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खुलासा : भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक की छत्तीसगढ़ इकाई ने अपने राज्य वित्त प्रतिवेदन में गिनाई राज्य शासन की कमियां
भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक की छत्तीसगढ़ इकाई ने अपने राज्य वित्त प्रतिवेदन में खुलासा किया है कि राज्य शासन का प्राथमिक घाटा वर्ष 2012 - 2017 के दौरान 1361 करोड़ और 6281 करोड़ के बीच रहा , जिससे स्पष्ट होता है कि गैर ऋण प्राप्तियां राज्य के प्राथमिक व्यय को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी |
2 . राज्य के सात विभागों से 975.84 करोड़ रुपये का राजस्व कर बकाया है|
3. सोलह आरक्षित निधियों के 4141.61 करोड़ रुपयों में से मात्र 43.42 प्रतिशत ही सरकार खर्च कर पाई |
5. 31 मार्च 2017 की स्थिति में विभिन्न विभागों द्वारा आहरित अनुदान देयकों के 5016.79 करोड़ के 1407 उपयोगिता प्रमाण पत्र लंबित हैं |
लविंदरपाल की रिपोर्ट
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