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Exclusive: एक अनोखे फन का ईश… शातिर सटोरिये को ही ठग दिया.. ऑडियो वायरल ..सुनिए… 01-May-2022
धमतरी। जिले में जुआ सट्टा को लेकर एसपी के सख्त निर्देश पर थाना प्रभारियों द्वारा निरंतर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन इस कार्रवाई के आड़ में इन दिनों कुछ टीआई व आरक्षक लोगों को भय दिखाकर, धमकाकर रुपए की अवैध वसूली में लगे है। लोगों को धमकाकर रुपए ऐंठे जा रहे हैं। कांकेर जाते एक युवक का रास्ता रोककर डेढ लाख की अवैध उगाही की गई। इस वसूली में एक आरक्षक व टीआई की भूमिका सामने आई है। जिसका एक ऑडियो रिकार्डिंग भी है। 50 हजार के लिए युवक पर और दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर से लगे एक थाने में पदस्थ टीआई व आरक्षक ने 23 अप्रैल को एक युवक की कार को रोका। वे धमतरी से कांकेर जाने निकला था। सट्टा पट्टी लिखने का आरोप लगाकर उसे सोरिद डिपोपारा के पास ले गया। जहां पास टीआई आए। युवक की कार में बैठे। उसे कंडक्टर सीट पर बैठाया। खुद गाड़ी चलाते हुए भटगांव सोरम की ओर ले गए। रास्ते में उच्च अफसर का धौंस दिखाया। पीडित ने कहा- न जुआ खेल रहा हूं न सट्‌टा लिखता हूं। जबरदस्ती परेशान न करें। फिर भी 4 लाख रुपए की मांग की गई। 5 से 10 हजार रुपए देने को युवक तुरंत तैयार था, लेकिन जुआ खेलते पकड़ाने का केस बनाने की धमकी दी। टीआई उसकी गाड़ी चलाते हुए श्यामतराई, चिटौद होते सोरम से भटगांव लेकर गए। गाड़ी रोकी। 4 के बदले 2 लाख की मांग रखी। मोबाइल व कार की चॉबी छीन ली। रिश्तेदार को घर भेजा। 1 लाख 50 हजार रुपए नकद लेकर भटगांव आया। कार में रखी। टीआई वापस गाड़ी चलाते हुए बेंदरानवागांव होते रुद्री स्थित आरटीओ कार्यालय के पास गाड़ी रोकी। सादे पन्ने में कुछ अलग-अलग नंबर लिखवाए। हस्ताक्षर कराने के बाद पैसे लेकर टीआई, आरक्षक गाड़ी से उतरे। कहां लेन-देन की जानकारी किसी को नहीं बताना। पैसे वसूला, एफआईआर भी की गई हैरानी की बात ये है की एफआईआर में सटोरिया का नाम व पिता का नाम गलत लिखा गया है.ऐसे में अब पुलिसिया कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठ रहे है कि आखिर एक आरोपी को बचाने और उसका पहचान छिपाने के लिए एफआईआर में नाम एवं पिता के नाम को गलत लिख दिया गया है। ऐसे में अब कानून से खिलवाड़ करने वाले थाना प्रभारी पर क्या कार्रवाई होती है? आने वाला समय ही बताएगा। आरक्षक नक्सली प्रभावित इलाके के थाने में पदस्थ, वसूली के लिए लाइन में बिठाया आरक्षक नगरी नक्सली प्रभावित एक थाने में पदस्थ है, लेकिन अवैध वसूली, रंगदारी के लिए लाइन में बैठाया गया है। जो सिविल ड्रेस में दिनभर शहर में घूमकर अवैध उगाही में संलिप्त है। लोगों को जबरदस्ती पकड़ कर कानून का धौंस दिखाया जाता है। पकड़कर कार्रवाई का डर दिखाकर मोटी रकम उस टीआई के जरिये वसूल करता है.जिसका एक सटोरिये से लेन देन को लेकर एक ऑडियो रिकार्डिंग सामने आया है.ऑडियो में सटोरिया कह रहा है कि भैया ….मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गया हूं, इतना देने के बाद भी और मांग रहे हो और मेरे नाम से एफआईआर भी दर्ज कर दिए। जिस पर आरक्षक ने कहा कि थाने में एफआईआर दर्ज हुआ है किसी को पता चला क्या? और तुम्हरा नाम मीडिया में आया है क्या? जिस पर युवक ने कहा कि भैया मैं और पैसा के जुगाड़ में निकला हूँ. डेढ लाख तो वसूल लिए, 50 हजार के लिए परेशान कर रहे हो.. मैं बहुत टेंशन में हूं.. जैसे और भी कई बातचीत आरक्षक व पीडित के बीच हुई है. सुत्र ने ये भी बताया कि करीब एक डेढ़ माह पहले इसी टीआई ने दूसरे थाना क्षेत्र में पकड़े गए एक सटोरिया को छुड़ाने और मीडिया में नाम नही आने का भरोसा देकर 50 हजार रूपये ऐंठ लिया था। इसके बाद भी उस सटोरिया युवक पर कार्रवाई हुई और मीडिया में भी नाम आ गया. फिलहाल जिले के संवेदनशील एसपी प्रशांत ठाकुर जिले को जुआ,सट्टा सहित अपराध मुक्त बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे है.लेकिन उसके ही कुछ मातहत कर्मचारी उनके मेहनत पर पानी फेरने में लगे हुए है। कुछ टीआई अवैध उगाही कर एसपी को बदनाम करने की कोशिश में लगा है। अब देखना होगा की इस लेन देन के मामले को लेकर एसपी ठाकुर क्या एक्शन लेते है? कोई बड़ी कार्रवाई होगी? या फिर थानेदार द्वारा इसी तरह की अवैध उगाही जिले में होती रहेगी? ऐसे में कई सवाल उठ रहे है। फिलहाल खबर 36 इस ऑडियो की पुष्टि नही करता… विभागीय कार्रवाई होंगी एडिशनल एसपी निवेदिता पाल का कहना है कि इस मामले में विभागीय कार्रवाई की जाएगी।


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