बेरोजगार युवाओं की चिंता या पॉलिटिकल स्टंट -अरुण नायर, प्रदेश अध्यक्ष (यूथ विंग), AAP छ ग

बेरोजगार युवाओं की चिंता या पॉलिटिकल स्टंट -अरुण नायर, प्रदेश अध्यक्ष (यूथ विंग), AAP छ ग
परीक्षाओं में नए तरीके अविष्कार कर युवाओं का शोषण कर रही है सरकार -आदित्य मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष ASAP, AAP छ ग
रायपुर, 29 जुलाई 2025। आम आदमी पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश यूथ विंग अध्यक्ष अरुण नायर ने 27 जुलाई 2025 को व्यापम द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा की विभाग द्वारा की गई बड़ी लापरवाही पर कहा कि लगता है प्रदेश की सरकार युवाओं को रोजगार नहीं देना चाहती इसलिए परीक्षाओं में इस तरह की कायदे कानून बनाती है।उन्होंने बताया कि 2 वर्ष पहले कांग्रेस शासन काल में व्यापम ने परीक्षा ली थी जिसमें लाखों अभ्याथियों ने एग्जाम दिया था और 15000 अभ्यर्थी उस परीक्षा में पास हुए थे। पर किसी कारणवश हाई कोर्ट ने रोक लगा दी थी, उस परीक्षा की पद भर्ती क्यों नहीं हो पायी? और पुराने पद पर भर्ती ना कर कैसे सरकार ने नई पोस्ट निकाल दी, पहले के पास अभ्यर्थियों के भविष्य का क्या होगा?
एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (ASAP) के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य मिश्रा ने कहा कि आज दुर्भाग्य ये है कि अब नौजवान के कपड़े तय करेंगे की वो परीक्षा दे पायेगा की नहीं! 27 जुलाई 2025 को व्यापम द्वारा आयोजित आबकारी भर्ती परीक्षा में एक आदिवासी महिला जो 400 किलोमीटर दूर से परीक्षा दिलाने आई और यूपीएससी की गाइडलाइन के हिसाब से खादी की साड़ी पहननी थी। तो क्या हमारे प्रदेश की आदिवासी क्षेत्र की महिलाएं खादी की महंगी साड़ी पहन सकती हैं? जो पुरुष अभ्यर्थी फुल शर्ट पहन कर गए थे उन्हें कहा गया कि हाफ शर्ट पहनकर आओ, तो कल रविवार था दुकाने बंद थी तो वो कैसे नयी हाफ शर्ट खरीद पाते? व्यापम ने जो गाइडलाइन जारी की गयी उसे मात्र 2 दिन पहले ही अख़बार में क्यों निकाला गया और एडमिट कार्ड में जो गाइडलाइन दी गयी वह बहुत छोटे अक्षरों में थी और स्पष्ट नहीं थी, 11 बजे परीक्षा का समय निर्धारित था और आपने 10:30 को ही दरवाजे क्यों बंद कर दिए जबकि कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड में पहुंचने का समय 10:45 अंकित था? इन सब वजहों से प्रदेश में लगभग 10000 अभ्यर्थी जिन्होंने इतने साल से तैयारी की थी और जो सरकारी नौकरी का सपना लेकर परीक्षा देने आये थे वे परीक्षा देने से वंचित रह गए।
प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी अन्यतम शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष (यूथ विंग) हेमंत टंडन , प्रदेश सयुंक्त सचिव (ASAP) बलवंत सिंह ने कहा कि परीक्षा नहीं दे पाए युवाओं की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार के बेकार के नियम कायदे रहे और सरकार की युवाओं के प्रति अवहेलना है। सरकार को युवाओं के भविष्य को देखते हुए यह परीक्षा फिर से करवाना चाहिए। छत्तीसगढ़ के युवाओं का सरकारी नौकरी पाने का सपना अब भाजपा शासन काल में अधूरा ही रह जाएगा प्रदेश की भाजपा सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा कर रही है जिसका जवाब हर युवा आने वाले चुनावों में भाजपा को जरूर देगा।