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नाइट लॉकडाउन के अलावा अनेक मामलों में ढील के पीछे क्या राज है ? 27-Jan-2022
बिग ब्रेकिंग 6 फरवरी के बाद कभी भी लग सकता है लॉक डाउन प्रदेश में करो ना और ओमी क्रोन के मरीजों की बढ़ती संख्या के बावजूद आज प्रदेश में नाइट कर्फ्यू हटा दिया गया सभी रेस्टोरेंट होटल ढाबों को देर रात तक खुले रखने की छूट दे दी गई इसके पीछे का राज है मुख्यमंत्री के बेटे चैतन्य बघेल के विवाह समारोह का आयोजन जो 6 फरवरी को बड़े धूमधाम से होने जा रहा है और मुख्यमंत्री के बेटे का विवाह हो और धूमधाम ना हो ऐसा तो हो नहीं सकता अब उसके लिए चाहे लोगों को किसी भी तरह की बीमारी गहरे आपदा आए या केंद्र की गाइडलाइन का उल्लंघन करना पड़े उसके लिए प्रदेश सरकार अपने आप में सक्षम है हम आपको बता दें कि 6 फरवरी के बाद अर्थात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल के विवाह के बाद आप तैयार रहें कभी भी प्रदेश में लॉक डाउन लग सकता है | देश सहित छत्तीसगढ़ में करुणा संक्रमित हो विक्रांत संक्रमित ओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने के बावजूद प्रदेश सरकार ने किस आधार पर नाइट कर्फ्यू सहित अनेक मामलों में छूट दी है कौन पूछेगा देश का कानून के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों के बीच आपसी विवाद के कारण आम नागरिक इन राजनेताओं की आपसी लड़ाई और खींचातानी में फंसा हुआ है | सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना आम बात हो गई है हम आपकी जानकारी में यह भी बता दें कि महादेव घाट में भाजपा शासन में निर्मित एक विशाल मंदिर जोकि अवैध घोषित हो चुका है सुप्रीम कोर्ट ने उसे तोड़ने का आदेश दिया था परंतु तत्कालीन रमन सरकार ने दो चार दुकानों को तोड़कर सुप्रीम कोर्ट को यह जता दिया कि हमने कार्रवाई की है परंतु उसके बाद कांग्रेस सरकार आने के 3 साल से ज्यादा हो गए परंतु इस कांग्रेस सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया अब ऐसे में आम आदमी जाए तो जाए कहां ? तो आप समझ लीजिए कि जितनी गाइडलाइन होती है वह आम नागरिक के लिए होती है मास्क लगाना निश्चित दूरी का पालन करना बार-बार हाथ धोना घर से बाहर नहीं निकलना जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर जाना बच्चों को घर से बाहर नहीं निकालना बुजुर्गों को बाहर नहीं निकालना कोरोना वैक्सीन की दोनों दोस्त लगवाना यह सब जितने भी नियम हैं यह कमजोर लोगों के लिए होते हैं और कानून न्यायालय के आदेश भी पुलिस की दबंगई भी इन मजबूर गरीब मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए ही होती है | आप देख ले धरना प्रदर्शन रैली राजनीतिक चुनाव प्रदर्शन प्रचार शादी ब्याह राजनीति का आयोजन प्रभावशाली व्यक्तियों के यहां विवाह जन्मदिन शादी एनिवर्सरी पर कोई कार्यवाही ना होना यह आम बात है उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी कोई धारा नहीं लगेगी पुलिस की क्या मजाल उस पर मैसेज में घुस जाए | अब बात करें विपक्ष की तो विपक्ष में चाय कांग्रेस रहे क्या भारतीय जनता पार्टी रहे अन्य प्रदेशों में जहां जिस की सरकार है और जो विपक्ष में है विपक्ष का काम सरकार का विरोध करना है लेकिन जानबूझकर नियमों का उल्लंघन होने पर भी विपक्ष विपक्षी पार्टियां कोई दबाव नहीं बना पाती उनके पास एक ही हथियार रहता है कि हम सत्ता में नहीं है अरे भाई आप सत्ता में नहीं हो तो कोर्ट कानून तक पहुंचने के लिए आप वकीलों के द्वारा हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट तक तक जा सकते हो परंतु नहीं यह किसी एक पार्टी के लिए नहीं है यह सभी पार्टियां ऐसा ही करती हैं एक दूसरे के ऊपर हल्ला गुल्ला मीडिया फेसबुक ट्विटर के माध्यम से आरोप-प्रत्यारोप करते हैं परंतु जमीनी स्तर पर कोई एक दूसरे के ऊपर सख्त कार्रवाई कानूनी कार्रवाई नहीं करता आप देख ले पुराना रिकॉर्ड आपको कहीं कुछ भी नजर नहीं आएगा सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं |


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