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अधिकारियों की नजर में कैदी बंदी के जीवन का कोई मोल नही 19-Oct-2020
*बलरामपुर के रामानुजगंज जिला जेल में कोरोना ब्लास्ट जेल से 198 कैदियों की कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि* *प्रदेश में पहली बार जेल में एक साथ इतने लोग मिले हैं संक्रमित* सोचने योग्य बात और जेल प्रशासन की उदासीनता छत्तीसगढ़ राज्य में कोविड 19 से बचने के लिए गांव गांव गली मोहल्लों में कोरोना चेकअप किया जा रहा है लेकिन जेल प्रबंधन ने क्यों बंदियों का कोरोना चेकअप नही किया एक साथ इतने बंदियों का पॉजिटिव आना जेल प्रसाशन की उदासीनता ही कही जा सकती है। जिले के जेलों में डॉक्टरों की कोई व्यवस्था नही होने से कैदियों के बीमार पड़ने पर सरकारी अस्पताल से डॉक्टरों को बुला कर उनका चेकअप किया जाता है। और ये चेकअप सप्ताह में 3 दिन किया जाता है ये कहना है ज्ञान सिंह मरकाम उपजेल अधीक्षक का सवाल अब ये है कि फिर भी एक साथ इतने पॉजिटिव मिलना कहीं न कहीं शासन व जेल प्रशासन की कमी उजागर करती है। इस तरह का कोरोना ब्लास्ट छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य जेलों में भी होने की पूरी संभावना है क्योंकि इससे संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे। या यूं कहें उन अधिकारियों की नजर में कैदी बंदी के जीवन का कोई मोल नही है। बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति दिन ब दिन घट रही थी। लेकिन अचानक जिला जेल से निराशाजनक खबर आई है। जेल के अंदर करीब 198 कैदियों का टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आया है। अब इतनी बड़ी संख्या में कैदियों के कोरोना संक्रमित होने से जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। बलरामपुर के रामानुजगंज जिला जेल में कोरोना बम फूटा है। जेल से 198 कैदियों की कोरोना संक्रमित होने की कोई पुष्टि नोडल अधिकारी ने की है। जैसे ही इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित कैदियों की पहचान हुई, जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया । आपको बता दें कि जिला जेल में 450 कैदी मौजूद है। जहां बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज की पहचान होने के बाद दहशत का माहौल बन गया है। वही सभी संक्रमित कैदियों को जेल के अंदर ही कोविड-19 हॉस्पिटल बनाकर इलाज किया जा रहा है। वहीं शेष बचे कैदियों का भी टेस्ट करवाया जा रहा है। बड़ी संख्या में कैदियों के संक्रमण की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर अभी जेल का निरीक्षण करने पहुंचे । इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारी कर्मचारियों समेत कैदियों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं। *क्षमता 210 की, बंदी 450* राजेन्द्र गायकवार्ड संभागीय जेल अधीक्षक अम्बिकापुर से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि जैसे ही मुझे इतने बंदियों के पॉजिटिव आने की सूचना मिली मैं वहां गया व निरीक्षण किया वर्तमान में विचाराधीन बंदी 450 हैं, जबकि जेल की क्षमता 210 बंदियों की है। उन्होंने कहा कि सभी कोरेना पॉजीटिव मरीजों को अलग बैरक में क्वॉरेंटाइन (Quarantine) किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। और बाकी बचे कैदी बंदियों को अलग कर दिया गया है। सी जी 24 न्यूज गृह एवं जेल विभाग से ये मांग करता है कि छत्तीसगढ़ राज्य के जेलों में डॉक्टरों की व्यवस्था नियमित रूप से की जाए ताकि अन्य कभी कोई बीमारी विस्फोटक रूप न ले सके। मन्नू मानिकपुरी संवाददाता


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