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नई दिल्ली। एक तरफ जहां कोरोना महामारी के दौरे में केंद्र की मोदी सरकार देश की तरक्की के लिए लगातार कड़े कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विकास की बातें करते रहे हैं। तो दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) संकट की इस घड़ी में राजनीति करने में जुटे है और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोल रहे है। इसी कड़ी में एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। राहुल का कहना है कि केंद्र ने उद्योपतियों का अरबों रुपये का कर्ज माफ कर दिया जिससे कि 11 करोड़ गरीब परिवारों को 20-20 हजार रुपये दिए जा सकते थे। हालांकि लोगों को राहुल गांधी के ये ट्वीट रास नहीं आया। मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में खुद राहुल सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। 31-Dec-2020
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात (Gujarat) के राजकोट में एम्स की आधारशिला रखी। इस समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी शामिल हुए।भारत Future of Health और Health of Future दोनों में ही सबसे महत्त्वपूर्ण रोल निभाने जा रहा है। जहां दुनिया को Competent Medical Professionals भी मिलेंगे, उनका सेवाभाव भी मिलेगा। यहां दुनिया को Mass Immunization का experience भी मिलेगा और expertise भी मिलेगी। यहां दुनिया को हेल्थ सॉल्यूशन और टेक्नोलॉजी को इंटिग्रेट करने वाले स्टार्टअप और स्टार्टअप इकोसिस्टम भी मिलेगा। आज हेल्थ और वैलनेस को लेकर देशभर में एक सतर्कता आई है, गंभीरता आई है। शहरों के साथ ही दूर-दराज के गांवों में भी ये सतर्कता हम देख रहे हैं। 2014 से पहले हमारा हेल्थ सेक्टर अलग अलग दिशा में, अलग अलग अप्रोच के साथ काम कर रहा था। प्राइमरी हेल्थ केयर का अपना अलग सिस्टम था, गांव में सुविधाएं न के बराबर थी। आयुष्मान भारत योजना से गरीबों के लगभग 30 हजार करोड़ रुपये ज्यादा बचे हैं। आप सोचिए, इस योजना ने गरीबों को कितनी बड़ी आर्थिक चिंता से मुक्त किया है। अनेकों गंभीर बीमारियों का इलाज गरीबों ने अच्छे अस्पतालों में मुफ्त कराया है। बीते 6 वर्षों में 10 नए एम्स बनाने पर काम हो चुका है। जिनमें से कई आज पूरी तरह काम शुरू कर चुके हैं। एम्स के साथ ही देश में 20 एम्स जैसे सुपर स्पैशिलिटी हॉल्पिटल्स पर भी काम किया जा रहा । आजादी के इतने दशकों बाद भी सिर्फ 6 एम्स ही बन पाए थे। 2003 में अटल जी की सरकार ने 6 नए एम्स बनाने के लिए कदम उठाए थे। उन्हें बनाते बनाते 2012 आ गया था, यानी 9 साल लग गए थे।


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