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क्या होता है NFT? इसे लेकर सरकार क्यों है परेशान? पढ़ें पूरी डिटेल 05-Feb-2022
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर ऐसा रायता फैला है कि किसी के समेटे नहीं समिट रहा है. इन सबके पीछे की जड़ यानी ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी को सरकार मन ही मन खूब कोसती होगी. क्रिप्टोकरेंसी और NFT को बैन करना है या नहीं, ये तय नहीं हो पा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी पर कानून बन नहीं पा रहा है. माने ये डिजिटल दुनिया की कोडिंग न हुई गले की हड्डी हो गई है. अब इससे जुड़ा एक नया मसला सरकार का सिरदर्द बढ़ाने वाला है. तो, बात ये है कि क्रिप्टोकरेंसी के मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और हवाला सौदों में इस्तेमाल को लेकर सरकार पहले ही टेंशन में थी. अब एक रिपोर्ट आई है कि NFT की खरीद-फरोख्त के जरिए भी मनी लॉन्ड्रिंग होने लगी है. और इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है. ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म चेनएनालिसिस ने कहा है कि उन्होंने NFT मार्केटप्लेस पर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान की है. रिपोर्ट के मुताबिक, भले ही अभी ये छोटे लेवल पर दिख रहा है, लेकिन इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है .क्या है पूरा मामला? अब इस रिपोर्ट से सरकार के कान खड़े हो गए हैं. क्योंकि ये मसला देश की सुरक्षा के लिए भी खतरे खड़े कर सकता है. ऐसे में आने वाले वक्त में सरकार इस पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश करेगी. हाल में ही सीबीडीटी चेयरमैन ने कहा था कि वे क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने वालों के आंकड़ों को ट्रैक कर रहे हैं. और जो लोग टैक्स नहीं चुका रहे हैं उन पर नजर है. बजट में भी सरकार ने सभी डिजिटल एसेट्स में होने वाले मुनाफे पर 30% टैक्स ठोक दिया है. इतना ही नहीं, ऐसे हर लेनदेन पर 1% TDS भी देना होगा. यानी सरकार क्रिप्टो और NFT से जुड़े सभी ट्रांजैक्शंस को अपनी निगरानी में होते देखना चाहती है. लेकिन, मसला इतना भी आसान नहीं है और कई एक्सपर्ट इन टैक्स रूल्स में तस्वीर साफ नहीं होने की बात कह चुके हैं. तो, जाहिर है पूरी बात सरकार के क्रिप्टो पर कानून लाने पर टिक गई है. जब तक इसका विस्तृत खाका नहीं आता. मनी लाउंडरिंग और अवैध गतिविधियों में क्रिप्टो या NFT के इस्तेमाल को रोकना सरकारी मशीनरी के लिए आसान नहीं होगा. क्या है NFT (Non-Fungible Tokens)? NFTs यानी की नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Tokens) एक तरह का डिजिटल एसेट या डेटा होता है, और इसे ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड किया जाता है. NFT एक तरह का डिजिटल टोकन होता है. इसमें आप इमेज, गेम, वीडियो, ट्वीट किसी को भी NFT में बदलकर मॉनेटाइज कर सकते हैं. इसमें खास यह है कि, इन डिजिटल एसेट को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ही खरीदा और बेचा जाता है. नॉन फंजिबल टोकन काफी यूनिक है, क्योंकि इसका एक यूनिक आईडी कोड होता है इसलिए दो NFT कभी भी आपस में मैच नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही उनको डुप्लीकेट भी नहीं बनाया जा सकता है. बता दें, ज्यादातर NFT Ethereums पर क्रिएट किए गए हैं, और इन्हें भी किसी दूसरे एसेट की तरह ही बेचा और खरीदा जा सकता है. आप भी चाहे तो NFT को खुद बनाकर और खुद ही बेच सकते हैं. इसके साथ ही आप इसकी रॉयल्टी कमा सकते हैं. इसमें किसी बिचौलियों की जरूरत नहीं है.


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