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प्रगति कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों ने शफी अहमद को दी मामा की संज्ञा.... तो शफी ने कहा : 'यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है' 12-Dec-2022

NTPC रायगढ़ में सीधे सीधे दो टूक- कहा "श्रमिकों के हित की बात आए तो कोई कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे"

कका और बाबा के बाद छत्तीसगढ़ को रायगढ़ में मिला 'मामा'

रायगढ़। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) श्री शफी अहमद दो दिवसीय जिले के दौरे पर थे इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। पूंजीपथरा औद्योगिक पार्क में नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के श्रमिक सभा में श्री अहमद ने जहां संगठित श्रमिकों को शहीद वीर नारायण श्रम अन्न योजना के अंतर्गत ₹10 में गर्म भोजन प्रदान करने की घोषणा कर बड़ी सौगात दी।

 इसी क्रम में वे NTPC रायगढ़ पहुंचे जहां उन्होंने कहा- कि ये पावन संयोग ही है, की शहीद वीर नारायण दिवस पर अपने श्रमिक साथियों के बीच हूं। छत्तीसगढ़ की माटी के उन वीर सपूत के नाम से संचालित श्रमिक अन्न योजना उन सभी श्रमवीरों और वीरांगनाओं को समर्पित है, जिनके मेहनत और पसीने से ही ये राज्य और ये राष्ट्र संबल से खड़ा है।
श्रमिकों को मिल रहे खाने की गुणवत्ता व अन्य निरीक्षण के दौरान श्री शफी अहमद ने NTPC में श्रम कल्याण मंडल द्वारा संचालित शहीद वीरनारायण श्र्र्म अन्न योजना व रायगढ़ जिला प्रभारी योजना एवं मंडल के अधिकारियों को कड़े तेवर से स्पष्ट दो टूक में कहा - ये सरकार उन्ही आम, गरीब, श्रमिक और किसानों के भरोसे की देन है, और अगर श्रमिकों के हित की बात आएगी तो कोई भी कोताही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 
साथ ही NTPC में संचालित श्र्र्म अन्न योजना केंद्र के ठेकेदारों व संचालकों की अनियमितताओं पर अध्यक्ष श्री अहमद ने अपने चिर परिचित अंदाज में उन्हें तत्काल नोटिस जारी कर तलब करने को कहा।

 वहीं प्रगति कोचिंग सेंटर पहुँच पीएससी और व्यापम की तैयारियां कर रहे छात्र-छात्राओं से संवाद कर उनके कई सवालों का संतोषप्रद जवाब दिया तथा श्रम कल्याण मंडल व सरकार की योजना किस तरह काम करती है उसके बारे में विद्यार्थियों को बताया। कोचिंग सेंटर में श्री अहमद से सभी विद्यार्थियों ने दिल खोलकर राजनैतिक, मार्मिक, व्यक्तिगत, श्रम कल्याण मण्डल की योजनाओं तथा हंसी-ठिठोली भरे प्रश्न किये तो वहीं कुछ स्टूडेंट्स ने अपनी व्यक्तिगत समस्याओं की भी चर्चा की। प्रश्नकाल के दौरान शफी और विद्यार्थियों के बीच एक प्यारा सा अपनेपन का माहौल निर्मित हो गया जिसकी वजह से सभी विद्यार्थी श्री अहमद से इतने घुलमिल गए कि अपने सुनहरे भविष्य के निर्माण के लिए श्री अहमद से सलाह मशवरा लेने लगे तो श्री अहमद ने उन्हें उपाय के साथ गाइड किया। बातों ही बातों में अपने सादगीपूर्ण व्यवहार से श्री अहमद ने विद्यार्थियों को उनके प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनके दिलों में खास जगह बना ली। कोचिंग सेंटर में शफी अहमद और विद्यार्थियों के बीच बातचीत अपनेपन का रूप ले चुकी थी। कमरे का माहौल भावना से ओतप्रोत हो गया था इसी दौरान कोचिंग सेंटर के एक छात्रा ने सवाल-जवाब से हटकर एक अलग प्रश्न करते हुए पूछा कि "आजकल अपनेपन का दौर छत्तीसगढ़ में खूब चल रहा है। हम लोग को छत्तीसगढ़ में काका भी मिले और बाबा भी मिले बस अब हमें केवल मामा की कमी है तो क्या हम आपको प्यार से मामा कह सकते हैं? ये सुनकर शफी अहमद ने गदगद मन से मुस्कुराते हुए कहा "यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है" यह सुनकर उपस्थित विद्यार्थियों एवं अधिकारीयों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनके इस विचार का स्वागत किया और विद्यार्थियों ने श्री अहमद को धन्यवाद ज्ञापित किया। 
इसी बीच एक छात्र ने ने अलग तरह का प्रश्न करते हुए कहा कि ''मंत्री, नेता लोग आते हैं तो कुर्ता पैजामा पहनते हैं, सफेद ड्रेस पहनते हैं। मैंने आपको जीन्स और शर्ट पहने देखा तो आप मुझे बहुत स्वाभविक लग रहे हैं" विद्यार्थी की इस प्रश्न के बाद शफी अहमद ने मुस्कुराते हुए कहा "मैंने सोचा की मैं आप लोगों के बीच जा रहा हूँ तो आप जैसा बन कर जाऊं" श्री अहमद को सुनकर विद्यार्थियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने तालियों के साथ उनका अभिवादन किया।
प्रगति कोचिंग सेंटर में बातचीत के दौरान एक मार्मिक पल भी आया जहां एक विद्यार्थी ने अपनी पीड़ा बताते हुए शफी अहमद से कहा कि "मेरे पिताजी का देहांत हो गया है और मेरी मां दिव्यांग है लेकिन उसके बावजूद मां मजदूरी करती और जी तोड़ मेहनत कर मुझे पढ़ा रही है लेकिन कभी उनको मजदूरी मिलता है कभी नहीं मिलता है। सर मैं आगे पीएससी की तैयारी करना चाहता हूं मैं क्या करूँ?" प्रश्न के जवाब में श्री अहमद ने पढ़ाई के खर्च के बारे पूछा तो सुनील ने कहा कि ''खर्च के बारे में मुझे नहीं मालूम लेकिन मैं अपने मां को सुखी जीवन देना चाहता हूं" कुछ पल के लिए जैसा थम सा गया उसके पश्चात अध्यक्ष शफी अहमद ने कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। 

10 बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाएंगे अमित साहू
छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद के प्रगति कोचिंग सेंटर में आने से विद्यार्थियों के साथ कोचिंग सेंटर के संचालक अमित साहू भी बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने इसी दौरान श्री अहमद की उपस्थिति में एक बड़ा संकल्प लेते हुए 1 साल में 10 जरूरतमंद श्रमिकों के बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की घोषणा की। 

शफी अहमद ने अमित का किया सम्मान
कोचिंग सेंटर के संचालक अमित साहू ने छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष के आने पर 1 साल में 10 बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने का जो संकल्प लिया है वो अपने आपमें बहुत बड़ी बात है। हो सकता है आने वाले समय में पूरे प्रदेश के कोचिंग सेंटर्स प्रगति कोचिंग सेंटर से प्रेरित होकर श्रमिकों के जरूरतमंद बच्चों को सहयोग करने लगे तो यही बच्चे आगे चलकर छत्तीसगढ़ के भविष्य बनेंगे। इस नेक कार्य हेतु अमित साहू का छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल की ओर से अध्यक्ष शफी अहमद ने श्रीफल और शॉल से उनका सम्मान कर उन्हें बधाई व शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की।



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