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  • जींस – टी शर्ट पहनकर सरकारी कार्यालयों में आने पर रोक...यहां कलेक्टर ने जारी किया फरमान

    दमोह :- मध्यप्रदेश के दमोह से अनोखी खबर सामने आ रही है, यहां कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने सरकारी कार्यालयों में कार्यरत सभी अधिकारी कर्मचारियों को फॉर्मल ड्रेस पहनने का आदेश जारी किया है। उन्होंने जींस टी शर्ट पहनकर कार्यालयों में आने पर रोक लगाई है। कलेक्टर के इस आदेश के बाद सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों में खलबली मची हुई है।

    दरअसल दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिले भर के सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले सभी अधिकारी कर्मचारी जींस टी शर्ट पहन कर नही आएंगे और जो आएगा उसे अनुशासन हीनता के दायरे में रखा जाएगा और प्रशासनिक कार्यवाही भी हो सकती है। कलेक्टर कोचर के मूताबिक सरकारी ऑफिस सरकार के ऑफिस हैं और यहां काम करने वाले लोग सरकार के प्रतिनिधि है लिहाजा उनका रहन सहन वस्त्र भी सादगी पूर्ण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के नियमो में भी इसका उल्लेख है। शालीनता के साथ शालीन कपडे आम लोगो मे प्रशासन कि छवि को और बेहतर बनाने में मदद करेगी। अब दमोह जिले के सरकारी कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारी फॉर्मल कपडे पेंट शर्ट पहनकर आयेगी और ये शर्ट पेंट भी भड़कीले रंगों वाले नही होंगे। इस आदेश के बाद जिले के हजारो सरकारी अधिकारी कर्मचारी प्रभावित होंगे वही जो लोग कपड़ो के शौकीन है खास तौर पर टिपटॉप रहते हुए जिन्हें जीन्स टी शर्ट पसंद है उनके लिए जरूर मुसीबत बढ़ गई है।

  • छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार जब काली मां की ऐतिहासिक मूर्ति बदली

    छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित काली माता की मंदिर बेहद प्राचीन और काफी प्रसिद्द है, छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार जब काली मां की ऐतिहासिक मूर्ति बदली 

    प्रतिमा का क्षरण होना प्रारंभ:

    संभवत यह प्रदेश में पहली बार है, यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि प्रतिमा का क्षरण होना प्रारंभ हो चुका है .शास्त्रों में खंडित प्रतिमा का पूजन वर्जित है. मूर्ति को लेकर मंदिर प्रबंधन के डॉ. डीके दुबे ने बताया की नवीन और प्राचीन प्रतिमा में कोई फर्क नहीं है. भक्त नवीन प्रतिमा को देखकर यह पहचान ही नहीं सकेंगे. साथ ही इस मूर्ति में उपयोग लाए गए पत्थर को ओडिशा के क्योंझर जिले के अंदरूनी जंगलों से लाया गया है. इस पत्थर की खासियत यह होती है कि यह दो हजार साल तक खराब नहीं होता. 

  • Aaj Ka Panchang: आज 2 मई 2024 का शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि और ग्रह

    पंचांग- 2 मई 2024

    विक्रम संवत - 2081, पिंगल
    शक सम्वत - 1946, क्रोधी
    पूर्णिमांत - बैशाख
    अमांत - चैत्र

    तिथि
    कृष्ण पक्ष नवमी- मई 02 04:01 AM- मई 03 01:53 AM
    कृष्ण पक्ष दशमी- मई 03 01:53 AM- मई 03 11:24 PM

    नक्षत्र
    धनिष्ठा - मई 02 03:11 AM- मई 03 01:49 AM
    शतभिषा - मई 03 01:49 AM- मई 04 12:06 AM

    योग
    शुक्ल - मई 01 08:01 PM- मई 02 05:19 PM
    ब्रह्म - मई 02 05:19 PM- मई 03 02:18 PM

    सूर्य और चंद्रमा का समय
    सूर्योदय - 5:56 AM
    सूर्यास्त - 6:51 PM
    चन्द्रोदय - मई 02 1:44 AM
    चन्द्रास्त - मई 02 1:00 PM

    अशुभ काल
    राहू - 2:00 PM- 3:37 PM
    यम गण्ड - 5:56 AM- 7:33 AM
    कुलिक - 9:10 AM- 10:47 AM
    दुर्मुहूर्त - 10:14 AM- 11:06 AM, 03:24 PM- 04:16 PM
    वर्ज्यम् - 06:57 AM- 08:27 AM

    शुभ काल
    अभिजीत मुहूर्त - 11:58 AM- 12:49 PM
    अमृत काल - 04:00 PM- 05:30 PM
    ब्रह्म मुहूर्त - 04:19 AM- 05:07 AM

     
  • Aaj Ka Rashifal 02 May 2024: मेष से मीन राशि तक, जानिए कैसा रहेगा सभी राशियों के लिए गुरुवार का दिन?

    Rashifal 02 May 2024: दैनिक राशिफल के इस भाग में हम बात करेंगे 02 मई 2024, गुरुवार के भविष्यफल की. राशिफल के अनुसार, आज का दिन सभी राशियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला है. आज के दिन कुछ राशियों को आर्थिक क्षेत्र में लाभ मिलेगा. वहीं कुछ राशि ऐसी है जिन्हें व्यापार क्षेत्र में सतर्क रहने की आवश्यकता है. आइए, पंडित जगन्नाथ गुरुजी से जानते हैं कि सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन?

    मेष 

    अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए आपको अपने तकनीकी ज्ञान को अपडेट रखना चाहिए. यदि आपको किसी विशिष्ट क्षेत्र में समझ की कमी है, तो आप ऑनलाइन पाठ्यक्रम या प्रशिक्षण में नामांकन कर सकते हैं. बेहतर प्रबंधन गुणवत्ता प्रदर्शित करना फायदेमंद होगा. किसी महत्वपूर्ण कार्य को करते समय लापरवाही न बरतें. तरल सामान खरीदने और बेचने वालों के लिए दिन उत्तम है.

    वृषभ

    विकर्षणों और कड़ी मेहनत से सुरक्षित दूरी बनाए रखने से सफलता मिलेगी. हर किसी पर आंख मूंदकर भरोसा करना हानिकारक होगा. सुनिश्चित करें कि कोई काम लंबित नहीं है, चाहे वह कार्यस्थल पर हो या घर पर. असाइनमेंट को समय पर और सर्वोत्तम संभव तरीके से पूरा करें. बहस करने से आप तनाव महसूस कर सकते हैं. व्यापारियों के लिए दिन अनुकूल है.

    मिथुन 

    आज के दिन तनाव मुक्त और अच्छी ऊर्जा से भरपूर रहें. भरोसेमंद लोगों से बड़ी उम्मीदें न रखें; अन्यथा, यदि वे किसी कारण से सहायता करने में असमर्थ हैं तो आप परेशान हो सकते हैं. ऑफिस में काम आपकी प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है, इसलिए उचित कार्य करें. यदि आपसे दूसरों के काम को पूरा करने का अनुरोध किया जाता है तो संकोच न करें.

    कर्क 

    आज समाज सेवा से जुड़े लोगों को सम्मानित किया जाएगा. अपने आप को व्यस्त रखें और अपने पूर्व परिचितों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें. बैंकिंग इंडस्ट्री के लोगों को फायदा होगा. उनका प्रमोशन भी हो सकता है. व्यवसायियों को महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय सावधानी बरतनी चाहिए जिसका प्रभाव उनके काम पर पड़ सकता है.

    सिंह 

    दिन मानसिक तनाव और थकान से भरा रहेगा. कामकाज में भी आप लगे रहेंगे. संभावना है दफ्तर में आपके प्रयासों की अनदेखी होगी. बैंकिंग या वित्त उद्योगों में लोग आगे बढ़ सकते हैं. रियल एस्टेट उद्यमी जो एक नई परियोजना शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सतर्क रहना चाहिए

    कन्या 

    आपके आस-पास के लोग अब आपको आहत करने वाली टिप्पणियां कर सकते हैं. ऐसे मामले में, आलोचना को रचनात्मक रूप से स्वीकार करें और बेहतर प्रदर्शन के साथ जवाब दें. सहकर्मी कार्यस्थल में संघर्ष को चिंगारी दे सकते हैं. संयमित आचरण समस्या को हल करने में मदद करेगा. वित्त क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे. खुदरा विक्रेताओं को लेनदेन को पारदर्शी रखना चाहिए.

    तुला 

    आज, आपकी उपलब्धियां न केवल आपकी प्रशंसा अर्जित करेंगी, बल्कि महत्वपूर्ण वित्तीय पुरस्कार भी अर्जित करेंगी. आपकी नौकरी में वांछित उन्नति करने का एक अच्छा मौका है. ऑफिस में समय पर कर्तव्यों का निर्वहन करते रहें. दूरसंचार का काम करने वाले लोगों को निराशा का सामना करना पड़ सकता है. अधिक वजन वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए. बड़े रिटेलर्स को ट्रांजैक्शन को पारदर्शी रखना चाहिए. युवाओं को जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए.

    वृश्चिक

    आपके सिर में उठने वाले विचार भ्रम पैदा कर सकते हैं; ऐसे मामलों में, आपको ध्यान करना चाहिए. सकारात्मक विचारों के साथ दिन की शुरुआत आप ऊर्जावान महसूस करते रहेंगे. भजन पढ़ने से आपको शांत महसूस करने में मदद मिलेगी. काम पर, आपको एक सहकर्मी का काम सौंपा जा सकता है. काम का बोझ तनाव का कारण बन सकता है. योजना में गलतियों के परिणामस्वरूप व्यापारियों को महत्वपूर्ण वित्तीय नुकसान हो सकता है.

    धनु 

    मानसिक पीड़ा से मुक्ति मिलेगी. आप कड़ी मेहनत के माध्यम से त्वरित और वांछित परिणाम प्राप्त कर सकते हैं. नौकरीपेशा कर्मचारियों को महत्वपूर्ण कार्य और कर्तव्य दिए जा सकते हैं. व्यापारियों को बड़े लेनदेन करने की संभावना रहेगी. युवाओं को अपने करियर के लिए अधिक समय देना चाहिए. छात्रों को सभी विषयों पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. पीठ या मांसपेशियों में दर्द से समस्या हो सकती है.

    मकर 

    विरोधियों के दुष्चक्र को दूर करने के लिए, आपको अपने निकटतम लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना होगा. एक अच्छा मूड परिवर्तन आपके लिए फायदेमंद होगा. कार्यस्थल पर अपने अधीनस्थों पर नजर रखें. लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आपको अधिक मेहनत करने की आवश्यकता हो सकती है. यदि आप किसी साथी के साथ व्यापार कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि अंध विश्वास जटिलताओं को जन्म दे सकता है.

    कुंभ

    आज आपका आत्मविश्वास आवश्यक परिणामों तक पहुंचने में आपकी सहायता करेगा. कड़ी मेहनत करना जारी रखें. वांछित पदोन्नति या स्थानांतरण प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण मौका है. आपको अपने काम को आसान बनाने के लिए नए आयाम खोजने की जरूरत है. आपके कौशल और प्रतिभा की समीक्षा करने के बाद, प्रबंधक आपको अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंप सकता है. व्यापार से जुड़े जातकों को कई महत्वपूर्ण यात्राएं करनी होंगी.

    मीन 

    आज आप भ्रमित और तनावग्रस्त महसूस कर सकते हैं. नाराज होने पर अपनों के साथ कड़वा होने से बचें. किसी कठिन परिस्थिति से निकलने में परिवार के सदस्यों का सहयोग काम आएगा. सरकारी काम अड़चनों के दूर होते ही बनेंगे. यहां तक कि मामूली उपेक्षा भी सरकारी व्यवसायों में उन लोगों के लिए विनाशकारी हो सकती है.

  • सावधान…! देश में तेजी से बढ़ रहा एक और खतरनाक वायरस, इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज

    नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ समय से लगातार मम्प्स वायरस (Mumps Virus) के मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) समेत आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल जैसे कई राज्यों में बीते कुछ महीनों से मम्प्स वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकारी डेटा के अनुसार, इस साल की मार्च 2024 तक मामलों की गणना 15,637 तक पहुंच गई है।

    मम्प्स एक वायरल बीमारी है, जो एक ऐसी वायरल इंफेक्शन है जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यह बीमारी बच्चों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है। इसके शुरुआती लक्षण बिल्कुल फ्लू की तरह होते हैं जैसे- मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, सलाइवरी ग्लैंड्स में दर्द। अगर किसी व्यक्ति को यह इंफेक्शन है और अगर उसने किसी भी व्यक्ति के सामने छींक दिया तो उसे भी यह बीमारी हो जाएगी।

    बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर रहा मम्प्स वायरस

    एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वायरस बच्चों को इसलिए ज्यादा प्रभावित कर रही है, क्योंकि बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है। इम्युनिटी कमजोर होने के कारण उन्हें कोई भी बीमारी जल्दी अपना शिकार बन लेती है।

    लक्षण दिखने पर करें ये काम

    • अगर बच्चे को काफी दिनों से बुखार आ रहा है तो बच्चे को डॉक्टर से जरूर दिखाएं।
      अगर बच्चे को हल्की बुखार है तो बच्चों की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
    • बच्चों ने खाना या छींकने या खांसने के बाद हाथ साफ किया है कि नहीं इस बात का ध्यान रखें।
    • बाथरूम इस्तेमाल करने के बाद हाथ जरूर साफ करवाएं।
    • खांसते और छींकते वक्त मुंह पर हाथ जरूर रखें।
    • बच्चों को टाइम-टाइम पर वैक्सीनेशन हुई है या नहीं इस बात का ध्यान रखें।

    MMR की वैक्सीन लगवाएं

    मीजल्स, मम्प्स और रूबेला के लिए एमएमआर की वैक्सीन जरूर लगवाएं। इस वैक्सीन से मम्प्स से बचा जा सकता है। बता दें कि एमएमआर (खसरा, कण्ठमाला और रूबेला) टीका नियमित रूप से बच्चों को दिया जाता है और मम्प्स से सुरक्षा प्रदान करता है। जिन वयस्कों को टीका नहीं लगाया गया है या जिन्हें मम्प्स नहीं हुई है, उन्हें टीका लगवाने पर विचार करना चाहिए।

  • सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा अवसर, NCERT में विभिन्न पदों पर निकली वैकेंसी, मिलेगी मोटी सैलरी

    Sarkari Naukri 2024: सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कई पदों के लिए वैकेंसी निकाली है। इसमें इच्छुक और योग्य उम्मीदवार NCERT की ऑफिशियल वेबसाइट ncert.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 मई तक है।

    NCERT की ओर से इस भर्ती अभियन के तहत कुल 30 रिक्तियों पर नियुक्तियां की जाएगी। इनमें एकेडमिक कंसल्टेंट के 3 पद, बाइलिंगुअल ट्रांसलेटर के 23 पद और जूनियर प्रोजेक्ट फेलो के 4 पदों पर भर्ती होगी।

    उम्मीदवारों की जरूरी योग्यता

    NCERT द्वारा निकाले गए वैकेंसी में एकेडमिक कंसल्टेंट पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से पीएचडी की योग्यता होनी चाहिए। वहीं, बाइलिंगुअल ट्रांसलेटर पदों के लिए मास्टर डिग्री होल्डर्स आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जूनियर प्रोजेक्ट फेलो के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास किसी भी मास्टर डिग्री होना आवश्यक है।

    उम्मीदवारों की आयु सीमा

    एनसीईआरटी की इस वैकेंसी के तहत एकेडमिक कंसल्टेंट और बाइलिंगुअल ट्रांसलेटर पदों पर आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स की अधिकतम आयु 45 साल और जूनियर प्रोजेक्ट फेलो के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 साल तय की गई है।

    कैसे होगा चयन

    इन पदों पर इंटरव्यू में परफॉर्मेंस के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।

    कितनी होगी सैलरी

    एकेडमिक कंसल्टेंट के पदों पर चयन होने पर उम्मीदवार को हर महीने 60, 000 रुपये सैलरी मिलेगी। वहीं, बाइलिंगुअल ट्रांसलेटर पर 30, 000 रुपये हर महीने सैलरी दी जाएगी। इसके अलावा जूनियर प्रोजेक्ट फेलो को पदो पर चयन होता है तो हर महीने 31,000 रुपये सैलरी मिलेगी।

  • इस फसल की खेती करने से होगी बंपर कमाई...हजारों में है 1 किलो की कीमत, आप भी कमा सकते हैं लाखों का मुनाफा

    आजकल हर कोई खूब पैसे कमाना चाहता है। कोई खेती, अच्छी नौकरी तो कोई खुद का कोई कर पैसे कमाता है। अगर आप भी पैसे कमाने की सोच रहे हैं तो हम आपको यहां एक तगड़ा बिजनेस आईडिया देने जा रहे हैं। अगर आप खिसी फसल की खेती कर लाखों कमाना चाहते हैं तो हींग की खेती आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।

    बता दें कि भारत में हींग की भारी मांग है, जिसके कारण इसकी खेती आपको तगड़ा मुनाफा दे सकती है। पहले भारत में हींग की खेती नहीं की जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे देश में किसान हींग की खेती करने लगे। सुनकर हैरानी होगी की, आज शुद्ध हींग की कीमत 30,000 रुपये प्रति किलो से लेकर 40,000 रुपये प्रति किलो तक है।

    किसी भी फसल की खेती के लिए उसके उपयुक्त तापमान के बारे में जानकारी होना जरूरी है। हींग की खेती पहाड़ी इलाकों में ज्यादातर की जाती है। इसकी खेती के लिए तापमान का विशेष ध्यान देना पड़ता है। इसके लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। यह खेती न तो बहुत ठंडे और न ही बहुत गर्म तापमान में की जा सकती है। बता दें कि इन पौधों को पेड़ बनने में करीब पांच साल का समय लग सकता है। आप इन पेड़ों और उनकी जड़ों से गोंद भी प्राप्त कर सकते हैं।

    1. हींग की खेती के लिए भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है।
    2. खेती के लिए खेतों की मिट्टी की अच्छे से जुताई करने की जरूरत होती है। जुताई के बाद बुआई की जाती है।
    3. बुआई के दौरान हींग के बीज लगभग 2-2 फीट की दूरी पर लगाए जाते हैं।
    4. इसके बाद जब पौधे निकल आएं तो उन्हें 5-5 फीट की दूरी पर लगाना होता है।
    5. हींग की फसल में पानी देने से पहले खेत की नमी जांच लें, क्योंकि इन पौधों को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है।
    6. पानी की अधिक मात्रा से पौधों को नुकसान हो सकता है।
  • हमारा न्याय पत्र बिना पढ़े ऐसे-ऐसे झूठ जो प्रधानमंत्री के मुँह से शोभा नहीं देते। पवन खेरा की पत्रकार वार्ता
    प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमेन कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पवन खेरा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि मैं रायपुर ट्रेन से आना चाहता था, मैंने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को बताया, उन्होंने कहा ट्रेन से आयेंगे तो चुनाव के बाद रायपुर पहुंचेंगे, आप मालगाड़ी में आयेंगे तो भले समय से पहुंच जाये। यह हाल है देश में ट्रेनों का। पूरे देश में यह चुनाव इस देश का वोटर लड़ा रहा है, जनता लड़ रही है, और उन्हें लगता है कि कांग्रेस पार्टी उनके जिंदगी से जुड़े हुए मुद्दे उठा रही है, नौकरियों के मुद्दे उठा रही है, किसानों के मुद्दे उठा रही है, आरक्षण का मुद्दा उठा रही है, संविधान का मुद्दा उठा रही है, महिला सुरक्षा का मुद्दा उठा रही है, आदिवासियों का मुद्दा उठा रही है। स्वास्थ्य की बात कर रही है, शिक्षा की बात कर रही है, पेपर लीक की बात कर रही है इन्हीं मुद्दों पर चुनाव में जाना चाहिए और इन्ही मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है।

    वे लोग किन-किन मुद्दों पर चुनाव में है? मंगलसूत्र, मछली, मीट, मुसलमान ये मुद्दे है उनके। 10 साल आप सरकार में रहे और आपके पास बोलने के लिये ये चार शब्द है। कहां है आपकी रिपोर्ट कार्ड? बताइए 10 साल में आपने क्या किया? बताइए दस साल में बेरोजगारी का पैंतालीस साल का रिकॉर्ड क्यों टूटा? बताइए दस साल में लघु और मध्यम उद्योग है वो तबाह क्यों हुए? बताइए आदिवासियों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? दलितों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? महिला सम्मान की ये केवल बातें करते हैं, हकीकत यह है कि हर एक घंटे में चार महिलाओं का बलात्कार जहाँ हो रहा प्रधानमंत्री इस तरह की हल्की बातें करते हुए घूमना क्या अच्छी बात है? हर एक घंटे में दो नौजवान इस देश में आत्महत्या करने मजबूर हैं वहाँ के प्रधानमंत्री मीट, मछली, मुसलमान, मंगलसूत्र ऐसी बाते करते है।

    मोदी राज में हर एक दिन में तीस किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कोई और प्रधानमंत्री होता तो प्रचार करने से पहले सोचता कि मैं आँखें कैसे मिलाऊंगा, अपने लोगों के सामने कैसे जाऊंगा? यह चुनाव महत्वपूर्ण इसलिए है कि जब आप दो सौ बहत्तर में सरकार बना सकते हो तो आप चार सौ क्यों मांग रहे हो नीयत क्या है आपका?

    मैं अभी रायपुर की दीवारों पे देख रहा था लिखा हुआ था चार सौ पार। चार सौ इन्हें इसलिए चाहिए क्योंकि चार सौ से कम होंगी तो संविधान नहीं बदल सकते, ये नियम है, ये कानून है ये रूल्स है। इनके मन में क्या है संविधान बदलने की जो इनकी मंशा है, ये इनके अपने नेताओं के मुँह से बार-बार सुनाई देती है। कभी वो अनंत हेगड़े होते हैं जो कर्नाटक में बोलते हैं, कभी ज्योति मिरधा होती है जो राजस्थान में बोलती है, कभी अरुण गोविल होते हैं जो मेरठ में बोलते हैं। और भी इनके तमाम प्रत्याशी उत्तर प्रदेश के कई बार सुन बोलते हैं कि साहब चार सौ दे दीजिए हम संविधान बदलेंगे, क्यों बदलना है संविधान? हमें याद है 2015 में मनमोहन वैद्य आरएसएस के बहुत बड़े नेता 2015 में बिहार में जाके बोले हम आरक्षण खत्म करने के पक्ष में। जनता ने जवाब दे दिया 2015 में जवाब। फिर पीछे पलटे। इनके अनेक नेता कह चुके हैं आरक्षण के खिलाफ। ज्यादा दूर क्यों जाते हैं रायपुर में अठारह महीने पहले यहाँ की कांग्रेस की राज्य सरकार ने आरक्षण संशोधन विधेयक पारित करा के राजभवन में फाइल भेजी कहाँ है वो फाइल मिट्टी खा रहे हैं।

    क्या कारण है कि भाजपा, आदिवासियों और दलितों के खिलाफ है, उनके आरक्षण के खिलाफ है और हम तो एक कदम और आगे जाते हैं। हम कह रहे हैं कि पचास प्रतिशत की जो सीमा है आरक्षण के ऊपर वो खत्म होनी चाहिए। जातिगत जनगणना होनी चाहिए और जो कथाकथित अगड़ी जातियां है, उनमें भी जो आर्थिक रूप से हैं उनको भी आरक्षण की पूरी सुविधा मिलनी चाहिए। ये हमारी गारंटी है, ये हमारा मेनिफेस्टो है, ये हमारा न्याय है और ये न्याय पत्र कैसे बना? ये न्याय पत्र आप लोगों की वजह से बना जब राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा पर चल रहे थे, 4 हजार किलोमीटर उसके बाद 6 हजार किलोमीटर की एक और यात्रा की। आप सबसे संवाद हुआ नौजवानों से संवाद हुआ, पत्रकारों से संवाद हुआ, आदिवासियों से, महिलाओं से, दलितों से, किसानों से, मध्यम वर्ग से, वहाँ से ये न्यायपत्र बना। लोगों के मन की बात सुनी और ये न्यायपत्र बना। इसलिए ये न्याय पत्र कांग्रेस का नहीं है ये न्यायपत्र आप सब का है। इसीलिए आज मजबूरी में नरेंद्र मोदी अपने मेनिफेस्टो के बारे में बात करना बंद कर चुके हैं, हमारे मेनिफेस्टो की सुबह से शाम तक बात करते हैं और बिना पढ़े बात करते है। उनके पास एंटायर पॉलिटिकल साइंस की डिग्री है बताते है।

    हमारा न्याय पत्र बिना पढ़े ऐसे-ऐसे झूठ जो प्रधानमंत्री के मुँह से शोभा नहीं देते। देश के राजा को झूठ नहीं बोलना। चुनाव हो, नहीं हो, चुनाव आते रहते है, जाते रहते हैं लेकिन इतिहास में दर्ज हो जाता है कि देश के राजा ने झूठ बोला वो अच्छी बात नहीं होती। देश के राजा को धोखा भी नहीं देना चाहिए। लेकिन दस साल में देश की जनता से जो धोखा हुआ। कोई एक वर्ग नहीं मैंने आपको तीनों बताए नौजवानों की आत्महत्या, महिलाओं से बलात्कार और किसानों की आत्महत्या ये बताते हैं कि धोखा कितना गंभीर हुआ कितना व्यवसायियों की आत्महत्या कोई छोटी बात नहीं है, व्यवसायी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए हैं। आपकी नीतियों में खोट है, आपकी नियत में खोट है, आप सरकार चलाने के काबिल नहीं हो, आप सिर्फ प्रचार करने के काबिल हो, अब बेटी बचाओ में जितना फंड्स है, कितने प्रतिशत प्रचार में लगाए है, आप लोग आर.टी.आई. करके निकालिएगा आनंद आएगा। फंड का इस्तेमाल प्रचार में करना और जिनके लिए वो फंड है उस मद में उसका इस्तेमाल नहीं करना इसमें तो इनकी महारत है पीएचडी है। दस करोड़ की कोई योजना है, तीन करोड़ उसपे खर्च करते हैं सात करोड़ प्रचार पर खर्च करते हैं, उससे पहले आपने क्या कभी सुना है। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि अगला चुनाव भी हो, अगर आप चाहते हैं की ऐसी प्रेस वार्ता हो जहाँ हम लोग यहाँ बैठे, जेल में ना हो और आप लोग खुलकर सवाल पूछ सके हम सरकार में हो या न हो, तो इस बार बदलाव आवश्यक है, क्योंकि इस बार अगर बदलाव नहीं हुआ तो हम लोग इस काबिल नहीं रहेंगे कि लोकतंत्र को बचा सके। ना आप पत्रकारिता को बचा पाएंगे, ना हम विपक्ष की हैसियत से भी कुछ कर पाएंगे, ना हम सरकार में। स्थिति बहुत गंभीर है। बहुत बार कोशिश की जा रही है, सुबह से शाम तक की कैसे असल मुद्दों से भटकाया जाए। मुद्दे देश के सामने स्पष्ट है हम भारतीय जनता पार्टी को बार-बार इन मुद्दों पर ला रहे हैं और उन्हें मजबूरी से इन्हीं मुद्दों पर चर्चा करनी पड़ रही है।
  • कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए सालों तक नक्सलवाद और आतंकवाद का पालन-पोषण किया

    केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री  अमित शाह ने आज बुधवार को छत्तीसगढ़ के कोरबा में जनसभा को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल पर नक्सलवाद के पोषण का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा शासन में हुए विकास कार्यों का उल्लेख किया। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री  लखन लाल देवांगन, कैबिनेट मंत्री श्री श्याम बिहारी जयसवाल, कोरबा लोकसभा प्रत्याशी डॉ. सरोज पांडे सहित अन्य नेतागण उपस्थित रहे।

    श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रभु श्री राम का ननिहाल है। कांग्रेस पार्टी ने 70 वर्षों से प्रभु श्री राम मंदिर के मुद्दे को लटकाकर रखा था लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता ने 11 में से 9 सीटें देकर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया और 5 वर्षों के भीतर ही फैसला भी आया, भूमिपूजन भी हुआ और भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा भी सम्पन्न हो गई। 500 वर्षों के बाद राम लला के कपाल पर सूर्य तिलक देखने का सौभाग्य भी लोगों को प्राप्त हुआ है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया था लेकिन अल्पसंख्यकों के वोट बैंक के डर से कांग्रेस का एक भी नेता राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं पहुंचा। कांग्रेस के लिए सिर्फ वोट बैंक ही महत्वपूर्ण है।

    केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार नक्सलवाद को बढ़ावा देती रही लेकिन विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा शासन के 4 महीने में ही 85 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया और 350 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने झारखंड, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से नक्सलवाद को 5 वर्षों में समाप्त किया है। भूपेश बघेल की सरकार के कारण छत्तीसगढ़ छूट गया था लेकिन प्रदेश की जनता श्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बना दे तो 2 वर्षों में नक्सलवाद को छत्तीसगढ़ से भी उखाड़ फेंका जाएगा। देश के सुरक्षा बलों ने पराक्रम दिखाया और 29 नक्सलवादी मारे गए लेकिन भूपेश कक्का निर्लज्जता से कह रहे हैं कि फेक एन्काउनर है। नक्सलियों ने स्वीकार कर लिया है कि उनका बहुत नुकसान हुआ है लेकिन कांग्रेस मानने को तैयार नहीं है। चुनाव जीतने के लिए इस देश में नक्सलवाद और आतंकवाद का पोषण कांग्रेस पार्टी ने वर्षों तक किया लेकिन अब छत्तीसगढ़ की जनता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि राज्य में भाजपा सरकार है और केंद्र में भाजपा सरकार बनने जा रही है तो नक्सलवाद तो समाप्त होकर ही रहेगा।

    श्री शाह ने कहा कि दो चरणों के चुनावों में ही आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सेंचुरी मार के आगे निकल गए हैं। तीसरा चरण 400 पार की दिशा में आगे बढ़ने का है। सभी क्षेत्रों के लोग कहते हैं हमारे सांसद को बड़ा बनाइये लेकिन कोरबा की जनता की सेवा के लिए बड़ी नेत्री को ही भेज दिया है अब जनता को उन्हें जिताकर संसद भेजना है। कोरबा की जनता डॉ. सरोज जी को विजयी बना दे, कोरबा के गांव-गांव की चिंता स्वयं आदरणीय प्रधानमंत्री जी करेंगे। श्री नरेन्द्र मोदी के पास 10 वर्षों का ट्रैक रिकार्ड भी है और 25 वर्षों का एजेंडा भी है। छतीसगढ़ अधिकतर पिछड़े, दलित और आदिवासी भाई-बहनों का क्षेत्र है और प्रधानमंत्री जी ने 2014 में कहा था कि भाजपा सरकार गरीबों, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के लिए प्रतिबद्ध होगी। बीते दस वर्षों में भाजपा सरकार ने अनेक कार्य किए हैं। गरीबों को घर दिए हैं, घर में नल से जल, गैस सिलेंडर, 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा, हर व्यक्ति को 5 किलो प्रतिमाह चावल भेजे और शौचालय बना कर दिए हैं। कोरोना महामारी के समय देश की जनता को कोरोना का नि:शुल्क टीका लगाकर सुरक्षित करने का कार्य किया गया। राहुल गांधी उस समय भी कहते थे कि मोदी टीका मत लगवाना लेकिन एक दिन वो भी स्वयं जाकर टीका लगवा आए। कांग्रेस कोरोना जैसी महामारी में भी राजनीति कर रही थी। 

    केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने का अर्थ है कि देश को नक्सलवाद और आतंकवाद से मुक्त कराना, गरीब के कल्याण की चिंता करना, देश को विकसित बनाना, जनजातियों के सम्मान की चिंता करना। कोरबा आज लापता सांसद के नाम से जाना जाता है लेकिन जनता एक बार सरोज जी को चुन कर देखे, सारी समस्याओं का समाधान आपके गांव आकर करेंगी। भारतीय जनता पार्टी ने आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोगों का कश्मीर से क्या लेना देना लेकिन खड़गे साहब को नहीं पता कि छत्तीसगढ़ का बच्चा-बच्चा कश्मीर के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार है। कांग्रेस पार्टी 70 वर्षों से धारा 370 को एक अनौरस बच्चे की तरह गोद में खिलाती रही लेकिन भाजपा शासन में धारा 370 समाप्त करके कश्मीर को सदैव के लिए देश से जोड़ दिया। राहुल गांधी ने कहा था कि धारा 370 हटाई गई तो कश्मीर में खून की नदियां बह जाएंगी लेकिन खून की नदियां छोड़िए, कंकड़ चलाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस देश से आतंकवाद को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया है।

    श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का एक ही सूत्र है कि झूठ बोलो, जोर से बोलो, सार्वजनिक रूप से बोलो और बार-बार बोलो। मेरा एक फेक वीडियो बनाकर कांग्रेस के लोगों ने प्रसारित कर दिया। कांग्रेस कहती है कि मोदी जी को बहुमत मिलेगा तो वो आरक्षण हटा देंगे। 10 वर्षों से जनता के आशीर्वाद से श्री नरेन्द्र मोदी के पास बहुमत है लेकिन न आरक्षण हटाया गया है, न हटाया जाएगा। भाजपा ने बहुमत का उपयोग अनुच्छेज 370 हटाने, श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने, नागरिकता संशोधन कानून लाने, तीन तलाक को हटाने के लिए किया है और अब छत्तीसगढ़ में भी बहुमत का उपयोग नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए किया जाएगा। जब तक भारतीय जनता पार्टी का एक भी सांसद भारत की संसद में है, एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को न भाजपा हटाएगी और न कांग्रेस को हटाने देगी, ये मोदी की गारंटी है। भाजपा सरकार ने जनजातियों और आदिवासियों के कल्याण के लिए ढ़ेर सारे काम किए हैं। कांग्रेस के कार्यकाल में आदिवासी कल्याण मंत्रालय, गृह मंत्रालय के अंतर्गत एक छोटे से जॉइंट सेक्रेट्ररी का कार्यालय था लेकिन जब श्रद्धेय अटल जी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने अलग से आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया, नेशनल कमेटी ऑफ शिड्यूल ट्राइब्स बनाया और श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का कार्य किया। 55 वर्षों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस पार्टी ने कभी भी किसी आदिवासी बेटे या बेटी को राष्ट्रपति नहीं बनाया लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ओडिशा के गरीब आदिवासी की बेटी बहन द्रौपदी मुर्मू को महामहीम द्रौपदी मुर्मू बनाकर आदिवासियों का सम्मान करने का कार्य किया है।

    केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का 2013-14 में आदिवासी कल्याण का बजट 28 हजार करोड़ था लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने इस बजट को 1 लाख 28 हजार करोड़ करने का कार्य किया है। भाजपा सरकार ने 700 से ज्यादा एकलव्य स्कूल खोले, डिस्ट्रिक्ट मिनरल फांउडेशन बनाए, 75 हजार करोड़ रूपए खदानों से आदिवासी कल्याण में खर्च किए और सिकल सेल एनीमिया समाप्त करने के लिए भाजपा आगे बढ़कर एक नया रिसर्च सेंटर बनाने जा रही है। भाजपा सरकार ने किसानों के लिए भी ढेर सारे काम किए हैं। श्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री बनते ही सारा धान 3100 रूपए मीट्रिक टन के भाव से खरीद भी लिया और पुराने नुकसान की भी भरपाई कर दी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 12 करोड़ किसानों को लाभ मिला है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी कहते हैं कि श्री नरेन्द्र मोदी जी आएंगे तो गरीबों का सत्यानाश होगा। खड़गे जी से पूछा जाना चाहिए कि 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने से गरीबों का कल्याण हुआ कि नहीं? 80 करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन, 12 करोड़ माताओं को शौचालय, 4 करोड़ लोगों को घर, 14 करोड़ लोगों को नल से जल मिला, 7 करोड़ लोगों को 5 लाख तक का पूरे स्वास्थ्य का खर्चा मिला, ये फायदा है कि नहीं? खड़गे साहब, एक परिवार के लिए झूठ बोल रहे हैं। 4 जून को हारने के बाद ये ठीकरा खड़गे साहब के ऊपर ही फूटने वाला है। 4 जून को जैसे ही कांग्रेस हारेगी ये भाई-बहन तो सुरक्षित रहेंगे लेकिन 80 वर्ष की आयु के खड़गे जी पर ही हार का ठीकरा फोड़ दिया जाएगा। श्री शाह ने कोरबा की जनता से श्री नरेन्द्र मोदी जी को तीसरी बार पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए कोरबा लोकसभा प्रत्याशी डॉ. सरोज पांडे को विजयी बनाने की अपील की। 

  • मदरसे में शर्मनाक हरकत, 8 साल के मासूम के साथ सीनियर ने किया कुकर्म...पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

    लखनऊ :- उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। इस मामले के सामने आने के बाद से ही लोगों आक्रोश व्याप्त है। दरअसल, मुजफ्फरनगर जिले में स्थित एक मदरसे में आठ साल के एक छात्र के साथ उसके सीनियर ने कुकर्म किया है। इस मामले के सामने आते ही हर तरफ अफरा तफरी मच गई।

    पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

     एक न्यूज एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना रविवार को कोतवाली पुलिस थाने के अंतर्गत गांव के एक मदरसे में हुई। पुलिस ने कहा कि मदरसे के आरोपी छात्र (उम्र- 21 साल) को आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, मामला तब सामने आया जब लड़के ने मदरसा जाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा कि उसने घटना के बारे में अपने परिवार के सदस्यों को बताया जिसके बाद शिकायत दर्ज कराई गई।

  • कौशल्या माता के मायके में बेटी सुरक्षित नहीं है-करूंगी खुलासा …!!राधिका खेड़ा

    रायपुर। कांग्रेस की नेशनल मीडिया समन्वयक राधिका खेड़ा ने खम्हारडीह थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें राधिका ने प्रदेश संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला पर दुर्व्यवहार की शिकायत की है। यह पूरा घटनाक्रम कल राजीव भवन में गुजरा। राधिका ने पूरे मामले का वीडियो भी बनाया है। खेरा को राष्ट्रीय नेतृत्व मे दिल्ली से रायपुर भेजा है। राधिका ने पूरे मामले की दिल्ली में भी शिकायत दर्ज कर दी है।राधिका खेड़ा
     

  • मई महीने में 14 दिन बैंक रहेंगे बंद...यहां चेक करें पूरी लिस्ट
    रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने साल 2024 के लिए बैंकों के छुट्टियों (Bank Holidays 2024) की लिस्ट जारी की है .जिसके तहत मई महीने में बैंकों में छुट्टियों की भरमार है. हर महीने की तरह इस महीने भी कई दिन बैंकों की छुट्टियां (Bank Holidays 2024 in India) रहने वाली हैं. RBI ने राष्ट्रीय स्तर पर बैंक हॉलिडे की लिस्ट जारी किए हैं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने साल 2024 के लिए बैंकों के छुट्टियों (Bank Holidays 2024) की लिस्ट जारी की है .जिसके तहत मई महीने में बैंकों में छुट्टियों की भरमार है. हर महीने की तरह इस महीने भी कई दिन बैंकों की छुट्टियां (Bank Holidays 2024 in India) रहने वाली हैं. RBI ने राष्ट्रीय स्तर पर बैंक हॉलिडे की लिस्ट जारी किए हैं 5 मई 2024: रविवार के चलते देश भर में बैंक बंद रहेंगे. 11 मई 2024: महीने के दूसरे शनिवार के चलते देशभर में बैंक बंद रहेंगे. 12 मई 2024: रविवार के चलते देश भर में बैंक बंद रहेंगे. 19 मई 2024: रविवार के चलते देश भर में बैंक बंद रहेंगे. 25 मई 2024: महीने के चौथे शनिवार के चलते देश भर में बैंक बंद रहेंगे. 26 मई 2024: रविवार के चलते देश भर में बैंक बंद रहेंगे. मई में कब-कब होगी बैंकों में छुट्टी? 1 मई 2024: महाराष्ट्र दिवस और मजदूर दिवस के मौके पर महाराष्ट्र के अलावा कई राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. 7 मई 2024:  लोकसभा चुनाव के चलते भोपाल, अहमदाबाद, रायपुर और  पणजी राज्य में बैंक बंद रहेंगे 8 मई 2024: रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती के मौके पर बैंक बंद रहेंगे. 10 मई 2024: बसव जयंती/अक्षय तृतीया के अवसर पर बेंगलुरु सहित कई राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. 13 मई 2024  लोकसभा चुनाव के कारण श्रीनगर समेत अलग-अलग राज्यों में बैंक बंद रहेंगे. 16 मई 2024: राज्य दिवस की छुट्टी के चलते गंगटोक में सभी बैंक बंद रहेंगे. 20 मई 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के चलते बेलापुर और मुंबई में बैंक बंद रहेंगे. 23 मई 2024: बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर नई दिल्ली,मुंबई, कोलकाता,चंडीगढ़, लखनऊ, भोपाल,  कानपुर, देहरादून,रायपुर, रांची,आइजोल,ईटानगर,नागपुर,बेलारपुर, अगरतला, जम्मू,शिमला और श्रीनगर बैंक बंद रहेंगे.