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बिलासपुर : सिम्स में विधायक शैलेश पांडेय द्वारा वेंटिलेटर रिजर्व रखने की खबर झुठी... एक जैसे नाम होने से हुई गलतफहमी 24-Apr-2021
मन्नू मानिकपुरी संवाददाता/ बिलासपुर- पिछले दिनों खबर आई कि सिम्स में विधायक शैलेश पांडेय ने वेंटिलेटर रिजर्व रखने से वहां कार्यरत् कर्मचारी की कोरोना पीड़ित माता के उपचार के लिए बेड उपलब्ध नहीं कराया गया। उसे बताया गया कि यह बेड विधायक ने अपने नाम से रिजर्व कराया है फलस्वरूप उक्त कर्मचारी को बेड नही मिल सका और उनकी माता जी का निधन हो गया है। दरअसल एक दूसरे व्यक्ति का नाम भी शैलेश पांडेय होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई।क्योंकि नाम व टाइटल दोनों सेम था हम आपको बता दे क्या था पूरा मामला कुछ दिन पूर्व ही बिलासपुर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के परिवार सदस्य की तबियत खराब थी जिसका नाम भी शैलेश पांडेय था और जिस वेंटिलेटर को रिजर्व रखने की बात हो रही ये इसी शैलेश पांडेय के लिए था जिसको वेंटिलेटर की आवश्यकता थी नाम एकसमान होने से लोगो ने विधायक के नाम से वेंटिलेटर बुक होना समझा जो गलत था। हम आपको बता दे एक समान नाम होना कोई नई बात नही एक नाम के कई लोग होते है जिनकी टाइटल भी सेम होती है। जरा सोचिए जब विधायक शैलेश पांडे की तबीयत पूर्ण रूप से स्वस्थ है कोरोना के कोई लक्षण नही तो भला उन्हें वेंटिलेटर की क्या आवश्यकता और यदि आवश्यकता उन्हें पड़ भी जाये तो सत्ता पक्ष के विधायक को वेंटिलेटर रिजर्व रखने की जरूरत नही सरकार खुद उनके लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था करती यदि यहां नही तो उन्हें तो रायपुर एम्स में भी वेंटिलेटर मिल जाता तो भला विधायक ऐसा क्यों करते जबकि उन्हें अपने शहर की स्थिति का पता है दिन रात विधायक शैलेश पांडेय निरीक्षण करते रहते है ताकि उनकी जनता को कहीं कोई परेशानी न हो ऐसे में इस प्रकार का आरोप लगाना गलत है। स्वयं विधायक पाण्डेय ने सिम्स के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ सुविधाएं पूरी तरह बहाल करने एवं मरीजों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराने को कहा था । यदि सिम्स में वेंटीलेटर के अभाव में हुई ऐसे सभी हालिया मामलों की तत्काल न्यायिक जांच हो और खुलासा हो और मामलों में अपराध दर्ज किया जाए। बिना मामले की जांच किये सत्यता को समझे बिना आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है।


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