा रखा गया है जो कि छत्तीसगढ़ के खेल प्रेमियों के साथ अन्याय है | अब देखने वाली बात यह है कि राजभवन से कल होने वाले T20 क्रिकेट मैच को रोकने का आदेश जारी किया जाता है या फिर 3 करोड़ 18 लख रुपए का भुगतान करवाया जाता है साथ ही टिकटों के दाम में कमी करवाई जाती है या नहीं ? प्रति, महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ रायपुर, जिला रायपुर छत्तीसगढ़ विषय: 1 दिसंबर 2023 को आयोजित होने वाले क्रिकेट टी 20 को अनुमति नहीं दिए जाने बाबत संदर्भ: 3 करोड़ 18 लाख का बकाया बिजली बिल, तथा मैच की टिकिट ब्लैक में बेचे जाने के संदर्भ में। महोदय, यह कि दिनांक 1 दिसंबर को शहीद वीर नारायण क्रिकेट स्टेडियम में भारत ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाना है। स्टेडियम का बिजली बिल 3 करोड़ 18 लाख रु का बकाया है। यह की छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ को स्टेडियम के रखरखाव का जिम्मा सौंपा जा चुका है जो कि एक निजी संस्था है। यह कि बरर्सी से स्टेडियम का बिजली बिल 3 करोड़ 18 लाख रु बकाया है जिसकी वसूली क्रिकेट संघ से करने के उपरांत ही मैच आयोजित किये जाने की अनुमति प्रदान की जाय। यह कि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ द्वारा मैच की टिकिटों को ब्लैक में बेच कर गैरकानूनी रूप से मुनाफा कमाया जा रहा है। निवेदन है मेरे इस आवेदन पर तत्काल उचित कार्यवाही की जाय। आवेदक 30/11/23 पता कुणाल शुक्ला सी 20 शैलेंद्र नगर रायपुर 9926555050 9827151166

  • रायपुर सेंट्रल जेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल बचाओ मिशन की उड़ा रहा धज्जियां
    *रायपुर सेंट्रल जेल का फोन बंद पानी का नल अनवरत चालू* *प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल बचाओ मिशन की उड़ रही धज्जियां* छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सेंट्रल जेल का लैंडलाइन फोन पिछले कई महीनो से बंद है और हालत यह है की जेल डीआईजी एसएस तिग्गा जो रायपुर जेल के अधीक्षक भी हैं अपना फोन उठाते नहीं और लैंडलाइन चालू करवाते नहीं | लैंडलाइन फोन नंबर 0771288 6027 चालू नहीं करवाने के पीछे क्या कारण है यह तो वरिष्ठ अधिकारी और जेल अधीक्षक जाने| जेल की हर गतिविधियों, हर समस्या, हर अच्छाई और बुराई, जेल के कैदियों का खान-पान, रहन-सहन, जेल में कैदियों के आने-जाने पर नजर रखने की जिम्मेदारी जेल अधीक्षक की होती है, अब ऐसे में अगर सबसे महत्वपूर्ण चीज जिससे आम लोगों का, पत्रकारों का, जेल से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करने का जो साधन होता है वह टेलीफोन अगर बंद रहे, वह भी कई कई महीनो और उसे चालू करवाने की फिक्र संबंधित जिम्मेदार अधिकारी ना करें तो फिर सवाल उठना तो लाजमी है | वहीं जेल के बाहर प्रांगण में लगे पानी के नल से लगातार - अनवरत पानी बह रहा है जो कि जल की बर्बादी है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने मन की बात में कई बार जल बचाओ अभियान के बारे में लोगों से अपील कर चुके हैं और ऐसे में रायपुर सेंट्रल जेल के अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील की धज्जियां उड़ा रहे हैं | कैदियों से मुलाकात करने आने वाले उनके परिजन परिवार महिला बच्चे पुरुष पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं बाहर लगा वाटर कूलर बंद है और वॉश बेसिन की जो हालात है उसकी हालत देखकर आप स्वयं अंदाजा लगा ले कि जेल प्रशासन लोगों को स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध कराने में कितना ध्यान दे रहा है | यहां यह उल्लेख करना भी अति आवश्यक है की सूचना के अधिकार से संबंधित कोई जानकारी हासिल करना हो तो जेल के चक्कर लगाते लगाते आदमी थक जाएगा, जेल का फोन चालू नहीं, पत्र व्यवहार के लिए बार बार बुलाया जाता है और गेट पर घंटों इंतजार कराया जाता है | जन सूचना अधिकारी मैडम मधु सिंह गेट पर आती नहीं और अपने सिपाहियों से कहकर इतना लंबा इंतजार करवाती हैं कि आदमी थक हार कर वापस चला जाता है | और जन सूचना अधिकारी मधु सिंह यही चाहती हैं कि लोगों को सूचना के अधिकार के तहत जानकारी न दी जाए | CG 24 News की विशेष रिपोर्ट
  • श्री गुरु नानक देव जी की जयंती  27 नवंबर को : प्रकाश पर्व धूमधाम से मनायेगा सिक्ख समाज

    कार्तिक पूर्णिमा को श्री गुरु नानक देव जी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व सिख समुदाय के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इस दिन सिख समुदाय की स्थापना करने वाला गुरु नानक देव का जन्म हुआ था.गुरु नानक देव सिख समुदाय के पहले गुरु थे.

    ऐसे में हर साल श्री गुरु नानक देव जी की जयंती पर गुरुद्वारे में अखंड पाठ, नगर कीर्तन आदि जैसे अनुष्ठान होते हैं. भक्त उनकी बताई गई बातों पर अमल करने का प्रण लेते हैं. जानें श्री गुरु नानक जयंती  की डेट, इतिहास और खास बातें.

    श्री गुरु नानक देव जी की जयंती 2023 

    श्री गुर नानक देव का जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. इस साल 554वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर 2023 को दोपहर 03.53 से शुरू होगी और अगले दिन 27 नवंबर 2023 दोपहर 02.45 तक रहेगी.

    श्री गुरु नानक जी का इतिहास (Guru Nanak Ji History)

    श्री गुरु नानक देव जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनका जन्म लाहौर से 64 किलोमीटर दूर आज के पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तलवंडी में हुआ था. गुरु नानक देव जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था. सिख धर्म के पहले गुरु होने के साथ-साथ उन्हें एक महान दार्शनिक, समाज सुधारक, धर्म सुधारक, सच्चा देशभक्त और योगी के रूप में आज भी याद किया जाता है. ईश्वर के प्रति श्री गुरु नानक देव जी का समर्पण काफी ज्यादा था, लोगों को उनके बचपन में ही कई तरह के चमत्कार देखने को मिले हैं. माना जाता है कि कि ईश्वर ने नानक को कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया था.

    श्री गुरु नानक देव जी ने भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी उपदेश दिए हैं. उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो उनकी शादी 16 साल की उम्र में सुलक्खनी से शादी हुई. उनके दो बेटे श्रीचंद और लखमीदास हुए. गुरु पर्व का त्योहार उनके जीवन, उपलब्धियों और विरासत का सम्मान करता है.

    श्री गुरु नानक देव जी की 3 बड़ी सीख

    1. नाम जपना की असली पूजा - गुरु नानक देव जी के अनुसार जप से चित्त एकाग्र हो जाता है और आध्यात्मिक-मानसिक शक्ति मिलती है. मनुष्य का तेज बढ़ जाता है. ‘सोचै सोचि न होवई, जो सोची लखवार। चुपै चुपि न होवई, जे लाई रहालिवतार।’ यानी ईश्वर के प्रति आस्था सिर्फ सोचने से नहीं होती, इसलिए नाम जपे. अच्छी संगत में या एकांत में भी ईश्वर का नाम लेना असली पूजा कहलाती है.

    2. किरत करो - ईमानदारी से मेहनत कर जीवन यापन करना. गुरु नानक जी न कहा था कि मेहनत के अर्जित किया धन अमीर की गुलामी से कई गुना बेहतर है.

    3. वंड छको- शाब्दिक रूप से इसका अर्थ है अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान में या दूसरे की भलाई के लिए खर्च करना. सिख इसी आधार पर आय का दसवां हिस्सा साझा करते हैं, जिसे दसवंध कहते हैं. इसी से लंगर चलता है

     

     

  • गुरु नानक जयंती पर नगर कीर्तन 24 नवंबर को
    सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर 24 नवंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी स्टेशन रोड द्वारा किया जा रहा है | पांच प्यारों की अगवाई में यह विशाल नगर कीर्तन शोभायात्रा स्टेशन रोड गुरुद्वारा से तेलघानी नाका, आमापरा, राजकुमार कालेज, आमानका होते हुवे टाटीबंध गुरुद्वारा पहुंचेगी | श्री गुरु नानक देव जी की जयंती से पूर्व नगर कीर्तन शोभा यात्रा निकालने की परंपरा वर्षो पुरानी है | नगर कीर्तन शोभायात्रा के लिए समाज द्वारा सभी तैयारियां पुरी की जा चुकी है शोभायात्रा के पूरे मार्ग में स्वागत द्वार एवं तोरण लगाए जा रहे हैं | सिख समाज की स्त्री, पुरुष, बच्चे एवं गुरु नानक नाम लेवा संगत पूरे रास्ते शबद कीर्तन करते जायेंगे | सभी वर्गों, सभी धर्म के लोगों के साथ-साथ व्यापारियों द्वारा नगर कीर्तन का जगह जगह स्वागत किया जाएगा तथा प्रसाद वितरित किया जाएगा |
  • गुरु नानक जयंती कब ? जानें डेट, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है.

    कार्तिक पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है, इसे प्रकाश पर्व या गुरु पूरब के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व सिख समुदाय के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इस दिन सिख समुदाय की स्थापना करने वाला गुरु नानक देव का जन्म हुआ था.गुरु नानक देव सिख समुदाय के पहले गुरु थे.

    ऐसे में हर साल गुरु नानक जयंती पर गुरुद्वारे में अखंड पाठ, नगर कीर्तन आदि जैसे अनुष्ठान होते हैं. भक्त उनकी बताई गई बातों पर अमल करने का प्रण लेते हैं. जानें गुरु नानक जयंती  की डेट, इतिहास और खास बातें.

    गुरु नानक जयंती 2023 डेट (Guru Nanak Jayanti 2023 Date)

    इस साल गुरु नानक जयंती 27 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी. गुर नानक देव का जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था. इस साल 554वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर 2023 को दोपहर 03.53 से शुरू होगी और अगले दिन 27 नवंबर 2023 दोपहर 02.45 तक रहेगी.

    गुरु नानक जी का इतिहास (Guru Nanak Ji History)

    गुरु नानक जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनका जन्म लाहौर से 64 किलोमीटर दूर आज के पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तलवंडी में हुआ था. गुरु नानक जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था. सिख धर्म के पहले गुरु होने के साथ-साथ उन्हें एक महान दार्शनिक, समाज सुधारक, धर्म सुधारक, सच्चा देशभक्त और योगी के रूप में आज भी याद किया जाता है. ईश्वर के प्रति गुरु नानक का समर्पण काफी ज्यादा था, लोगों को उनके बचपन में ही कई तरह के चमत्कार देखने को मिले हैं. माना जाता है कि कि ईश्वर ने नानक को कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया था.

     

    गुरु नानक देव जी ने भारत के अलावा अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी उपदेश दिए हैं. उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो उनकी शादी 16 साल की उम्र में सुलक्खनी से शादी हुई. उनके दो बेटे श्रीचंद और लखमीदास हुए. गुरु पर्व का त्योहार उनके जीवन, उपलब्धियों और विरासत का सम्मान करता है.

    गुरु नानक जी की 3 बड़ी सीख (Guru Nanak Ji Lessons)

    नाम जपना की असली पूजा - गुरु नानक जी के अनुसार जप से चित्त एकाग्र हो जाता है और आध्यात्मिक-मानसिक शक्ति मिलती है. मनुष्य का तेज बढ़ जाता है. ‘सोचै सोचि न होवई, जो सोची लखवार। चुपै चुपि न होवई, जे लाई रहालिवतार।’ यानी ईश्वर के प्रति आस्था सिर्फ सोचने से नहीं होती, इसलिए नाम जपे. अच्छी संगत में या एकांत में भी ईश्वर का नाम लेना असली पूजा कहलाती है.

    किरत करो - ईमानदारी से मेहनत कर जीवन यापन करना. गुरु नानक जी न कहा था कि मेहनत के अर्जित किया धन अमीर की गुलामी से कई गुना बेहतर है.

    वंड छको- शाब्दिक रूप से इसका अर्थ है अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान में या दूसरे की भलाई के लिए खर्च करना. सिख इसी आधार पर आय का दसवां हिस्सा साझा करते हैं, जिसे दसवंध कहते हैं. इसी से लंगर चलता है.

  •  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब तो झीरम के सबूत जेब से निकालें - अरुण साव*
    *अब तो झीरम के सबूत जेब से निकालें- अरुण साव* रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने झीरम घाटी मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हुए कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब तो झीरम मामले में राजनीति छोड़कर अपनी जेब से वे सबूत निकालकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को सौंप दें, जिन्हें वे मुख्यमंत्री रहते हुए पूरे कार्यकाल में अपनी जेब में छिपाए रहे। एक मुख्यमंत्री को इतना सामान्य ज्ञान तो होना ही चाहिए कि किसी अपराध के साक्ष्य छुपाना गंभीर अपराध होता है। भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रहते हुए यह अपराध किया है। प्राकृतिक न्याय की अपेक्षा यही हो सकती है कि झीरम के सबूत छिपाने का अपराध करने वाले को भी जांच और पूछताछ के दायरे में होना चाहिए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए भूपेश बघेल ने स्वयं यह कबूल किया है कि झीरम के सबूत उनके कुर्ते की जेब में हैं। तब 5 साल मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने यह सबूत जांच एजेंसी के सुपुर्द क्यों नहीं किए? भाजपा आरंभ से स्पष्ट तौर पर यह मत प्रकट करती रही है कि झीरम मामले में कांग्रेस का चरित्र संदिग्ध है। कांग्रेस झीरम पर राजनीति कर रही है। भूपेश बघेल को जनता को यह भी बताना चाहिए कि झीरम हमले के चश्मदीद उनके कैबिनेट मंत्री ने क्यों इस मामले में न तो न्यायिक जांच आयोग के सम्मुख गवाही दी और न ही जांच एजेंसी को कोई सहयोग दिया। आखिर कांग्रेस और उसकी सरकार ने झीरम का सच सामने क्यों नहीं आने दिया, इसका जवाब छत्तीसगढ़ की जनता मांग रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि झीरम कांड के तथ्यों के मामले में कांग्रेस की रहस्यमयी चुप्पी और राजनीतिक बयानबाजी में तत्परता इसका प्रमाण है कि कांग्रेस ही इस मामले में संदिग्ध है। कांग्रेस ने झीरम मामले का राजनीतिकरण किया। सरकार चलाते हुए 5 साल तक साक्ष्य छुपाए और अंत में झीरम के दो शहीदों की विधवाओं को विधायक रहते हुए टिकट से वंचित किया। कांग्रेस कभी झीरम के शहीदों के परिवार को न्याय नहीं मिलने देना चाहती।