State News
खैरागढ़ राज परिवार पर दबाव और प्रलोभन के बावजूद नरेंद्र सोनी ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है 23-Mar-2022

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के महामंत्री  महेश देवांगन ने कहा JCCJ केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने  नरेंद्र सोनी जी को खैरागढ़ विधानसभा विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। 

 नरेंद्र सोनी एक एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खैरागढ़ महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में शानदार जीत दर्ज करके करी थी। वे पेशे से वकील हैं जो कोर्ट के अंदर और कोर्ट के बाहर हमेशा खैरागढ़ क्षेत्र की जनता की न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे है। 

 नरेंद्र सोनी एक आम नागरिक होने के साथ-साथ खैरागढ़ राज परिवार का अभिन्न अंग भी बन चुके हैं। उनका विवाह खैरागढ़ की भूतपूर्व विधायक स्वर्गीय रानी रश्मि देवी सिंह  की सबसे छोटी पुत्री एवं राजा स्वर्गीय देवव्रत सिंह  की सबसे छोटी बहन राजकुमारी सृष्टि सिंह  के साथ हुआ है। स्वर्गीय देवव्रत सिंह  के बहनोई होने के नाते वे उनके सबसे विश्वसनीय सलाहकार भी रहे हैं।

राजकुमारी सृष्टि सिंह जी का मानना है कि वे अपने उम्र में छोटे बच्चों की ज़िम्मेदारियों के कारण व्यक्तिगत तौर पर विधायक के रूप में खैरागढ़ की जनता के साथ न्याय नहीं कर पाएँगी किंतु अपने पति नरेंद्र सोनी के “सारथी” के रूप में जनता का आशीर्वाद माँगने के लिए उनके लिए अपने परिजनों के संग पूरी तन्मयता के साथ प्रचार करेंगी। 

 देवव्रत सिंह  के निधन के उपरांत उनकी पहली और दूसरी पत्नियों के बीच बढ़ते पारिवारिक विवाद को संज्ञान में लेते हुए संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंची है कि इन परिस्थितियों में खैरागढ़ राज परिवार की “निस्वार्थ जनसेवा” के गौरवशाली विरासत को संजोने और आगे ले जाने का कार्य श्री नरेंद्र सोनी से बेहतर कोई दूसरा नहीं कर पाएगा। 

 नरेंद्र सोनी अन्य सभी मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशियों की अपेक्षा सबसे शिक्षित और सबसे सामान्य वर्ग से हैं। यही कारण है कि वे खैरागढ़ के सभी समाजों का न कि किसी एक जाति विशेष का सबसे अधिक कुशलता के साथ प्रतिनिधित्व करेंगे। 

भूपेश सरकार के द्वारा पिछले वर्ष चार नए जिलों की घोषणा की गई जिसमें सारंगढ़, मनेंद्रगढ़, सकती और मोहला मानपुर शामिल है परंतु नगरी निकाय चुनावों के दौरान वादा करने के बावजूद इन चारों ज़िलों से बड़े खैरागढ़ के साथ भेदभाव करते हुए उसे जिला नहीं बनाया गया है। 

 नरेंद्र सोनी ने एक आम नागरिक के रूप में पृथक “खैरागढ़ जिला बनाओ आंदोलन” का बड़ी कुशलता के साथ नेतृत्व किया है। वे खैरागढ़ के सालहेबहरा के दूरस्थ इलाक़ों से लेकर गंडई, छुईखदान और खैरागढ़ के सभी क्षेत्रों के लोगों के साथ पृथक जिला बनाने के लिए कई महीनों तक धरने पर बैठे पर रहे और पूरे विधानसभा क्षेत्र में मोटर साइकल पर चलके जन-जागरण यात्रा करके लगातार पृथक खैरागढ़ बनाने के लिए संघर्ष करते रहे हैं। 

इस संदर्भ में यह खुलासा करना भी आवश्यक है कि दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के खैरागढ़ राज परिवार पर अभूतपूर्व दबाव और प्रलोभन के बावजूद  नरेंद्र सोनी ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास है कि खैरागढ़ विधान सभा की जनता सत्ता-बल, बाहुबल और धन-बल को पुनः नकारते हुए स्वतः खुले मन से पृथक खैरागढ़ ज़िला के निर्माण की माँग को लेकर स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह जी को अपनी सच्ची और भावभीनी श्रद्धांजलि देगी।

जेसीसीजे के स्थानीय कार्यकर्ताओं की मंशा, खैरागढ़ राज परिवार के गौरवशाली निस्वार्थ जनसेवा की विरासत को आगे बढ़ाने और पृथक खैरागढ़ ज़िला के निर्माण के उद्देश से संसदीय बोर्ड ने  नरेंद्र सोनी को अपना प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया है।

नामांकन-
 नरेंद्र सोनी 24 मार्च को दोपहर 12:00 बजे  विधायक दल के नेता  धर्मजीत सिंह, पार्टी सुप्रीमो डॉक्टर रेणु जोगी, प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, विधायक  प्रमोद शर्मा, पूर्व मंत्री डॉक्टर हरिद्वार भारद्वाज, केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष तिलक राम देवांगन, संसदीय बोर्ड के सदस्य  जरनैल सिंह भाटिया, लोकसभा प्रभारी  जय प्रकाश लोधी, कोर कमेटी सदस्य  संजीत ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष  लोकनाथ भारती और  लक्ष्मण डहरे, ज़िला अध्यक्ष  विष्णु लोधी, अजीत जोगी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष  प्रदीप साहू, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अनामिका पॉल, जोगी छात्र संगठन प्रदेश अध्यक्ष रवि चन्द्रवंशी मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानु नायक, शहर अध्यक्ष  शमशूल आलम समेत सैकड़ों जोगी कांग्रेसियों के साथ अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

चुनाव संचालन-
खैरागढ़ उपचुनाव संचालन समिति हेतु विधान सभा क्षेत्र में संसदीय मंडल द्वारा सरदार  जरनैल सिंह भाटिया को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया जाता है। उनके मार्गदर्शन में विधान सभा को 7 ज़ोन और 22  विष्णु लोधी एवं  नवीन अग्रवाल (खैरागढ़ ग्रामीण);
2. भगत सोनी, सिमकर गुरुजी एवं  सुरेन्द्र ठाकुर (खैरागढ़ शहर);
3.  संजीत ठाकुर,  धीरज सिंह एवं  अश्विनी यदु (सालहेबहरा); 
4. डॉक्टर ओमप्रकाश देवांगन, डॉक्टर अमीन खान एवं श्रीमती रुकमणि साहू (छुईखदान नगर);
5.  जयप्रकाश लोधी, सरदार जसपाल छाबड़ा,  ओमु दीवान एवं  सत्येंद्र लहरे (छुईखदान ग्रामीण); 
6. डॉक्टर अनामिका पाल,  सुनील केशरवानी,  आशीष जैन एवं  सनी होरा (गंडई शहर);
7. प्रदीप साहू,  लक्ष्मण डहरे,  डोमन दास देशलहरा एवं  टेकसिंह चंदेल (गंडई ग्रामीण)। 

चुनाव आयोग को शिकायतों एवं वित्तीय ब्यौरा देने की जवाबदारी अधिवक्ता  बिशंबर गुलहरे (ज़िला अध्यक्ष- बिलासपुर), अधिवक्ता  भगवानु नायक (मुख्य प्रवक्ता) और अधिवक्ता  आशीष उपाध्याय (ज़िला अध्यक्ष- रायगढ़)उपरोक्त समस्त प्रभारी अपने-अपने प्रभार क्षेत्रों में पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय स्थापित करेंगे और पार्टी का प्रचार अभियान संचालित करने हेतु उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान करेंगे।



RELATED NEWS
Leave a Comment.