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मतदाताओं को चाहिए कि उनसे वोट मांगने आने वाले प्रत्याशियों एवं उनकी पार्टियों के घोषणा पत्र की नोटरी की हुई सर्टिफाइड कॉपी मांगें -
लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर सभी राजनीतिक पार्टियां खास करके भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं |
भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर आरोप लगाती है कि कांग्रेस में परिवारवाद हावी है, कांग्रेसी भ्रष्टाचारी हैं, कांग्रेस ने बोफोर्स घोटाला किया, 2G, 3G, 4G घोटाले - कोल ब्लॉक घोटाले किये एवम इस टाइप के अनेक घोटाले जिनका उल्लेख करने पर इस खबर की लंबाई बढ़ जाएगी, इसलिए उल्लेख नहीं कर रहे हैं |
इनके जवाब में कांग्रेसी भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हैं कि भाजपा के शासन में रफाल हेलीकॉप्टर घोटाला, बैंक घोटाले के आरोपियों को भगाने का आरोप जैसे अनेक आरोप लगाए जाते हैं | परंतु एक बात आप सभी के ध्यान में लाना जरूरी है कि जब भी दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगाती हैं तो कोई भी पार्टी सवाल का जवाब ना दे कर सवाल पर सवाल करती हैं | जैसे कि अगर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर आरोप लगाती है कि आप के शासन में बोफोर्स कांड हुआ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अनुसार एक रुपए का 15 पैसा जरूरतमंदों तक पहुंचता था के जवाब में कांग्रेस आरोपों का जवाब ना दे कर भाजपा पर पलटवार करती है कि आपके शासन में रफाल हेलीकॉप्टर और बैंक घोटाले के आरोपी भाग गए - वहीं अगर कांग्रेस आरोप लगाती है तो भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता या नेता सवाल का जवाब ना दे कर उल्टा अगले की कमियों को बताते हैं - लगातार इस तरह के आरोप प्रत्यारोप देखकर देश की जनता जान चुकी है कि कोई भी अपने ऊपर लगे आरोप का जवाब नहीं दे रहा, अपनी गलतियों के बारे में माफी नहीं मांग रहा और ना ही अपनी गलतियों के लिए अपने आप को जिम्मेदार मान रहा हैं |
तो इससे साफ जाहिर है कि सभी राजनीतिक पार्टियां सिर्फ देश में और प्रदेशों में राज करना चाहती हैं जनता से उन्हें कोई लेना देना नहीं | आप गौर करेंगे कि जब भारतीय जनता पार्टी इस बात को कहती है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के राज में केंद्र से निकलने वाला 1 रुपया जरूरत मंदों तक पहुंचते-पहुंचते 15 पैसा बचता था - परंतु यह नहीं बताया जाता कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा यह नहीं बताया जाता कि वही व्यवस्था आज तक कायम क्यों है ? क्या सुधार आया ? अगर सुधार आया भी है तो सिर्फ कागजों में - उसी प्रकार कांग्रेस द्वारा चायवाला उसके बाद चौकीदार के बारे में जो कहा जाता है कि चौकीदार चोर है , भाजपा के शासन में चोरी हुई है, भ्रष्टाचारी देश छोड़कर भागे गए, देश का अरबों खरबों रुपया खाकर नीरव मोदी - माल्या जैसे लोग विदेश चले गए परंतु भारतीय जनता पार्टी ने कुछ नहीं किया - तो ऐसे में कांग्रेसी भी अपने कार्यकाल मैं हुई गलतियों को सुधारने या उसकी जिम्मेदारी लेने तैयार नहीं है -
यह तो बात हुई देश की दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की यही हाल प्रदेशों में शासन कर चुकी या कर रही राजनीतिक पार्टियों का भी है - सब इसी फार्मूले पर चलते हैं कि मेरी सरकार सबसे अच्छी और दूसरी सरकार सबसे भ्रष्ट -
अब जनता के फैसले का वक्त आ चुका है लोकसभा चुनावों में जनता को या यूं कहें कि देश के मतदाताओं को तय करना है कि किन शर्तों और किन नियमों के तहत किसे वोट देना चाहिये |
अगर सही मायने में देखा जाए तो सभी मतदाताओं को चाहिए कि उनसे वोट मांगने आने वाले प्रत्याशियों एवं उनकी पार्टियों के घोषणा पत्र की नोटरी की हुई सर्टिफाइड कॉपी मांगें , ताकि उनके द्वारा जो घोषणाएं की गई हैं अगर वो पूरी ना हों तो उसके लिए प्रत्याशियों एवं उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को कानूनी दायरे के अंतर्गत देश के न्यायालयों में उन पर अजमानतीय धाराओं के तहत जुर्म दर्ज होकर जेल भेजने की कार्यवाही हो सके |
*सीजी 24 न्यूज की तरफ से जनहित में जारी - संपर्क 93010 94242*
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