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खनिज विभाग का अमला कहीं नजर नहीं आता - सांठगांठ से पूरे प्रदेश में चल रहा अवैध उत्खनन 13-Mar-2019

चैन माउंटेन से निकाली जा रही रेत, विभाग की मिलीभगत से हो रहा अवैध उत्खनन बालोद। जिले में खनिज विभाग की मौन स्वीकृति के चलते खुलेआम मशीन से रेत का अवैध खनन व परिवहन बेखौफ किया जा रहा हैं - एक तरफ शासन का कहना है कि रेत खनन सी एम डी सी करेगी लेकिन जिला खनिज अधिकारी के पास अभी तक कोई आदेश नही आया है। जिसके चलते खुले आम खनिज विभाग के नाक के निचे मशीन से रेत निकाल लिया गया और चोरी छुपे रेत निकाला जा रहा है ऐसे में प्रशासन की नाकामी व उदासीनता साफ दिख रही है। जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर वनांचल ग्राम पंचायत घोटिया में रेत माफिया द्वारा बिना अनुमति के चैनमाउंटेन रेत निकाला जा रहा था विभाग को इसकी जानकारी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है बालोद जिले में खनिज माफियाओं द्वारा लगातार शासन की खनिज संपदा का दोहन किया जा रहा है लेकिन खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को इसकी जानकारी होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है या कहे कि इनकी संरक्षण प्राप्त हो रहा है। रेत, 500 का पर्ची देकर 3500 Rs. ले रहे -- खनिज विभाग के अनुसार ग्राम घोटिया में हेंड ब्रोकन से 12 मार्च तक रेत निकालने की अनुमति दी गई थी लेकिन उसके आड़ में चैन माउंटेन लगाकर हाईवा में लोडिंग किया जा रहा था - जबकि जिले में कहीं भी मशीन से रेत निकालने का अनुमति नहीं है - लेकिन रेत माफियाओं द्वारा ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पदाधिकारी से साठगांठ कर चैन माउंटेन के माध्यम से दिन रात रेत निकाल कर खनिज संपदा का बेजा दोहन किया गया है।  लगभग 25 से 30 हाईवा रेत घाट पर ही खड़े थे - रेत माफियाओं द्वारा रेत निकालने की तैयारी चल रही थी इस दौरान जब मौके पर मीडिया टीम पहुँची तो रेत खदान में अफरा-तफरी मच गई। सभी हाईवा वाहन वापस होने लगे, वहीं रेत माफिया भी नजर बचाकर भागते नजर आए। मौके पर पाया गया कि मशीन से रेत खनन कराने का काम जिले के गुरुर ब्लॉक के ठेकेदार ओमू साहू के द्वारा किया जा रहा है जो अपने आप को मंत्री पुत्र का करीबी बताता है साथ ही इस अवैध रेत खनन व परिवहन में कई बड़े ठेकेदार व राजनीतिक नेताओं की गाड़ियां लगी हुई थी। रेत परिवहन के लिए घाट पर लगी हुई गाड़ियों के ड्राइवर व मजदूरों से बात करने पर उन्होंने नाम न छापने की शर्त में बताया कि पंचायत के द्वारा हाइवा गाड़ियों से 3500 रु लेकर 500 रू का पर्ची दिया गया है। ग्रामीणों की मानें तो अवैध खनन सरपंच और उपसरपंच के संरक्षण में हो रहा है -- मीडिया के पहुंचने के कारण उनके मंसूबों पर पानी फिर गया।  ग्रामीणों ने बताया कि जनदर्शन में कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती - और कार्यवाही करने के लिए स्टाफ को भेज रहा हूं कह कर रेत माफियाओं को विभाग द्वारा सूचित कर दिया जाता है जिससे कि रेत माफिया पहले ही सतर्क हो जाता है और अपना वाहन निकाल कर चले जाते है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व शासन के नियम से 3 गुना अधिक 400 से 500 रेत रायल्टी लिया जा रहा था - जिसके बाद अब हाइवा वाहनों से लगभग 3500 रेत रायल्टी लिया जा रहा है इस मामले की जांच नहीं होने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में रेत माफिया अपने आपको जिले की मंत्री का करीबी बता रहा है और इसके आड़ में रेत माफिया खनिज संपदा का अवैध तरीके से दोहन कर रहे हैं। जिले में लगातार अधिक रायल्टी ले रहे है रेत माफिया बालोद जिले में लगभग 2 महीने से अधिक रॉयल्टी लेने की शिकायतें मिल रही है। पहले सुंदरा रेत खदान खदान में 700 से 900 रुपए ले रहे थे इसके बाद ओरमा रेत खदान में भी 600 से 900 तक रेत रायल्टी लिया जा रहा है इसकी जानकारी खनिज विभाग को होने के बावजूद भी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वही सत्ता पक्ष के नाम पर चल रहे रेत के अवैध खनन से सरकार की छवि धूमिल हो रही है अवैध खनन कर्ताओं पर अब तब तक दंडात्मक कार्रवाई ना करना प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही और भ्रष्टाचार को सीधा प्रदर्शित करता है। इस मामले संजारी बालोद विधानसभा विधायक संगीता सिन्हा से संपर्क करने पर उन्होने कहा कि मैं अभी मीटिंग में हु पूर्व विधायक से बात कीजिये। सीजी 24 न्यूज के लिए बालोत से लक्ष्मण देवांगन की रिपोर्ट



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