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महिला से थानेदार ने साथ सोने की रखी शर्त - शिकायत पर कार्यवाही से किया इनकार 13-Mar-2024

शिकायत लेकर आई महिला से कार्यवाही करने के बदले थानेदार ने साथ सोने की रखी शर्त धमतरी के कोतवाली थाने के थानेदार प्रणाली वैद 

 

शिकायत लेकर आई महिला से कार्यवाही करने के बदले थानेदार ने साथ सोने की रखी शर्त इनकार पड़ा महंगा - नहीं हुई fir और होना पड़ा प्रताड़ित जी हां यह सत्य घटना है छत्तीसगढ़ के धमतरी थाने की  जहां एक जवान विधवा महिला अपने साथ हुई धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की शिकायत करने गई थी | अकेली विधवा महिला को थानेदार प्रणाली वैद ने कई चक्कर लगवाने के बाद आखिरकार कार्यवाही के बदले अपने साथ सोने - हम बिस्तर होने की शर्त रखी | महिला सम्मान - नारियों की रक्षा कि जिन पर जिम्मेदारी है और अगर वही नारियों के साथ अपमान करने लगे तो आखिर न्याय मांगने मजबूर पीड़ित महिला कहां जाए |

    छत्तीसगढ़ पुलिस के कुछ अधिकारियों के कारण पूरे पुलिस महकने पर उंगलियां उठ रही  हैं | कहते हैं कि पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते हैं अपराध करने के बाद अपराधी कितना भी बचने का प्रयास करें एक न एक दिन पुलिस उसे ढूंढ ही लेती है इसमें हम अपनी तरफ से एक लाइन और जोड़ देते हैं कि यदि पुलिस चाहेगी तो अपराधी बच नहीं सकता और पुलिस नहीं चाहेगी तो अपराधी कभी पकड़ा ही नहीं जा सकता |

                         यह कहानी है एक ऐसी पीड़ित महिला की जिसके पति की मृत्यु हो चुकी है और पति की मृत्यु के बाद गम में डूबी उक्त महिला को ढाढस बंधाने, सांत्वना देने के बहाने कुछ नजदीकी जान पहचान के लोगों ने उसे तथा बच्चों को सहारा देने का आश्वासन दिया घर खर्च और बच्चों की पढ़ाई की फीस और अन्य खर्चो के लिए परेशानी से मुक्ति दिलाने का भरोसा दिलाया | पति की मृत्यु के बाद आय का कोई साधन न होने के कारण घर खर्चे में हो रही परेशानी का फायदा उठाकर इन परिचित नजदीकी लोगों ने इस पीड़ित विधवा महिला को गहने गिरवी रखकर ब्याज के रुपयों से प्रतिमाह आय का साधन बनाकर देने का झांसा देकर, भरोसे में लेकर उसके तमाम गहनों को हड़प लिया , पूर्व परिचित होने के कारण उन पर भरोसा कर अपने कीमती गहने बिना कोई लिखा पढ़ी कर, उनकी बातों में आकर उन्हें गिरवी रखने के लिए दे दिए | बस यही भरोसा इस पीड़ित महिला के लिए दुखदाई साबित हुआ क्योंकि भरोसे में दिए गए गहनों की कोई लिखा पढ़ी पीड़ित महिला ने अपने परिचितों से नहीं कराई थी जिसका फायदा इन परिचितों ने उठाया और पूरे गहने हड़प लिए और ना तो प्रतिमाह घर खर्च दिया और ना ही गहने वापस किये |

 

 

अपने ही गहने अपने परिचितों से मांगने सालों चक्कर लगाने के बाद थक हारकर थाने की शरण में गई इस विधवा पीड़ित महिला को थाने में भी पुलिस अधिकारियों के दुर्व्यवहार का शिकार होना पड़ा, इसकी शिकायत पर कार्यवाही करने के बदले *पुलिस अधिकारियों की नजर उसकी जवानी और उसके शरीर पर थी* थानेदार ने इस पीड़ित - परेशान महिला के अकेली होने का फायदा उठाकर उसे अपने साथ हम बिस्तर होने पर पूरे गहने दिलवाने की शर्त रखी जिसे पीड़ित विधवा महिला ने अस्वीकार कर दिया |

महिला द्वारा थानेदार के साथ सोने से इनकार के बाद महिला थाने के चक्कर लगाती रही परंतु उसकी ना तो रिपोर्ट लिखी गई और ना ही उसे गहने दिलवाए गए* महिला जब भी थाने जाती पुलिस अधिकारी थाने में उसे दुर्व्यवहार करते एक अधिकारी उसे कार्यवाही होने पर हिंदू मुसलमान का दंगा हो जाएगा कह के डरता था तो दूसरा अधिकारी थाने में ही सिगरेट पीते हुए उक्त पीड़ित महिला के मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़कर उससे छेड़छाड़ करता था, सभी अधिकारी उसकी तरफ भूखी नजरों से देखते थे | उक्त पीड़ित, विधवा महिला CSP, SP आईजी सहित गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री तक से लिखित फरियाद कर चुकी है परंतु कहीं से भी उसे कोई न्याय नहीं मिला | क्योंकि थानेदार ने स्पष्ट कह दिया था कि तुम कहीं भी चले जाओ कुछ नहीं होगा जब तक मैं नहीं चाहूंगा जुर्म दर्ज नहीं होगा और वही हुआ जो थानेदार ने कहा था ना तो महिला की शिकायत पर जुर्म दर्ज किया गया और ना ही उसकी कोई सुनवाई हुई क्योंकि थानेदार की शर्त थी कि तुम्हें मेरे साथ हम बिस्तर होने पर ही उसके कीमती गहने वापस मिलेंगे | पुलिस अधिकारियों के दुर्व्यवहार और शरीर की मांग के आवाज में कार्यवाही करने की बात से तंग आकर आखिरकार जब उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तब न्यायालय ने उसके आवेदन, उसकी शिकायत एवं उसके द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रमाणिक दस्तावेजों के आधार पर संबंधित थाने को जुर्म दर्ज करने का आदेश दिया | माननीय न्यायालय के निर्देश पर संबंधित थाने में इस पीड़ित विधवा महिला के साथ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत करने वालों के खिलाफ जुर्म दर्ज तो हो गया परंतु फिर भी थाने के अधिकारियों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोई पहल नहीं की और उन्हें न्यायालय से जमानत लेने का पूरा अवसर प्रदान किया | संबंधित पुलिस थाने के थानेदार एवं अन्य अधिकारियों ने दस्तावेजों में हेरा फेरी कर न्यायालय में जो डायरी प्रस्तुत की इसका लाभ आरोपियों को जमानत लेने में मिला | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सम्मान, महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को आगे बढ़ाने बेटियों को पढ़ना के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं छत्तीसगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है डबल इंजन की सरकार है और ऐसे में महिलाओं से उन्हें न्याय देने के नाम पर उनकी शिकायत पर कार्यवाही करने के नाम पर यदि पुलिस अधिकारी शरीर की मांग करते हैं अपने साथ सोने की मांग करते हैं अपने साथ हम बिस्तर होने की शर्त रखते हैं तो महिलाएं कैसे आगे बढ़ेगी ? कैसे महिलाओं का सम्मान होगा ? कैसे महिलाओं का सशक्तिकरण होगा ? कैसे बेटियां पढ़ेंगी ? प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साईं एवं गृह मंत्री विजय शर्मा को संज्ञान लेकर ऐसे अधिकारियों को निलंबित कर उन पर जुर्म दर्ज कर सख्त कार्रवाई करना चाहिए तभी प्रदेश में महिलाएं निर्भीक हो सकेंगे बेटियां सुरक्षित हो सकेंगे महिलाओं को किसी मामले पर शिकायत करने न्याय मांगने थाने जाने में हिचक नहीं होगी कोई डर नहीं होगा अन्यथा इसी तरह महिलाएं थानों में प्रताड़ित होती रहेगी और किसी को पता भी नहीं चलेगा | *पीड़ित महिला, थानेदार, थाने के अन्य अधिकारियों एवं आरोपियों सहित थाने के नाम का खुलासा



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