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  • पटवारी पर गिरी सस्पेंशन की गाज...कलेक्टर ने की छुट्टी...जानिए क्या है पूरा मामला

    बलौदाबाजार। रिश्वत लेने के गंभीर शिकायत पर ग्राम सरखोर में पदस्थ पटवारी बृहस्पत प्रधान को कलेक्टर के एल चौहान ने निलंबित किया है। आवेदक चंदराम वर्मा पिता शिवकुमार वर्मा निवासी ग्राम पोस्ट सरखोर जिला- बलौदाबाजार- भाटापारा द्वारा अपने कथन में लेख किया गया है कि सरवन धीवर पिता पंचराम निवासी ग्राम सरखोर तहसील लवन से ग्राम सरखोर स्थित भूमि खसरा नंबर 1765/3, 1765/10 रकबा लगभग 19 डिसमिल कय किया गया।

    जिसकी रजिस्ट्री दिनांक 13.02.2024 को हुआ हैं, रजिस्ट्री के पश्चात कय की गई भूमि को नामांतरण करने तथा ऋण पुस्तिका में दर्ज कराने हेतु हल्का पटवारी बृहस्पत प्रधान के पास दस्तावेज सहित उपस्थित हुआ था। उक्त कय भूमि को उनके ऋणपुस्तिका में दर्ज करने के एवज में बृहस्पत प्रधान, पटवारी द्वारा आवेदक चंदराम वर्मा पिता शिवकुमार वर्मा से 5 हजार रूपये की मांग की गई। जो कि छ.ग. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के (1) (2) एवं (3) के सर्वथा विरूध्द है

    अतः छ.ग. सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील 1966 के नियम 9 अनुसार तत्काल प्रभाव से बृहस्पत प्रधान पटवारी,पटवारी हल्का नंबर 47 सरखोर तहसील लवन को निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी (रा) बलौदाबाजार नियत किया जाता है। निलंबन अवधि में उक्त कर्मचारी को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। उक्त कार्रवाई छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम- 14(2) 5(क) के तहत अनुविभागीय अधिकारी (रा) बलौदाबाजार को विभागीय जांच अधिकारी एवं छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम – 14 (5)(ग) के तहत किया गया है।

  • पांच लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण...कई प्रमुख हमलों में था शामिल

    सुकमा। सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ईनामी दंपति ने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के समक्ष दोनों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि दोनो पिछले कई सालों से किस्टाराम इलाके में सक्रिय रहे है।

    नक्सलियों के खिलाफ जहां आर-पार की लड़ाई लड़ी जा रही है ठीक दूसरी और शासन की योजनाओं व पुना नर्कोम के तहत जागरूकता करने का भी प्रयास किया जा रहा है। जिससे प्रभावित होकर पांच लाख का इनामी नक्सली व दो लाख की इनामी महिला नक्सली ने विकास में भागीदारी निभाने व मुख्यधारा से जुड़ने के लिए आत्म समर्पण किया है।

    जिसमें कृषि शाखा अध्यक्ष सोढ़ी सुक्का उर्फ सोढ़ी कोसा जिस पर पांच लाख का इनाम घोषित था और सोढ़ी सुक्की जिस पर दो लाख का इनाम घोषित था। दोनो जिले में पिछले कई सालों से नक्सल संगठन में सक्रिय थे। दोनो को प्रोत्साहन राशि दी गई और शासन की पुर्नवास नीति का लाभ देने की बात कही। इस दौरान उत्तम प्रताप सिंह व रोहित शुक्ला मौजूद रहे।

    इन अपराधों में शामिल-वर्ष 2003 में ग्राम पंचायत जग्गावरम निवासी ग्रामीण की हत्या। वर्ष 2004 में ग्राम मेहता के ग्रामीण की हत्या करने में। वर्ष 2004 में गोलापल्ली व मरईगुड़ा के मध्य लिंगनपल्ली में सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाते की नियत से आईईडी विस्फोट करने की घटना। वर्ष 2006 में थाना गोलापल्ली क्षेत्र में ग्रामीण की हत्या करने में शामिल। वर्ष 2015 में थाना किस्टाराम इलाके में गश्त कर रहे जवानों पर फायरिंग। वर्ष 2018 में किस्टाराम थानाक्षेत्र में पुलिस पर हमला जिसमें 9 नक्सली मारे गए और 3 जवान शहीद हुए थे।

  • भाजपा ने मान लिया कि वो राजनांदगांव सीट हार रही है इसीलिए राजनीति से प्रेरित एफ़आईआर दर्ज की गई - भूपेश बघेल

    अपराधियों के जिन बयानों को ईडी ने आधार बनाया है उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है

    जो भाजपा छापे डलवा कर चंदा लेती है वह भ्रष्टाचार की बात किस मुंह से कर रही है ?

    प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि :-

    रायपुर : आज भारतीय जनता पार्टी ने स्वीकार कर लिया कि वो राजनांदगांव संसदीय सीट हार रही है इसीलिए ईओडब्लू ने मेरे ख़लिफ़ महादेव ऐप मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

    भाजपा मान रही है कि मेरी वजह से छत्तीसगढ़ की बाक़ी सीटों पर भी चुनाव परिणामों पर असर पड़ेगा इसीलिए मुझे बेवजह बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है।

    इसके लिए भाजपा अपने चरित्र के अनुरूप केंद्रीय एजेंसी ईडी और राज्य की एजेंसी ईओडब्लू का हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।

    एफ़आईआर में मेरा नाम जिस तरह से शामिल किया गया है वह क़ानूनी रूप से ग़लत है और यह दर्शाता है कि मेरा नाम सिर्फ़ राजनीतिक कारणों से शामिल किया गया है।

    मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में ही महादेव ऐप की जांच शुरु हुई थी और गिरफ़्तारियों का सिलसिला शुरु हुआ था।

    महादेव ऐप की तरह की सट्टेबाज़ी को रोकने के लिए 2022 में हमने जुआ और सट्टा अधिनियम में परिवर्तन भी किया था।

    हमने ही महादेव ऐप के संचालकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के ख़लिफ़ एलओसी यानी लुक आउट सर्कुलर जारी किया था।

    हमने ही गूगल को पत्र लिखकर महादेव ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटाया था।

    कांग्रेस की सरकार ने कार्रवाई शुरु की और हम पर ही इसे संरक्षण देने का आरोप लगाना न केवल हास्यास्पद है बल्कि यह भाजपा के चरित्र को भी दिखाता है।

    यह आरोप वह भाजपा लगा रही है जिसने ‘चंदा दो धंधा लो’ और ‘हफ़्ता वसूली अभियान’ के तहत हज़ारों करोड़ का चुनावी बॉण्ड अपने खाते में जमा करवाए।

    यह वही भाजपा है कि जिसमें देश के सबसे बड़े लॉटरी का धंधा करने वाली कंपनी फ़्यूचर गेमिंग से 1368 करोड़ रुपए चुनावी चंदे के रूप में लिए हैं।

    एक बड़ा सवाल यह है कि पहले को मेरी सरकार पर महादेव ऐप को संरक्षण देने का आरोप था. पर महादेव ऐप तो अभी भी चल रहा है तो सवाल यह है कि हमारी सरकार हटने के बाद इसे कौन संरक्षण देता रहा, नरेंद्र मोदी की सरकार या विष्णुदेव साय की सरकार ?

    एफ़आईआर में जबरन नाम डाला गया :

    एफ़आईआर की जो कॉपी मुझे मिली है उसके अनुसार यह एफ़आईआर चार मार्च को रायपुर में दर्ज की गई है।

    लेकिन इसे जारी किया गया दिल्ली में आज यानी 17 मार्च को।

    आमतौर पर एफ़आईआर तुरंत ही सार्वजनिक कर दी जाती है तो क्यों इसे छिपा कर रखा गया और क्यों इसे दिल्ली से जारी किया गया ?

    एक इससे स्पष्ट होता है कि राजनीतिक उद्देश्य से ही यह एफ़आईआर की गई है।

    जिस समय एफ़आईआर दर्ज की गई वह वही समय था जब मेरा नाम राजनांदगांव से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी के रूप में अख़बारों और टेलीविज़न चैनलों में आ रहा था।

    ज़ाहिर है कि इसी से डरकर भाजपा ने आनन फ़ानन में एफ़आईआर में मेरा नाम डालने की साज़िश रची।

    मैं कह रहा हूं कि मेरा नाम एफ़आईआर में जबरन डाला गया क्योंकि एफ़आईआर के साथ जो विवरण दिए गए हैं, उसमें मेरा नाम कहीं नहीं है।

    ऐसा कोई विवरण एफ़आईआर में नहीं है जिससे यह साबित हो कि महादेव ऐप के संचालकों को संरक्षण देने में मेरी कोई भूमिका थी।

    इस एफ़आईआर में कहा गया है कि ‘वैधानिक कार्रवाई को रोकने के लिए विभिन्न पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त किया गया’. अब सवाल यह है कि जब इन विभिन्न लोगों में किसी का नाम नहीं है तो छत्तीसगढ़ पुलिस को मेरा ही नाम दर्ज करने की क्यों सूझी ?

    अगर ईओडब्लू के पास इन विभिन्न लोगों के नाम थे तो उनके नाम एफ़आईआर में क्यों नहीं हैं ?

    और अगर मेरा नाम है तो विभिन्न लोगों के नाम क्यों नहीं हैं ?

    बयानों से खुली ईडी की पोल :

    विधानसभा चुनाव के दौरान दो बयानों के आधार पर ईडी ने एक प्रेस रिलीज़ जारी की थी और मेरा नाम उसमें घसीट लिया था।

    इसमें एक नाम असीम दास नाम के व्यक्ति का था और दूसरा नाम शुभम सोनी नाम के किसी व्यक्ति का है।

    असीम दास के पास से कथित रुप से करोड़ों रुपए बरामद हुए थे और ईडी के अनुसार उसने यह बयान दिया था कि वह पैसा किसी राजनीतिक व्यक्ति के पास जाना था।

    बाद में इसी असीम दास ने अदालत में ईडी को दिया अपना बयान वापस ले लिया और विवरण दिया कि उसे इस जाल में किस तरह से फंसाया गया।

    यह भी कम दिलचस्प नहीं है कि पैसों के साथ जो कार पकड़ी गई वह भाजपा नेता अमर अग्रवाल के भाई की थी और उसकी फ़ोटो रमन सिंह और प्रेम प्रकाश पांडे के साथ मिली हैं।

    दूसरा बयान शुभम सोनी नाम के व्यक्ति का है, जो अपने आपको महादेव ऐप का असली संचालक बताता है।

    इस शुभम सोनी का एक वीडियो बयान अज्ञात सूत्रों के हवाले से जारी किया गया था. यह बयान किसने दिया यह अब तक स्पष्ट नहीं है पर इसे भाजपा के कार्यालय में चलाकर मीडिया को दिखाया गया था।

    शुभम सोनी ने कथित तौर पर दुबई के काउंसलेट जनरल के सामने अपना बयान दिया था. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सामने प्रस्तुत एक दस्तावेज़ में काउंसलेट जनरल ने लिख दिया है कि वह इस बयान की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता।

    सवाल यह है कि जब दोनों ही बयान प्रामाणिक नहीं हैं तो किस आधार पर ईडी मेरा नाम इस मामले से जोड़ने की कोशिश कर रही है ?

    सूप बोले तो बोले छन्नी क्या बोले जिसमें छप्पन छेद :

    सुप्रीम कोर्ट की फ़टकार के बाद एसबीआई को चुनावी बॉण्ड के विवरण जारी करने पड़े।

    इस विवरण से पता चलता है कि देश की कम से कम 14 कंपनियां ऐसी हैं जिन पर ईडी, आईटी या सीबीआई के छापे पड़े और इसके बाद कार्रवाई को रोकने के लिए भाजपा ने सैकड़ों करोड़ की राशि चुनावी बॉण्ड के माध्यम से ली।

    ईडी, आईटी और सीबीआई का डर दिखाकर कितने ही लोगों को भाजपा में शामिल कर लिया गया और भ्रष्टाचार के मामलों को भाजपा ने रफ़ा दफ़ा कर दिया।

    यह वही भाजपा है जिसने ऑन लाइन सट्टे को क़ानूनी रुप दे दिया है और उस पर बाक़ायदा 28 प्रतिशत जीएसटी और चार प्रतिशत सरचार्ज वसूल रही है।

    केंद्र में भाजपा की सरकार है और महादेव ऐप के संचालकों को दुबई से गिरफ़्तार करके लाने का काम केंद्र की सरकार ही कर सकती है. तो क्यों वह संचालकों को गिरफ़्तार नहीं कर रही है ?

    यदि शुभम सोनी दुबई के काउंसलेट जनरल के सामने बयान देने हाज़िर हुआ था तो उसे गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया।

    कहीं भाजपा महादेव ऐप के संचालकों से चुनावी चंदा वसूल करके संचालकों को क्लीन चिट देने के फ़िराक में तो नहीं है 

    भूपेश बघेल डरने वाला नहीं है :

    अगर भाजपा को लगता है कि मेरा नाम एफ़आईआर में डालकर वह मुझे डरा लेगी या मेरी राजनीति को प्रभावित कर लेगी तो उसे भ्रम में नहीं रहना चाहिए।

    पहले भी भाजपा ऐसा करके देख चुकी है. अगर उसका हश्र भाजपा को याद नहीं है तो कांग्रेस के हमारे सिपाही फिर से याद दिलाने को तैयार हैं।

    न मैं डरने वाला हूं और न मैदान से हटने वाला हूं।

    इसके लिए जो भी राजनीतिक और क़ानूनी क़दम उठाने हैं वो मैं उठाउंगा।

  • शोकॉज नोटिस जारी: कलेक्टर ने किया औचक निरीक्षण,नदारद मिले 14 में 10 कर्मचारी,फिर जो हुआ...

    बिलासपुर/ शासकीय कार्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण के क्रम में कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यालय का निरीक्षण किया। करीब साढ़े 10 बजे कलेक्टर ने ओल्ड कम्पोजिट बिल्डिंग के पीछे स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं परियोजना अधिकारी कार्यालय में दबिश दी। उपस्थिति पंजी में दर्ज कुल 14 कर्मचारियों में से 10 कर्मचारी नदारद पाये गये।

    परियोजना अधिकारी दीप्ति पटेल स्वयं इस समय तक कार्यालय नहीं पहंुची थी। किसी का अवकाश आवेदन भी नहीं था। कलेक्टर ने अनुपस्थित 10 कर्मचारियों को निर्धारित समय पर कार्यालय में उपस्थित नहीं होने के लिए शो कॉज नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारियों में परियोजना अधिकारी श्रीमती दीप्ति पटेल,  कार्यालय अधीक्षक आरपी परिहार, सहायक ग्रेड दो अनिल मिश्रा, सहायक ग्रेड दो जीआर साहू, सुपरवाईजर श्रीमती पूर्णिमा उपाध्याय, सुपरवाईजर श्रीमती स्वधा पाण्डे, सहायक ग्रेड तीन श्रीमती अंजना वासिंग, भृत्य दुर्गेश सिंह एवं ज्वाला सिंह शामिल हैं। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी तारकेश्वर सिन्हा को कार्यालय की व्यवस्था सुधारने के कड़े निर्देश दिए हैं। 

  • BREAKING : हैवानियत की सारी हदें पार; नाबालिग ने तीन साल की मासूम को बाथरूम में ले जाकर किया दुष्कर्म..अस्पताल में हुई मौत

    बिलासपुर : सिरगिट्टी थाना इलाके में शर्मसार कर देने वाली घटना समाने आई है। वहशी दरिंदे ने 3 साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाया है। वहीं मासूम को गंभीर हालत में सिम्स में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।शर्मसार करने वाली यह वारदात रविवार को सिरगिट्टी थाना इलाके में हुई है, जहां एक अज्ञात आरोपी ने 3 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया है। दिल को झकझोर देने वाली इस घटना से क्षेत्र के लोगों में खासा आक्रोश है, बताया जा रहा है कि आरोपी भी नाबालिग है जिसकी उम्र 15-16 साल की है।

    बच्ची का परिवार आरोपी के घर किराए से रहता है। मकान मालिक के बेटे ने करीब 6 बजे बच्ची को बाथरूम में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया है। बाथरूम से जब बच्ची खून से लथपथ रोते हुए निकली तो उसकी मां ने देखा। घबराई मां बच्ची को तुरंत सिम्स अस्पताल लेकर पहुंची। अस्पताल में डॉक्टर्स ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बच्ची के परिजन ने अस्पताल के बाहर ही जमकर हंगामा किया।

  • शिक्षक की शर्मसार कर देने वाली करतूत...शादी का झांसा देकर महिला के साथ किया ये गंदा काम...कारनामे जान रह जाएंगे हैरान..!!

    पत्थलगांव। एक बार फिर शिक्षक की शर्मसार कर देने वाली करतूत सामने आई है। शादी का झांसा देकर महिला से दुष्कर्म करने वाले शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शिक्षक महिला को पहले अपने जाल में फंसाकर शादी का झांसा दिया और फिर उनसे लगातार दुष्कर्म कर रहा था। मामला जशपुर जिले के कोतबा थाना इलाके का है।

    मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय खुटसेरा में पदस्थ शिक्षक रामकुमार कश्यप शादी का झांसा देकर महिला से लगातार दुष्कर्म कर रहा था। महिला ने जब शादी की बात कही तो वह मुकर गया। इसके बाद महिला ने कोतबा थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते पुलिस ने आरोपी शिक्षक रामकुमार कश्यप को उसके स्कूल से गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

    बता दें कि कुछ दिन पहले ही पेंड्रा से ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां एक शिक्षक ने अपनी ही रिश्तेदार महिला को हवस का शिकार बना लिया। पीड़ित महिला ने पहले घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। इसके बाद पीड़िता ने थाने पहुंचकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ दुष्कर्म का अपराध दर्ज कराया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी तेरसु राम चौधरी को गिरफ्तार किया था।

  • CRIME NEWS : गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की हत्या...युवक की पेड़ पर लटकती मिली लाश...जानिए क्या है पूरा ममला

    सूरजपुर। जिले में प्रेमी जोड़े की गला रेतकर हत्या का मामला सामने आया है, जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई, मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम की मदद से मामले की जांच में जुट गई है। दरअसल आज दोपहर विश्रामपुर पुलिस को यह जानकारी मिली कि कुंदा बस्ती के जंगल में एक युवती और युवक का शव पड़ा हुआ है, मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, जंगल में युवती का शव जमीन पर पड़ा हुआ था, जबकि युवक का शव पेड़ में लटका हुआ था, शव को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों की हत्या किसी धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है, मृतक युवक का नाम शिवम देवांगन बताया जा रहा है जो कोतवाली थाना क्षेत्र के गोपीपुरा गांव का रहने वाला है, जबकि मृतका का नाम पूजा देवांगन है और वही कुंदा बस्ती की निवासी थी, शिवम के परिजनों के अनुसार पिछले एक साल से दोनों में प्रेम प्रसंग था। फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है, पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक की टीम गंभीरता से मामले की जांच कर रही है, वही शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

  • BREAKING : पटवारी पर गिरी गाज...कलेक्टर ने पटवारी को किया निलंबित...जानिए क्या है पूरा  मामला....!!

    पलारी। छत्तीसगढ़ के पलारी में रिश्वतखोर पटवारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। रिश्वत लेने की शिकायत के बाद कलेक्टर के एल चौहान ने ग्राम सरखोर में पदस्थ पटवारी बृहस्पत प्रधान को निलंबित कर दिया है। 

    मिली जानकारी के अनुसार, सरखोर निवासी चंदराम वर्मा पिता शिवकुमार वर्मा थाना पहुंचे। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई कि, उन्होंने अपनी सरखोर स्थित भूमि लगभग 19 डिसमिल को बेच दिया। जमीन बेचने की रजिस्ट्री 13 फरवरी 2024 को हुई। रजिस्ट्री के बाद जमीन नामांतरण कराने और ऋण पुस्तिका में दर्ज कराने के लिए पटवारी बृहस्पत प्रधान ने उनसे 5 हजार रुपये की मांग की। शिकायत के बाद कलेक्टर ने पटवारी बृहस्पत प्रधान को निलंबित कर दिया है। 

  • इस जिले को मिली एयरपोर्ट की सौगात : डीजीसीए ने जारी किया लाइसेंस...जल्द शुरू होगी हवाई सेवा

    सरगुजा। सरगुजा वासियों के लिए खुशखबरी है। सरगुजा वासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग अब पूरी हो गई है। सरगुजा से हवाई सफर का रास्ता अब साफ हो गया है। सरगुजा में जल्द हवाई सेवा शुरू होगी। DGCA ने मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा के लिए लाइसेंस जारी कर दिया है। नागर विमानन सुरक्षा ब्‍यूरो (BCAS) की दो सदस्यीय टीम ने लाइसेंस जारी करने से पहले गुरुवार को अंतिम चरण में नवनिर्मित मां महामाया एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। शुक्रवार को BCAS के क्लीयरेंस के बाद DGCA ने दरिमा एयरपोर्ट का लाइसेंस जारी किया है। 

    बता दें कि अंबिकापुर के दरिमा एयरपोर्ट से 72 सीटर विमान उड़ सकेंगे। 364 एकड़ में नए सिरे से करीब 47 करोड़ की लागत से 1920 मीटर लंबे एयरस्ट्रिप बनाया गया है। जिसमें 1800 मीटर का मुख्य रनवे शामिल है। रनवे की लंबाई और क्षमता को बढ़ाने के अलावा टर्मिनल भवन की क्षमता भी बढ़ा दी गई है। 

    टर्मिनल भवन की क्षमता 72 यात्रियों के लिए बढ़ाई गई है। साथ ही अप्रोन, अराइवरल और डिपार्चर सेक्शन, पेरिमीटर रोड, एटीसी टावर, मौसम विभाग के कार्यालय,  ऑपरेशनल बाउंड्री, एंटी हाइजेक रूम, इलेक्ट्रिक पैनल रूम, फायर स्टोर, ट्रेनिंग सेंटर सहित अन्य निर्माण किए गए हैं।

    BCAS की दो सदस्यीय टीम ने गुरुवार को दरिमा स्थित एयरपोर्ट का अंतिम निरीक्षण किया था। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी की टीम अक्टूबर माह में सरगुजा आई थी। पहले भी एयरपोर्ट सिक्योरिटी प्रोग्राम की मान्यता मिल चुकी है। बीसीएएस ने टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे और अन्य स्थानों पर सुरक्षा मानकों का जायजा लेने के बाद क्लीयरेंस दे दिया है। डीजीसीए की टीम ने सितंबर 2023 में मां महामाया एयरपोर्ट के लाइसेंस के लिए एयरपोर्ट का फाइनल निरीक्षण किया था। निरीक्षण में बताई गई कमियों को सितंबर 2023 तक दूर कर लिया गया था। 

    उड़ान योजना 4.2 के तहत अंबिकापुर-बिलासपुर-अंबिकापुर और अंबिकापुर-रायपुर-अंबिकापुर मार्ग को हवाई सेवा शुरू करने के लिए फ्लाई बिग एयरलाइन को अवॉर्ड कर दिया गया है। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को पत्र भेजकर बताया था कि छत्तीसगढ़ सरकार के पास अंबिकापुर हवाई अड्डे का स्वामित्व है। इसके साथ ही राउरकेला रूट के फ्लाइट को अंबिकापुर डायवर्ट करने की योजना है। अंबिकापुर-बनारस की सेवाएं भी भविष्य में  शुरू हो सकती हैं। 

     

  • CG BREAKING : पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर

    कांकेर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सलियों के कोर इलाक़े चिलपरस के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ चल रही है। यह मुठभेड़ बीते 3 घंटे से चल रही है जो अब भी जारी है। पुलिस पार्टी से पुलिस अधिकारीयों से अभी भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। अतिरिक्त बल को तैयार किया गया है। वहीं एक नक्सली के मारे जाने की खबर, पुलिस पार्टी ने नक्सली का शव बरामद कर लिया है। एसपी ने घटना की पुष्टि कर दी है।

  • CG: इस दिन बंद रहेंगी सभी शराब दुकानें...इस वजह से लिया बड़ा फैसला

    कोरिया। रंगो का त्योहार होली आने वाला हैं ऐसे में किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्वों से निपटने कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी विनय कुमार लंगेह ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 25 मार्च 2024 को होली पर्व के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया है।इस दिन जिले की समस्त देशी,विदेशी, कम्पोजिट मंदिरा की फुटकर दुकाने पूर्णतः बंद रहेगी। कलेक्टर ने 25 मार्च को घोषित शुष्क दिवस का पूर्णतः पालन करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है।

  • BREAKING : नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 131 पुलिसकर्मियों को मिला प्रमोशन...पीएचक्यू ने जारी किया आदेश

    रायपुर : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा-दंतेवाड़ा-बीजापुर के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों का पुलिस ने प्रमोशन किया है. पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.जारी आदेश में कुल 131 अधिकारी-कर्मचारी का नाम शामिल हैं. जिसमें सहायक उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक, उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक, पीसी, एपीसी प्रमोट किए गए हैं.

    देखें पूरी लिस्ट-