State News
नरवा,गरूवा,घुरवा एवं बाड़ी योजना का मौके पर अमल देखने टीला गांव का कमिश्नर ने किया दौरा खोरसी नाले पर स्वीकृत स्टॉप डेम का काम जल्द शुरू करें: कमिश्नर बरगद की छांव तले लगाई चौपाल 01-Jun-2019

रायपुर, 31 मई 2019/कमिश्नर रायपुर जी.आर.चुरेन्द्र ने आज शाम बलौदाबाजार  जिले के पलारी जनपद के ग्राम टीला बन रहे गौठान कार्य की प्रगति का जायजा लिया। राज्य सरकार की नरवा, गरूवा,घुरवा और बाड़ी योजना के अंतर्गत करीब 3 एकड़ मैदान पर गौठान एवं 7 एकड़ क्षेत्र में चारागाह विकसित की जा रही है। उन्होंने निर्माण कामों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने गौठान के नजदीक से होकर बहने वाले खोरसी नाले पर स्वीकृत स्टॉप डेम का काम जल्द शुरू करने को कहा है। करीब एक करोड़ की लागत से सिंचाई विभाग द्वारा यह डेम बनाया जाएगा। उन्होंने निरीक्षण के बाद गौठान में बरगद की छांव तले गांव के किसानों, पशुपालकों, पंचायत प्रतिनिधियों और महिला समूहों की चौपाल लगाई और राज्य सरकार की नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना की सार्थकता समझाई। श्री चुरेन्द्र ने कहा नरवा, गरूवा,घुरवा एवं बाड़ी योजना के सफल क्रियान्वयन से ग्रामीण समृद्धि का नया रास्ता खुलेगा। पूरे गांव में भाईचारा, सद्भावना और सहयोग का वातावरण बनाने में यह योजना मददगार साबित होगी। 
           कमिश्नर श्री चुरेन्द्र ने आज लगभग घण्टे भर तक टीला में गौठान का बारीकी से अवलोकन किया। गौठान में अब तक मवेशियों के लिए कोटना, चबूतरा, पानी टंकी, ट्रेबिस, बोरखनन, खोरसी नाला की सफाई, वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण का काम हो चुका है। गौठान में गांव की लगभग 5 सौ पशुओं के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है।  गौठान के सुचारू संचालन के लिए गांव में गौठान समिति बनाई गई है। कमिश्नर ने गौठान में नदी के किनारे सामूहिक बाड़ी विकसित करने के निर्देश दिए। ग्रामीण मिलजुलकर इसकी देख-देख करेंगे। उन्होंने एक किनारे पर छोटे तालाब नुमा डबरी की खुदाई करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गौठान के लिए पानी आपूर्ति की वैकल्पिक इंतजाम होने चाहिए। बोर में कम पानी होने की दशा में डबरी का पानी काम आएगा। उन्होंने महिलाओं से जैविक खाद निर्माण की प्रक्रिया समझी। कमिश्नर ने रासायनिक खाद के अत्यधिक इस्तेमाल के दुर्गण बताए और जैविक खाद की उपयोगिता बताई। श्री चुरेन्द्र ने कहा कि गौठान पर गांव वालों की प्रति सप्ताह बैठक होने चाहिए। परिवार का हर सदस्य इसमें शामिल हो। बार-बार गांव के विकास के बारे में चर्चा करने पर सुमति और समृद्धि का द्वार खुलेगा। बैठक में सभी समाज के लोग शामिल होने चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था दान स्वरूप लिया जाए। हार्वेस्टर के अत्यधिक उपयोग के बाद पैरा को खेत पर यूं ही छोड़ दिया जाता है। इसे श्रमदान के जरिए ग्रामीण संग्रहित करके गौठान में उपयोग के लिए रखें। सरपंच श्रीमती पूर्णिमा साहू सहित ग्रामीणों ने कमिश्नर के आगमन पर खुशी जताई और उनके सुझावों के अनुरूप ग्रामीण विकास के काम करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर एसडीएम सुश्री लवीना पाण्डेय, सीईओ वैभव कुमार क्षेत्रज्ञ, तहसीलदार हरिशंकर पैकरा सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे। CG 24 News 
 



RELATED NEWS
Leave a Comment.