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अयोध्या में रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से सूर्य तिलक हुआ. दरअसल, इस समय अभिजीत मुहुूर्त था, इसीलिए 12 बजे भगवान राम का सूर्य तिलक किया गया और उनके माथे पर पूरे तीन मिनट तक सूर्य की नीली किरणें पड़ती रहीं. सूर्य तिलक के साथ ही रामलला का जन्म भी हो गया. इस मौके पर विशेष पूजा अर्चना की गई.
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गर्मी के मौसम में मैंगो बर्फी यानी आम की बर्फी को काफी पसंद किया जाता है. स्वाद से भरपूर मैंगो बर्फी का ज़ायका मुंह में आम के स्वाद से भरी मिठास घोल देता है. आप अगर मीठा खाने के शौकीन हैं तो समर सीजन में मैंगो बर्फी की रेसिपी को ट्राई कर सकते हैं. मैंगो बर्फी को किसी भी वक्त खाया जा सकता है और इसका स्वाद बड़ों के साथ ही बच्चे भी काफी पसंद करते हैं. पारंपरिक मैंगो बर्फी को बेहद आसानी से बनाया जा सकता है और इसे तैयार करने में ज्यादा वक्त भी नहीं लगता है.
आप घर में किसी फंक्शन या खास मौके पर भी मैंगो बर्फी को बनाकर सभी का मुंह मीठा करा सकते हैं. आपने अगर कभी मैंगो बर्फी की रेसिपी को ट्राई नहीं किया है तो हमारी बताई विधि आपके लिए काफी हेल्पफुल हो सकती है. आइए जानते हैं मैंगो बर्फी बनाने का तरीका.मैंगो बर्फी बनाने के लिए सामग्री
आम के टुकड़े – 1 कप
दूध – आधा कप
नारियल कद्दूकस – 3 कप
इलायची पाउडर – 1/4 टी स्पून
केसर – 1 चुटकी
चीनी – 1 कप (स्वादानुसार)मैंगो बर्फी बनाने की विधि
मैंगो बर्फी गर्मी के मौसम के लिए परफेक्ट स्वीट डिश है. मैंगो बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले आम को काटें और उसके गूदे के टुकड़े कर एक बाउल में जमा कर लें. अब एक ब्लेंडर में आम के टुकड़े और आधा कप दूध डालकर इन्हें ब्लेंड करें. ध्यान रखें कि आम की स्मूद प्यूरी तैयार होनी चाहिए. जरूरत के मुताबिक प्यूरी बनाने के लिए थोड़ा सा दूध और भी मिलाया जा सकता है.अब एक कड़ाही को गैस पर गर्म करने के लिए रख दें. इसमें आम की प्यूरी डालकर धीमी आंच पर पकाएं. कुछ देर बाद प्यूरी में 1 कप चीनी डालें और चम्मच से तब तक चलाते रहें जब तक कि प्यूरी के साथ चीनी पूरी तरह से न घुल जाए. इसके बाद प्यूरी में 3 कप कद्दूकस नारियल डालें और पकाएं. इस बीच एक छोटी कटोरी में थोड़ा सा गुनगुना दूध लें और उसमें केसर के धागे डालकर घोल दें.
अब केसर धागे वाले दूध को कड़ाही में डालकर प्यूरी के साथ अच्छी तरह से मिक्स करें. अब मिश्रण को लगभग 10 मिनट तक पकाएं जिससे ठीक से गाढ़ा हो सके. मिश्रण को पूरी तरह से तैयार होने में 15-20 मिनट का वक्त लग सकता है. जब मिश्रण ठीक तरह से पक जाए तो उसमें इलायची पाउडर डालें और गैस बंद कर दें.
इसके बाद एक थाली/ट्रे लें और उसके तले पर थोड़ा सा घी लगा दें. इसके बाद तैयार मिश्रण को ट्रे में समान अनुपात में फैला दें. इसके बाद मिश्रण को सैट होने के लिए आधा घंटा छोड़ दें. जब मिश्रण सैट हो जाए तो चाकू की मदद से बर्फी के आकार में काट लें. टेस्टी मैंगो बर्फी बनकर तैयार है. इसे खाने के लिए सर्व कर सकते हैं. इसके साथ ही एक एयरटाइट कंटेनर में मैंगो बर्फी को रखा जा सकता है. -
आप नवरात्रि के अष्टमी और नवमी को मां को हलवा पूड़ी और चने का भोग लगा सकते हैं. मान्यता के अनुसार, मां को हलवा पूड़ी और चने का भोग काफी प्रिय है. आइए जानते हैं हलवा पूड़ी चना बनाने की रेसिपी…
चने के लिए सामग्री:
चना – 2 कप
हरा धनिया – 3 टेबल स्पून कटा
घी -2 टेबल स्पून
हरी मिर्च -3
जीरा – 1/2 छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
धनिया पाउडर – 1 छोटी चम्मच
अमचूर पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
गरम मसाला – 1/4 छोटी चम्मच
नमक – 1 छोटी चम्मचहलवा के लिए सामग्री:
सूजी – 100 ग्राम
घी – 1/4
चीनी – 1/2 कप (125 ग्राम)
इलायची पाउडर – ½ छोटी चम्मच
काजू – 1 टेबल स्पून (बारीक कटे हुए)
बादाम बारीक कटे – 1 टेबल स्पून
किशमिश – 1 टेबल स्पूनपूड़ी के लिए सामग्री:
गेहूं का आटा – 2 कप
नमक – स्वादानुसारचना रेसिपी:
काले चने को पानी से दो बार धोकर रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें ताकि सुबह तक चने फूल जाएं.सुबह फूल चुके चनों को एक बार और पानी से धोकर कूकर में डालें और इसमें एक कप पानी और नमक डालें. कूकर को आंच पर चढ़ा दें और 1 सीटी आने तक पकाएं. सीटी आने के बाद गैस मद्धम कर दें. 2 से 3 मिनट बाद आंच बंद कर दें. जब कूकर का प्रेशर खत्म हो जाए तो ढक्कन खोल लें.
कढ़ाई में तेल डालकर आंच पर चढ़ा लें/ इसमें जीरा डालकर तड़कने दें. फिर इसमें कटी मिर्च और अदरक डालकर हल्का सा भून लें. अब इसमें धनिया, हल्दी पाउडर डालकर थोड़ा सा भूनें. इसके बाद इसमें थोड़ा पानी डालकर चने डाल दें. ऊपर से अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और गर्म मसाला डालकर चमचे से मिला लें. आंच तेज करके चमचे से चनों को चलाते हुए पकाएं. 3 मिनट बाद चनों में गाढ़ापन आ जाए तो आंच बंद कर दें और ऊपर से हरा धनिया डालें.
हलवा रेसिपी:
एक कड़ाही में घी डालकर इस आंच पर चढ़ाएं. घी पिघलने पर इसमें सूजी डालकर चमचे से लगातार चलाते रहें. ध्यान रहे कि आंच मद्धम ही रखनी है. जब यह सुनहरा भूरा हो जाए और इसमें प्यारी से खुशबू आने लगे तब इसमें कटे हुए ड्राई फ्रूट्स डालकर चीनी और 1.5 कप पानी एकसाथ डालें. इसे कम से कम 5 मिनट तक आंच कम करके पकने दीजिए. इसके बाद इसे चमचे से मिलाते हुए गाढ़ा होने तक पकने दीजिए. ऊपर से इलायची पाउडर भी डालकर चला लें. लीजिए तैयार है आपका हलवा प्रसाद.पूड़ी रेसिपी:
पूड़ी बनाने के लिए एक बड़ी परात में आटा और इसमें थोड़ा थोड़ा पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथ लें. इसमें लगभग 1 कप पानी की जरूरत पड़ेगी. आटे को एक गीले कपड़े से ढंककर 20 मिनट के लिए रख दें ताकि आटा सेट हो जाए.इसके बाद हथेली पर थोड़ा सा घी लगाकर आटे को मसलते हुए इसकी लोइयां बना लें और लोइयों को हथेली के बीच दबाकर चपटा कर लें. अब तिपाई पर लोई रखकर बेलन से बेल लें.
कड़ाही में घी डालकर गर्म कर लें और इसमें एक एक करके पूरियां तलती जाएं. लीजिए तैयार है आपका हलवा पूड़ी चना प्रसाद.
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कड़ा प्रसाद बनाने के लिए जरूरी सामग्री
-एक कप देशी घी
-एक कप चीनी
-एक कप मोटा आटा
-चार कप पानीकड़ा प्रसाद बनाने का आसान तरीका-
-कड़ाह प्रसाद बनाने के लिए सबसे पहले मोटे तल वाला बर्तन लें। जब यह गर्म हो जाए तो इसमें घी डालकर पिघलाएं।
-दूसरी तरफ एक बर्तन में चार कप पानी मध्यम आंच पर उबलने के लिए रखें।
-घी में गर्म होने पर उसमें आटा डालकर अच्छी तरह मिक्स करते हुए उसे सुनहरा होने तक भूनें। ध्यान रखें हलवा बनाने के लिए गेहूं का मोटा पिसा आटा ही अच्छा होता है।
-जब आचा सुनहरा हो जाए उसमें चीनी और उबला हुआ पानी डालकर अच्छी तरह चलाते हुए पकाएं।
-पानी डालते वक्त हलवे में बिल्कुल गांठ न पड़ने दें।
-पानी को सूखने तक चलाते हुए पकाएं।
-आपका हलवा बनकर तैयार है। ठंडा होने के बाद सर्व करें। -
पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, झारखंड और असम में बंगाली लोग इस त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे को नए साल की बधाई देने का साथ तरह-तरह के पकवान बनाते हैं. आइए जानते हैं इस साल पोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष 2024 कब मनाया जाएगा.
पोइला बोइशाख 2024 में कब ? (Poila Baisakh 2024 date)
पोइला बोइशाख 14 या 15 अप्रैल को मनाया जाता है. इस साल पोइल बोइशाख 14 अप्रैल 2024 को है. ‘शुभो नोबो बोरसो’ (नया साल मुबारक) कहकर एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं. 1431 को इसी दिन बंगाली कैलेंडर की शुरुआत हुई थी. असर में इसी दिन बोहाग बिहू त्योहार भी मनाया जाएगा.
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बंगाली नववर्ष पोइला बोइशाख 2024 में कब ? 13-Apr-2024